Awaken the giant within book summary in Hindi

Title : Awaken the giant within – summary in Hindi

Awaken the giant within book summary in Hindi
(Awaken the giant within book summary in Hindi)

क्यों पढ़ें : Awaken the giant within (summary in Hindi ) पढ़ने के बाद आप अपने अंदर छुपे talent को पहचान पाएंगे। और फिर उसे बाहर लाकर सफलता कैसे पानी है वो भी सीख सकेंगे।

लेखक : Anthony Robbins

आइये अब book summary (Awaken the giant within book summary in Hindi ) पढ़ते हैं ।

दोस्तों इस किताब में 7 मुख्य सिद्धांत हैं। जिनका प्रयोग करके आप भी अपने अंदर छुपे talent को बाहर ला सकते हैं यानि निखार सकते हैं।

ये सिद्धांत (principles) इस प्रकार हैं:

1 ) Long term and consistent efforts
(लम्बे समय तक और लगातार प्रयत्न करें )

2 ) Link pleasure with good things, pain with bad habits
(अच्छी आदत से ख़ुशी और बुरी आदत से दुःख को जोड़ें)

3 ) Awareness and clarity
(अपने प्रति जागरूकता और स्पष्टता पैदा करें)

4 ) Master system: Belief, Values, Reference, Questions, Emotional states
(मास्टर सिस्टम develop करें )

5 ) Conviction : Belief, Reinforce, Triggering event, Action
(खुद पर आस्था/विश्वास पैदा करें )

6 ) Ask quality questions from subconscious brain
(अंतर्मन से खास प्रश्न पूछें )

7 ) Secret Formula
(इस गुप्त फॉर्मूले का प्रयोग करें )

आइये दोस्तो, अब इन सभी सिद्धांतों के बारे में पढ़ते हैं।

*

1 ) Long term and consistent efforts
(लम्बे समय तक और लगातार प्रयत्न करें )

दोस्तो आपने बॉडीबिल्डर्स को देखा है? आपको क्या लगता है, उनकी बॉडी कैसे बनी होगी। 4 -5 महीने में बन गयी होगी या 1 -2 साल लग गए होंगे ? कभी -कभी Gym जाते होंगे या रोज जाते होंगे?

उत्तर आपको पता ही होगा। Six packs वाली बॉडी कुछ महीनों में नहीं बनती। बल्कि सालों – साल लगातार लगे रहना पड़ता है।

तो यही इस किताब का पहला principle है।

अगर आपको किसी भी चीज में सफलता हासिल करनी है तो कई सालों का अभ्यास करना पड़ेगा। और अभ्यास रोज करना पड़ेगा। क्युँकि एक दिन में Rome कभी नहीं बनता ।

अगर आपको blog स्टार्ट करना है तो शुरू में रोज ब्लॉग पोस्ट लिखनी पड़ेगी। 6 महीने से लेकर 1 साल तक लिखते रहना पड़ेगा। तभी आप blogging से पैसा कमा पाओगे।

अगर business करना है तो भी आपको हर दिन उस पर काम करना पड़ेगा। Business set होने में भी 1 -2 साल लग जाते हैं।

लेकिन एक बार ब्लॉग या बिसनेस स्टार्ट हो जाये तो फिर अपने-आप ही पैसा कमाने लगता है। बाद में उस पैर कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ती।

बहुत से लोग सालों की मेहनत का नाम सुनते ही भाग खड़े होते हैं। वे मेहनत ही नहीं करना चाहते। सब कुछ उन्हें थाली में परोस कर मिलना चाहिए।

ऐसे लोगों को सफलता क्या खाक मिलेगी। बहुत से लोग इसीलिए rich नहीं बन पाते क्युँकि वो थोड़ी सी तो मेहनत करते है। लेकिन उसे जारी नहीं रख पाते।

तो सफलता की लिए यही सिद्धांत author ने बताया है कि कुछ साल लगे रहो। और मेहनत करते रहो। यह rule आप हर फील्ड में लगा सकते हैं। Sports, arts, science, entrepreneurship इत्यादि।

लगे रहिये और रोज अभ्यास कीजिये।

2 ) Link pleasure with good things, pain with bad habits
(अच्छी आदत से ख़ुशी और बुरी आदत से दुःख जोड़ें)

दोस्तों पहले रूल में आपको लगातार अभ्यास के बारे में बताया गया।

बहुत से लोग कुछ दिन तो अभ्यास शुरू करते हैं लेकिन बहुत जल्दी छोड़ देते हैं। यही फर्क है एक सफल और असफल व्यक्ति में।

