Get Your Sh*t Together summary in Hindi

दोस्तो, क्या जिंदगी existential crisis से जूझ रही है ? क्या ऐसा लग रहा है कि आप daily एक ही दिन को जी रहे हो ? अब कुछ भी करने का मन नहीं करता। पैसे की किल्लत रहती है, रिलेशनशिप में कोई मजा नहीं रहा है।
अगर आपके साथ यह सब हो रहा है तो यह किताब (Get Your Sh*t Together summary in Hindi ) आपके लिए ही है। इसकी समरी पढ़कर आपको अपनी Life को फिर से पटरी पर लाने के लिए सही नजरिया मिलेगा।

Author : Sarah Knight

Get Your Sh*t Together
(Hindi Summary)

Get Your Sh*t Together का हिंदी में मतलब है कि अपनी बेतरतीब जिंदगी और सभी उलझे हुए कामों को संभालें। फिर चाहे वे किसी भी areas से सम्बंधित हों। यह सब कैसे करना है आगे पढ़िए।

CHAPTER 1 : Life में क्या संभाले ?

दोस्तो, बहुत बार हमें अपनी जिंदगी उलझी और बिखरी सी लगती है। घर , ऑफिस , रिलेशनशिप , पैसे आदि से related इतने काम अधूरे होते हैं कि हमें panic attack ही आ जाता है।

लेकिन इस किताब में दी techniques की help से आप अपनी जिंदगी को फिर से organize कर सकते हो।

लेकिन जिंदगी को organize करने का यह मतलब नहीं है कि आपने हर दिन के कामों की To do लिस्ट बना ली और उन्हें कम्पलीट कर दिया।

बल्कि हमें यह देखना होगा कि Life में कौन से काम हमें करने चाहियें और कौन से नहीं। कुछ लोग हर काम में हाथ डाल देते हैं। वे रात को जाग -जाग कर भी उन कामों को पूरा कर लेते हैं। कुछ को तो खाने -पीने का भी ध्यान नहीं रहता।

लेकिन क्या ऐसे लोगों को हम efficient बोल सकते हैं। बिल्कुल भी नहीं। ऐसे लोग काम तो कर रहे हैं लेकिन देर – सवेर उनकी physical और mental health जबाब दे जाती है। जिंदगी उन्हें बोझ लगने लगती है।

वहीं दूसरी और ऐसे भी लोग हैं जिनके sink में बर्तन का ढेर लगा होगा। या पिछले महीने खरीदे गए shoes का खाली डिब्बा अभी भी कमरे में ही पड़ा होगा। उन लोगों को अपने छोटे -छोटे काम भी manage करने नहीं आते।

तो दोनों ही तरीके गलत हैं।

हमें अपने जिंदगी के most important areas को identify करना चाहिए और उन्हें manage करना चाहिए। तो वे कौन से areas हैं ये आपको आगे आने वाले chapter में पता चलेगा।

CHAPTER 2: जिंदगी में कामों को निपटाने का तरीका

अपनी उलझी और बिखरी जिंदगी को track पर लाने के लिए लेखिका ने 3 step वाली Strategy बताई है। इसका इस्तेमाल आप किसी भी काम को करने में लगा सकते हो। तो वे तीन steps इस प्रकार से हैं :

1. Strategy – सबसे पहले अपने goal decide कीजिये कि आपको क्या करना है। फिर उसे पूरा करने के steps या plan बनाइये। हर काम को छोटे -छोटे हिस्सों में बाँट लीजिये।

2. Focus – इसके बाद सिर्फ उस goal या काम पर focus करें। सभी को एक साथ न करें।

3. Commit – कुछ भी हो जाये उस काम को कीजिये। बेशक कसम खा लीजिये। जब आप commit कर देंगे तो फिर laziness और excuses का बहाना नहीं चल पायेगा।

इन तीनों steps को समझाने के लिए लेखिका ने अपनी Life का example दिया है। एक बार उसे 40,000 शब्दों की एक किताब लिखने का offer मिला था। और उसे लिखने के लिए सिर्फ एक महीना दिया गया था।

