Emotional Intelligence Summary in Hindi

इस किताब (Emotional Intelligence Summary in Hindi) को पढ़कर आप अपने emotions को control करना सीखेंगे। जिस से आप जीवन में अपार सफलता हासिल करेंगे।

Author: Daniel Goleman

Emotional Intelligence Summary in Hindi

What is Emotional Intelligence (इमोशनल इंटेलिजेंस क्या होती है)

दोस्तो, बचपन से ही आप IQ (Intelligence Quotient) के बारे में तो सुनते आए होंगे। IQ से हमारी academic intelligence का पता चलता है। ज्यादा IQ वाले लोग ज्यादा सफल माने जाते हैं।

लेकिन अब वैज्ञानिकों का मानना है कि सफल होने के लिए emotional intelligence का होना भी जरुरी है।
और इसी को हम EQ (Emotional Quotient) से measure करते हैं।

वास्तव में हाई IQ वाले लोग बहुत बार सफल नहीं हो पाते। बल्कि जिन लोगों में IQ और EQ का सही
balance होता है, life में वे ही सफल होते हैं।

परिभाषाEmotional intelligence का मतलब है अपने अंदर के emotions को समझना और उन्हें ख़ुशी हासिल करने के लिए control कर पाना।

आइये कुछ examples से समझते हैं कि EQ कितना important है।

1. क्या आपने कभी अनुभव किया है कि किसी को डाँट पड़ी हो और वह रोने लग गया हो। ऐसा इसलिए होता है कि डाँट पड़ने से उस व्यक्ति में डर का emotion आ जाता है। वह उसे ठीक से समझ नहीं पाता और रोने लगता है।

तो यहाँ पर अगर उस व्यक्ति में EQ ज्यादा हो तो वह अपने डर के emotion पर काबू पा सकता है।

जिस चीज के लिए डाँट पड़ी है वह उसके लिए apologize कर सकता है। और अपनी भूल को सुधार सकता है। और खुद में confidence का emotion ला सकता है।

2. कुछ students top क्यों करते हैं और दूसरे fail क्यों हो जाते हैं। क्युँकि topper students के अंदर positive motivation के emotions रहते हैं। वे दूर की सोचते हैं।

जबकि कुछ students पर मौज -मस्ती के emotions हावी रहते हैं। अगर वे भी इन emotions को समझ सकें और उन्हें control कर लें तो वे भी सफल हो सकते हैं।

तो ऊपर के दो examples से आप समझ ही गए होंगे, कि EQ develop करना कितना important है। यह life के हर क्षेत्र में काम आता है।

Role of Emotional Intelligence in Different Fields

Emotional intelligence का जिंदगी के हर क्षेत्र में अपना role है। नीचे इन areas के बारे में बताया गया है।

1. Relationship

Emotional intelligence का life के हर क्षेत्र में रोल है। आइए कुछ examples देखते हैं। सबसे पहले
आपका पार्टनर के साथ जो romantic relation है उसमें emotions की काफी value होती है।

हर बार आप अपने partner को feel करवाएं कि आप उनसे प्यार करते हैं। उनकी care करते हैं। उनकी हमेशा रक्षा करेंगे। और हमेशा कठिन परिस्थिति में भी आप उनका साथ देंगे।

इससे आपका relation बहुत ज्यादा strong रहेगा। और आपका पार्टनर आप पर पूरी तरह से trust करेगा।
और वह भी इन emotions को आपके प्रति reciprocate करेगा (book – Emotional Intelligence Summary in Hindi)।

2. Office

अगर आप ऑफिस में काम करते हैं और आपके नीचे कुछ लोग काम करते हैं तो आप उनके प्रति sympathy वाला रवैया रखें।

उनके काम को हमेशा appreciate करें। उन्हें और अच्छा करने के लिए motivate करें। उनकी गलतियों पर
बेवजह न डांटे। बल्कि उन्हें ठीक करने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि उनका बहुत ज्यादा contribution
है। हमेशा उनका मान – सम्मान करें।

यह सब करने से आपके उन employees के अंदर आपके लिए बहुत ही ज्यादा respect के emotions
जागृत होंगे। वे हमेशा आपके लिए वफादार रहेंगे। और हमेशा आपकी कंपनी के लिए दिल लगाकर काम
करेंगे। और इस तरह से आपकी कंपनी बहुत ज्यादा सफल होगी।

