As a Man Thinketh summary in Hindi

जैसा आप सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। किताब की summary (As a Man Thinketh summary in Hindi) पढ़कर जानिये कि इस सिद्धांत का प्रयोग आप आखिर कैसे कर सकते हैं। खुद को सफल होते हुए देखिये और सफल हो जाइये।

Author: James Allen

As a Man Thinketh summary in Hindi

As a Man Thinketh
(summary in Hindi)

दोस्तो, क्या आप कभी दुखी हुए हो ?

उस समय आप क्या सोचते हो ?

अगर आप सोचते हैं कि मैं बहुत दुखी हूँ। और आपकी life में problems ही problems हैं। तो ऐसा सोचना बंद कीजिये।

क्युँकि जैसा आप सोचते हैं वैसा ही हो जाता है।

ऐसा सोचने से आप और दुखी हो जायेंगे। और problems भी बढ़ जाएँगी।

क्युँकि इस किताब के according – आप जैसा सोचते हैं वैसा ही हो जाता है।

इसलिए दुखी होने पर सोचें कि मैं जल्दी ही इस मुश्किल से उबर जाऊँगा।
आज तक भी तो problems को झेला है।

मैं अंदर से strong हूँ। इसलिए मैं छोटी -छोटी बातों से नहीं घबराता।

मैं जिंदगी से खुश और संतुष्ट हूँ।

यही इस किताब की main theme है।

आइये अब सभी chapters की summary पढ़ते हैं। (As a Man Thinketh summary in Hindi)

Chapter 1 – Thoughts and Character

दोस्तो, आप अपने आस -पास के कुछ लोगों के बारे में सोचिये।

उनके character के बारे में आप क्या सोचते हैं।

क्या वे मेहनती हैं , ईमानदार हैं , सच बोलते हैं या इसके विपरीत चापलूस,

दिखावे वाले, महिलाओं पर गन्दी नजर रखने वाले हैं।

आप देखेंगे कि आपके आस -पास हर तरह के लोग मिल जायेंगे।

तो आखिर ऐसा क्यों है। आखिर कौन सी चीज हमारा चरित्र निर्माण करती है।

तो वह चीज है – आपके thoughts

दिन भर आप क्या सोचते हैं इसी से आपका characterबनता है।

अगर आप बुरी संगत रखते हैं, तो वहाँ से आपको बुरे विचार ही मिलेंगे।

कोई आदमी अश्लील videos देखता है, तो वह आगे चलकर rapist बन सकता है।

इसलिए हर व्यक्ति को बचपन से ही अच्छे विचार रखने चाहिए।

अगर आपके आस -पास का माहौल खराब है तो अच्छी motivation वाली self -help की किताबे पढ़नी चाहियें।

जैसे कि हमारे ब्लॉग पर आपको मिल जाएँगी।

Character से ही आदमी को सफलता मिलती है। बिना character के लोग criminal बन जाते हैं।

और देर -सवेर उन्हें अपने कुकर्मों की सजा मिलती है।

वे जेल में सड़ते रहते हैं। और पछतावा करते रहते हैं। जबकि दूसरे लोग आजाद पक्षी की तरह जीवन जीते हैं।

इसलिए कभी भी बुरा काम करने से बचें। गलत विचार कभी भी मन में न लाएँ।

Chapter 2 – Thoughts and Circumstances

हमारी आज जो situation है उसका कारण हमारे past के thoughts ही होते हैं।

अगर एक बच्चा fail हो जाता है तो इसका कारण है उसका सोचना कि अभी थोड़ा खेल लेता हूँ। थोड़ा सो लेता हूँ। आदि।

अगर वही बच्चा यह सोचता कि कम से कम आधा घंटा प्रतिदिन पढूँगा, तो कम से कम पास तो हो जाता।

Office में आपकी लड़ाई का कारण भी आपके thoughts हैं।

आपने मन में लड़ाई के विचार सोचे होंगे। माफ़ करने या भूल जाने के नहीं।
न ही बड़े लक्ष्य के।

अगर आपका blog सफल नहीं हुआ तो इसका कारण भी आपके thoughts हैं।

आपने पैसे के लिए blog शुरू किया था। जबकि आपको सोचना चाहिए था कि मुझे लोगों की help करनी है। और 2 साल तक मैं पैसे के बारे में सोचूंगा भी नहीं।

इसी तरह हर circumstance के जिम्मेवार आपके thoughts ही होते हैं। और कई बार तो हमें इस बात का पता ही नहीं होता।

लेखक कहते हैं कि हमारा दिमाग एक बागीचे की तरह है।

जैसे माली हमेशा बागीचेकी देखभाल करता है। उसकी निराई -गुड़ाई करता है।

खरपतवार आदि को उखाड़ फेंकता है। उसी तरह से आपको अपने दिमाग रूपी बागीचे के साथ करना है।

आपको negative विचारों को उखाड़ फेंकना है।

और positive विचारों के गुलाब और गेंदे ही उगाने हैं। तभी आपका बागीच महकता रहेगा।

और आपकी जिंदगी खुशियों से भरी रहेगी।

Chapter 3 – Thoughts affect Health and Body

दोस्तो, कभी न कभी आपका किसी से झगड़ा जरूर हुआ होगा।
उसके बाद आप कैसा feel करते हैं।

घर जाकर आप क्या उस बारे में नहीं सोचते ?

