A Brief History of Time summary in Hindi

Introduction of A Brief History of Time summary in Hindi : दोस्तो , यह किताब England के महान Theoretical Physicist, Stephen Hawking ने लिखी है। वे Cambridge University में Cosmology Department के Director थे।

1963 में उन्हें ALS (Amyotrophic Lateral Sclerosis ) नाम की बीमारी हो गयी। जिससे वे धीरे -धीरे paralysis के शिकार होते गए। और एक दिन उनके बोलने की शक्ति भी चली गयी। वे एक यंत्र की मदद से बात करते थे। इतना कुछ होने के बाद भी उन्होंने Cosmology की field में महत्वपुर्ण योगदान दिया।

सन 2018 में 76 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गयी थी। उन्हें Britain के 100 महान लोगों में स्थान प्राप्त है।

यह किताब उन्होंने सामान्य जनता के लिए लिखी थी। जिन्हे Physics का ज्यादा ज्ञान नहीं होता। इसलिए इसमें बहुत complicated equations और formulae आदि का प्रयोग नहीं किया गया है। आगे किताब की हिंदी में समरी दी गयी है। पढ़ें और ज्ञान हासिल करें।

Author : Stephen Hawking

A Brief History of Time
(Summary in Hindi)

इस किताब के 12 Chapters हैं। आइये सबकी summary पढ़ते हैं।

Chapter 1: Our Picture of the Universe

विभिन्न लोगों ने Universe की तरह – तरह से परिकल्पना की है। Stephen सबसे पहले Aristotle और Ptolmey से शरू करते हैं। उनके according सूर्य धरती के चारों ओर घूमता था। अभी भी हमें सुबह -सुबह सूर्य निकलता हुआ दिखता है।

लेकिन बाद में Copernicus, Galileo और Kepler ने सिद्ध किया कि वास्तव में इससे उल्टा होता है। सूर्य, स्थिर है जबकि धरती और दूसरे planet इसके चारों और घूमते हैं। जैसे हम बस में सफर करते हैं तो हमें स्थिर पेड़ -पौधे भी चलते हुए लगते हैं। ऐसे ही हमें सूर्य भी चलता हुआ प्रतीत होता है।

आगे आने वाले chapters में हम पढ़ेंगे कि Universe की उत्पत्ति कैसे हुई। और Newton व Einstein ने अपनी theories से Universe को समझने में कैसे help की।

Chapter 2: Space and Time

इस चैप्टर में Newton के Gravitation के नियम और Einstein की दोनों Relativity Theories को discuss किया गया है।

1. Einstein’s Theory of General Relativity

दोस्तो, आपने स्कूल में Newton का Law of Gravitation तो पढ़ा होगा। जिसके according Universe की हर चीज एक दूसरे को अपनी तरफ खींच रही है। जिसे हम Gravity कहते हैं।

यह Law ज्यादातर चीजों पर तो ठीक से लागू होता है। लेकिन Einstein ने देखा कि Light पर यह Law लागू नहीं होता।

इसलिए Einstein ने Newton के इस Law को spacetime के concept से replace कर दिया। और अपनी famous – Theory of General relativity दी। वैसे तो इस Theory को समझना बेहद मुश्किल है लेकिन इसके लिए आप यह simple सा thought experiment सोच सकते हैं।

मान लीजिये spacetime एक कम्बल की तरह हवा में लटका हुआ है। अब इसमें आप एक भारी गेंद रख दीजिये। इससे वह गेंद उस कम्बल में धंस जाएगी और कम्बल में सलवट सी पड जाएगी जिसे Spacetime curvature कहते हैं। वह पहले की तरह सपाट नहीं रह पायेगा। इसी से Gravity उत्पन्न होती है।

2. Einstein’s Theory of Special Relativity

Einstein ने Theory of special relativity भी दी है। इसे भी हम thought experiment से समझ सकते हैं।