तो इसके लिए लेखिका ने सबसे पहले Strategy बनाई। उसने हर दिन लगभग 1500 शब्द लिखने का फैसला किया। वे 500 शब्द सुबह , 500 दोपहर और 500 शाम में लिखती थी। उन्होंने अपना time fix कर लिया था।

जब वे लिखती थीं तो पूरा focus writing पर ही होता था । उस समय वे फ़ोन को दूर रख देती थीं। और कोई भी दूसरा काम नहीं करती थी।

उन्होंने खुद को इस काम के लिए commit कर दिया। मूड न होने पर भी वे लगी रहती थीं। और इस तरह उन्होंने किताब को समय पर complete करके दे दिया।

तो दोस्तो, यह Strategy आप कहीं भी लगा सकते हैं।

जैसे बाहर जाने पर व्यक्ति को हमेशा तीन चीजें अपने साथ रखनी होती हैं – Keys + Phone + Wallet । उसी तरह आप किसी भी काम को शुरू करने के लिए Strategy + Focus + Commitment को साथ रखिये।

इस फार्मूला से आपका हर काम समय से निपट जायेगा। और आपकी जिंदगी में कुछ भी उलझा और बिखरा हुआ नहीं रहेगा।

CHAPTER 3: छोटे कार्यों से शुरू करें

कई बार हमारी जिंदगी में इतने काम होते हैं कि हम overwhelm (confuse ) हो जाते हैं। हमें लगता है कि इतने सारे काम हैं आखिर हम शुरू कहाँ से करें ? और इस चक्कर में हम कुछ भी नहीं करते।

हम सोचते हैं कल करेंगे या जब छुट्टी होगी तब कर लेंगे। लेकिन कल कभी नहीं आता और इसी तरह काम pending पे pending होते जाते हैं। और उनका अम्बार लग जाता है।

लेखिका ने कहा है कि इसका सरल तरीका है कि आप कामों को छोटे -छोटे हिस्सों में बाँट लें। अगर 10 कपडे एक साथ नहीं धो सकते तो 4 ही धो लें।

अगर पूरा घर साफ़ नहीं कर सकते तो एक कमरा ही कर लें। इस तरह आपका सारा काम manage हो जायेगा।

लेखिका ने What /Why ट्रिक भी दिया है। हमेशा पूछिए What work I have to do first and why ?
(सबसे पहले कौन सा काम करना चाहिए और क्यों ?)

आप सबसे पहले वो काम कीजिये जो सबसे जरुरी हो। सबसे पहली priority उसे दीजिये।

छोटे -छोटे कामों के लिए time निर्धारित कर दें। जैसे e – mail चेक करने के लिए 20 मिनट, खाना बनाने के लिए 1 घंटा, आदि।

इस तरह आपका हर काम समय से निपट जायेगा।

आप 5 minutes rule का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अगर आपके पास ज्यादा टाइम नहीं है तो किसी भी काम को 5 मिनट दे दीजिये। जैसे आपको पोछा लगाना है और टाइम नहीं है तो आप 5 मिनट में सुपरफास्ट पोछा लगा दें।

अगर 50 percent भी सफाई हो गयी तो काम हो जायेगा। बाकी आप समय मिलने पर कर लें। तो ऐसा आप किसी भी काम के लिए कर सकते हैं।

Perfection के जाल में न फँसे। पहले काम शुरू कर दें चाहे वो कैसे भी हुआ हो। फिर धीरे – धीरे उसमें सुधार किया जा सकता है और perfection लाई जा सकती है।

CHAPTER 4: पैसे की management
Book – Get Your Sh*t Together Hindi summary

पैसा जिंदगी में बहुत जरुरी है। पैसा सब कुछ तो नहीं है फिर भी बहुत कुछ है। और सबको financials security चाहिए होती है।

सबके कुछ financial goals होते हैं। जैसे education loan चुकाना , गाड़ी लेना, घर लेना आदि।

लेकिन अधिकांश लोगों का bank account हमेशा खाली ही रहता है। सैलरी आते ही उसका ज्यादातर हिस्सा loans और bills चुकाने में निकल जाता है। और इससे भी काफी लोग stress में आ जाते हैं।

कहाँ तो हम सबने Luxury Life के सपने देखे होते हैं और कहाँ पैसे की किल्लत से जूझते -जूझते जिंदगी निकल जाती है।

