Finish book summary in Hindi (best self help book)

अगर आप perfectionist हैं और इस वजह से आपके projects अधूरे रह जाते हैं, तो यह किताब – Finish book summary in Hindi , पढ़कर जानिए कि आप अपने हर goal को कैसे अच्छे से start और finish कर सकते हैं।

Author: Jon Acuff

Finish book summary in Hindi
(Finish book summary in Hindi)

Introduction

दोस्तो, कई बार हम बड़े जोश से कोई काम शुरू करते हैं लेकिन बीच में ही फिर उसे अधूरा छोड़ देते हैं। उसे finish नहीं कर पाते।

इसका main reason है कि हम perfectionism के mindset में फँस जाते हैं। जिसका मतलब है हम हर काम को perfect तरीके से करना चाहते हैं।

अगर हमें लगे कि काम perfect नहीं हो रहा है, तो हम घबरा जाते हैं और रुक जाते हैं। उस काम को बीच में ही छोड़ देते हैं।

कभी -कभी हम इसलिए भी काम पूरा नहीं कर पाते क्युँकि हम सोचते रह जाते हैं कि जब हर situation perfect होगी तभी उस काम को करेंगे।

इसके साथ – साथ हमारे दिमाग में बहुत से ideas होते हैं और हम हर idea को try करने लग पड़ते हैं। इस से एक भी काम ठीक से नहीं हो पाता।

तो आइये जानते हैं कि इन सब problems का solution क्या है। और कैसे हम अपने, शुरू किये हर काम को finish कर सकते हैं।

Finish book summary in Hindi

इस किताब के सभी chapters की summary इस प्रकार से है :

1. Make Realistic Goal

दोस्तो, वैसे तो हम सब goal बनाते हैं। लेकिन कुछ लोग unrealistic goal बना लेते हैं। ऐसे goal जिन्हे achieve करना बहुत मुश्किल होता है। ऐसा दो कारणों से हो सकता है।

या तो आपने उस goal के लिए बहुत कम time allot किया है। या goal ऐसा है जिसे पूरा करने की आपके पास expertise नहीं है।

आइये example से समझते हैं।

मान लीजिये एक blogger (जिसकी job भी है ) सोचता है कि वह हर दिन 2000 शब्दों की अच्छी blog post लिखेगा। तो उसका यह goal unrealistic है।

वह हर दिन पोस्ट नहीं लिख पायेगा। अगर कोशिश करेगा भी तो दिमागी रूप से थक जायेगा। और फिर frustrate होकर blog करना ही बंद कर देगा। इस तरह वह blog के काम को finish नहीं कर पायेगा।

इसके बजाय अगर वह हफ्ते में 2 post का goal रखता है तो उसे आसानी से कर पायेगा। उसे कोई
frustration या थकान भी नहीं होगी। और इस तरह एक साल में बहुत ज्यादा blog posts भी लिख लेगा।

जिससे उसका blog rank करेगा, traffic आएगा और पैसे भी कमाने लग पड़ेगा। इसलिए दोस्तो
unrealistic goal मत बनाइये। ऐसा goal जो आपकी पहुँच में ही न हो।

दूसरों को देखकर भी goal मत बनाइये। हो सकता है दूसरों के पास ज्यादा time और expertise हो। और आपके पास न हो।

इसलिए successful होने के लिए पहला कदम है एक realistic goal बनाना।

2. Not To Do List

दोस्तो, हमें हमेशा To do लिस्ट बनाने के लिए बोला जाता है। लेकिन लेखक कहता है कि हमें एक Not to do की list भी बनानी चाहिए।

मतलब ऐसे कामों की लिस्ट जो हम नहीं करेंगे या आगे से करना छोड़ देंगे।

दिन भर हम ऐसे कामों में उलझे रहते हैं, जो सिर्फ हमारा time waste करते हैं। और हमारी productivity में कुछ भी add नहीं करते। हमें ऐसे कामों से बचना चाहिए।

इसके लिए अपनी priority decide कीजिये। सबसे पहले वो काम करिये जो सबसे ज्यादा important है। ऐसे काम न करें जो आपका time waste करते हैं।

जैसे आपकी not to do लिस्ट में ये काम आ सकते हैं –

  • फालतू की meetings, conferences या seminar
  • TV
  • फेसबुक
  • Tiktok
  • Youtube आदि।

बहुत से लोग घंटो TV देखते रहते हैं। उन्हें लगता है उन्हें हर news का पता होना चाहिए। नहीं तो वे बाकी लोगों से पीछे रह जायेंगे।

लेकिन दोस्तो TV जरा भी जरुरी नहीं होता। इस से आप कुछ भी achieve नहीं करते। और अगर आपको कोई news पता नहीं होगी तो भी आपकी life रुक नहीं जाएगी। इसलिए इन सब चीजों का time बहुत limit कर दीजिये।

