Christmas Story in Hindi – क्रिसमस की कहानी

Christmas Story in Hindi – क्रिसमस की कहानी : दोस्तो, आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि क्रिसमस क्यूँ मनाते हैं, इसके पीछे क्या कहानी है, कैसे मनाते हैं, और ईसाई धर्म के रोचक तथ्य क्या हैं।

Christmas Story in Hindi – क्रिसमस की कहानी

क्रिसमस का त्योहार जीसस क्राइस्ट (Jesus Christ) के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाता है। वे 25 दिसंबर को पैदा हुए थे। इसलिए ईसाई लोग इस दिन को Christmas के रूप में मनाते हैं।

Jesus Christको प्यार से यीशु या ईसा मसीह भी बोला जाता है।

Bible के न्यू टेस्टामेंट (New Testament) के अनुसार यीशु के जन्म की कहानी मैथ्यू और Luke की गोस्पेल (gospel) में मिलती है। यीशु के जन्म की सारी कहानी (Christmas Story in Hindi) इस प्रकार से है।

1. Annunciation (घोषणा): Israel देश के नज़रथ (Nazareth) नामक कस्बे में मैरी नाम की एक यहूदी लड़की रहती थी। उसके मंगेतर का नाम जोसेफ था। एक दिन गेब्रियल (Gabriel) नाम का फरिश्ता मैरी को दर्शन देता है। और कहता है कि ईश्वर ने उसे अपने पुत्र के जन्म के लिए चुना है।

और वह एक दैवीय तरीके से गर्भधारण करोगी। मैरी इस पवित्र काम के लिए तैयार हो जाती है। और कुँवारी होने के बावजूद गर्भवती हो जाती है।

इसके बाद गेब्रियल जोसेफ को भी दर्शन देता है और कहता है कि ईश्वर ने मैरी को उसके पुत्र को जन्म देने के लिए चुना है।

और तुम इसे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लेना। तथा यीशु को भी अपने पुत्र के रूप में पालन -पोषण करना। जो सब भी इसके लिए तैयार हो जाता है।

इस प्रकार के चमत्कारिक गर्भादान को बाइबिल में घोषणा (Annunciation) कहा गया है।

Christmas Story in Hindi – Jesus Christ Story

2. The Journey to Bethlehem ( बेथलेहम की यात्रा) : उन दिनों इजराइल का इलाका रोमन साम्राज्य के अंतर्गत आता था। उस समय रोमन साम्राज्य का राजा जुलियस सीजर का पुत्र Augustus Cesar था।

वह इटली के रोम से शासन करता था। एक दिन वह आदेश देता है कि सभी लोगों की जनगणना की जाएगी। इसलिए सबको कहा जाता है कि सब लोग अपने पूर्वजों के गाँव आ जाएँ।

जोसेफ किंग डेविड का वंशज था। जो Bethlehem (बेथलेहम) रहने वाले थे। इसलिए जोसेफ गर्भवती मैरी को लेकर Bethlehem के लिए निकल पड़ता है। लेकिन वहाँ बहुत सारे लोग पहुंचे हुए थे तथा सारे कमरे पहले ही बुक हो गए थे। (read Christmas Story in Hindi).

इसलिए जो सब और मैरी को एक पशु – शाला में शरण लेनी पड़ती है। रात को मैरी को प्रसव वेदना शुरू हो जाती है। और वहीं पर ईसा मसीह का जन्म होता है।

3. Birth of Jesus ( यीशु का जन्म): यीशु के जन्म के बाद कुछ फरिश्ते पास ही भेड़ें चरा रहे कुछ चरवाहों के पास जाते हैं। और उनसे कहते हैं कि तुम्हारे मसीहा का जन्म हुआ है।

उनका नाम ईसा मसीह है जाओ और उनके दर्शन कर लो। यह सुनकर चरवाहे उस पशु – शाला में जाते हैं। और उन्हें यीशु उसी अवस्था में मिलता है जैसा कि फरिश्तों ने बताया था। फिर वे सारी रात वहीं बैठकर बिताते हैं।

Christmas Story in Hindi
Birth of Jesus: Christmas Story in Hindi

4. Gift Of Magi (तीन के उपहार): इसके बाद गेब्रियल नाम का फरिश्ता तीन Magi के पास जाता है। और उन्हें कहता है कि ईश्वर के पुत्र का जन्म हुआ है।

