Ego Is The Enemy summary in Hindi

Title: Ego Is The Enemy summary in Hindi (अहंकार शत्रु है – किताब का सार)

Ego Is The Enemy summary in Hindi
(Ego Is The Enemy summary in Hindi)

Author: Ryan Holiday 

दोस्तो, क्या कभी किसी ने आपको कुछ बुरा बोला है ? ये आपकी बेवजह निंदा की है ? ऐसे में आपने उस व्यक्ति को क्या response दिया था?

क्या आपने भी उसे उल्टा जवाब दिया था या खरी-खोटी सुना दी थी ? लेकिन उसके बाद आपका mood सारे दिन के लिए खराब हो गया होगा। या रात को भी ठीक से नींद नहीं आयी होगी।

हम में से ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा ही होता है।

लेखक कहता है कि हम ऐसा बर्ताव इसलिए करते हैं क्युँकि दूसरे आदमी की गलत बात से हमारी ego hurt हो जाती है। और हम दूसरे आदमी को उल्टा जबाब देते हैं ताकि वो भी hurt फील करे।

लेकिन कुछ लोगों को आपने देखा होगा, किसी के बुरा बोलने के बाद भी ज्यादा react नहीं करते। बल्कि smile करके पहले की तरह अपना काम करते रहते हैं। कुछ लोग तो डरपोक होने की वजह से ऐसा करते होंगे।

लेकिन कुछ लोग अपनी ego को control करना सीख जाते हैं। और वो negative लोगों की बातों से जरा भी प्रभावित नहीं होते।

ऐसे में उनका मूड ठीक रहता है। और फालतू लोगों के चक्कर में अपनी energy waste नहीं करते।

तो दोस्तो आप भी इस book या इसकी summary को पढ़कर ऐसा करना सीख सकते हो। क्युँकि फालतू की ego पालना बेकार है। इस से हमें ही नुक्सान होता है। और हम अपने goal को पाने से भी चूक सकते हैं।

कितना अच्छा होगा अगर हम अपनी ego को control करना सीख जाएँ ताकि हम कभी hurt ही feel न करें।
इस समरी को पढ़कर आप यह secret जान जायेंगे।

Summary को आसान बनाने के लिए मैंने इसे कुछ lessons में बाँट दिया है। आइये पढ़ते हैं।

Ego Is The Enemy summary in Hindi

Lesson 1 : Three places of Ego

इंसान जीवन में हमेशा तीन चीजें करता ही रहता है :

1) Aspire (कोशिश) – हम हमेशा कुछ न कुछ पाने की कोशिश करते हैं। ऐसा हम अपनी ego को satisfy
करने के लिए करते हैं।

2) Success (सफलता) – कुछ कामों में हमें सफलता मिल जाती है। इस से कई बार हममें ego (अहंकार )
आ जाती है।

3) Failure (असफलता) – कुछ कामों में हमें असफलता मिल जाती है। इस से हमारी ego hurt हो जाती है।

हम जो भी कोई goal पाने की कोशिश करते हैं तो उसके पीछे हमारी ego का ही role होता है। हम चाहते हैं कि हमारा status दूसरों से आगे ही रहे।

अगर हम सफल हो जाते हैं और विनम्र न रहे तो हमारे अंदर ego आ जाती है। लेकिन इससे समाज में हमारी image बहुत खराब हो जाती है।

जैसे गुस्सा और खुशी चेहरे पर दिख जाती है। ऐसे ही ego का भी आदमी के व्यवहार से पता चल जाता है। लेकिन लोग egoist को कभी पसंद नहीं करते। और देर- सवेर ऐसे आदमी का अहंकार जरूर टूटता है।

बहुत से politician इसका example हैं।

एक बार सत्ता पा लेने के बाद वे सोचते हैं कि वे ही सर्वेसर्वा हैं। फिर वे कभी जनता के बीच नहीं जाते। वे सोचते हैं कि अब तो लोग उनके गुलाम हैं।

लेकिन जनता सब देख – सुन रही होती है। और कितनी ही बार बड़े -बड़े अहंकारी नेता अगले चुनाव में बुरी तरह हार जाते हैं। कितना अच्छा हो अगर ऐसे नेता विनम्र रहें। और सबके साथ अच्छा व्यवहार करें। इस से लोग बार -बार उन्हें ही वोट देंगे।

इसलिए सफलता मिलने पर अहंकार नहीं करना चाहिए।

ऐसे ही जब हम असफल हो जाते हैं तो हमारी ego को ठेस लगती है। हम सोचते हैं कि हम तो बहुत बड़े vip हैं।
और असफलता को अपनी ego पर ले लेते हैं।

जब कोई असफल हो जाता हैं तो इसे अपनी बेइज्जती समझता है। वह सोचता है कि सब लोग उसका मजाक उड़ा रहे हैं। लेकिन दोस्तो ऐसा नहीं होत।