जैसे एक writer को अगर novel लिखना है तो उसे सुबह उठकर सबसे पहले writing का काम करना चाहिए। न कि FB या TV पर news सुनने बैठ जाना चाहिए।

इस से उसके दिमाग में हजारों फालतू के thoughts आ जायेंगे। और novels के अच्छे thoughts खत्म हो जायेंगे।

तो इस तरह इन फालतू की चीजों को न करके आप अपने लिए बहुत सा time जुटा लेंगे। जिससे आपको important काम के लिए बहुत सा समय मिल जायेगा।

3. Make Work Fun

दोस्तो, हम हमेशा दूसरों को कहते सुनते हैं कि serious होकर काम करो। स्कूल से ही teachers भी सबको silent होकर बैठने को कहते हैं। और seriously study पर ध्यान देने को कहते हैं।

लेकिन serious होकर काम करने से वह बोझ लगता है। इसलिए बहुत से लोग काम को finish नहीं कर पाते। क्युँकि वे bore हो जाते हैं। और थका – थका सा feel करते हैं।

ऐसे लोग फिर नया काम भी नहीं करना चाहते। इसलिए लेखक कहते हैं कि कर काम को fun बना लो। इस से वह बोझ नहीं लगेगा और आप उसे मजे से कर पाओगे।

कितना अच्छा हो अगर teachers भी हर subject को fun बना दें। उन्हें games और projects करवायें। उन्हें अपनी बात चाहे वह उल्टी – सीधी ही हो, रखने दें। बाद में उसमें सुधार कर दे।

इस से हर बच्चा पढ़ना चाहेगा। और कोई fail नहीं होगा। लेकिन study को बहुत boring तरीके से पढ़ाया जाता है। और बच्चों को यह बोझ लगता है। इसलिए बहुत से बच्चों का पढ़ाई करने का मन नहीं करता।

दोस्तो, आप अपने काम को fun कैसे बना सकते हो? इसके लिए कुछ तरीके ऐसे हैं –

  • हर आधे घंटे में break लेते रहें।
  • मनपसन्द Music सुन लें।
  • Garden में छोटी walk लें।
  • Jokes पढ़कर हसें।
  • किसी dance नंबर पर dance करें। आदि।

तो दोस्तो इस तरह आप लगातार काम कभी न करें। बीच -बीच में break लेते रहें। और ऊपर दिए कोई से भी fun – filled काम करते रहें।

इस से आप हर पल fresh रहोगे। और आपको लगेगा ही नहीं कि आप कोई बहुत बड़ा काम कर रहे हैं।

जैसे अगर एक writer दिन में 6 घंटे लिखने का goal बनाता है, तो सुनने में यह goal बहुत बड़ा और boring लगेगा। लेकिन अगर वह writer हर आधे घंटे में उठ कर break लेता रहेगा।

और बाहर garden में घूमते हुए music सुनेगा तो उसे यह काम जरा भी बोझ नहीं लगेगा। और ऐसे ही उसके 6 घंटे कब गुजर जायेंगे उसे पता ही नहीं चलेगा।

तो इस तरह अपने हर काम में fun element जोड़ दें। इस से आप भरपूर जिंदगी भी जी लेंगे और आपके goal भी complete होते रहेंगे।

4. Reward and Motivation(Hindi Summary: Finish best self help books in Hindi)

अगर आपको अपना काम या goal finish या complete करना है तो आप उसे हमेशा किसी reward से link कर दें।

जैसे अगर bodybuilding करनी हो तो यह सोचें कि इस से आप handsome लगोगे और आपको अच्छी girlfriend मिलेगी। अगर blog शुरू करना हो तो यह सोचें कि आपको passive income होने लगेगी।

अगर आपको self – help book पढ़नी हो तो यह सोचें कि इस से आपको बहुत सा ज्ञान मिलेगा और आप दूसरे लोगों से ज्यादा सफल हो पाएँगे।

Goal में reward को link कर देने से आप motivation से भर जाते हो। और आपकी productivity भी बहुत बढ़ जाती है। और आप goal को finish line तक पहुँचा पाते हो।

5. Target progress not perfection

बहुत से लोग सोचते हैं कि मैं इस काम को perfectly कैसे करें। इसलिए वे सोचते रह जाते हैं। जरा सी भी कमी हो तो वह काम शुरू ही नहीं करते।

लेकिन लेखक कहता है कि आप progress पर ध्यान दें। न कि perfection पर। Perfect time कभी नहीं आता। और न ही perfect mood या motivation। आपके पास जो है उसी से काम पर जुट जाएँ ।

पहले काम का rough version ही बना लें। फिर उसमें improvement करते जाएँ। इस से अपने आप ही perfection आती चली जाएगी।

जैसे Windows का पहला version perfect नहीं था। लेकिन Windows 10 तक आते -आते Bill Gates
ने इसे perfect बना दिया। बल्कि वे आगे भी इसमें improvement करते जायेंगे।

इसलिए दोस्तो perfection के इस syndrome से बचिए। आप सिर्फ काम करने पर ध्यान दीजिये। यह मत सोचिये कि अगर यह कमी रह गयी तो क्या होगा? लोगों को पसंद नहीं आया तो क्या होगा?