मान लीजिये आप अपने दोस्त के साथ train में बैठकर कहीं जा रहे हैं। आप दोनों move कर रहे हैं। लेकिन फिर भी आप दोनों के बीच उतना ही distance होगा।

लेकिन अगर आपका दोस्त बाहर खड़ा हो जाये। और आप train में हों तो दोनों के बीच distance बढ़ता जायेगा। इस तरह के motion को relative motion कहते हैं जिसे Newton ने explain किया था। और यह move कर रही चीजों पर लागू होता है। लेकिन Einstein ने देखा कि Light पर यह concept लागू नहीं होता।

क्युँकि Light हमेशा एक ही speed से travel करती है। और Universe की और कोई चीज उससे fast नहीं चलती।

अगर कोई आदमी Light जितनी speed से space में चला जाये तो उसका Time कम हो जायेगा।

क्युँकि Time = Distance /Speed होता है। अब आप Speed को बढ़ा रहे हैं तो formula के अनुसार Time कम हो जायेगा।

मतलब उस आदमी का दूसरे ग्रह पर बिताया 1 घंटा पृथ्वी के 50 साल के बराबर हो सकता है। अगर वह space में एक घण्टा बिता कर आये तो पृथ्वी पर उसके बच्चे बूढ़े हो चुके होंगे। क्युँकि उनके तो 50 साल बीत गए होंगे। इस Concept पर कई फिल्में भी बनी हैं।

लेकिन इसके लिए आदमी को Speed of Light से travel करना होगा। यही Theory of Special Relativity का रोचक conclusion है। अपने दोस्तों से जरूर discuss करें और इस पोस्ट को share भी कर दें।

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Chapter 3: The Expanding Universe

दोस्तो, यह ब्रह्माण्ड स्थिर नहीं है बल्कि लगातार expand हो रहा है। Universe की सभी galaxies एक दूसरे से दूर जा रही हैं ।

इसकी खोज Doppler Effect के द्वारा की गयी थी। जब हम Light को किसी prism से पास करते हैं तो वह इंद्रधनुष के 7 रंगों में बिखर जाती है। ऐसे ही Galaxies से आने वाली Light के साथ किया गया।

लेकिन यह पाया गया कि सबसे ज्यादा बिखराव Red Light की तरफ हो रहा था। इसे Red Shift कहते हैं।
फिर Physics के formula के द्वारा पता चला कि सभी Galaxies एक दूसरे से दूर जा रही हैं। यानि Universe लगातार फ़ैल रहा है।

हमारी Galaxy का नाम आकाशगंगा है। और हमारी पृथ्वी इसी का हिस्सा है। आपको पता होगा कि पृथ्वी लगातार खुद भी घूम रही है तभी रात – दिन बनते हैं।

इस phenomenon को समझने के लिए मान लीजिये कि दिल्ली से दो बसें चलती हैं एक लद्दाख के लिए और दूसरी कन्याकुमारी के लिए। अब आप लद्दाख जाने वाली बस में बैठ जाते हैं। जब दोनों बसें रवाना होंगी तो वे एक दूसरे से दूर जाने लगेंगी।

अब मान लीजिये कि आप अपनी बस में उठकर गोल -गोल घूमने लगते हैं। तो आप घूम भी रहे होंगे और बस आपको दूसरी बस से दूर भी ले जा रही होगी। इस तरह दोनों बसें galaxies हुईं और आप पृथ्वी।

दोस्तों, बसें तो अपने गंतव्य पर जाकर रुक जाती हैं। लेकिन ये galaxies कहाँ रुकेंगी, किसी को पता नहीं है।
और यह भी पता नहीं है कि Universe का size कितना है। यह भी ब्रह्माण्ड की बहुत बड़ी mystery है – book A Brief History of Time summary in Hindi .