सफल व्यक्ति हार नहीं मानता । बल्कि लम्बे समय तक अभ्यास की अच्छी आदत develop कर लेता है। जब सब सो रहे होते हैं तो वो पसीना वहा रहा होता है या अपने कमरे में अपने टैलेंट पर काम कर रहा होता है।

यहाँ Anthony एक ट्रिक बताते हैं जिस से आप लगातार अभ्यास की आदत डाल सकते हो।

Trick : जब भी आपको कोई अच्छी आदत डालनी हो तो उसे किसी खुशी से जोड़ दीजिये। जैसे बॉडीबिल्डिंग करनी हो तो आप उसे कौन सी खुशी (rewards ) से जोड़ सकते हो ?

कुछ example ये हो सकते हैं –

  • आप हैंडसम दिखने लगोगे।
  • आप मॉडलिंग में जा सकते हो।
  • आप you-tube पर फिटनेस चैनल शुरुर कर सकते है। जिस से आपकी अच्छी earning भी हो जाएगी।
  • आप Instagram पर अपनी pics डाल कर भी कमा सकते हो।
  • आपको ज्यादा dates मिलने लगेंगी।
  • आप दूसरों से healthy रहेंगे ।
  • कोई आपको परेशान करने की हिम्मत नहीं करेगा। इत्यादि।

जब इन खुशी की बातों को बॉडीबिल्डिंग से जोड़ कर देखोगे तो आप दुगने जोश से बॉडीबिल्डिंग करने लगेंगे। बस बार-बार इन बातों को याद करते रहें।

जब भी छोड़ने का मन करे, इन बातों को पढ़ें और याद करे। आपका Brain फिर से motivate हो जायेगा। और आप लम्बे समय तक बॉडीबिल्डिंग में लगे रहोगे। और एक दिन आप भी Arnold Schwarzenegger जैसी बॉडी बना सकते हो।

ऐसे ही अगर आपको blogging करनी हो तो आप कौन सी खुशी उस से जोड़ सकते हो? पैसा, name -fame, वर्ल्ड ट्रेवल इत्यादि।

तो दोस्तो, यह ट्रिक आप किसी भी अच्छी आदत की साथ कर सकते हो। उस आदत को rewards से जोड़ दीजिये।

इसी प्रकार दोस्तो अगर आपको बुरी आदत छोड़नी हो तो आप उसे किसी दुःख (harms ) से जोड़ दीजिये। जैसे मान लीजिये आपको smoking की आदत हो तो आप उसे इन चीजों से इसे जोड़ सकते हो:

  • Emphysema (फेफड़ों का सिकुड़ जाना) की बीमारी हो सकती है।
  • 4 सीढियाँ चढ़ते ही हांफने लगोगे।
  • Sexual स्टैमिना कम हो जायेगा।
  • जल्दी बुढ़ापा आने लगेगा।
  • Lung कैंसर हो सकता है। इत्यादि।

तो दोस्तो, कोई भी बुरी आदत छोड़नी हो तो पहले उसे कागज़ पर लिखिए। फिर उस से जुड़े दुखों या harms की लिस्ट बना लीजिये।

उस लिस्ट को टेबल के पास रखिये। और रोज पढ़ते रहिये। आप जल्दी ही उस बुरी आदत को छोड़ पाएंगे। बुरी आदत को replace करने के लिए एक अच्छी आदत भी डाल लीजिये।

एक अच्छी आदत रोज़ाना – 30 minutes की walk या running हो सकती है। और यह किसी भी बुरी आदत को replace कर सकती है।

3 ) Awareness and clarity
(अपने प्रति जागरूकता और स्पष्टता पैदा करें)

दोस्तो, खुद को जानने की कोशिश करें कि आप क्या हैं? और क्या करने के लिए इस पृथ्वी पर आये हैं। आपके अंदर कौन सा टैलेंट छिपा है, जिसे आपको बाहर लाना होगा।

समाज ने जो आपको बताया है शायद आप वो न हों।

जैसे Parents हमेशा बच्चों को doctor या engineer बनने के लिए प्रेशर डालते हैं? लेकिन बच्चे को सोचना चाहिए कि क्या सच में डॉक्टर बनने से मुझे सच्ची खुशी मिलेगी?