तीनों मैगी (Magis) आसमान में एक नए सितारे को देखते हैं। तथा इससे अनुमान लगाते हैं कि यहूदियों का एक नया राजा पैदा हो चुका है।

इसके बाद वे Bethlehem है जाते हैं। तथा यीशु को तीन गिफ्ट देते हैं। जिनका नाम सोना, फ्रंकिंसन्स और मिर्र्ह था। तब से ही क्रिसमस के दिन पर गिफ्ट देने की परम्परा शुरू हो गयी थी।

Magis कहते हैं कि यीशु ही ईश्वर के पुत्र हैं। तथा यहूदियों के असली राजा भी यही है।

इस बात का पता उस समय के यहूदियों के राजा हिरोध (King Herod) को चल जाता है। तथा वह यीशु की हत्या करवाने के लिए सैनिक भेज देता है।

लेकिन मेरी और जोसेफ को एक सपने में यह पता चल जाता है। इसलिए वे रास्ता बदलकर अपने घर Nazareth चले जाते हैं।

तो दोस्तो, यह थी यीशु के जन्म की कहानी। और तब से ही उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में क्रिसमस त्योहार बड़े ही हर्षो – उल्लास के साथ मनाया जाता है। (Merry Christmas Story in Hindi).

यदि आप ईसा मसीह की बाकी कहानी जानना चाहते हैं तो आगे click करके पढ़ सकते हैं। इसमें आपको पता चलेगा कि उनका बचपन और जवानी कैसे बीते थे। उन्होंने कौन से चमत्कार किये थे। उन्हें जेरूसलम में सूली पर क्यूँ चढ़ाया गया आदि।

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Christmas कैसे मनाया जाता है

दुनिया भर में Christmas का त्यौहार ईसाई लोगों द्वारा धूम -धाम से मनाया जाता है। आगे इसकी विस्तृत जानकारी दी गयी है।

1. Decorations: क्रिसमस से एक हफ्ता पहले लोग अपने घरों, सड़कों और सार्वजनिक स्थानों को क्रिसमस पेड़ों, रोशनी, पुष्पमालाओं और अन्य आभूषणों से सजाते हैं।

बहुत से स्थानों पर यीशु के जन्म को दर्शाते पशुशाला और चरवाहों के दृश्य भी स्थापित किए जाते हैं। आपको ये सड़कों के किनारे भी नजर आयेंगे।

2. Gift-Giving: इस अवसर पर उपहारों का आदान-प्रदान किया जाता है। लोग अपने प्यार और सद्भावना के प्रतीक के रूप में अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों, तथा रिश्तदारों को उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।

3. Special Meals: Christmas के दौरान परिवार के लोग और दोस्त आदि इकट्ठा होते हैं। तथा पारम्परिक व्यंजन बनाते हैं। जिनमे रोस्ट टर्की, हैम, क्रिसमस पुडिंग, जिंजरब्रेड और विभिन्न मिठाइयाँ शामिल हैं।

Christmas Story in Hindi – Jesus Son of God

4. Religious Service: ईसाई लोग, क्रिसमस की पूर्व संध्या और क्रिसमस के दिन अपनी -अपनी चर्च में जाते हैं तथा सेवा देते हैं। वे वहाँ प्रार्थना प्रार्थनाएँ करते हैं तथा कैरोल गाते हैं। वे यीशु मसीह के जन्म की कहानी भी सुनते हैं।

5. Santa Claus: क्रिसमस में Santa Claus का भी महत्वपूर्ण स्थान है। बहुत सारे बच्चे Santa को असली मानते हैं। वे अपने घर के अंदर क्रिसमस ट्री पर मोज़े लटका देते हैं। उनका मानना है कि Santa उनके मौजों के अंदर कोई उपहार रख देगा।

    6. Music and Carols: क्रिसमस के मौके पर Church में या सार्वजनिक स्थानों पर तरह-तरह का म्यूजिक बजाया जाता है। लोग चर्च में तरह-तरह के Carol गाते हैं। Carol एक तरह के भजन होते हैं जिनमें ईसा मसीह के बारे में बताया जाता है।

