Sad Ghazal – Sad Shayari in Hindi

Best Sad Ghazal – Sad Shayari in Hindi (सैड गजल शायरी):

दोस्तो, जिंदगी में कभी न कभी सबका दिल टूटता है। ऐसे में sad शायरी और दर्द भरी गजलें (sad shayari and ghajal) आपके बहुत काम आती हैं।

Sad शायरी या गजल पढ़ने से आपको ऐसा लगता है मानों आपके दिल की बात ही कही गयी हो।

आपके दर्द को शब्दों का रूप मिलता है। और आप उसे मन ही मन express कर पाते हैं। इससे आपका मन हल्का हो जाता है। और आप तनाव या अवसाद में नहीं जाते। तथा खुद को सँभाल कर life में आगे बढ़ते हैं।

गजल पढ़ने से आपके संवेदनशीलता भी बढ़ती है। और आप एक बेहतर इंसान बने रह पाते हैं।

आगे बहुत बेहतरीन sad ghajals दी गयी हैं। पढ़िए और लुत्फ़ उठाइये। साथ ही दोस्तों (or Lovers) के साथ भी शेयर करें।

Sad Ghazal - Sad Shayari in Hindi
Sad Ghazal – Sad Shayari in Hindi

Sad Shayari – Ghazal 1

अब कभी दिल न लगायेंगे
दिल में जल रहे उम्मीदों के चिराग भी बुझायेंगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे ।

समझ चुके हैं कि तुमको नहीं पा सकते,
छोड़ कर घर- वार, और शहर कोई फ़कीर बन जायेंगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे।

अभी भी इसे अपना हाल नहीं दिखता,
अब आईने के सामने ले जाकर दिल को समझायेंगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे ।

अब हमें अपनी यादों से भी भुला देना,
क्युँकि बुलाओगे ताउम्र तो भी लौट कर न आयेंगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे।

रुस्वाई नहीं होगी भरोसा रखना,
मोहबब्त के राज किसी को नहीं बताएँगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे।

आये थे कुछ आस लेकर पर कोई नहीं ,
अब खाली हाथ तेरे दरवाजे से लौट जायेंगे।
अब कभी दिल न लगायेंगे।

**

Sad Shayari – Ghazal 2

अलमारी में आज इक सूखा गुलाब मिल गया,
सारा कमरा इश्क़ की खुशबू से भर गया।

हो गयीं उन दिनों की प्यारभरी यादें ताजा,
आँख से ख़ुशी का इक ऑंसू डुल गया।

थी उसकी कुछ मज़बूरी जो मुझे मिल न सका,
जाने वाला जाते -जाते मगर तन्हा कर गया।

जला लिया उसकी याद में सोज़ का इक चिराग,
बेखुदी में मगर, मेरा हाथ जल गया।

क्या कभी दुबारा वो मुझे मिल पायेगा,
सोच कर इस ख्याल से दिल बहुत डर गया।

**

Ghazal 3

हर दिन बहार, हर रात दिवाली होती।
तुम होते तो कुछ और बात होती।

दूर रहते गम , मिलते खुशियों के मोती,
तुम होते तो कुछ और बात होती।

आँखें हर रात यूँ न तकिये भिगोतीं ,
तुम होते तो कुछ और बात होती।

तुम सोते साथ, तन्हाई बाहर सोती ,
तुम होते तो कुछ और बात होती।

जिंदगी भी उम्र भर दर्दों को न ढ़ोती,
तुम होते तो कुछ और बात होती।

**

Ghazal 4

रहा बेकरार सदा इन्तजार किया
जाने कैसी घडी में उससे प्यार किया।

रख दी क़दमों पर अपनी जान भी
पर उसने न कभी ऐतबार किया।

बिता दी सारी उम्र उसकी राह देखते
पर उसने न घडी भर इंतजार किया।

हो गया देखते ही देखते वो किसी गैर का
भोंका दिल में खंजर ऐसा वार किया।

रखा था जिसे दिल में खुद बनाकर
अब हमने भी नजर से उतार दिया।

**

.

