Decluttering Your Mind book summary in Hindi

पढ़िए Decluttering Your Mind book summary in Hindi : दिमाग से negative विचारों का कूड़ा हटायें। सफल, खुश और समृद्ध बनें।

Author: S. J. Scott

Decluttering Your Mind book summary in Hindi
(Decluttering Your Mind book summary in Hindi)

दोस्तो, हमारा दिमाग एक thinking machine की तरह है। इसमें तरह -तरह के विचार आते रहते हैं। कई बार इसमें negative विचारों का कूड़ा भी जमा हो जाता है।

जिस से हम ठीक से सोच नहीं पाते। हमारी creativity खत्म हो जाती है। और हम life में वो सफलता नहीं पाते जिसे हम deserve करते हैं।

तो इस summary (Decluttering Your Mind book summary in Hindi) में आप जानोगे कि दिमाग से इस negative thoughts के clutter को कैसे दूर करें।

ताकि आपका दिमाग हमेशा साफ़- सुथरा रहे। जिस से उसमें नए और creative ideas आ सकें और हम life में सफल हो सकें।

Decluttering Your Mind
(Book summary in Hindi)

आइये इस किताब की समरी पढ़ते हैं।

Four Sources of mental clutter

आखिर हमारे दिमाग में ये clutter या कबाड़ आता कहाँ से है। इसके चार sources होते हैं।

1. Life stress

आजकल हर किसी की life में stress है। किसी को study का stress, किसी को job का। किसी को startup आगे बढ़ाने का तो किसी को अपने ambitions पूरे करने का stress .

इनमें कुछ stress तो हमने खुद ही खुद पर थोप रखे हैं। हमने अपनी desires इतनी बढ़ा ली हैं कि हमें stress होने लगता है। हर desire की पीछे इंसान में धन – दौलत और fame पाने का लालच ही है।

अगर हम अपने इस लालच को control कर लें, तो बहुत से stress अपने आप ही कम हो जायेंगे। इसलिए सिर्फ अपना कर्म करने पर focus करें। फल अपने आप मिलेगा।

लेकिन लोग reward पर focus किये रहते हैं। उनका reward बहुत सा पैसा, रसूख और शोहरत आदि है। इसलिए दोस्तो अगर आप सिर्फ अपने काम पर ध्यान देंगे तो आपके दिमाग से stress का clutter दूर रहेगा।

2. Too many choices

जब हम कोई business शुरू करना चाहते हैं, तो हमारे दिमाग में हज़ारों ideas आने लगते हैं। इस से हम बहुत सी चीजों में हाथ पैर मारने लगते हैं।

जिस से एक भी काम ठीक से नहीं हो पाता। और हम हड़बड़ा जाते हैं। इस से भी stress और चिंता हो जाती है। और हम किसी भी काम में सफल नहीं हो पाते।

इसलिए एक time में एक ही काम पर focus करें। इस से दिमाग में विचारों का clutter नहीं होगा।

3. Negative thinking

इंसान का nature है कि हर situation में negative सोचता है। जैसे अगर आपका कोई काम नहीं हुआ है। तो आपके मन में हजारों negative ख्याल आने लगेंगे।

जैसे boss गुस्सा करेंगे। ये बोलेंगे। वो बोलेंगे। मेरा carrier आगे नहीं बढ़ पायेगा। आदि – आदि।

लेकिन हो सकता है बॉस से request करने पर वे आपको और time दे दें। तो दोस्तो किसी भी situation में पहले ही negative न सोचने लगें। इस से बेकार की anxiety और stress होता है।

4 Negative people

बहुत बार हमारी चिंता का कारण negative लोग होते हैं। अगर कोई आपको वेवजह criticize करे। या कोई झगड़ा करे तो आपके दिमाग की शान्ति भंग हो जाएगी।

इसलिए ऐसे लोगों को avoid ही करें। और brain को गुस्से या डर के emotions से बचा कर रखें।

इसके बाद आइये देखते हैं कि हम life के 4 area को कैसे declutter कर सकते हैं :

1. Decluttering your thoughts

मान लीजिये आपके दिमाग में negative thoughts भर गए हैं। तो इन्हे बाहर कैसे निकाल सकते हैं। इसके लिए author ने ये 5 तरीके बताए हैं :

1. Meditation करें। एक शाँत जगह पर बैठ जायें। और meditation करें। मन में देखें कि universe की energy आपमें भरती जा रही है। और negative विचार दूर हो रहे हैं। अब आप सिर्फ energy के ही source हो गए हो।

2. Imagine करें कि आपने अपने negative thoughts को एक balloon में भर दिया है। इसके बाद उसे छोड़ दें। इस से आपके negative thoughts दूर हो जायेंगे।

3. एक ही negative विचार को न सोचें। अपना ध्यान बंटाने के लिए किसी hobby में मशगूल हो जायें। Painting करें , बुक पढ़ें, म्यूजिक सुनें आदि। इस से आप उस negative thought को भुला देंगे।

4. अगर negative thoughts अब भी परेशान करें तो 10 मिनट का timer लगा लें। उन दस मिनट में उस negative thought के बारे में सोचें। Decide करें कि उस समस्या का क्या solution है।

इसके बाद उस negative thoughts को सोचना बंद कर दें। क्युँकि उसका time खत्म हो चुका है।