    7. Family Gatherings: क्रिसमस के मौके पर दोस्त तथा रिश्तेदार अक्सर एक दूसरे से मिलने आते हैं। तथा एक दूसरे के लिए पार्टी आदि रखते हैं। कुछ लोग क्लब आदि में भी जाकर पार्टी करते हैं। इसके साथ -साथ लोग शॉपिंग आदि भी का भी आनंद लेते हैं।

    8. Acts of Charity: क्रिसमस के पावन अवसर पर लोग बहुत सारी दान -दक्षिणा भी देते हैं। गरीब लोगों के लिए पैसे तथा दूसरे चीज donate की जाती हैं। जहां शेल्टर होम होते हैं वहां पर लोग soup kitchens (लंगर) आदि लगाते हैं।

    9. Cultural Traditions: हर देश में क्रिसमस अपने ही ढंग से मनाई जाती है। कई जगह पर जुलूस निकाले जाते हैं तो कई देशों में आतिशबाजी की जाती है। और बहुत सारी जगह पर अपने-अपने तरीके के Rituals भी किए जाते हैं।

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      ईसाई धर्म से जुड़े तीस रोचक तथ्य तथा जानकारी

      1. Origin: ईसाई धर्म का उदय पहली शताब्दी में हुआ था। इस धर्म का उदय जीसस क्राइस्ट की शिक्षाओं के आधार पर ही हुआ था। इसलिए उनके नाम से ही इसे Christianity बोला गया।

      2. Followers: पूरी दुनिया में ईसाई धर्म के 2.3 बिलियन अनुयायी हैं। तथा यह दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है।

      3. The Bible: The Christian Bible के दो भाग हैं। Old टेस्टामेंट तथा New टेस्टामेंट। Old Testament बिल्कुल यहूदी धर्म के जैसा ही है। लेकिन न्यू टेस्टामेंट में जीसस क्राइस्ट की जिंदगी, मौत तथा उनकी टीचिंग्स की जानकारी दी गई है।

      4. Denominations: ईसाई धर्म की आगे भी बहुत सारी ब्रांचेस हैं। जो लगभग 30 हजार के आस -पास हैं। जिनमें तीन प्रमुख ब्रांचेस है – Catholicism, Protestantism, तथा Eastern Orthodoxy.

      5. Jesus’ Birth Year: यीशु के जन्म की तिथि सटीक रूप से मालूम नहीं है लेकिन फिर भी उनका जन्म 4 BC और 6 AD के बीच में माना गया है।

      6. The Trinity: ईसाई धर्म के लोग Holy त्रिमूर्ति के सिद्धांत पर विश्वास रखते हैं। जिसका मतलब है God पिता है, यीशु उनका बेटा है तथा हर इंसान के अंदर God की पवित्र आत्मा (Holy Spirit) मौजूद है।

      Christmas Story in Hindi – Blessings of Christ

      7. The Crucifixion: यीशु को जेरूसलम नाम की जगह पर सूली (crucifixion) पर चढ़ाया गया था। उन्हें रोमन के गवर्नर Pontius Pilate के कहने पर सूली दी गई थी। क्योंकि वे रोमन साम्राज्य के लिए खतरा साबित हो रहे थे। और उनके अत्याचारों की निंदा करते थे।

      8. Resurrection: अपनी मृत्यु के तीसरे दिन जीसस फिर से जिंदा हो गए थे। तथा उस दिन Easter मनाया जाता है।

      9. Catholicism: क्रिश्चियन धर्म की सबसे बड़ी ब्रांच Catholic है। इसमें वेटिकन सिटी में रहने वाले Pope को अपना नेता माना जाता है। और दुनिया भर में उनके करोड़ों followers हैं।

      10. Martin Luther and the Reformation: सन 1517 में मार्टिन लूथर नाम के एक जर्मन पादरी ने प्रोटेस्टेंट सुधार लाए थे। इसके बाद बहुत सारे लोग कैथोलिक से निकलकर दूसरे ब्रांचेस में शामिल हो गए। जिनमें Baptist प्रमुख हैं।

      11. First Christian Emperor: Constantine नामक रोमन सम्राट ने ईसाई धर्म अपना लिया था। तथा उन्होंने ही पहले Christian चर्च बनवाई थी।

