Designing Your Life summary in Hindi

इस किताब Designing Your Life summary in Hindi को पढ़कर आपको पता चलेगा कि किस तरह आप design thinking के जरिये अपनी Life को और बेहतर बना सकते हैं। आपको Job और जिंदगी की असलियत भी पता चलेगी। जिसे जानकर आप अपने लिए एक बेहतर decision लेने में सफल होंगे।

Author : Bill Burnett and Dave Evans

Designing Your Life
(Summary in Hindi)

1. Need To Design Your Life

इस किताब का सबसे प्रमुख सिद्धान्त यही है कि जिस तरह से कोई designer एक product design करता है, उसी तरह से आपको अपनी लाइफ भी design करनी चाहिए।

अक्सर होता यह है कि हम स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई करते हैं। और फिर जो जॉब मिलती है उसे करने लगते हैं। इससे हमें security की आदत हो जाती है। और हम एक comfort zone में जीने लगते हैं।

फिर हम उस जॉब को करते रहते हैं। फिर चाहे वो बेहद boring और पकाऊ ही क्यों न हो !

जैसे बहुत से लोग दुनिया घूमना चाहते हैं लेकिन जॉब लगने के बाद उनके सारे सपने टूट जाते हैं। वे हर दिन सुबह ऑफिस जाते हैं सारा दिन काम करते हैं और शाम को घर आ जाते हैं। और ऐसा वे रिटायरमेंट तक करते ही रहते हैं।

क्या इसे एक best Life माना जा सकता है ? कभी नहीं। ईश्वर ने हमें एक ही Life दी है। और हमें इसे design करके best बनाना चाहिए। यही इस किताब की मुख्य theme है।

The Four Agreements summary in Hindi

2. Explore Multiple Talents

लोग अपनी Life design क्यों नहीं करते ? क्यों जो मिले उसी से खुश हो जाते हैं। क्यों वे बाकी चीजें explore नहीं करते।

इसका सबसे बड़ा कारण है – सामाजिक डर। समाज ने यही rule बना रखा है कि अगर किसी पुरुष के पास अच्छी जॉब होगी तभी उसकी शादी एक अच्छी लड़की से होगी।

इसलिए सब लोग फटाफट कोई Job ले लेना चाहते हैं। ताकि उन्हें पार्टनर मिल जाये।

इसके साथ ही जॉब होने से हमें food और health आदि की security भी मिल जाती है। इस सब में कुछ गलत भी नहीं है।

लेकिन अगर उस जॉब में कोई खुश ही नहीं है और उसमे दूसरे टैलेंट भी हैं, तो ऐसे में व्यक्ति क्या करे ? क्या Job छोड़कर दूसरे talents पर काम करें ? उन पर based जॉब ढूँढे ?

इसमें लेखक कहते हैं कि हमें calculated risk लेना चाहिए। मान लीजिये Job में फँसा कोई आदमी जो acting का शोक रखता हो, अगर वह साथ -साथ acting के audition दे और उसे कोई Role मिल जाये तो उसकी जिंदगी एकदम से बदल जाएगी।

ऐसी जिंदगी उसे Job से तो कभी नहीं मिलेगी। लेकिन अगर किसी आदमी में acting का टैलेंट नहीं है लेकिन वह भ्र्म में जी रहा है कि उसमें टैलेंट है तो ऐसा आदमी कभी सफल नहीं होगा।

इसलिए अपने टैलेंट को जानकर ही अपनी Life को उसके इर्द -गिर्द design कीजिये। book – Designing Your Life summary in Hindi .