  • या मैं एक अच्छा entrepreneur बनने के लिए पैदा हुआ हूँ?
  • या अच्छा golfer?
  • या अच्छा blogger?
  • या dancer, musician, film director, novelist। इत्यादि।

किशोरावस्था में यह शायद संभव न हो लेकिन बाद में भी सोचा जा सकता है। इसके लिए हमें अपने अंदर झाँकना होगा। आत्म-विश्लेषण करना होगा। अपने टैलेंट को पहचानना पड़ेगा।

ये काम आपको खुद करना होगा। दूसरा आपके लिए यह नहीं कर सकता। आपके पेरेंट्स भी नहीं।

इसके पश्चात आपको विचारों में clarity लानी पड़ेगी। दोस्तो, हमारे अंदर दिन-रात असंख्य विचार घूमते रहते हैं।इस से हम कुछ भी clear नहीं सोच पाते। आप अपना goal भी ठीक से नहीं देख पाते।

इसके लिए आपके जितने भी interest हैं उन्हें पेपर पर लिख लीजिये। फिर देखिये कि उन सब में आप किस में दूसरों से बेहतर हैं।

हो सकता है आपका interest गाने में हो। लेकिन ये जरुरी नहीं की आपमें उसके लिए टैलेंट भी हो। कई बार हमें गलत भी लग सकता है। और हम गल्त goal भी चुन सकते हैं।

जैसे कुछ लोगों के friends मजाक में बोल देते हैं तुम तो गज़ब की एक्टिंग करते हो। अगर वो आदमी clearly अपने talent को जाने बिना ही उनकी बातें सुनकर एक्टिंग फील्ड में चला जाए तो बर्बाद भी हो सकता है।

क्युँकि जिसे वो टैलेंट मान बैठा है उतना तो हर किसी में होता है। इसलिए पहले ठीक से clear कर लें कि कौन सा टैलेंट सच में आप में कूट -कूट कर भरा है। फिर उसी को पाने के लिए दूसरे प्रिंसिपल्स की सहायता लें।

दोस्तो, आपको पता है मदर टेरेसा में कौन सा टैलेंट कूट -कूट कर भरा था ? उत्तर से आप चौंक जायेंगे। उनका टैलेंट था – दूसरों पर दया।

इसी से उन्होंने गरीबों की सेवा करना शुरू कर दिया। और नोबल प्राइज तक पहुंचीं। पैसा, name -fame सब मिला। लेकिन वो उनके लिए secondary चीजें थीं।

तो आप यह मत सोचिये कि बड़ी -बड़ी डिग्री से ही आपमें talent आता है। आपके अंदर की कोई value भी आपका talent बन सकती है।

4 ) Master system: Belief, Values, Reference, Emotional states
(मास्टर सिस्टम develop करना सीखें )

अगर आपको सफल बनना है तो मास्टर सिस्टम develop करना होगा। इसके लिए आपको निम्न 4 चीजों की जरुरत पड़ेगी।

i) Belief : (विश्वास)

बहुत सारे लोग इसलिए सफल नहीं हो पाते क्युँकि उनके beliefs गल्त हैं। कुछ गल्त beliefs के examples:

पैसे को लेकर:

Wrong Belief : पैसा सब समस्याओं की जड़ है।

हकीकत: बिल गेट्स के पास बहुत पैसा है। इस से उनको क्या समस्या है? खुद ऐशो-आराम से रहते हैं। और साथ-साथ खूब सारी charity भी कर पाते हैं। पैसे से तो समस्याएं solve की जा सकती हैं। जैसे गरीबी, भुखमरी आदि ।

अगर कोई पैसे को criticize करेगा तो क्या पैसा उसके पास आना चाहेगा ? इसलिए ऐसे wrong belief को बदल कर correct belief डालना चाहिए।

बॉडीबिल्डिंग को लेकर:

Wrong Belief : इसके लिए तो Gym चाहिए और time

हकीकत: आप athletes को देखिये। या soldiers को देखिये। ये gym जाये बिना भी अपनी बॉडी को slim और muscular रखते हैं। क्या आपने कभी soldier की तोंद बढ़ी हुई देखी है।

Gym तब चाहिए जब आपको मॉडलिंग में जाना हो। या किसी कम्पटीशन में हिस्सा लेना हो। फिट रहने के लिए आप घर पर भी exercise कर सकते हैं।

रही बात समय की तो आपको सारा दिन work- out करने की जरुरत नहीं होती। आप घर पर डेली 30 minutes exercise करके भी फिट रह सकते हैं।

Blogging को लेकर

Wrong Belief : Blogging सिर्फ कंप्यूटर की समझ वालों की लिए होती है। या जिन्हे coding या programming आती हो।

ये बात भी सही नहीं है। अमेरिका में एक housewife ने छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें – इस पर एक ब्लॉग शुरू किया था। आज वो parenting में नंबर वन ब्लॉग बन गया है।