यह सब बिलकुल भी न सोचें। पहले काम कर दीजिये। फिर लोगों का feedback देखकर उसे सुधारते जाइये।Perfection इस तरह आती है।

हर लेखक के novel का पहला draft बहुत ही बुरा दिखता है। लेकिन फिर वे उसे कई बार edit करके सुधारते जाते हैं। इस तरह final draft बहुत अच्छा बन जाता है।

इस तरह आप goal में progress करें। Perfection अपने आप आती चली जाएगी।

6. Leave Your Hiding Places

दोस्तो, बहुत से लोगों को जब भी नया काम करना होता है , तो वे उसे न करने के excuses ढूँढ लेते हैं। Excuses को ही author ने hiding places कहा है।

जैसे आपका business शुरू न करने का क्या excuse है ? इसमें बहुत पैसा लगता है। लेकिन ध्यान से समझेंगे तो ऐसा नहीं है। बहुत से business ऐसे भी हैं जो दस हज़ार में लगाए जा सकते हैं।

और सबसे अच्छा example तो blog का ही है। जिसके लिए शुरू में आपको सिर्फ domain name और hosting के लिए ही खर्च करना होता है।

दूसरा excuse हो सकता है, मुझे business लगाने की जानकारी नहीं है। लेकिन आप इसके लिए online business की किताबें पढ़ सकते हैं।

इस blog पर भी आपको ऐसी कई किताबों की summary मिल जाएगी। तो संक्षेप में कहें तो अपने excuses या hiding places में छिपना बंद करें। Goal बनाएँ और उसे finish भी करें।

7. Don’t depend on dataFinish book summary in Hindi

अक्सर हम data को देखकर भ्रमित हो जाते हैं। जैसे कुछ लोग बार -बार अपने bank account में अपना बैलेंस चेक करते रहते हैं। और सोचते हैं कि काश उनके पास इतने पैसे होते तो वे कितने खुश होते।

कुछ लोग weight loss की चाहत में बार -बार weighing मशीन पर खड़े होकर देखते रहते हैं कि कितना weight loss आकर लिया।

बहुत से blogger शुरू के तीन महीनों में ही बार -बार अपनी traffic का data देखना शुरू कर देते हैं।

लेकिन दोस्तो, यह सब करना बंद करें। किसी भी काम के data को बार -बार चेक न करें। शुरू में सिर्फ काम करने पर focus करें। या दूसरे शब्दों में कहें तो – कर्म करें फल अपने आप मिलेगा।

क्या आप आज आम का पेड़ लगाकर तीसरे महीने जाकर देखने लगते हो कि आम लगे हैं या नहीं ? इस तरह data से भ्रमित न हों। इस से आप demotivate हो जाते हो। और उस काम को कभी भी finish नहीं कर पाते।

इस से अच्छा है fun के साथ -साथ उस काम को करें। और एक दिन आप देखोगे कि data भी आपके favor में आ जायेगा।

8. Its ok not to finish

दोस्तो, हालाँकि इस book का title Finish है , लेकिन आपको कभी भी pressure में नहीं आना है। अगर कोई काम आज finish नहीं भी हुआ हो, तो आपको panic करने की जरुरत नहीं है।

घर जाएँ , आराम से नींद लें और अगले दिन fresh mind से उस काम को फिर से शुरू करें। कुछ लोग काम में इतना डूब जाते हैं कि उन्हें खाने -पीने की भी होश नहीं रहती।

बहुत से entrepreneur हमेशा अपने business के बोझ से stress में रहते हैं। इस से उनके बाल भी जल्दी सफ़ेद हो जाते हैं। और heart की कई बीमारियां भी लग जाती हैं।

काम finish करने का यह मतलब नहीं है कि आपको सब कुछ एक दिन में ही कर लेना है। इसका सबसे अच्छा तरीका है उचित timeline बनाना।

अगर 2000 शब्दों की अच्छी blog पोस्ट लिखनी है तो इसके लिए तीन दिन देने चाहियें। अगर आप एक या दो दिन में लिखने का time तय करते हैं तो आप pressure में आ जायेंगे। इस से आपकी health तो खराब होगी ही, पोस्ट की quality भी अच्छी नहीं हो पायेगी।

दोस्तो, बिज़नेस या दूसरे project सालों में लगते हैं। इसलिए हड़बड़ी किस बात की। हर चीज आराम से करें। और वह भी fun activities के साथ।

काम भी करें और life भी भरपूर enjoy करें। यही इस किताब का message है।

समाप्त।

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