3. Parents

आजकल बहुत से लोग अपने parents को ignore करने लगे हैं। इससे parents को अंदर ही अंदर बहुत दुख होता है। क्योंकि उन्होंने अपने बच्चों के लिए बहुत त्याग किया होता है।

खुद आधे पेट रहकर भी वह यह सुनिश्चित करते हैं कि उनका बच्चा अच्छे से खाए। अच्छा पहने। अच्छे स्कूल में पढ़े।

लेकिन बड़े होकर यही बच्चे उन्हें ignore करने लगते हैं। इसलिए हमेशा अपने parents का हाल-चाल पूछते रहे। उनकी सेवा करते रहें। यह देखें कि उन्होंने अच्छे से खाया है या नहीं।

इससे आपके parents के दिल में भी आपके लिए बहुत ही प्यार के emotions रहेंगे। वे हमेशा आपको दिल
से आशीर्वाद देंगे।

इसके साथ ही आपके बच्चे भी आपका ही अनुकरण करेंगे।

4. Society (Emotional Intelligence Summary हिंदी में)

आज की सोसाइटी बहुत ज्यादा competitive में हो गई है। जिसे देखो भाग ही रहा है। सबको कहीं ना कहीं जल्दी पहुंचना है। कोई न कोई ambition पूरा करना है।

लेकिन इस सब के चक्कर में लोग यह भूल गए हैं कि उनका असली emotion जो खुशी चाहने का है, वह इस भाग -दौड़ में कहीं खो गया है। और लोग खुश होने के बजाये दुखी हो गए हैं।

ऐसे में आप समाज के प्रति बहुत ही sympathy का रवैया अपनाएं। आज सब के दिलों में कोई ना कोई जख्म
है। हर कोई किसी न किसी दुख को झेल रहा है। ऐसे में आप उनके दुखों को और ना बढ़ायें।

अगर किसी को appreciate नहीं कर सकते हैं तो फिर criticize भी ना करें। अच्छा तो यह रहेगा कि सब की
respect करें।

सब दोस्तों का हालचाल पूछते रहें। किसी को help चाहिए तो आप उनकी help जरुर करें। इस पोस्ट को
share करें ताकि उन्हें भी EQ के बारे में पता लग सके।

इस सब से आप समाज में positive बदलाब ले आएँगे। और दोस्तों के साथ आपकी friendship और गहरी
हो जाएगी।

5. Children

अगर आपके बच्चे हैं तो उन्हें भरपूर प्यार करें। हर दिन उन्हें hug करें। बचपन से ही उन्हें दूसरों की respect करना सिखायें। लेकिन इसके लिए आप पहले उनकी respect करें।

इससे उनकी self -esteem बहुत बढ़ जाती है। और आगे चलकर वे कभी हीन – भावना से ग्रस्त नहीं होते हैं।

जिन बच्चों के मां-बाप उन्हें डांटते रहते हैं वे आगे चलकर बहुत ही दब्बू बन जाते हैं। वे स्कूल में भी अच्छा perform नहीं करते हैं। Teacher से बात करते हुए भी वे हिचकते हैं। इसलिए बच्चों को बेवजह न डाँटे।

लेकिन जो parents बच्चों की गलती पर भी चुप रहते हैं उनके बच्चे आगे चलकर बहुत बद्तमीज किस्म के बन जाते हैं। इसलिए बच्चों को डाँटना तो उचित नहीं है लेकिन उन्हें टोकना जरुरी है।

उन्हें logically समझायें। पहले उनसे पूछें कि इस बर्ताब से क्या नुक्सान होगा। फिर उन्हें उचित guidance दें।इस तरह आप अपने बच्चे को अच्छा नागरिक बना पाएँगे।

How to Enhance Your EQ
(Emotional Intelligence Summary in Hindi)

किताब के इस भाग में लेखक ने EQ बढ़ाने के तरीके बताएँ हैं। इन्हे सीखकर आप भी अपना EQ बढ़ा सकते हैं।

1) Self Awareness

दोस्तो अगर आपको अपनी EQ बढ़ानी है, तो सबसे पहले आपको अपनी self – awareness बढ़ानी होगी।

Self – awareness का मतलब है आत्मज्ञान। यानी खुद को जानना।

बहुत बार हमें यही पता नहीं होता है कि हम जिंदगी में आखिर चाहते क्या हैं। बहुत सारे लोग खुशियों के पीछे भागते हैं। लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता कि उन्हें खुशी मिलेगी कैसे।

