Sad Shayari in Hindi – Best Shero Shayri

सैड शायरी – Sad Shayari in Hindi :

दोस्तो, शायरी में गजब की ताकत होती है। कभी न कभी हर किसी का दिल टूटता है। कभी -कभी हम दिल की बात किसी को नहीं बता सकते। ऐसे में शायरी (Sad Shayri) काम आती है।

शेर आपका दर्द सुनता है, समझता है, आपको सहानुभूति और अपना तजुर्बा देता है। कई बार आपको रुलाता भी है।

इससे आपके अंदर जमा हुआ दुःख – दर्द, कष्ट पीड़ा आदि का मवाद पिघलकर बाहर निकल जाता है। और आप हल्का महसूस करते हो। फिर आपकी mental healing होने लगती है। और आपके अंदर नयी प्रेरणा भर जाती है।

इसलिए sad sahyari केवल आपके मनोरंजन के लिए नहीं होती बल्कि इससे psychological benefit भी मिलता है।

आइये अब कुछ बेहतरीन Sad Shero Shayari पढ़ते हैं। आपसे request है कि कमेंट में बतायें कि आपको सबसे अच्छा शेऱ कौन सा लगा।

Sad Shayari in Hindi - Best Shero Shayri

Part 1 -Sad Shayari (1-10)

1) सहते -सहते गम ए दिल , एक जमाना हो गया है
छोड़ो अब क्या गिला, ये मर्ज पुराना हो गया है।

2) मशगूल तो है दिल काम में , फिर भी उदास रहता है
अब भी एक चेहरा , इसके पास रहता है।

3) तन्हा है दिल , ग़मगीन है।
किया भी तो इश्क़ का जुर्म, संगीन है।

4) सामने रहते हुए भी, बना रहा वो बेखबर,
सोने जैसे इश्क़ को, मिली नहीं कुछ कदर।

5) कहने को तो वो , दो गली छोड़ कर रहता है,
करोड़ों मीलों की दूरी मगर, ये दिल सहता है।

6) बारहा जहर के घूँट पी लूँगा
उसे दूर से ही देख कर, जी लूँगा।

7) उसे चाहता हूँ, मगर कहने से डरता हूँ ,
ये कैसा है आलम , रोज तड़पता हूँ।

8) प्यार मेरा वो ठुकराकर चला गया
दिल को पत्थर बना कर चला गया।

9) दर्द होता है तो गजल बना लेते हैं,
सारे अश्कों को दिल में छुपा लेते हैं।

10) बहुत हुई बेरुखी, अब तो कुछ रहम कर,
पास आ दिल के, इतना सा करम कर।

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Part 2 -Sad Shayari in Hindi for life (11-20)

11) समझ दिल की हालत, अब यूँ न शरमा
बात मत कर, मगर पास तो आ।

12) तेरा नाम ले के, मेरा दिल धड़कता है
लम्हा -लम्हा तड़प के , मेरा दिन गुजरता है।

13) छोड़ कर ये शहर, अब कहीं और जाना है,
तू मेरा नहीं रहा, दिल को समझाना है।

14) चला गया छोड़ कर, वो इस शहर को,
कैसे पियें जुदाई के, इतने जहर को।

15) जलते हुई दिल को, कुछ सुकून मिल जाता है,
जब गली से गुजरता हूँ और उसका चेहरा दिख जाता है।

16) टूटे दिल को लेकर, अब कहाँ जायेंगे
यहीं रहेंगे, गम से निभायेंगे।

17) न गुस्सा हुआ, न चिल्लाया, बस कमाल कर गया
वह मुस्कुराता रहा और बर्बाद कर गया।

18) उसे मेरी मोहब्बत, रास न आयी,
मैंने की वफ़ा, उसने बेवफाई।

19) ख़ाब खो गए, सारे नजर के,
कल चले जायेंगे, तेरे शहर से।

20) अभी भी वो दिल में, याद बन के रहता है,
किस मिटटी का बना है दिल, कितना सहता है !