उस महिला को न coding आती थी न ही उन्होंने कप्यूटर की पढ़ाई की थी। न ही बहुत technical चीज का ब्लॉग था।

साधारण सा विषय था लेकिन लोगों के लिए बहुत helpful था। जो भी नए parents होते थे, उन्हें उस ब्लॉग से काफी अच्छे tips मिलते थे।

ऐसे ही कितने लोग हिंदी न्यूज़, GK आदि के ब्लॉग चला रहे हैं। और पैसा बना रहे हैं।

इसलिए लेखक कहते हैं कि Negative Belief मत पालिये। अगर आपके अंदर सच में टैलेंट है तो यह मत सोचिये कि आप इसे नहीं कर सकते। बल्कि positive belief डालिये – कि आप उस काम को हर हालत में करेंगे।


फिर बुक में दिए सारे principles की help से उसमें जुट जाइये। आपके talent को दुनिया जरूर देखेगी।

ii) Values :

सफलता पाने के लिए values का बहुत बड़ा role होता है। अक्सर लोग सफल होने के लिए मेहनत की बात तो करते हैं लेकिन values पर ध्यान नहीं देते।

Values का मतलब है आपके अँदर के अच्छे गुण। अच्छी values का बहुत महत्व होता है। ये आपको किसी भी क्षेत्र में सफल बना देती हैं।

कुछ अच्छी values हैं जैसे :

  • दूसरे की हेल्प करना – इस से लोग भी कभी न कभी आपकी हेल्प करेंगे।
  • छोटे या बड़े हों उनसे इज़्ज़त से बात करना – इस से लोग भी आपकी इज़्ज़त करेंगे।
  • दूसरों पर दया करना – इस से लोग आपको दुआ देंगे और सम्मान करेंगे।

ऐसी कई values हो सकती हैं। जो सफलता के लिए बहुत जरूरी हैं। कुछ लोगों में negative आदतें होतीं हैं।जैसे –

  • झूठ बोलना
  • ईर्ष्या करना
  • झगड़ा करते रहना
  • धोखा देना
  • सफलता मिलने पर घमंड से भर जाना इत्यादि।

ऐसे लोगों की समाज में गल्त छवि बन जाती है। और मौका पड़ने पर दूसरे लोग भी उनकी हेल्प नहीं करते।इसलिए अपने में positive values बढ़ाते रहें।

जैसे बात-बात पर गुस्सा करते हों तो अपने आपको बदलिए। आपका ही भला होगा। ऐसे ही values बढ़ाने की हर इंसान में गुंजाईश रहती है। तो आज ही अपने भीतर झाँकिये और decide करिये कि अच्छी value develop करेंगे।

iii) Reference :

सफल बनने के लिए आपके पास एक reference या example होना जरुरी है।

आप अच्छा बॉक्सर बनना चाहते हैं तो आप किसका reference लेंगे? हो सकता है आपके शहर में कोई अच्छा बॉक्सर हो तो आप उस से सलाह ले सकते हैं। उसकी कला भी सीख सकते हैं।

Blogger बनना है तो आप एक दिन किसके जैसा बनना चाहेंगे।

ऐसे हर फील्ड में reference ढूँढ लीजिये। इस से आपको बहुत ज्यादा प्रेरणा मिलती रहेगी। और आप आगे बढ़ते रहेंगे।

iv) Emotional states :

दोस्तो हमारे अंदर तरह-तरह के emotions होते हैं। जितने इमोशन होते हैं उतनी ही emotional states होंगी।हमें इन इमोशनल स्टेट्स को समझ कर इनको control करना सीखना चाहिए।

अगर आपका बॉस गुस्से वाली emotional state में है और आप उस से छुट्टी मांगने जाते हैं तो हो सकता है वो आपको इंकार कर दे। फालतू के दो काम और पकड़ा सकता है। इसलिए आपको उसकी emotional state को समझना पड़ेगा।

जब वो happy emotional state में होगा तब उस से बात करेंगे तो आपका काम बन जायेग।

इसलिए दूसरों की emotional state को समझना बहुत जरुरी है। इसी तरह अपनी emotional state को भी कण्ट्रोल में करना आना चाहिए।

जब सफलता मिलती है तो हम बहुत ज्यादा happy state में चले जाते हैं। अगर हम उसे control नहीं करते तो हममें घमंड आ जाता है । लेकिन अगर control रखें तो हम humble लगते हैं ।

लोग हमारी ज्यादा इज़्ज़त करते हैं। इस से हमारी वैल्यू बढ़ जाती है। हमें और सफलता मिलने लगती है।