बहुत से लोग सिर्फ भेड़ -चाल में चलने लग पढ़ते हैं। उन्हें लगता है कि सरकारी नौकरी मिल जाने से उन्हें
खुशी मिल जाएगी। लेकिन यह सच नहीं है।

जितने भी सरकारी कर्मचारी हैं ,वे खुद अपनी 9:00 से 5:00 वाली job में फँसा हुआ महसूस करते हैं।

इसी तरह कुछ लोग सोचते हैं कि बड़ी गाड़ी और बंगला मिल जाए तो वे बहुत खुश हो जाएंगे। लेकिन बहुत से अमीर लोग तरह -तरह के कष्टों में उलझे हुए हैं। कुछ तो depression से पीड़ित होकर suicide तक कर लेते हैं। बहुत से ड्रग्स आदि लेने लगते हैं।

तो इस तरह सबसे पहले हमें जानना होगा कि हम आखिर जिंदगी में क्या चाहते हैं। इसके लिए आपको अपने अंदर self – awareness बढ़ानी होगी।

लेकिन self – awareness के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट होती है हमारे अंदर emotions का confusion.

दिन भर में हमारे अंदर लगभग 60 हजार तरह के विचार आते रहते हैं। जिनसे हमारे भीतर emotions का कूड़ा – कर्कट इकट्ठा हो जाता है। इससे brain बहुत ही confuse हो जाता है और हम self-aware नहीं हो पाते।

इस सब को दूर करने के लिए लेखक ने कहा है कि सबसे पहले अपनी जिंदगी से distractions को हटा दें।

Phone और TV का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा कम कर दें। क्युँकि इन दोनों की वजह से आपके अंदर emotions की सुनामी सी आती रहती है। और आपका दिमाग इन फालतू के विचारों को process करते -करते परेशान हो जाता है।

इससे आपके अंदर के creative ideas गायब हो जाते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप हर distraction से दूर रहें। ऐसा करने के बाद आप आंखें बंद करके meditation करें। और अपने emotions को महसूस करें।

अगर आप दुखी हैं तो आप उस दुख को महसूस करें। फिर उस दुःख का कारण जानें और उसका निवारण ढूँढ लें। इस से आपको अपनी problem का सही से पता चल पायेगा।

इसके बाद ब्रह्मांड का शुक्रिया करें कि आज आपको बहुत अच्छा दिन दिया। आपके सामने भोजन रखा। इस से आपमें positive energy भर जाएगी। और ब्रह्माण्ड आपको और देने लगेगा।

इस तकनीक से आप self-aware होंगे यानी अपने आपको जानने लगेंगे। और आपके जो असली emotions
हैं आप उनके करीब आएंगे। आपको भेड़ -चाल में चलने की जरुरत नहीं रहेगी।

आप वही काम करेंगे जिसे करने से आपको ख़ुशी मिलती है।

2) Channelize Your Emotions (Book: Emotional Intelligence Summary in Hindi)

अपने emotions को एक सही दिशा में channelize करना सीखें। अगर किसी बात से गुस्सा है तो उस गुस्से
को निकालने के लिए आप exercise का सहारा ले सकते हैं।

अगर कोई frustration है तो उसे challenge में convert कर सकते हैं। जैसे अगर पड़ोसी ताने देते हैं तो
आप मन ही मन यह decide कर सकते हैं कि एक दिन आप बहुत ही सफल इंसान बन कर दिखायेंगे। फिर उस कार्य में जुट जाएँ। न कि गम के सागर में डूब जाएँ। और न ही किसी addiction में फँस जाएँ।

इसी तरह से अगर आपके मन में गम या दुःख का emotion है तो उससे बहुत ही creative काम कर सकते हैं।कविता, गीत, ग़ज़ल, पेंटिंग, किस्सा, कहानी उपन्यास आदि बना सकते हैं।

आपने देखा होगा कि जितने भी artist हैं वे अपने संघर्षों की पीड़ा को अपनी कला में डाल देते हैं। और ऐसे उनके masterpieces बनते हैं।

तो इस तरह किसी भी emotions को आप outburst में कन्वर्ट ना करके बल्कि उसे एक positive direction दे सकते हैं। इससे भी आप emotionally intelligent बन पाएँगे।

