Dow Hill Horror Story in Hindi

डाउ हिल की भूतिया कहानी (Dow Hill Horror Story in Hindi): दोस्तो, भारत में अनेक भूतिया जगहें हैं। इन्हीं में से एक जगह दार्जिलिंग (कोलकाता) से 30 किलोमीटर दूर Dow Hill (Kurseong) नामक जगह है।

वैसे तो यह एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है लेकिन यहाँ का जंगल भूतिया माना जाता है। यहाँ समय-समय पर लोगों को भूत -प्रेत और भटकती आत्माएँ दिखी हैं।

साथ ही यहाँ स्थित विक्टोरिया बॉय स्कूल भी haunted माना जाता है।

Dow Hill में सबसे ज्यादा सिर कटे हुए एक लड़के के भूत को देखा गया है। इसके अलावा वहाँ पर बहुत सारे लोगों का कत्ल हुआ था। उनके भूत – प्रेत तथा आत्माएं भी लोगों को वहाँ दिखती रहती हैं।

आगे हमने Dow Hill पर आधारित कुछ भूतिया कहानियाँ दी हैं। पढ़िए और रोमांच का अनुभव कीजिए।

Dow Hill Horror Story in Hindi
Dow Hill Horror Story in Hindi

1. School
(Dow Hill Horror Story in Hindi)

विक्टोरिया बॉय स्कूल सर्दियों के लिए बंद हो चुका था। वहाँ सूरज नाम के युवक की सर्दियों के लिए केयरटेकर के रूप में ड्यूटी लगाई गई थी।

एक बार सूरज शाम को 7:00 बजे बाहर बगीचे में घूम रहा था। तभी उसकी नजर छत की ओर जाती है। वह देखता है कि वहाँ पर कोई लड़की बैठी हुई थी। उस लड़की की पीठ सूरज की तरफ थी इसलिए उसे उसका चेहरा नहीं दिख रहा था।

सूरज को लगा कि कहीं कोई लड़की अंदर बंद तो नहीं रह गई थी। यह सोचकर वह सीढ़ियों से छत की तरफ जाने लगता है।

जब सूरज छत पर पहुँचता है तो देखता है कि लड़की छत की मुँडेर पर खड़ी थी और मानो नीचे कूदने ही वाली थी। फिर से उसकी पीठ सूरज की तरफ थी।

कुख्यात Dow Hill Horror Story in Hindi

सूरज जल्दी से कहता है – रुक जाओ। लेकिन तभी वह लड़की छत से कूद जाती है। सूरज भागकर वहाँ जाता है और नीचे देखता है। लेकिन लड़की नीचे नहीं थी।

यह देखकर वह हैरान रह जाता है। तभी उसे लगता है कि उसके पीछे कोई खड़ा है। वह पीछे देखता है लेकिन उसे कोई नहीं दिखता।

मगर तभी उसे एक जोरदार धक्का लगता है। इससे उसका संतुलन बिगड़ जाता है और वह छत से नीचे गिर जाता है। इतनी ऊंचाई से गिरने की वजह से सूरज की वहीं मृत्यु हो जाती है।

2. छलावा

गर्मी की छुट्टियाँ पड़ रही थीं। तन्मय, सुमित और अंकित नाम के तीन कॉलेज के दोस्त छुट्टियाँ मनाने कोलकाता से Dow Hill आते हैं। वे वहाँ एक होटल में रुकते हैं और काफी मौज – मस्ती करते हैं।

शाम को सुमित कहता है कि सुना है कि यहाँ का जंगल हांटेड है। और वहाँ पर लोगों को तरह-तरह की भूतिया चीजें देखने को मिलती हैं। क्यूँ ना वे भी उस जंगल का एक चक्कर लगाकर आयें। क्या पता उन्हें भी कोई चुड़ैल दिख जाए।

यह सुनकर सब हँसते हैं लेकिन अंकित जाने से मना कर देता है। मगर तन्मय और सुमित आखिरकार उसे चलने के लिए मना लेते हैं।

इसके बाद वे तीनों शाम के 6 बजे पास के जंगल के लिए निकल पड़ते हैं। वे करीब आधे घंटे तक जंगल में इधर-उधर घूमते हैं लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं दिखता।