इंसान तो इस ब्रह्माण्ड में केवल एक तिनका या जर्रा है। कल ही कोई तूफान या भूंकम्प आ जाये, या कोई महामारी फ़ैल जाये तो सारी मानव – जाति पल भर में ही गायब हो जाएगी।

ये सब चीजें न राजा को बक्शेंगी न रंक को। इनके लिए न जीत मायने रखती है न हार। सिकंदर ने 25 साल में ही आधी दुनिया जीत ली थी। लेकिन जब यहाँ से गया तो दोनों हाथ खाली थे।

इसलिए खुद को ज्यादा importance देना बेकार है। हमारी हार भी यहीं रह जाएगी और जीत भी।

कभी ये भी न सोचें कि सब लोग हमें ही देख रहे हैं। सच बताऊँ तो किसी के पास आपके लिए इतना समय नहीं है। सबके अपने दुखड़े हैं। सब अपने कामों में बिजी हैं।

कोई कुछ बोलेगा भी तो सिर्फ 2 मिनट के लिए। फिर सब भूल -भाल कर किसी और काम में लग जायेगा।

T V की news को ही देख लीजिये। किसी celebrity की न्यूज़ आती है। 2 – 4 दिन बहुत हो-हल्ला होता है।लेकिन फिर जब किसी दूसरे की news आ जाती है तो लोग पहले वाले को भूल जाते हैं। ऐसा ही हमारे साथ है।

इसलिए ये न सोचें कि लोग हर वक़्त आपके ही बारे में सोचते हैं। लोगों को अपने ही कामों से फुर्सत नहीं होती।इसलिए success या failure में ego पर बात ही न लाएँ ।

न ख़ुशी से पागल हो जायें न गम में डूबे रहें। दोनों में balance बना कर जियें।

Lesson 2 : Ego को control कैसे करें

Ego को control में रखने के कुछ तरीके Author ने बताये हैं।

i) Silence

अगर कोई आपको criticize करे तो भी आप शाँत रहकर सिर्फ अपना काम करें। उस से argument (बहस)
न करें।

Argument करने से आपका कीमती समय ही बर्बाद होगा। इस से आपका mood भी spoil हो जायेगा। इसलिए ऐसी situation में हमेशा silent ही रहें। वैसे भी कहा जाता है – Silence is gold .

ii ) Imaginary Audience

कभी भी न सोचें कि आप कोई celebrity या vvip हैं और सारे लोग आपको ही देख रहे हैं।

इस से आप हमेशा दूसरों की नजरों में अच्छा बने रहना चाहोगे। थोड़ी भी असफलता या कोई त्रुटि हो जाने पर आप गुस्से या शर्म से भर जायेंगे। और फिर ऐसा काम करेंगे जिस से सफलता आपसे कोसों दूर चली जाएगी।

मान लीजिये आपने नयी dress पहनी है। तो ये न सोचते रहें कि लोग आपकी dress को ही देख रहे होंगे। अगर लोग dress की तारीफ करें तो thank you बोल कर अपने काम में आगे बढ़ जायें।

लेकिन किसी ने आपका मजाक उड़ा दिया तो बेइज्जती महसूस न करें। बल्कि तब भी thank you बोल कर अपना काम करते रहें।

किसी को भी अच्छा – बुरा बोलना होता है तो वो बोलता ही है। लेकिन थोड़ी देर के लिए। फिर वो खुद अपने काम में busy हो जायेगा।

iii ) Euthyma

Euthyma का मतलब है बाहर की environment का अपने काम पर कोई असर न पड़ने देना।

मान लीजिये कोई डॉक्टर ऑपरेशन कर रहा है और बाहर कोई झगड़ा हो जाता है। तो क्या डॉक्टर को ऑपरेशन छोड़ देना चाहिए। या बिना परेशान हुए पूरा ध्यान ऑपरेशन पर लगाना चाहिए ?

ऐसे ही आपके आस -पास कैसा भी माहौल क्यों न हो आपको उस से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए।

मान लीजिए आप खिलाडी हैं लेकिन गरीब परिवार या backward area में रहते हैं। तो भी सिर्फ अपनी practice करते रहें।

अगर भाग्य को कोसते रहेंगे तो कुछ भी नहीं मिलेगा। लेकिन practice करते रहेंगे तो कोई न कोई सफलता जरूर मिलेगी। Euthyma की approach हर फील्ड में लगाई जा सकती है।

iv) Humility

कितने भी बड़े आदमी क्यों न बन जाएँ हमेशा शाँत और विनम्र बने रहें। दूसरों के हमेशा काम आयें। इस से आप और आगे बढ़ते रहेंगे।