3) Motivate Yourself

बहुत से लोग आजकल छोटी -छोटी बातों से दुख और निराशा में डूब जाते हैं। और धीरे-धीरे depression के
शिकार हो जाते हैं।

क्योंकि वे अपने emotions को control करना नहीं जानते। जिंदगी में तो सुख -दुःख आते ही रहेंगे। अगर कभी कोई दुख आ जाए तो अपने आप को खुद ही motivate करना सीखें।

इसके लिए आप कोई self help की motivating किताब पढ़ सकते हैं। इस ब्लॉग पर भी आपको तरह-तरह
की self help books की summary मिल जायेगी। अगर आप इन्हे पढ़ेंगे तो देखेंगे कि आपका mood काफी हद तक अच्छा हो गया है। और आप आगे बढ़ने के लिए motivate हो रहे हो।

दोस्तो, याद रखें वक़्त कभी भी एक जैसा नहीं रहता है। कभी बरसात होती है तो कभी पतझड़। कभी सर्दी तो कभी गर्मी। इसी तरह से कोई भी situation भी एक जैसी नहीं रहती है।

इसलिए बुरी situation में भी आप धैर्य ना खोयें। और अपने आप को motivate करते रहें।

छोटी-छोटी चीजें करके भी आप खुद को motivate कर सकते हैं , जैसे हर दिन exercise करने का नियम बनाएं। Gardening शुरू कर दें। कहीं घूमने निकल जाएं। अच्छा music सुनें। Meditation आदि करें।

इन सब से आपको काफी motivation मिलेगी और आपकी EQ बहुत बढ़ जाएगी।

4) Recognize Emotions in Others (Emotional Intelligence Summary in Hindi)

EQ बढ़ाने के लिए केवल अपने emotions को जानना ही काफी नहीं है। बल्कि आपको सामने वाले के
emotions को भी समझना होगा।

अगर सामने वाला दुखी है तो उस समय jokes आदि न सुनाने लगें। बल्कि उस समय आप भी उसके दुःख को समझें और अपने अंदर सीरियस emotions लायें। इतने से ही सामने वाले के मन में आपके लिए सम्मान जाग जायेगा।

फिर आफ sympathy के emotions का इस्तेमाल करें। और सामने वाले को उचित motivation दें। लेकिन इसके लिए उसको criticize ना करें। क्योंकि वह पहले ही दुखी है आपकी बातों से और भी दुखी हो सकता है।

अगर आपके under लोग काम करते हैं तो उनके काम में बेवजह की fault ना निकालें। अगर कोई कमी रह गई तो उसे बहुत ही पॉजिटिव तरीके से बताएँ।

और उन्हें उसे ठीक करने के लिए motivate करें। इससे उनके अंदर आपके लिए respect का emotion आएगा। अगर आप दूसरे को डराते हैं तो वह सामने तो इज्जत करेगा लेकिन पीठ पीछे गाली ही देगा।

तो इसी तरह से हर situation में आप सामने वाले के emotions को भी ध्यान में रखें और उचित व्यवहार करें।

5) Add values to emotions

अपने emotions को moral values से भी लिंक करें। जैसे अगर किसी ने कोई बहुत इमानदारी का काम किया है। तो आप उसे appreciate करें। और उसकी सबके सामने प्रशंसा करें।

इससे सामने वाले के मन में आप के प्रति बहुत ही respect के emotions पैदा होंगे। साथ ही वह आगे भी
ईमानदारी से काम करने के लिए प्रेरित रहेगा।

ऐसे ही अपने बच्चों को भी अच्छी values सिखायें। जब भी वे कुछ अच्छा कार्य करें तो आप उनकी भरपूर
तारीफ करें। इससे उन्हें लगेगा कि जब कोई अच्छा काम किया जाता है तो इससे काफी ख़ुशी मिलती है। क्युँकि लोग अच्छे कार्य की तारीफ करते हैं।

इससे बच्चे हमेशा ख़ुशी को अच्छे काम से जोड़ कर देख्नेगे। और कभी गलत काम नहीं करेंगे।

समाप्त।

Read more:

Rich Dad Poor Dad summary in Hindi

I Will Teach You To Be Rich Summary in Hindi

इस किताब की समरी (Emotional Intelligence Summary in Hindi) आपको कैसी लगा , कृपया comment करके बतायें।

Leave a Comment