Sad Shayari – Ghazal 5

जलता है दिल इश्क़ में
पर दर्द कोई समझता नहीं।

देख कर दिल की तड़प
साथ कोई तड़पता नहीं।

टूटा है उम्मीद का चिराग
जलाये से ये जलता नहीं।

अब बरबादियाँ ही दिल को संभाले
हमसे तो ये संभालता नहीं।


एक सा रहता है दिल का आलम
आलम गम का बदलता नहीं।

जिस पल उसकी याद न आये
ऐसा लम्हा गुजरता नहीं।

हैं बहुत जहीन इस शहर के लोग
मेरी बात पर कोई बिगड़ता नहीं।

समझ चुके हैं शायद मुझे पागल
अब कोई मुझसे उलझता नहीं।

पत्थर हो चुका है ये दिल
बात -बात पर धड़कता नहीं।

चोटें तो अब भी लगती हैं
मगर ये गम से बिखरता नहीं।

**

Sad Shayari – Ghazal 6

सोचते हैं हर रोज तुमसे मिलने आयेंगे ,
कुछ बात न सही , नजरों से नजर मिलायेंगे।

कहता है दिल भी , हिम्मत कुछ जुटा ले
वरना इक दिन बैठ कर दोनों पछतायेंगे।

छोड़ दिया है सब कुछ हमने नसीब पे,
मिलेगा वो तो मिलेगा, वरना खाली हाथ घर जायेंगे।

पूछते हैं बार -बार उसकी बाबत हमसे लोग
हम भी चालाक हैं कुछ न बताएँगे।

अब तू ही समझ ले हालत, आकर हमसे मिल ले
वरना ऐसे हाल में जल्दी ही मर जायेंगे।

**

Sad Shayari – Ghazal 7

पतझड़ में दरख्तों के सूखे पत्ते झड़ते हैं
दिल के दर्द ऑंसू बनके आँखों से टपकते हैं।

नहीं हूँ मैं तन्हा तन्हाई के इस आलम में भी
दुःख -दर्द, रंजों -गम हमेशा मेरे साथ रहते हैं।

दूर रख दो मुझसे अब उम्मीद के इन चिरागों को
बेखुदी में कभी -कभी इनसे मेरे हाथ जलते हैं।

लिख दिया है दर्द अपना गजल के इन शेरों में
आजकल के लोग कहाँ मगर गजल पढ़ते हैं।

अजीब चाहत है मेरी कभी नींद न आने की
बारहा आँखों में तेरे खाव्ब सजते हैं।

**

Sad Shayari – Ghazal 8

आज फिर तन्हाई में ये दिल डूबा है ,
कल रात ही मुझसे मेरा सनम छूटा है।

क्या मिलेगी मँजिल मेरी कश्ती है तूफान में
ऊपर से ये कहर कि मेरा पतवार टूटा है।

न करना यकीन दिल पर जो कहे मैं ठीक हूँ
तुम्हे नहीं पता ये दिल कितना झूठा है।

किससे करें गिला किससे करें शिकायत,
इस बर्बाद दिल को किसी अपने ने लूटा है।

न मिलता है प्यार, न मिलता है करार
इस कदर मुझसे मेरा नसीब रूठा है।

**

Sad Ghazal 9 – Sad Shayari in Hindi

मेरे अधूरे प्यार की एक कहानी बन गयी
जलते दिन तड़पती रातें इसकी निशानी बन गयीं।

करता था दिल एक -एक पर जान लुटाने को
उसकी हर अदा अब शैतानी बन गयी।

नहीं रहा कोई मकसद, न कोई जज्बा
जिंदगी का बोझ ये जवानी बन गयी।

कहाँ गए इश्क के गुल, गुनगुनाते भँवरे
कैसे ये बहार इतनी वीरानी बन गयी।

पी गयी बेखुदी में वो जहर का प्याला
कुछ इस कदर मीरा दीवानी बन गयी।

जब सब लाँघ रहे थे तो सब शाँत था
जब हमने पैर रखा तो नदी तूफानी बन गयी।

**

Sad Shayari – Ghazal 10

लिखते रहेंगे शेर दर शेर
आँसू न बहायेंगे

आज सारी रात हम
बैठ कर बिताएंगे।

टूटा है दिल और दर्द बहुत है
लेकिन ये बात सिर्फ तन्हाई को बताएँगे।

बहुत सनम मिलेंगे बहुत प्यार मिलेगा
ऐसी झूठी बातों से दिल को भरमाएंगे।

अगर न जुड़ पाया टूटा दिल कुछ महीनों में
तो छोड़ देंगे ये गली, किसी नए शहर जायेंगे।

लेकिन उसकी आँखें , उसकी बातें, वो पहला प्यार
हमेशा याद आएगा , ये सब भुलाये न भूल पायेंगे।

(Sad Ghazal – Sad Shayari in Hindi)

**

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है आपको Sad Gazal (Sad शायरी ) पसंद आयी होंगी। कमेंट करके बताइये सबसे अच्छी गजल कौन सी लगी। शुक्रिया।

Note: Fluent English में बातचीत सीखने के लिए यह पोस्ट जरूर पढ़ें – English Kaise Bole – 3 Secrets .

.

Leave a Comment