Lesson 3 : Shamrock’s formula

Shamrock अमेरिका के mixed martial art के महान खिलाडी और कोच थे। उन्होंने नए खिलाडियों को train करने के लिए एक फार्मूला बनाया था।

Formula था – किसी भी खिलाडी का मुकाबला हमेशा उस से बेहतर खिलाडी से करवाया जाता था।

इस से उस खिलाडी में ego नहीं आता था। उसे लगता था कि वो सब कुछ नहीं है। बल्कि उस से भी बेहतर अभी कोई है। और वो अपने से बेहतर खिलाडी से बहुत कुछ सीख लेता था।

जब वो उतना अच्छा हो जाता था तो पहले से भी बेहतर खिलाडी से मुकाबला करना होता था। इस से वो खिलाडी अच्छे से अच्छा हो जाता था।

तो दोस्तो आप भी ये formula अपनी life में कहीं भी लगा सकते हो।

Example के लिए अगर आपका blog 10,000 per month कमा रहा है। तो यह ध्यान में रखना चाहिए कि कोई दूसरा blog 30,000 per month भी कमा रहा होगा।

आप भी उस से प्रेरित होकर और सीखते रहिये और आगे बढ़ते रहिये। ऐसे ही आप लाखों के revenue तक जा सकते हैं।

Lesson 4 : Be a student always

हमेशा student बने रहिये। और हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहिये।

अगर retire हो गए हैं तो swimming सीख लीजिये। या हल्की -फुल्की exercise शुरू कर दीजिये। Job लग गयी है तो साथ -साथ नया business या blog लगाना सीख लीजिये।

Blogging सीख गए हैं तो social media पर उसे promote करना सीखिए। ऐसे ही सीखने की कोई सीमा नहीं है।

सीखने के लिए सबसे जरुरी चीज होती है – Passion जिस भी चीज में passion है आदमी को वही सीखनी चाहिए।

गाने का शौक है तो संगीत की शिक्षा ले लीजिये। Acting का शौक है तो acting school या theater join कर लीजिये। क्युँकि जब हम अपने शौक की चीज सीखते हैं तो वो हमें बोझ नहीं लगता।

आजकल बहुत से parents बच्चों को जबरदस्ती music, painting आदि की classes में भेज देते हैं। क्युँकि पडोसी का बच्चा भी जा रहा है। या parents को उसका शौक होता है। खुद तो उन्हें मौका नहीं मिला इसलिए बच्चों पर अपने अधूरे सपने लाद दिए जाते हैं।

ऐसा करना बहुत ही गलत है। इस से बच्चा सीख तो जाता है लेकिन आगे चलकर उसकी कला fake ही लगती है।
क्युँकि वो दिल से नहीं आयी होती। इसलिए पहले बच्चे का पैशन जान लीजिये तभी उसे उस field में प्रमोट कीजिये।

दोस्तो, अगर लाइफ में कुछ नया सीखना है तो आपको एक mentor यानि गुरु भी चाहिए। लेकिन mentor तभी आपको secret गुर सिखाएगा जब आप विनम्र रहेंगे और अहंकार या ego नहीं पालेंगे। और mentor का आदर करेंगे।

रामायण की एक घटना याद आती है।

युद्ध में राम के तीर से घायल होकर रावण धरती पर गिर पड़ा था। वह मरने ही वाला था। तभी राम ने लक्ष्मण से कहा की रावण प्रकांड ज्ञानी है। इसलिए जाओ अंत समय में उस से कुछ ज्ञान ले लो।

लक्ष्मण गया और रावण के सिर के पास खड़ा होकर बोला – हे रावण, जाते -जाते कुछ ज्ञान की बात करते जाओ।लेकिन रावण कुछ नहीं बोला।

लक्ष्मण वापस राम के पास आकर बोला की रावण ने उसकी बात का कोई उत्तर नहीं दिया। तभी राम ने लक्ष्मण ने पूछा कि वह रावण से बात करते वक़्त कहाँ पर खड़ा था।

जब लक्ष्मण ने कहा कि वह उसके सिर के पास खड़ा था। तब राम ने लक्ष्मण को दुबारा जाने के लिए कहा और
बोले कि इस बार रावण के चरणों के पास खड़े होना।

लक्ष्मण को यह बात समझ आ गयी। वह फिर से जाकर रावण के चरणों के पास बैठ गया और उसे प्रणाम करके विनम्रता से ज्ञान की याचना की।

इस बार रावण ने लक्ष्मण को एक दोहे के रूप में ज्ञान की बात बताई –

काल करे सो आज कर आज करे सो अब,
पल में प्रलय होएगी बहुरि करेगा कब।

इसलिए दोस्तो, किसी से भी कुछ सीखना या ज्ञान लेना है तो विनम्र होकर आदर सहित request करें। घमंडी व्यक्ति को कभी ज्ञान नहीं मिलता।