अक्सर हम उस झगडे के बारे में ही सोचते रहते हैं। हमारा खून जलता रहता है।
कई बार हम बदला लेने की बातें सोचते रहते हैं।

लेकिन इस सब से क्या होता है ?

क्या दूसरे आदमी को नुक्सान होता है ? नहीं।
बल्कि आपको नुक्सान होता है। आपका blood pressure बढ़ता है।

blood pressure बढ़ने से heart की बीमारियाँ लग सकती हैं।

ज्यादा सोचने और चिंता करने से आप depression में जा सकते हैं।

इसलिए आप कभी भी बुरी बातों के thoughts दिमाग में न लायें।

Past को past में ही दफ़न कर दें।

दूसरों को माफ़ करना सीखें। इससे आप छोटे नहीं होते बल्कि बड़े हो जाते हैं। ऋषि -मुनि या भगवान् भी हमेशा दूसरों को माफ़ ही करते हैं।

इस example से आप समझ गए होंगे कि बुरे विचारों से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

इसलिए हमेशा positive सोचें।

Chapter 4 – Thought And Purpose – As a Man Thinketh Hindi summary

बहुत बार आपने देखा होगा, कुछ लोग जहाँ पैदा होते हैं और जिन हालातों में पैदा होते हैं वैसे ही मर जाते हैं।

उनकी जिंदगी में कुछ भी नहीं बदलता।

जिंदगी जीने का इससे boring तरीका क्या होगा ?

ऐसा इसलिए होता है क्युँकि ऐसे लोग जिंदगी में कोई purpose ही नहीं बनाते। और न ही उन्हें हासिल करने की कोशिश करते हैं।

इसलिए दोस्तो सफल जिंदगी जीने के लिए कोई purpose जरूर बनायें।

फिर उन purpose को हासिल करने में लग जाएँ।

इस से आपका दिमाग झगड़ा करने वाले लोगों से हटकर आपके purpose में लग जायेगा। और आप हमेशा positive बने रहेंगे।

Purpose short term भी हो सकता है या long term भी।

जैसे आज आपको हो सकता है कि presentation बनानी हो, तो यह short term का
purpose होगा।

ऐसे ही long term के purpose हो सकते हैं जैसे – blog लगाना, बिज़नेस या Company
शुरू करना, कोई जॉब हासिल करना, UPSC या SSC आदि competitive exam crack
करना, अमीर बनाना। आदि।

इन सब में आपको लम्बा समय लगता है। इसलिए ये long term purpose होते हैं।

खैर, आपका जो भी purpose है उसके बारे में positive सोचें और हर दिन उसकी तरफ बढ़ते रहें।

धीरे ही चलें, लेकिन चलते रहें।

ऐसा नहीं कि शुरू में तो दौड़ लगा दी फिर थक कर ऐसे बैठे कि दुबारा उठे ही नहीं।

दूसरा, आपके purpose ऐसे हों जो आपके heart, body, और mind को फायदा पहुँचायें ।

जैसे body के लिए हर दिन exercise करने का purpose बनायें। ताकि आगे चलकर भी आपको कोई रोग न हो। और आप हमेशा fit बनें रहें।

Mind के लिए योग या mediation का purpose बना सकते हैं।

आपका कोई भी purpose लालच से जुड़ा नहीं होना चाहिए। नहीं तो आप कभी उसे हासिल करने में कामयाब नहीं हो पाएंगे।

जैसे blogging करनी हो तो आपका goal आपके लेखन से दूसरों की problems solve करने का होना चाहिए। न कि पैसा कमाने का।

क्युँकि अगर आप दूसरों की help करेंगे तो पैसा अपने आप ही आने लगेगा।

ऐसे ही कंपनी लगानी हो तो देश की economy सुधारने के लिए लगायें।

अमीर बनना हो तो charity की सोच भी रखें।

इस तरह अगर दूसरों की भलाई का सोचेंगे तभी आपका purpose सफल होगा।

Chapter 5 – Thoughts and Achievement

आपकी achievements में आपकी सोच का बहुत बड़ा हाथ होता है।

अगर आपने सोच लिया कि किसी काम में सफल होंगे तो सच में हो जायेंगे। और अगर यह सोच लिया कि सफल नहीं होंगे, तो सच में ही सफल नहीं होंगे।

सिकंदर ने सोचा था कि वह दुनिया पर विजय हासिल करेगा। तभी वह ऐसा कर पाया। अगर वह सोचता कि यह तो असंभव काम है, तो क्या वह ऐसा कर पाता !