Chapter 4: The Uncertainty Principle

इस Universe की हर चीज Atom से बनी है। इसलिए अगर Universe को समझना है तो Atom को समझना पड़ेगा।

Atom के अंदर 3 Sub – Atomic particles होते हैं – Proton , Electron और Neutron .
Proton और Neutron मिलकर nucleus बनाते हैं। जबकि electron उस nucleus के चारों ओर घूमते रहते हैं।

लेकिन electron की position का पता करना असंभव है। क्युँकि जब हम electron को देखने के लिए उस पर light डालते हैं तो वह energy absorb करके दूसरे shells में jump कर जाता है। इसलिए हम कभी उसकी सही position का पता ही नहीं कर सकते। और इसी को Uncertainty Principle कहते हैं जिसे Heisenberg नामक वैज्ञानिक ने खोजा था। इस principle के अनुसार electron की position – Uncertain यानि अनिश्चित है।

और जब हम electron की position ही सही से नहीं जान सकते तो Universe के बारे में कैसे जान सकते
हैं ? क्युँकि Universe इन्ही से तो बना है।

जब तक कि ऐसी तकनीक विकसित नहीं की जाएगी जिससे हम electron की पोजीशन को देख पायें तब तक Universe के रहस्यों पर पर्दा ही पड़ा रहेगा।

Chapter 5: Elementary Particles and Forces of Nature

दोस्तो, आप ये तो जानते ही हैं कि Atoms तीन sub -atomic particles से बनता है। जिनके नाम हैं – Proton, Neutron, और Electron लेकिन अब तो यह भी पता चल चुका है कि ये तीनों particles और भी कई प्रकार के छोटे particles से बनते हैं। जैसे Quarks, Leptons और Boson .

इन्ही particles की वजह से तरह -तरह की forces नेचर में पायी जाती हैं। जैसे Electromagnetic Force , Weak Nuclear Force , Strong Nuclear Force आदि।

लेकिन बहुत High Temperature पर ये सारी forces एक ही force बन जाती हैं। और इसे Grand Unified Force कहा जाता है। जिस पर काफी research हो रहा है।

Chapter 6: Black Holes

जब भी किसी बहुत बड़े तारे की मृत्यु होती है तो वह सिकुड़ने लगता है। इससे उसकी Gravity इतनी बढ़ जाती है कि उसके अंदर जाने वाली कोई भी चीज बाहर नहीं आ सकती। यहाँ तक कि वह Light को भी absorb कर लेता है। इसकी वजह से उसे देखा ही नहीं जा सकता। किसी भी तारे को अगर Black Hole बनना है तो उसका वजन हमारे सूर्य से 25 गुना ज्यादा होना चाहिए।

लेकिन मजे की बात यही है कि अगर Black Hole को देखा ही नहीं जा सकता तो उसकी खोज कैसे हो पाती है।

वास्तव में Black – Hole , X -Rays छोड़ता है। जब Universe में तैनात Telescopes को अंतरिक्ष में कहीं X -Rays मिलती हैं तो इसका मतलब वहाँ Black Hole हो सकता है।

कुछ Black Holes स्थिर होते हैं जबकि कुछ हल्की गति भी कर सकते हैं।

दोस्तो, Cygnus X-1 एक famous Black Hole है।

Chapter 7: Hawking Radiation – source A Brief History of Time in Hindi

वैसे तो Black Hole से कोई भी चीज बाहर नहीं आ सकती। लेकिन Stephen Hawking ने एक radiation ढूँढ ली थी जो Black Hole से बाहर आ सकती है। इसे ही Hawking radiation का नाम दिया गया है।

वास्तव में जब कोई दो particles, Black Hole के पास से गुजरते हैं। तो वे एक दूसरे से combine कर जाते हैं।
अब उनमें से एक particle को Black Hole अपनी तरफ खींचने लगता है। लेकिन दूसरा particle बच कर भाग निकलता है। दरसल भागने के लिए वह अपना रूप बदलकर radiation बन जाता है। इसे ही Hawking Radiation बोला जाता है।

(दोस्तो, आपको ज्ञात होगा कि Matter औऱ Energy दोनों का dual nature होता है। अर्थात दोनों ही particles भी बन सकते हैं और wave भी )।

