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Hello friends,

मेरा नाम अर्जुन गौतम है। मैं पहले एक टीचर था । लेकिन अब इस blog (Hindi Pronotes) के जरिये लोगों तक ज्ञान पहुँचाने का प्रयास कर रहा हूँ।
इस blog के माध्यम से मैं ऐसा ज्ञान देना चाहता हूँ जो स्कूल – कॉलेज की क़िताबों में नहीं मिलता।
मुझे self-help की किताबें पढ़ने का बहुत शौक है। आज तक मैंने जो भी किताबें पढ़ी हैं उन्ही की summary इस blog पर देता रहता हूँ।

Hindi Pronotes का उद्देशय :

दोस्तो आपको पता ही होगा कि स्कूल और कॉलेज की किताबें हमें नौकरी लायक नहीं बना पातीं ।
देश -विदेश से reports आती रहती हैं की 90 % भारतीय स्नातक नौकरी योग्य नहीं हैं।

आइये कुछ examples देखते हैं। और आप खुद कहेंगे कि हाँ मैं सही कह रहा हूँ।

अगर आप हिंदी में B.A या M.A किये हुए किसी भी व्यक्ति से पूछेंगे कि Bollywood फिल्मों की जो script होती है उसका format कैसा होता है ? यकीन जानिए वो नहीं बता पायेगा।

उसे कहानी, नाटक, एकाँकी आदि का तो पता होगा लेकिन script का पता नहीं होगा।

कितनी हैरानी की बात है ये!

फिल्म इंडस्ट्री एक multi -billion dollar की industry है। और इन graduates और postgraduates को डिग्री लेने के बाद भी पता नहीं होता की script का format होता कैसा है !

अगर ये syllabus में डाल दिया जाए तो उन students के रोजगार के अवसर भी बढ़ जायेंगे और हमें अच्छी -अच्छी फिल्में भी देखने को मिलेंगी।
आज की तरह वही घिसे -पिटे फॉर्मूले वाली फिल्में नहीं झेलनी पड़ेंगी।

एक और example ले सकते हैं।
अगर किसी commerce graduate से पूछें कि income tax return ( ITR ) कैसे file करते हैं। या Form 16 क्या होता है तो शायद उसे पता न हो। जबकि ये होता सरल है। और ITR भरने में ज्यादा समय भी नहीं लगता।
लेकिन अफ़सोस कि हमारे देश के स्टूडेंट्स को काम की बातें नहीं सिखाई जातीं।

आखिर भारतीय स्नातक नौकरी के योग्य क्यों नहीं हैं ? इस सब की वजह क्या है ?

इसमें गलती students की नहीं है। बल्कि policies की है।
हम students को असली शिक्षा देते ही नहीं है। Syllabus में जो घिसी-पिटी किताबें डाल दी गयी हैं बस वही पढ़ते जा रहे हैं।

जबकि market में ऐसी -ऐसी किताबें मौजूद हैं जो आपको असली ज्ञान दे सकती हैं।
आपकी personality development में help कर सकती हैं।
आपको अपनी और दूसरों की psychology समझने में सहायता कर सकती हैं। जिस से आपको negotiation, sales and marketing, communication आदि में बहुत ही ज्यादा help मिल सकती है।

इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए मैंने यह blog शुरू किया।

वैसे तो self – help की हज़ारों किताबें है। लेकिन उन सब को आप खरीद नहीं सकते। और न ही आपके पास इतना समय होगा।
इसलिए इस ब्लॉग में मैं उन सब किताबों की रोचक और ज्ञानवर्धक summary देता हूँ।

ताकि आप उन्हें पढ़ सकें और लाभ उठा सकें।

Self – Help किताबों के अलावा मैं best novels की भी summary देता हूँ।

दोस्तो साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्य से ही हम दूसरे देश के culture, रीति- रिवाज, philosophy आदि के बारे में जान पाते हैं।
इस से घर बैठे ही हमें दूसरे देशों का ज्ञान मिल जाता है। और हमारे brain में ज्ञान की एक नई खिड़की खुलती है।
जिस से हम नए – नए तजुर्बों को अनुभव कर पाते हैं। और जिंदगी academically rich हो जाती है।

English literature में वैसे तो बहुत से novels हैं जो खरे सोने जैसे हैं।
लेकिन जिन लोगों का English में हाथ तंग है वो इन्हे पढ़ने से वंचित रह जाते हैं।
दूसरा अपनी भाषा में चीजें ज्यादा समझ आती हैं। और वो सीधी आपके दिल को छूती हैं।

इसलिए इस blog में मैं English के Top novels की summary भी डालता रहता हूँ।
आप उसे best novels की category में search कर सकते हैं।

इसके अलावा इस novel में horror literature भी दिया गया है। जिसमें novels और stories दोनों शामिल है।
यह भी best international authors द्वारा लिखा गया है।

Horror एक ऐसा genre है जो हमें adrenaline rush देता है। इसके साथ -साथ हम यह भी समझ पाते हैं की plot और कहानी कैसे लिखी जाती है। इस से नए लेखकों को भी नयी प्रेरणा मिलती है।

पढ़ने की आदत :

दोस्तो, भारत के अधिकाँश लोगों में पढ़ने की आदत नहीं है।
अगर आप किसी European आदमी को travel करते हुए देखेंगे तो उसके पास हमेशा कोई न कोई किताब जरूर मिलेगी।
इसके विपरीत भारतीय लोग TV के सामने बैठकर बेकार के सीरियल देखकर अपना time -waste करते रहते हैं।
या news – anchors को सुन – सुनकर उनके हाथों brainwash होते रहते हैं।

आप ये तो जानते ही हैं कि किताबें हमारी सच्ची दोस्त होती हैं।
वे हमारी गुरु और mentor भी होती हैं।
अगर आप किसी ज्ञानी व्यक्ति से मिलकर ज्ञान नहीं ले सकते तो उसकी लिखी किताब पढ़ लीजिये।
उसमें उसने सारे जीवन का ज्ञान डाल दिया होता है।

इसलिए पढ़ने की आदत डालिये।
अगर एक घंटा नहीं पढ़ सकते तो 15 मिनट ही पढ़िए। लेकिन पढ़िए।
क्युँकि बूँद -बूँद से घड़ा भर जाता है।

इस blog पर दी गई किताबों की summary पढ़कर आप खुश रहने के secret तो जान ही सकते हैं इसके अलावा self -finance , personality development, literature आदि का ज्ञान भी हासिल कर पाएँगे।

तो पढ़ते रहिये, बढ़ते रहिये और खुश रहिये।

Happy Reading .

(Hindi Pronotes )