वे कहते हैं कि यह सब अफवाहें होती हैं। और आजकल साइंस के जमाने में इन चीजों पर कौन विश्वास करता है।

तभी तन्मय कहता है कि उसे पेशाब आ रहा है और वह पेड़ों की तरफ चला जाता है। सुमित और अंकित आगे चलते रहते हैं

Haunted Dow Hill Horror Story in Hindi

तभी उन दोनों को आगे से तन्मय के रोने की आवाज आती है। वे कुछ हैरान होते हैं लेकिन दौड़कर आगे जाते हैं।

वे देखते हैं कि तन्मय एक पत्थर पर बैठा रो रहा है। वे नजदीक जाकर उससे पूछते हैं कि क्या हुआ और तुम हमसे आगे कैसे आ पहुँचे। लेकिन वह कुछ नहीं कहता ।

तभी उन्हें पीछे से दूसरे तन्मय की आवाज सुनायी देती है। वे मुड़कर देखते हैं तो वहाँ एक और तन्मय खड़ा था। यह देखकर सुमित और अंकित हैरान हो जाते हैं।

लेकिन पीछे से आया तन्मय कहता है कि वह असली है और दूसरा पता नहीं कौन है। लेकिन रोता हुआ तन्मय कहता है कि वह असली है।

तभी सुमित कहता है कि पिछली बार बाथरूम में मैंने तन्मय से क्या कहा था। रोने वाला तन्मय कुछ नहीं कहता। लेकिन दूसरा तन्मय कहता है कि तुमने कामना के secret बॉयफ्रेंड के बारे में बताया था।

इतना सुनकर रोने वाला तन्मय गायब हो जाता है।

इसके बाद अंकित कहता है कि यह जंगल सच में haunted है। और यह भूत का छलावा था।

इसके बाद वे तीनों जल्दी से पेशतर वहाँ से भाग कर अपने होटल चले जाते हैं। अब उन्हें भी भूत – प्रेतों पर विश्वास हो चुका था।

.

3. Corridor
(Dow Hill Horror Story in Hindi)

पुनीत और अंकुश, Dow Hill के पास विक्टोरिया हाई स्कूल में दसवीं क्लास में पढ़ते थे। एक बार उनके मैथ्स के टीचर कहते हैं कि अगले दिन उनका टेस्ट होगा।

पुनीत और अंकुश पढ़ाई में कमजोर थे। वे सोचते हैं कि क्यों न रात को teacher के कमरे से Question पेपर चुरा लें। इससे वे दोनों आराम से पास हो जाएंगे।

यह सोचकर वे रात के लगभग 11:00 बजे वापस स्कूल आते हैं। उन दिनों वहाँ पर कोई भी चौकीदार नहीं होता था। इसलिए वे आराम से अंदर चले जाते हैं।

साथ ही पुनीत ने पहले ही गेट की चाबी निकाल ली थी। वे इसकी मदद से मुख्य दरवाजा खोलकर अंदर चले जाते हैं।

Victoria Boys School – Dow Hill Horror Story in Hindi

फिर वे दूसरे फ्लोर पर पहुँचते हैं जहाँ Maths टीचर का कमरा था। इसके बाद पुनीत टीचर के कमरे में चला जाता है और वहाँ पर Question पेपर ढूँढने लगता है।

तभी अंकुश कहता है कि उस toilet आ रहा है यह कहकर वह Washroom चला आता है। लेकिन जब वह Washroom के बाहर पहुँचता है तो उसे अंदर से नल चलने की आवाज आती है। ऐसा लगता है कि अंदर कोई बाल्टी में पानी भर रहा था।

अंकुश हैरान हो जाता है कि इस वक्त अंदर कौन हो सकता है। साथ ही उसे डर भी लगता है कि कहीं वे पकडे न जायें।

इसलिए वह धीरे-धीरे अंदर झाँकने की कोशिश करता है। लेकिन उसे वहाँ कोई नहीं दिखता। उसे लगता है कि उसे भ्र्म हुआ होगा।