2. Decluttering Life Obligations

हमारी life में तरह -तरह की obligations (जिम्मेवारियाँ) होती हैं। घर, दफ्तर, रिश्ते – नाते , बच्चे, माता -पिता आदि।

एक को पूरा करो तो दूसरी आ जाती है। इन जिम्मेवारियों को निभाते -निभाते आदमी कई बार बहुत परेशान हो जाता है।

उसके दिमाग में बहुत से negative thoughts भी आ जाते हैं। तो इन thoughts के clutter को भी दूर करना जरुरी है। इसके लिए लेखक ने यह तकनीक बताई है – SMART तकनीक।

S – Specific : अपने goals को specific बनायें। एकदम clear रखें कि आपको क्या करना है। यह कभी न बोलें बहुत से काम पड़े हैं। इस से confusion रहेगा।

M – Measurable : समय -समय पर अपनी progress को measure करते रहें। यह न हो कि एक जगह पर बहुत देर से रुके पड़े हों। और आगे ही न बढ़ रहे हों।

A – Attainable : Goal ऐसा बनायें जिसे आप achieve भी कर सकें। जैसे अगर 60 हजार की जॉब हो तो 60 लाख की गाड़ी लेने का goal न बनाएँ।

R – Relevant : आपके goal आपकी obligation से relevant हों। जैसे माता -पिता के लिए कुछ खरीदना हो तो ऐसा खरीदने का goal बनाएँ जिसकी उन्हें जरुरत भी हो।

T – Time bound : लम्बे goal आपको demotivate कर सकते हैं। इसलिए deadlines decide करें।

तो दोस्तो, यह सारे steps अपनी life की obligations से deal करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हो। इस से आपकी सारी जिम्मेवारियाँ बहुत ही सरलता से निपटती रहेंगी।

3. Decluttering your relationship
(Decluttering Your Mind book summary in Hindi)

बहुत बार हम अपने ambitions को पाने में इतने busy हो जाते हैं कि हमारा relation suffer करने लगता है। इस से रिश्तों में दूरियाँ बढ़ने लगती हैं। जो हमारी health के लिए अच्छा नहीं है। क्युँकि अच्छे relations हमें हर तरह से मजबूती प्रदान करते हैं।

तो relationship को ठीक रखने के लिए यह steps उठाएँ –

1. जॉब या बिज़नेस से ऊपर अपने relationships को रखें। हमेशा family के लिए time निश्चित कर दें। चाहे फिर वो 15 मिनट ही क्यों न हों। Family के साथ गप – शप करें , games खेलें , पिकनिक पर जायें, festivals पर गिफ्ट दें। और हमेशा हाल -चाल पूछते रहें।

2. कभी भी communication बंद न करें। Physically न मिल पा रहें हों तो फ़ोन पर बात करें। या message आदि करते रहें। इसके लिए भी आप schedule बना सकते हैं। हफ्ते का कोई दिन निर्धारित कर लें और उस दिन जरूर बात करें।

3. अगर कभी कोई conflict हो जाए तो उसे एक healthy और open mind से discuss करें। और सुलझाएँ। दूसरों की गलती पर उन्हें माफ़ कर दें। अपनी गलती के लिए sorry बोलें।

4. एक दूसरे की हमेशा इज्जत करें। मजाक आदि न उड़ायें। और हमेशा trust building पर ध्यान दें। इस पर discussion करते रहें। सफल relationship का राज ही trust है।

5. एक जैसे interest का फायदा उठायें , गाने का शौक हो तो दोनों एक साथ गायें। Gardening का शौक हो तो साथ -साथ पेड़ -पौधे लगायें। आदि।

6. Emotional intimacy पैदा करें। Life के अहम् मुद्दों पर discussion करें। इस से आप एक दूसरे के काफी close रहेंगे।

7. अपने partner के साथ physical संबंधों पर भी ध्यान दें।

तो दोस्तो, ऊपर दिए steps के जरिये आपका हर relation strong रहेगा। इस से आपके दिमाग में शक या डर का clutter नहीं होगा।

4. Declutter your surroundings

दोस्तो आपके आस -पास का माहौल भी आपके दिमाग में clutter जमा करता रहता है।

इसके लिए निम्न बातों पर ध्यान दें –

1. Clean your home – हर हफ्ते एक time निर्धारित करें और अपने घर को साफ़ रखें। कहा जाता है कि आपके कमरे से आपकी मानसिकता का अंदाज लगाया जा सकता है।

कमरे में clutter होगा तो दिमाग में भी clutter होगा। इसलिए हर चीज को करीने से रखने की आदत डालें। फालतू की चीजों को फेंक दें।

2 Limit digital time

डिजिटल मीडिया पर अपने काम को limit करें। हर घडी email या facebook आदि चेक न करते रहें। फालतू के Apps को फ़ोन से delete कर दें।

3. Work alcoholic न बनें।

कुछ लोग हमेशा ही busy दिखना चाहते हैं। और इसलिए फालतू के कामों में भी हाथ डालते रहते हैं।

इस से दिमाग को rest करने का मौका नहीं मिलता। और वह थक जाता है। इसलिए जो चीजें जरुरी हैं, वही करें।

4. अपने काम को organize करने के लिए to do list बनायें। उसमें दिन के सबसे जरुरी काम लिखें और उन्हें पहले करें।

5. सुनिश्चित करें कि आपके आस -पास हमेशा negative लोग ही रहें।

समाप्त।

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धन्यवाद।

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