Stephen Hawking ने यह भी खोजा है कि धीरे -धीरे Black Hole का size सिकुड़ता जाता है और एक दिन
वह point बन कर गायब हो जाता है। ओर उससे जुड़ा spacetime खत्म हो जाता है। इस property को Singularity भी कहते हैं।

शुरू में किसी ने भी Hawking कि बात पर यकीन नहीं किया था। लेकिन अब यह बात साबित हो गयी है
कि एक दिन Black Hole space में ही विलीन हो जाता है। From A Brief History of Time summary in Hindi .

Chapter 8: The Origin and Fate of the Universe

इस Chapter में बताया गया है कि Universe का जन्म आखिर हुआ कैसे। जब Universe पैदा हुआ तभी से Time का भी जन्म माना जा सकता है। उससे पहले Time होता ही नहीं था।

सबसे पहले Universe सिर्फ एक गैस का गोला था। फिर उसका Temperature बढ़ने लगा और वह गुब्बारे की तरह फूलने लगा। इसे Inflation कहते हैं।

जब Temperature हद से ज्यादा बढ़ गया तो उसमें विस्फोट हो गया। और उसके टुकड़े चारों ओर फैलने लगे। इन्हीं टुकड़ों से Planets, Stars , उल्कापिंड और galaxies आदि बन गए।

लेकिन रोचक बात यह है कि Galaxies अभी भी एक -दूसरे से दूर जा रहे हैं। जैसा कि ऊपर के chapter में हमने पढ़ा था।

Universe की उत्पति को आसानी से समझने के लिए मान लीजिये आपने कमरे में एक पटाखा रखा और उसमें आग लगा दी।

जब वह फटेगा तो उसके particles चारों ओर फैलेंगे और कमरे की दीवार तक भी जा सकते हैं। लेकिन एक Time पर सब नीचे गिर जायेंगे क्युँकि उनकी energy खत्म हो जाएगी।

ऐसे ही ब्रह्माण्ड के साथ है। लेकिन उसके टुकड़े जिन्हे हम Galaxy बोल रहे हैं वे अभी तक भी रुके नहीं है। और भागते ही चले जा रहे हैं। यही सबसे बड़ी mystery है कि वे कब रुकेंगे।

और क्या एक दिन वे वापस अंदर की तरफ आने लगेंगे। इससे Time की दिशा भी बदल सकती है। मतलब Time, Future से Past की तरफ लौटने लगेगा।

Chapter 9: The Arrow of Time
(Book A Brief History of Time summary in Hindi)

Hawking कहते हैं कि Time की एक दिशा है। वह हमेशा Past से Future की तरफ ही चलता है।

ऐसा Time के 3 Arrows की वजह से होता है।

1. Thermodynamic Arrow – जिस तरफ Universe की Entropy बढ़ती है, Time उसी तरफ चलता है। Entropy का मतलब होता है disorder या बिखराब। जैसे कप अगर गिरकर टूटता है तो उसके टुकड़े बिखर जाते हैं। वे कभी बिखर कर जुड़ते नहीं हैं। क्युँकि बिखराब से Entropy बढ़ती है।

2. Psychological Arrow – हम लोग past को तो याद रखते हैं लेकिन Future का हमें कुछ पता नहीं होता। इसलिए हमारी perception के अनुसार भी टाइम past से future की तरफ वाली दिशा में ही बढ़ रहा है।

3. Cosmological Arrow – जिस दिशा में यूनिवर्स expand कर रहा है , टाइम भी उसी तरफ जा रहा है। अगर एक दिन यूनिवर्स contract करने लग पड़े तो टाइम की दिशा भी उलटी हो जाएगी। लेकिन अभी तक तो ऐसा नहीं हुआ है।

इन तीन arrows से ही हमें ज्ञात होता है कि Time की एक दिशा है। और वह हमेशा उसी तरफ आगे बढ़ रहा है।