Part 3 -Sad Shayari in 2 lines (21-30)

21) करने लगा हूँ शायरी, शायद पागल हो जाऊँ
छोड़ कर जा रहा हूँ ये शहर, शायद फिर न आऊँ।

22) ये गली, ये शहर, ये दीवारो -दर याद आएँगे
खो जायेंगे अब किसी गली में, गुमनाम बन जायेंगे।

23) अब दिल में न अरमान, न आखों में खाव्ब सजता है।
उम्मीद का चिराग भी जल -जल के बुझता है।

24) तुम लाना दर्द, हम ख़ुशी लायेंगे
तुम्हारी हर वेवफाई को वफ़ा से निभायेंगे।

25) न कोई शम्मा, न कोई चिराग जलता है
गम के अँधेरे में बस, इक चेहरा उभरता है।

26) बन के मवाद दिल में दर्द जमा रहता है,
करूँ लाख कोशिश ये, अश्क बन के न बहता है।

27) वक़्त के पलों में न जाने कहाँ खो गए,
मेरी आखों के सारे खाव्ब धुँआ हो गए।

28) रहती थीं दिल में पहले खुशियाँ, अब दर्द रहता है।
हो कोई भी मौसम – मौसम सर्द रहता है।

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29) जलते हैं खाव्ब, सुलगती हैं उम्मीदें
रातें अब मेरी, रोशन रहती हैं।

30) सीधा था, सच्चा था, ईमानदार था
उसकी नजर में इसलिए गुनहगार था।

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Part 4 -Sad Shayari in Hindi Attitude (31-40)

31) टूटी उसकी चूड़ी तो हँगामा मच गया,
टूटा मेरा दिल तो आवाज भी न हुई।

32) अँधेरे घर में मेरे, कोई शमा जलती नहीं
सालों हो गए इसे, ये रात गुजरती नहीं।

33) सालों पहले गया था, वो उजाले ले गया,
रात के अँधेरे, मेरे हवाले दे गया।

34) उसके जाते ही जिंदगी का, सूरज ढल गया,
अब उजालों को देखे, मुझे अरसा गुजर गया।

35) प्यार में हुई बस इतनी सी रूकावट,
मुझे चाहिए थी मोहब्बत, उसे दौलत।

36) तान कर गम की चादर, दिल चुपचाप सो गया।
मुझे छोड़ कर वह, किसी और का हो गया।

37)जिस दिन से वह, किसी और का हो गया।
जिंदगी से भरा दिल, खामोश हो गया।

38) उसकी हजार ख्वाहिशें, फरमाइशें बेशुमार हैं।
कैसे प्यार करें, हम बेरोजगार हैं।


39) कहा था तुमसे , रखना मेरे दिल को सम्भाल के
अब दे रहे हो वापस, इतना बिगाड़ के।

40) झेले हैं सौ गम, सौ दिक्कतें उठाई हैं।
इन्ही तजुर्बों से मैंने ये गजलें बनाई हैं।

Six Sad Gazals

Gazal 1 :

क्यों तेरी नजर में, ये दिल गुनहगार है।
तुझसे प्यार किया है, प्यार का तलबगार है।

ली हजार दवाइयाँ, किया लाख इलाज,
उठता मगर दिल में, दर्द बार -बार है।

कर सकता है तो बस, एक मुलाकात कर ले
वैसे तो इस दिल में ख्वाहिशें हजार हैं।

यकीन न कर उनका, जो खड़े हैं साथ दोस्त बनकर,
ये नकली लोग हैं, ये फर्जी सिपहसालार हैं।

ये न समझो कि अकेला हूँ इश्क की डगर में,
मेरे हौसले, मेरी उम्मीदें – मेरे मददगार हैं।

माफ़ करना नहीं समझता मैं, ख़ामोशी की जुबाँ
लबो पे तेरे ये इंकार है, कि इजहार है।

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Gazal 2:

उदास रहता है, दीवारों से बातें करता है।
दिल की हालत देखकर, अब डर लगता है।

कुछ नहीं है आखों में, बस हसरतें है।
इनमें तेरे इश्क़ का खाव्ब सजता है।

दिख जाता है जिस दिन तुम्हारा चेहरा
खुश होता है दिल, सब अच्छा लगता है।

आ जाये तेरी याद, तो दिल तड़पता है
फिर रात भर सोचता है, रात भर जगता है।

सिर्फ इश्क़ से ही तो जिंदगी नहीं चला करती
आखिर इस बात को, दिल क्यों नहीं समझता है।

शायद बन जाये ये भी, एक दिन समझदार
सुना है जवानी में सबका ही दिल बहकता है।

**

Gazal 3:

साँसों में घुलता है, खाव्बों में सजता है।
मेरे साथिया तू मेरे दिल में बसता है।

न इश्क पूरा, न उम्मीद मुकम्मल
तेरे बिना सब अधूरा ही लगता है।

सोता है जहान, सोती है जमीन
लेकिन ये दिल तेरी याद में जगता है।

हो गया है शायद मुझे भी इश्क़
रह -रहकर दिल में इक दर्द सा उठता है।

बस एक बात बता, तो कुछ सुकून मिले
क्या तू भी मेरी तरह, मेरे लिए तड़पता है ?