ऐसे ही किसी की बुरी बात पर हम Angry state में चले जाते हैं। हम उस से झगड़ा करने लगते हैं। इस से दोनों ही साइड का mood खराब हो जाता है। दोस्ती में भी दरार आ जाती है।

इसलिए हमें खुद को Angry emotional state में जाने से रोकना आना चाहिए।

5 ) Conviction : Belief, Reinforce, Triggering event, Action
(खुद पर आस्था/विश्वास पैदा करें )

Anthony कहते हैं कि अगर आपको सफल होना है तो conviction पैदा करनी होगी। Conviction का मतलब है खुद पर विश्वास रखना और अपने goal को प्राप्त करने के लिए जुट जाना।

आप अपने अंदर Conviction 4 तरह से ला सकते हैं:

Belief – सबसे पहले विश्वास कीजिये कि आप इस काम को कर सकते हैं। Belief पर हम ऊपर भी बात कर चुके हैं।

Reinforce – इसके बाद उस भरोसे को मजबूत करिये। अपने goal पर रोज मेहनत करिये। रोज खुद को motivate करिये।

Triggering event – जब आपको जरा भी कुछ positive होता दिखे तो वो आपका triggering event होता है। मतलब उस समय आप जान जाते हैं के आप अपना goal पूरा कर पाएँगे।

Action – इसके बाद तो आप जी -जान से जुट जाइये। दुगने जोश से एक्शन लीजिय। ऐसा रोज और लम्बे समय तक करना पड़ेगा। यह बहुत जरूरी है। बहुत ज्यादा लोग यहीं मात खा जाते हैं।

वे जल्दी छोड़ कर चले जाते हैं। Triggering event का भी इंतज़ार नहीं करते। आइये bodybuilding के example से समझते हैं।

पहले believe कीजिये कि आप भी Arnold जैसी बॉडी बना सकते हैं। फिर हर दिन exercise करने में जुट जाइये।

जब आप थोड़े से abs या biceps देखेंगे तो ये आपका trigger point होगा। यहाँ पर आपको रुकना नहीं है बल्कि पूरे जोश से जुट जाइये। एक – 2 साल तक लगे रहिये। आपकी body फिटनेस मॉडल की तरह हो जाएगी।

ऐसा ही आप किसी भी goal को हासिल करने के लिए कर सकते हैं। Trigger point तक जरूर पहुँचे। वो बताता है कि हाँ कुछ हो रहा है। उसके बाद ही चमत्कार होते हैं।

6 ) Ask quality questions from subconscious brain
(अंतर्मन से खास प्रश्न पूछें )

जब आप अकेले होते हैं तो आपको किसी भी प्रॉब्लम को solve करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। आप अपने subconscious brain से goal से रिलेटेड question पूछिए।

जैसे blogging का example लें तो आप पूछ सकते हो :

आप – मुझे तो लिखना ही नहीं आता। मैं कैसे ब्लॉग स्टार्ट करूँ?

आपका subconscious brain जवाब देगा – content writer hire कर लीजिये।

आप – वो कहाँ से मिलेगा ?

subconscious brain – Google पर search करें।

इस तरह से आप कितने भी question अपने subconscious brain से पूछ सकते हैं। उसके पास हर चीज का जवाब होता है। ऐसा सोने से पहले करें तो अच्छा रहेगा। आपका subconscious brain नींद में भी जागृत होता है। वो आपकी प्रॉब्लम का solution ढूँढने में जुट जायेगा।

7 ) Secret Formula

तो दोस्तो, ऊपर की सारी डिस्कशन का जो निचोड़ है उसी को फार्मूला के रूप में दे सकते हैं। अपने छुपे टैलेंट को बाहर लाना है तो ये 4 स्टेप का फार्मूला जरूर इस्तेमाल कीजिये :

Step 1 ) Decide करें कि क्या करना है?

Step 2 ) फिर उस goal पर जुट जाएँ।

Step 3 ) देखें कि क्या चीज काम नहीं कर रही।

Step 4 ) अगर सफलता नहीं मिल रही तो strategy चेंज करें। लम्बे समय तक goal हासिल करने में लगे रहें।

समाप्त।

दोस्तो,

इस किताब की समरी (Awaken the giant within book summary in Hindi) पढ़कर आपको भी मोटिवेशन मिली होगी।

क्या आपने भी किसी काम पर 6 महीने या 1 साल तक जुटे रहने का फैसला कर लिया है? अगर हाँ तो नीचे comment करके जरूर बताइए । दूसरों को भी motivation मिलेगी। आपकी motivation भी डबल हो जाएगी।

धन्यवाद।

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