3. The Four Gauges

जब भी आप कोई Job choose करें तो आपको ये चार चीजें ध्यान में रखनी चाहियें।

i) Health Gauge – यह देखें कि आपकी जॉब आपकी mental और physical health को कैसे affect करेगी। क्या आप उस जॉब को करते हुए हर तरह से फिट रहेंगे। या आप हर काम दुखी होकर करोगे।

एक लड़का अगर ऑफिस में peon की जॉब करके नाखुश है तो उसे जॉब बदलकर इ-रिक्क्षा चलाकर देखना चाहिए। या सब्जी का ठेला आदि शुरू कर सकता है। ऐसा करके वह कम से कम किसी के हुक्म का गुलाम तो नहीं होगा। और साथ ही उसकी growth भी होती रहेगी। आगे चलकर वह शोरूम, gym आदि भी खोल सकता है।

ii) Work Gauge – क्या आपकी जॉब में आपको सिर्फ काम , काम और काम ही करना पड़ रहा है। ऐसी नौकरी भी किसी काम की नहीं है। बेशक उसमें ज्यादा पैसे ही क्यों न मिल रहे हों। आपको मन की शांति तो नहीं मिलेगी। जैसे corporate में काम करने वालों को पैसे तो ज्यादा मिलते हैं लेकिन उन्हें Life जीने का टाइम ही नहीं मिलता। अगर ऐसे employee को teaching करके ख़ुशी मिलती हो तो उसे वही करना चाहिए।

iii) Play Gauge – आपकी जॉब आपको कितना play time दे रही है। मतलब क्या आपके पास आपकी hobbies आदि के लिए टाइम बच रहा है। या सारा time आपकी Job में ही जा रहा है।

iv) Love Gauge – क्या आप अपनी जॉब से प्यार कर पा रहे हैं। क्या अपने colleagues से प्यार कर पा रहे हैं। अगर ऐसा है तभी आप पूरे passion के साथ काम करोगे। और अपनी जॉब में expert बनोगे। लेकिन अगर बोझ समझकर जॉब किये जा रहे हो तो आप भी दुखी रहोगे और दूसरे भी आपसे दुखी रहेंगे।

4. Work and Life View

Life को design करने के लिए आपको यह प्रश्न पूछने चाहिए :

  • हमारी जिंदगी का क्या मतलब है ? क्या हम सिर्फ यहाँ जॉब करने आये हैं ?
  • अच्छे काम और सिर्फ पैसों के लिए किये जाने वाले काम में क्या अंतर है ?
  • अगर आप जॉब की जगह एक company शुरू कर लेते हैं तो कितने लोगों की help कर पाएँगे ?
  • क्या आप समाज की किसी प्रॉब्लम को solve करना चाहते हैं ? या सिर्फ अपना पेट भरने आये हैं ?

इस तरह के बड़े question पूछ कर आप अपनी Life और अपने work दोनों के बारे में सोचिये। बिना thinking के Life बिताना बिलकुल भी उचित नहीं है।

ऐसी जिंदगी बिलकुल उस आदमी जैसी होगी जो कभी घर से निकला ही न हो। उसने यह भी न सोचा हो कि दुनिया में रोम, पेरिस , बर्लिन जैसी जगहे भी हैं। और वहाँ जाया भी जा सकता है।

इसलिए जिंदगी के बारे में बड़ा दृष्टिकोण अपनाइये। source – Designing Your Life summary in Hindi .

5. Develop Courage

कभी भी Life में खूँटे से मत बंधिये। हमेशा यह देखिये कि आप एक बेहतर से बेहतर जिंदगी कैसे जी सकते हैं।

अगर आप अपनी जॉब में खुश नहीं हो तो उसे बदल दीजिये। उससे बेहतर जॉब ले लीजिये।

बहुत से सरकारी कर्मचारी सोचते हैं कि उनकी जॉब best है। लेकिन वे खूंटे से बँधे हुए हैं। वे कभी भी उस जॉब को छोड़ने की नहीं सोचेंगे। और इस तरह उनके अंदर का talent कभी बाहर नहीं आ सकता।

यहाँ talent से मतलब कुछ बड़ा करने से है। जैसे entrepreneur बनना भी talent ही है। जो बहुत से लोगों में होता है। लेकिन वे कुछ शुरू करते ही नहीं है। उनके अंदर हिम्मत नहीं होती।

उन्हें डर लगता है कि उनके परिवार का पालन -पोषण कैसे होगा ?