फिर वह अंदर जाकर टॉयलेट करता है। लेकिन जब वह वापस लौटने लगता है तो अचानक से toilet का दरवाजा बंद हो जाता है।

अंकुश दरवाजा खोलने की कोशिश करता है लेकिन उसी वक़्त लाइट चली जाती है। तभी उसे पीछे की ओर एक आदमी का भयंकर साया दिखता है।

वह डर के मारे जोर – जोर से दरवाजा पीटने लगता है। धीरे -धीरे वह साया उसकी ओर आने लगता है। अंकुश डर के मारे पुनीत को आवाजें लगाने लगता है।

तभी पुनीत आकर दरवाजा खोल देता है ओर उसी समय लाइट भी आ जाती है। और वह साया गायब हो जाता है।

अंकुश पुनीत को सब कुछ बताता है। पुनीत भी उसे बताता है कि उसे question paper नहीं मिले। शायद टीचर अपने साथ घर ले गए होंगे।

इसके बाद वे सीढियाँ उतरकर first floor में आ जाते हैं। लेकिन वहाँ वे देखते हैं कि सारा कॉरिडोर गीला पड़ा था। ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने अभी-अभी वहाँ पोछा लगाया हो।

यह देखकर दोनों लड़के हैरान रह जाते हैं। क्योंकि इतनी रात को कौन वहाँ पोछा लगा सकता था।

अभी वे दोनों सोच ही रहे थे कि तभी पीछे से पुनीत के सिर पर जोर से एक Wiper लगता है। इससे उसकी चीख निकल जाती है।

दोनों लड़के समझ जाते हैं कि उनका स्कूल haunted है। इसके बाद वे जल्दी से वहाँ से भाग कर घर चले जाते हैं।

.

4. लड़का

शिवम और दीपशिखा पति-पत्नी थे। एक बार वे छुट्टियाँ मनाने Dow Hill आते हैं। एक दिन वे nature का मजा लेने के लिए अपने होटल के साथ वाले जंगल की तरफ निकल पड़ते हैं।

वे वहाँ कुदरत के नज़ारे देखते हैं और एक -दूसरे के साथ फोटोज भी लेते हैं। तभी दीपशिखा को एक बच्चे के रोने की आवाज आती है। वह शिवम से कहती है कि कोई बच्चा रो रहा है।

लेकिन शिवम कहता है कि उसे तो कोई आवाज नहीं आ रही। यह सुनकर दीपशिखा थोड़ी हैरान होती है। वह कहती है कि उसे तो आवाज अभी भी आ रही है।

शिवम ध्यान से सुनने की कोशिश करता है लेकिन उसे कोई आवाज सुनायी नहीं दे रही थी। उसे लगता है कि दीपशिखा उसके साथ prank कर रही है।

लेकिन दीपशिखा शिवम से कहती कि आओ मैं तुम्हें दिखाती हूँ। इसके बाद वह आवाज की दिशा में चलने लगती है। शिवम भी उसके पीछे-पीछे आता है।

The Boy – Dow Hill Horror Story in Hindi

कुछ दूरी पर उन्हें एक पेड़ के पीछे से किसी लड़के की टाँगे निकली हुई दिखती हैं। उन्हें लगता है कि पेड़ के पीछे कोई लड़का बैठा हुआ था।

फिर दीपशिखा पेड़ के पास जाती है और कहती है – हैलो, आप ठीक हैं क्या ? कोई हेल्प चाहिए ?

तभी वह लड़का पेड़ के पीछे से निकलकर सामने आ जाता है। लेकिन उसे देखकर शिवम और दीपशिखा के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

उस लड़के का कोई सिर नहीं था और वह आगे की तरफ चल रहा था। थोड़ी दूर जाकर वह झाड़ियों में ओझल हो जाता है।

इसके बाद शिवम, दीपशिखा का हाथ पकड़ता है और वे जल्दी से वहाँ से निकल जाते हैं।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है Dow Hill पर आधारित ये खौफनाक कहानियाँ (Dow Hill Horror Story in Hindi) आपको पसंद आयी होंगी। इस ब्लॉग पर और भी हॉरर स्टोरीज हैं आप उन्हें भी पढ़ें।

धन्यवाद।

.

Leave a Comment