इतिहास ऐसे examples से भरा पड़ा है। जहाँ इंसान ने अपनी सोच से नए – नए कीर्तिमान बनाए हैं।

Steve Jobs ने गरीब होने के बाबजूद इतनी बड़ी company बना ली थी।

Newton पढ़ाई में अच्छा न होने के बाबजूद भी इतना बड़ा वैज्ञानिक बन गया था।

Einstein ने बिना experiment के ही सिर्फ thought experiments करके इतने बड़े -बड़े laws दिए थे। जिनसे सारी humanity को फायदा हुआ।

इसलिए दोस्तो आप भी अपना purpose बनाइये और उसे achieve करने के तरीकों
के बारे में सोचिए।

अपना समय दूसरों से झगड़ा करने, टीवी पर फालतू के serials देखने, social media पर दूसरों के comment पढ़ने, वीडियो गेम्स आदि में बर्बाद मत कीजिये।

कोई skill सीखिए।

या self help वाली books पढ़कर नया ज्ञान लीजिये।

अपनी thinking को आज ही बदलीए। फिर देखिये आप जिंदगी में कितने सफल होते हैं।

Chapter 6 – Vision & Ideals

हर व्यक्ति का जीवन में कोई vision या dream होना चाहिए। और कुछ आदर्श भी।

बिना dreams के जिंदगी बेकार है।

कुछ लोग सुबह उठते हैं और सोचते हैं कि दिन में दिहाड़ी करेंगे और शाम को दारू पिएंगे। इस तरह की मानसिकता वाले लोग कभी भी आगे नहीं बढ़ते और हमेशा गरीब बने रहते हैं।

सरकार के भ्रष्ट नेता इनका पूरा फायदा उठाते हैं।

मिडल क्लास की जेब से टैक्स लेकर इनके लिए funds बनाते हैं। फिर ज्यादातर खुद खा जाते हैं और थोड़ा सा इन्हे दे देते हैं।

इसी से पता चलता है कि लाइफ में vision होना कितना जरूरी है।

अगर कोई गरीब इंसान यह सपना देखे कि वह एक दिन अमीर बनेगा तो वह इस दिशा में कुछ प्रयास जरूर करेगा। वह दूसरों से help लेकर भी कुछ सीखेगा और एक दिन अमीर बनेगा।

ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने ऐसा कर दिखाया है।

जैसे धीरुभाई अम्बानी पहले एक मामूली से clerk थे और आगे चलकर बेहद अमीर व्यक्ति बन गए थे।

Vision हर area में काम आता है। फिर चाहे वो नेता हो या अभिनेता।

कोई नेता अपने vision से देश को आगे ले जा सकता है। जैसे America के politician। वहाँ के हर president ने अपने देश के लिए कुछ अलग हटकर किया।

इसिलए America world में नंबर 1 बन सका।

आज की date में हमारे आस -पास बहुत से visionaries मौजूद हैं, जिनसे हम भी प्रेरणा ले सकते हैं।

Elon musk, Mark Zuckerberg , Sundar Pichai आदि का नाम कौन नहीं जानता। इन्होने अपने vision के दम पर ही ये मुकाम हासिल किये हैं।

इसलिए दोस्तो आप भी dreams देखिये और अपने vision बनाइए। फिर उन्हें हासिल करने के लिए जुट जाइये।

कभी न कभी आपके सपने जरूर पूरे होंगे।

Chapter 7 – Serenity (Book: As a Man Thinketh summary in Hindi)

Life में सबसे जरूरी चीज होती है – मन की शाँति।

बहुत से लोग आज इसे ढूँढ रहे हैं।

लोगों की desire बहुत बढ़ चुकी है। वे धन -दौलत , गाड़ी , बंगले आदि के लालच में दिन रात भाग रहे हैं।

हमेशा उनके दिमाग में पैसे के लालच से जुड़े विचार चलते रहते हैं।

जिनसे उन्हें हमेशा बेचैनी होती रहती है।

मन की शांति न मिलने का दूसरा कारण डर और चिंता भी है।

Students को डर है कि वे exam में pass होंगे या नहीं।

कुछ को डर है कि अच्छी नौकरी मिलेगी या नहीं।

किसी को डर है कि उनका business चल पायेगा या नहीं।

अगर आपका मन शाँत नहीं है और उसमें चिंता और डर चलते रहते हैं, तो आपको तरह -तरह की बिमारियाँ हो सकती हैं।

इसलिए लेखक ने कहा है कि मन को शांत रखें। और कभी भी anxiety या depression न होने दें।

इसका सबसे अच्छा तरीका है कि desires न पालें।

Goals होना एक बात है लेकिन desire का गुलाम बनना अलग है।

ऐसी desires जो लालच की वजह से पैदा होती हैं आपके लिए harmful हैं।

इसलिए राजा होते हुए भी आपको सन्यासी की तरह सोचना चाहिए।

अगर आपकी धन -दोलत चली भी जाये तो आपको कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए।

ऐसा तभी संभव है जब आप भौतिक वस्तुओं से मोह -माया नहीं रखेंगे।

इससे आप जीवन में हमेशा शाँति और सुकून से रहेंगें ।

Happy रहेंगे। Healthy रहेंगे।

समाप्त।

P S : दोस्तो, अगर As a Man Thinketh summary in Hindi अच्छी लगी हो तो नीचे comment करके हमें प्रोत्साहन दें। धन्यवाद।

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