लेकिन लेखिका कहती है कि पैसे की किल्लत सबसे ज्यादा इसलिए होती है क्युँकि हमें financial understanding नहीं होती। हमें इतना तक नहीं पता होता कि credit card कम्पनीज चुपके -चुपके हमें लूट रही होती हैं। या PPF कितना फायदेमंद हो सकता है।

तो इसका उपाय है कि financial wisdom वाली बेस्ट किताबें पढ़ें। दोस्तों ऐसी दो किताबों कि summary आप यहाँ पढ़ सकते हैं –

1) Rich Dad Poor Dad Summary in Hindi

2) I Will Teach You To Be Rich Summary in Hindi (by Ramit Sethi)

इसके अलावा आप अपने खर्चों को कम कर सकते हैं। हर हफ्ते या महीने नए कपडे लेने की क्या जरुरत है।
खाना बाहर खाने की बजाय खुद बना सकते हैं। बड़ा घर किराये पर लेने की बजाय छोटे में गुजारा कर सकते हैं।
इस तरह cost reduction के तरीके अपनाइये।

इस सबसे जो पैसा बचेगा उसे invest कर सकते हैं। Investment के बारे में आपको और ज्यादा जानकारी ऊपर दी गयी दोनों किताबों में मिल जाएगी।

CHAPTER 5: Relationship को कैसे manage करें

अगर आपको अपने रोमांटिक relationship को strong बना है तो winning attitude अपनाइये।

अपने relation को एक कम्पटीशन की तरह देखिये। जैसे competition में लोग जीतने की कोशिश करते हैं वैसे ही आप रिलेशनशिप में भी जीतने की कोशिश कर सकते हैं।

लेकिन ये कोई बास्केटबाल या टेनिस मैच की तरह नहीं है। बल्कि आप ये सोचिये कि आप कैसे अपने पार्टनर से ज्यादा helpful , ज्यादा kind, ज्यादा romantic हो सकते हैं।

इसमें अपने पार्टनर को भी साथ लीजिये। और उसे भी यह पोस्ट पढ़ने को बोलिये। दोनों एक दूसरे को best से बी`est surprise देने की कोशिश कीजिये। समय से पहले बूढ़े मत बनिए। बल्कि बच्चों जैसी curiosity और energy बनाये रखिये।

Partner के लिए गाना गाइये या गजल लिखिए। Films के scenes enact कीजिये या romantic dialogues बोलिये। आदि -आदि।

इसके अलावा शादी के बाद भी पार्टनर को dates पर ले जाइये। नयी -नयी जगहों पर घूमिये। नयी किताबें पढ़िए या मूवीज आदि देखिये।

इस तरह हजारों चीजों की लिस्ट बना सकते हो। किसी भी हालत में मौत से पहले जीना मत छोड़िये।

CHAPTER 6: Carrier को कैसे संभालें

सब लोगों को अपने Professional Carrier की चिंता होती है। सब लोग प्रमोशन पाना चाहते हैं या सैलरी में raise चाहते हैं – Book Get Your Sh*t Together summary in Hindi .

लेकिन कुछ लोगों में confidence की कमी होती है जिससे वे Boss से इन सब चीजों के बारे में बात ही नहीं कर पाते।

इसलिए सबसे पहले आपको अपना confidence बढ़ाना होगा। Confidence बढ़ाने का तरीका है कि आप सबसे पहले अपनी skill में कुशल होने चाहियें। अगर कोई कमी है तो उसे सुधारिये।

उसके बाद अच्छे कपडे पहनिए। कपड़ों की quantity नहीं बल्कि quality matter करती है। आप जिस आदमी के confidence को appreciate करते हैं उसकी study कीजिये। और देखिये वह कैसे कपडे पहनता है ।

इसके अलावा personality के traits पर भी ध्यान दीजिये। ज्यादा smile कीजिये। दूसरों की हमेशा help कीजिये। इससे आपके प्रति लोगों का positive attitude बनेगा।

अगर आप कोई promotion पाना चाहते हैं तो उसके बारे में डायरेक्ट Boss से बात करें। यह न सोचें कि Boss खुद आकर आपसे बात करेगा। जैसे अगर आप अपने डिपार्टमेंट के Director बनना चाहते हैं तो बॉस से पूछिए कि आपको क्या करना चाहिए जिससे वे Director बन सकें।