**

Gazal 4:

जाने क्यों वो जिंदगी भर मजबूर ही रहा
पास होकर भी मुझसे दूर ही रहा।

रातों में तन्हाई, दिनों में उदासी
इस दिल बेचारे ने क्या -क्या न सहा।

दबा दिया दिल में ही दिल का शोर
हमने अपना दर्द, किसी से न कहा।

छोड़ कर गया जब वो इस शहर को
आखों से आँसुओं का सैलाब वहा।

जाते -जाते उसने मुड़ कर भी न देखा।
दिल में उम्मीदों का महल ढहा।

फड़फड़ाते हैं तन्हाई में यादों के परिंदे
इसके अलावा सूना है दिल का जहाँ।

**

Gazal 5:

दिल पे धोखों के जख्म, बार -बार नहीं सहेंगे।
अब कुछ भी करेंगे, बस प्यार नहीं करेंगे।

कल इस शहर से, दूर चले जायेंगे।
जियेंगे तो जियेंगे, मरेंगे तो मरेंगे।

सोयेंगे सारी रात कुछ तो सुकून से
आखों को अब खाव्बों से न भरेंगे।

क्यूँ उसको चाहा, क्यूँ प्यार किया
सारी उम्र यही सोच -सोच के जलेंगे।

दी है मैंने उसे दिल से दुआ
उसके घर के दरख्त सदा फूलेंगे -फलेंगे।

आएगी खुश्बू वहाँ से, प्यार की हमेशा
मेरी कब्र पे जंगली गुलाब के फूल लगेंगे।

Gajal 6:

गम नहीं इसका कि दुश्मन खँजर चुभाता रहा ,
दर्द इसका है कि पास खड़ा दोस्त मुस्कुराता रहा।

बोल कर दवा – वह मुझे जहर पिलाता रहा,
तेरा सच्चा दोस्त हूँ , रोज बताता रहा।

बेवफाई ही बेवफाई घुली थी उसकी नीयत में,
पास बैठ मोहब्बत की कहानियाँ सुनाता रहा।

घर जाकर माँगता था, मेरी मौत की दुआ
सामने मेरी हालत पे घबराता रहा।

बताता था मुझे सच्ची दोस्ती की अहमियत,
पीठ पीछे दुश्मन से हाथ मिलाता रहा।

सुलझाता था दिन भर मेरे दिल की उलझनें,
रात को छल के जाल बिछाता रहा।

Part 5 -Sad Shayari in Hindi for Girlfriend (41-50)

41) लगाए हजार फूल, था प्यार से सँवारा
दिल के बागीचे को क्यूँ, बागवान ने उजाड़ा।

42) उजड़ गया बाग़, छोड़ के गया बागवाँ है।
दिल में उग आया, अब दर्दों का बियाबाँ है।

43) उसका प्यार सिर्फ एक दिखावा था।
बातों का जाल, वादों का भुलावा था।

44) कभी किसी गरीब का दिल नहीं दुखाया।
मेरी माँ ने किसी को बद्दुआ देना नहीं सिखाया।

45) मुसीबत आती है तो भी मुस्कुराता हूँ।
क्युँकि माँ की दुआ को साथ पाता हूँ।

46) प्यार और वफ़ा की अब उम्मीदें नहीं सँजोता।
मुझे और दर्द दो, कि मुझे दर्द नहीं होता।

47) उसके लिए रात भर जागता, रात भर तड़पता,
पर वो पत्थर दिल था, मेरा दर्द क्या समझता।

48) बहुत जल्दी उसने हमसे फासला बना लिया।
बेबफा था वो – हमने दिल को समझा दिया।

49) जानता है दिल यहाँ कौन सच्चा, कौन वफादार है।
खा चुका है बहुत धोखे, अब ये समझदार है।

50) सारी रात क्या तड़पोगे, सारी रात क्या जलोगे,
तुक कोई चिराग नहीं, मेरा दर्द क्या समझोगे।

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Part 6 -Sad Shayari (51-60)

51) इस प्यार की कहानी का बस इतना था फलसफा
उसने किये हमेशा धोखे और मैंने हरदम वफ़ा।

52) जा रहा हूँ इस शहर से, ढूँढ लूँगा नया ठिकाना।
बहुत हो गया फरेब, अब मेरे साथ न आना।

53) बनकर फ़कीर अब गली -गली भटकना है।
और इस टूटे दिल के साथ जीना भी सीखना है।

54) उसके दिल में कभी प्यार का चिराग नहीं जलता।
अँधेरा रहता है शायद इसलिए मेरा दर्द नहीं दिखता।