लेकिन इसी चककर में वे लाइफ को बेहतर ढंग से नहीं जी पाते। एक क्लर्क जो एक publishing house का मालिक हो सकता था जिंदगी भर क्लर्क ही बना रहता है।

इसलिए अपने अंदर बेकार जॉब को छोड़ने की हिम्मत पैदा कीजिये।

6. Design Thinking– Book Designing Your Life summary in Hindi

लेखक कहते हैं कि अपनी Life को वैसे ही design करें जैसे कि designer करते हैं। इसके लिए आपको उनके जैसी thinking लानी होगी।

कोई भी प्रोडक्ट एकदम से design नहीं हो जाता। सबसे पहले देखा जाता है कि प्रॉब्लम क्या है। फिर उसे तरह -तरह से solve किया जाता है।

पहला product एकदम से perfect भी नहीं बनता। लेकिन डिज़ाइनर उसमें कमियाँ पता करते हैं और उसमें सुधार करते जाते हैं।

इसी तरह आपको भी अपनी Life की problem देखनी होगी और उनमें सुधार लाना होगा। यह एकदम से नहीं होगा। शुरू में कुछ चीजें काम भी नहीं करेंगी।

लेकिन आपको निराश होकर नहीं बैठ जाना है। बल्कि बार -बार सुधार करते जाना है। और आप देखेंगे कि आपकी लाइफ एकदम से बदल गयी है।

लेखक Apple के प्रोडक्ट का example देते हैं। शुरू में laptop नहीं होते थे। लेकिन Steve Job ने उन्हें डिज़ाइन किया। सबसे पहले उन्होंने prototype बनाया और धीरे -धीरे उनमें सुधार करते गए।

इसी तरह आप Life को डिज़ाइन कीजिये। और उसमें हमेशा सुधार करते जायें।

7. Prototype

Life design करने के लिए आप prototype बनाइये। Prototype का मतलब होता है पहला ड्राफ्ट या रूपरेखा।

आपको अलग -अलग jobs करके देखनी होंगी। और यह देखना होगा कि आप किसमें excel करते हो।
किसमें आपकी growth है। और किसमें आप एक बेहतर Life जी पाओगे।

लेकिन इसमें बहुत सा time भी लग सकता है। क्युँकि आपके पास बहुत से options होते हैं।
फिर भी काफी लोग जॉब छोड़ कर एक successful carrier बनाने में सफल हो जाते हैं।

कुछ लोगों ने Youtuber बनने के लिए जॉब छोड़ दी है। कुछ ने start -up आदि शुरू करने के लिए ऐसा किया है। तो ऐसे बहुत से example हमारे आस -पास मौजूद हैं।

Corona के टाइम में अमेरिका में तो The Great Resignation शुरू हो गया था। बहुत से लोगों ने अपनी Job से इस्तीफ़ा दे दिया था। क्युँकि वे जॉब से ख़ुश नहीं थे।

8. Accept FailuresDesigning Your Life summary in Hindi

Fail होने से कभी न डरें। बल्कि fail होकर ही आप कुछ सीख पायेंगे। कभी भी किसी काम में failure मिले तो यह तीन काम करें :

i) अपने failure को लिख लें। फिर यह analyze करें कि failure क्यों हुआ ?

ii) इसके बाद अपने weak points नोट कर लें। साथ ही strong points भी लिख लें।

iii) फिर यह देखें कि आपकी future growth के लिए क्या अच्छा रहेगा। उन points के आधार पर आगे की strategy बना लें।

इस तरह बार -बार कोशिश करके आप अंत में अपने लिए एक मनचाही Life design कर लेंगे।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है Designing Your Life summary in Hindi आपको पसंद आयी होगी और आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। धन्यवाद।

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