      12. Missionary Work: ईसाई धर्म मिशनरीज के जरिए अपने धर्म को पूरी दुनिया में फैलाने का प्रयास करते हैं।

      13. Sacraments: ईसाई धर्म में तरह-तरह के रिचुअल्स होते हैं जैसे पानी में डुबकी लगाकर Baptism करना।

      14. Languages of the Bible: बाइबल को 3000 से ज्यादा भाषाओं में ट्रांसलेट किया गया है। और यह इतिहास की सबसे ज्यादा अनुवाद की गई पुस्तक है।

      15. Christian Art: ईसाई धर्म में बहुत तरह के आर्ट, म्यूजिक और लिटरेचर को बढ़ावा दिया है। तरह-तरह की बाइबल की स्टोरी लोगों में प्रचलित है।

      Beautiful Christmas Story in Hindi

      16. Christmas Trees: क्रिसमस के मौके पर क्रिसमस ट्री को सजाना जर्मनी में 16वीं शताब्दी में शुरू हुआ था।

      17. Jesuit Order: यीशु के नाम पर एक समिति Jesuits है जिसे Ignatius ने शुरू किया था। यह सारी दुनिया में education का प्रचार प्रसार करती है।

      18. Council of Nicaea: 325 AD में काउंसिल ऑफ निशिया (The Council of Nicaea) बनाई गई थी। जो ईसाई धर्म के मुख्य सिद्धांतों को लोगों तक पहुंचाते हैं।

      19. Christian Holidays: क्रिसमस और ईस्ट के अलावा ईसाई धर्म में और भी पर्व मनाए जाते हैं जैसे : Advent, Lent, Pentecost, All Saints’ Day आदि।

      20. Christian Architecture: पेरिस के नोट्रे डम शहर में गोथिक कैथेड्रल Church दुनिया भर में अपने वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है ।

      21. Protestantism’s Diversity: प्रोटेस्टेंट की आगे और भी बहुत सारी शाखाएं जिनमें प्रमुख हैं: Lutheranism, Anglicanism, Baptists, Methodists आदि।

      22. Christian Persecution: इतिहास में अलग-अलग समय पर ईसाई लोगों का मारा जाता रहा है। शुरू-शुरू में रोमन साम्राज्य ने बहुत सारे ईसाई धर्म के लोगों को प्रताड़ित किया था।

      23. Christianity in Africa: अफ्रीका में ईसाई धर्म बहुत तेजी से फैला है। जब वहाँ पर ब्रिटिशर्स का शासन था तो उन्होंने ईसाई धर्म को खूब प्रसार किया था।

      24. Christian Symbols: क्रॉस, मछली और Dove (घुघ्घी) ईसाई धर्म के महत्वपूर्ण प्रतीक चिन्ह है।

      25. Christian Music: ईसाई धर्म में म्यूजिक का भी एक बहुत बड़ा रोल है। चर्च में बहुत सुंदर-सुंदर म्यूजिक बजाया जाता है तथा तरह-तरह के भजन (Hymns) गाए जाते हैं।

      26. Christianity in Asia: हालांकि अंग्रेज एशिया में भी आए थे लेकिन यहाँ पर ईसाई धर्म इतना नहीं फैला है। फिर भी फिलिपींस, साउथ कोरिया और भारत में ईसाई धर्म के मानने वाले काफी लोग हैं।

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      27. Ecumenism: ईसाई धर्म एकता (Ecumenism) की बात करता है और सब ईसाई चाहते हैं कि अलग-अलग ब्रांचेस एक दूसरे के साथ सहयोग करें। तथा आपस में कभी भी विवाद ना करें।

      28. Christian Education: दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी जैसे ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज क्रिश्चियन संस्थाओं के द्वारा ही बनाई गई थी।

      29. Christian Ethics: ईसाई धर्म प्रेम, भाईचारे, क्षमा तथा सामाजिक न्याय के मूल सिद्धांतों पर चलता है।

      30. Christianity’s Global Impact: ईसाई धर्म ने पूरे विश्व के इतिहास, सभ्यता, राजनीति और दर्शन आदि को पोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

      समाप्त।

      दोस्तो, यह थी क्रिसमस से जुडी सारी कहानी (Christmas Story in Hindi) तथा ईसाई धर्म की रोचक जानकारी।। आशा है कि आपको इस लेख से जुडी जानकारी पसंद आयी होगी।

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