फिर जो भी वे कहें उन बातों पर ध्यान दीजिये। अगर आप उनका criteria fulfill करते हो तो उन्हें बताइये कि आपके ये सब points clear हैं। अगर नहीं तो अपने weak points को strong कर लीजिये।

CHAPTER 7: Anxiety से कैसे deal करें

बहुत से लोगों को anxiety रहती है जिससे आगे चलकर उन्हें depression की बीमारी भी हो जाती है।

अक्सर हम अपनी anxiety को ignore कर देते हैं। हमें लगता है कि यह normal होती होगी। कई बार हम चुप -चाप चीजों को सहते रहते हैं। लेकिन यह गलत है।

सबसे पहले अपनी Anxiety की वजह का पता लगाइये और उसके साथ डील कीजिये।

कोई भी problem आपसे बड़ी नहीं है। मान लीजिये आप अपना मौजूदा rented house छोड़ कर जाना चाहते हो और अपने room -mate को नहीं बता पा रहे हों तो इसका सरल तरीका है उसे बता दें। आप देखेंगे कि चिंता सिर्फ आपके दिमाग में थे।

आप उसके बारे में कुछ ज्यादा ही सोच रहे थे।

इसी तरह किसी colleague की किसी बात से hurt हो गए हों तो उससे बात करें। उसे बतायें कि उसके बर्ताब से आपको बुरा लगा है। अन्यथा आप उस बात को सोचते ही रहेंगे और ठीक से सो भी नहीं पायेंगे।

इसलिए कोई भी समस्या हो उसका बात -चीत से हल निकालिये। अपने खास दोस्त को उस problem के बारे में बताइये और उनकी सलाह भी ले सकते हैं।

CHAPTER 8: घर के काम कैसे निपटायें
(Get Your Sh*t Together summary in Hindi)

बहुत बार हमारे stress का कारण हमारा घर भी होता है। आप देखते हो कि अभी sink में बर्तन माँजने को पड़े हैं, गंदे कपडे इधर -उधर बिखरे पड़े हैं , हर जगह धूल की परत है – तो इस सबसे आपकी चिंता बढ़ जाती है।

और आप अपने आपको असहाय मानने लगते हो। लेकिन इसके लिए लेखिका ने एक simple तरीका बताया है।

सबसे पहले चीजों को categories में divide करें। जैसे – बच्चों के खिलौने समेटना एक category हो जायेगा। Laundry धोना दूसरा, कपड़ों को इस्त्री करना तीसरा, झाड़ू – पोछा चौथा, बर्तन धोना पाँचवाँ इत्यादि।

जब आप यह categories बना लोगे तो फिर एक schedule बनायें। मतलब हर category के लिए day और time fix कर दें। हर category में लगभग आपको 20 मिनट ही लगेंगे।

जैसे laundry आप रोज तो नहीं करते हो। मान लीजिये उसके लिए आपने शनिवार का दिन fix कर लिया। अगर आप morning person हो तो सुबह 9 बजे का time fix कर लीजिये। या night person हो तो रात का कोई time fix कर लें। इतना कर लेने से ही आपका बहुत सा headache खत्म हो जायेगा।

कुछ काम आपको daily करने होते हैं। जैसे बर्तन धोना। तो हमेशा नियम बना लें कि खाना खाने के बाद 20 मिनट में ही बर्तन धो लेंगे। उन्हें कभी भी pending न छोड़ें। नहीं तो उनका ढेर लगता जायेगा। ये micro – habit बना लें और उस पर अड़ जायें।

घर की dusting भी आप हफ्ते में एक दिन कर सकते हो। अगर घर के कामों को इस तरह plan कर लोगे और schedule बना लोगे तो आपकी Life बहुत easy हो जाएगी।

आपका घर हमेशा सजा -सँवरा दिखेगा। और आपकी जिंदगी में भी ख़ुशी बनी रहेगी।

समाप्त।

दोस्तो Get Your Sh*t Together summary in Hindi पढ़कर आपने काफी कुछ सीखा होगा। नीचे अपना बहुमूल्य comment करें। धन्यवाद।

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