Chapter 10: Wormholes and Time Travel

अक्सर फिल्मों में आपने Time – Travel के बारे में देखा होगा। Scientists मानते हैं कि advance technology के इस्तेमाल से एक दिन future में आगे या पीछे जाना संभव हो पायेगा।

लेकिन इसके लिए हमें ऐसे source ढूँढ़ने होंगे जो Light की speed से travel कर पायें। अभी तक ऐसी कोई चीज मिली ही नहीं है इसलिए यह असंभव जान पड़ता है। मगर हो सकता है future में ऐसे invention हो पायें तो मनुष्य past और future में भी जा सकता है।

ऐसे ही Wormholes का concept भी है। Wormholes भी black holes की तरह माने जाते हैं। लेकिन उनमें कोई चीज enter करे तो वह उसी second Universe में कहीं और पहुँच जाती है। लाखों किलोमीटर की दूरी एक सेकंड में तय हो सकती है।

लेकिन scientist मानते हैं कि Wormhole में केवल exotic matter ही survive कर पायेगा जिसकी energy density negative में हो।

तो दोस्तो, अभी ये concepts सिर्फ Fiction (काल्पनिक साहित्य) में ही पाए जाते हैं।

Chapter 11: The Unification of Physics

अभी तक Universe को General Relativity और Quantum Mechanics के जरिये ही समझा गया है।

लेकिन ये दोनों theories एक दूसरे को contradict करती हैं। इसलिए scientist एक ऐसी Theory ढूँढना चाहते हैं जो हर चीज को explain कर सके। ऐसी theory को Quantum Gravity कहा गया है।

बहुत से scientists ने Quantum Gravity के लिए भी अपनी -अपनी theories दी हैं। लेकिन सबसे famous अभी तक Superstring Theory ही हुई है।

इसके according सभी particles एक string के रूप में होते हैं। और वे कम से कम 10 dimensions में vibrate करते हैं।

(दोस्तो, Quantum Mechanics के अनुसार केवल 3 ही dimensions होती हैं। और General relativity में 4 dimension होती हैं। )

लेकिन अभी तक Superstring Theory का कोई evidence नहीं मिला है। और scientists लगातार research कर रहे हैं।

Chapter 12: ConclusionA Brief History of Time summary in Hindi

Stephen Hawking कहते हैं कि मनुष्य अपने curious nature की वजह से Universe को जानना चाहता है। इसे जानकर भी हमारे Lifestyle या thinking में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। लेकिन हमारी जिज्ञासा शांत हो जाएगी।

क्युँकि हम कभी भी Universe को control नहीं कर सकते। जैसे हम अभी तक मौसम को ही control नहीं कर पाए हैं।

Hawking यह भी कहते हैं कि शुरू में Cosmology को धार्मिक कारणों से पढ़ा जाता था। लोगों को लगता था कि ग्रह -नक्षत्र उनकी Life में असर डालते हैं। और शायद ईश्वर इनके जरिये हमें सन्देश देता हो। इसी से Astrology (ज्योतिष) का जन्म भी हुआ था। जिसे आज भी बहुत से लोग मानते हैं।

लेकिन Scientists ब्रह्माण्ड को Physics और Maths के equations के जरिये ही समझते हैं। Hawking कहते हैं कि Universe को ठीक से समझने के लिए हमें centuries लग जाएँगी और हो सकता है तब भी हम ज्यादा न जान पाएँ।

लेकिन इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। Life ऐसे ही चलती रहेगी। और मनुष्य आते -जाते रहेंगे।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है कि A Brief History of Time summary in Hindi पढ़कर आपको Universe और Physics के काफी important concepts के बारे में पता लगा होगा। आपके समय के लिए धन्यवाद।

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1 thought on “A Brief History of Time summary in Hindi”

  1. it was great to read that summary, although it was predictible but still for biggners who wants to know, who has curiosity to know what physics axtually is…than its worth to know from this rather than getting a physical book.

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