55) कभी मेरा भी हाल पूछता, कभी मिलता -जुलता।
चलो मेरी न सही वो मेरे प्यार की ही कदर करता।

56) वो मेरा न होकर किसी गैर का हो गया।
और ये दिल मर गया, पत्थर का हो गया।

57) उस रात मुझे नींद नहीं आयी, उसने हाथ से छुआ ही तो था।
उठता रहा जज्बातों का तूफ़ान, पहला प्यार हुआ ही तो था।

58) कहाँ देखूँ , हर तरफ उसकी काली आँखे दिखाई देती हैं।
किसे बताऊँ, सोचने से ही ये बातें पागलों सी सुनायी देती हैं।

59) क्या लिखूँ शायरी, लोग कहाँ पढ़ते हैं।
आजकल तो सब Insta Scroll करते हैं।

60) हर किसी पर social media का नशा चढ़ न जाये,
डर है, कहीं ये नाजुक कला शायरी की मर न जाये।

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Part 7 -Sad Shayari (61-70)

61) Music के नाम पर आजकल शोर बहुत है
शायरों के नाम पर आजकल चोर बहुत हैं।

62) Digital के चक्कर में कहीं Zombie ही न बन जाना।
करना कदर कला की, किसी आर्टिस्ट को बचाना।

63) वो देश और समाज कभी आगे नहीं बढ़ते,
जहाँ के लोग कलाकारों की कदर नहीं करते।

64) टूटे कभी दिल तो आँसूँ न बहाना।
इक्कठा कर दर्द को एक गजल बनाना।

65) रात की उदासी दिल से जाती नहीं।
खुशियों की सुबह घर आती नहीं।

66) उसके बिना जग सुना लगता है।
दिल का हर दर्द दूना लगता है।

67) दिल के सब्र को और न आजमा।
अब मुझसे दूर ही रह , पास न आ।

68) दिल को दर्द से और बेताब न करेंगे।
बहुत हुआ इश्क़ अब इश्क़ न करेंगे।

69) अपने ही हाथों दिल को तोड़ रहा हूँ मैं
तेरे धोखों और फरेब को पीछे छोड़ रहा हूँ मैं।

70) इंसान नहीं वो शैतान का दिल रखता है।
मेरे जख्मों पर दवा की जगह जहर रखता है।

Part 8 -Sad Shayari (71-80)

71) रहता नहीं अब वो इस शहर में।
डूब गया दिल गम की लहर में।

72) उसके बिना कोई मेरा जिक्र नहीं करता।
हाल नहीं पूछता, फ़िक्र नहीं करता।

73) छोड़ कर जानेवाला ऐसी सजा दे गया।
जिंदगी भर के लिए दिल को तन्हा कर गया।

74) तन्हा दिल अब किसी भी तौर बहलता नहीं।
बैठा रहता है गम साथ, टाले से टलता नहीं।

75) हो गया बेघर, वक़्त ने कैसा कमाल किया।
अब कोई घर नहीं, उसने दिल से भी निकाल दिया।

76) पहले हमारी भी हस्ती थी, चर्चे थे शहर -शहर।
फिर हमने इश्क कर लिया, अब भटकते हैं दर -बदर।

77) हाल क्या है मेरा तुम खुद ही बूझो,
मुझसे मेरी बर्बादियों का आलम न पूछो।

78) दुनिया – जहान सब जिसके लिए छोड़ दिया।
वही निकला दगाबाज, पीठ में खंजर भोंक दिया।

79) अब उसकी याद में जियेंगे और एक दिन मर जायेंगे।
लाख पूछें लोग उसके बारे में, पर कुछ न बताएँगे।

80) न किसी से शिकायत न किसी से गिला किया।
गलती मेरी ही थी, क्यों था इश्क़ किया।

Bonus Sheyrs: (Sad Shayari for broken hearts)

81) उसकी याद में दिल आज भी तड़पता है।
हर सुबह जीता है हर शाम मरता है।

82) गुमनामियों में जिया, कोई शिकवा न किया।
उसका नाम न लिया, उसे रुस्वा न किया।

दोस्तो उम्मीद है कि आपको ये तमाम शेऱ और ग़ज़लें अच्छी लगी होंगी। अगर आपके पास भी कोई अच्छा शेऱ है तो नीचे कमेंट में लिख कर भेजें। Hindi Pronotes पर आने के लिए शुक्रिया।

समाप्त।

Note: अगर आप Fluent English बोलना चाहते हैं तो यह पोस्ट जरूर पढ़ें : English Kaise Bole – 3 Secrets .

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