Lesson 5 : Keep Your Identity small

दोस्तो, हमेशा अपनी identity को छोटा रखो। इसका मतलब है काम तो बड़े -बड़े करो। लेकिन कभी भी उनका बढ़ा – चढ़ा कर बखान मत करो।

ऐसा करोगे तो लोग दिल से इज़्ज़त नहीं करेंगे। सिर्फ अपना उल्लू सीधा करने के लिए आपकी इज़्ज़त का नाटक करेंगे। लेकिन अगर humble रहोगे तो लोग अपने -आप ही आपको सम्मान देंगे।

कभी भी अपने धन से धोखा मत खाओ। चाहे कितने भी अमीर क्यों न बन जाओ अपने पैर जमीन पर ही रखो।
क्युँकि अगर अहंकार आ गया तो फिर नाश भी आ ही जाता है।

Steve Job, Bill Gates, Henry ford आदि इतने धनवान थे। फिर भी वे हमेशा विनम्र रहे। इस से उनका business और भी बढ़ता गया।

आपने कभी भी इनको अपने products की बढ़ा – चढ़ा कर advertisement करते नहीं देखा होगा। इसलिए दोस्तो हमेशा याद रखें – think big but act small अर्थात बड़ा सोचें पर रहें विनम्र ।

Lesson 6 : Alive Time , Dead Time

हमारी जिंदगी में दो तरह का समय होता है – Alive और dead ।

जब हम कुछ नया सीख रह होते हैं या struggle कर रहे होते हैं तो उसे ही alive time कहते हैं। लेकिन जब हम सिर्फ रोजमर्रा के काम करते हैं और कुछ भी नया करने की कोशिश नहीं करते तो वो dead time होता है।

तो दोस्तो, आप कैसा टाइम बिता रहे हैं – dead या alive ? कुछ नया कर रहे हैं या हर दिन एक जैसा ही बिता रहे हैं !

बहुत से लोग कुछ भी नया करने से डरते हैं। जैसे कुछ लोग कहीं भी घूमने- फिरने नहीं जाते। या तो वे डरते हैं या एक भी पैसा खर्च नहीं करना चाहते।

अगर आपके पास Job है तो कुछ budget यात्राओं के लिए जरूर होना चाहिए। विदेश नहीं जा सकते तो भारत के हर state की famous जगह पर तो जा ही सकते हैं।

ऐसे ही लोग blog start करने के सपने देखते रहते हैं , और उसके बारे में पढ़ते रहते हैं। लेकिन शुरू नहीं करते। शुरू करते हैं तो daily blog पर काम नहीं करते।

अगर आपको life जिंदादिली से सीखनी है तो हमेशा कुछ नया सीखते रहिये। फिर चाहे आपकी उम्र कितनी ही क्यों न हो।

या अपने शौक जो पहले पूरे नहीं कर पाए थे उन्हें अब पूरा कर लीजिये। कोई चाहे तो 60 साल की उम्र में भी swimming सीख सकता है। या guitar classes ले सकता है।

तो आप भी हमेशा कुछ नया सीखते या करते रहिये।

Lesson 7 : Don’t stop for claps

दोस्तो, अगर आप कोई game जीत जाते हैं तो लोगों की तालियाँ सुनने के लिए न रुकें। हाँ, उनका humble तरीके से धन्यवाद करें और आगे बढ़ जाएँ।

इसका मतलब यह है कि तारीफ और वाहवाही की expectations कभी भी न पालें। आपने कोई भी काम कितना भी अच्छा क्यों न किया हो, ये न सोचें कि अब लोग मेरा गुणगान करें। मुझे credit दें या मेरी तारीफ करें।

जब आप इन चीजों से दूर रहना सीख गए तो अंदर से strong बन जायँगे। आप में कभी भी ego नहीं आएगी। आप विनम्र बनेंगे। और कोई भी आपकी चापलूसी करके आपका गल्त इस्तेमाल नहीं कर पायेगा।

बहुत से लोग हमेशा चाहते हैं कि लोग उनकी तारीफ करते रहें। और कितनी बार कुछ चापलूस उनकी झूठी तारीफ करते रहते हैं। इस से ऐसे लोग कभी भी अपनी कमियों को नहीं देख पाते।

समाप्त।

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दोस्तो, उम्मीद है कि आपको ये book summary (Ego Is The Enemy summary in Hindi) पसंद आयी होगी।

अगर आप किसी Egoist व्यक्ति तक, इस किताब के जरिये सन्देश पहुँचाना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अपनी Facebook पर Share कीजिये।

इस से उस व्यक्ति का भी भला होगा। और हो सकता है वो भी अपनी ego को त्याग कर विनम्र बन जाये।

धन्यवाद।

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