Mission Majnu Film Story in Hindi

Mission Majnu story in Hindi – Mission Majnu kee kahani

  • Film : Mission Majnu
  • Cast : Sidharth Malhotra, Rashmika
  • Story: Parveez Shaikh and Aseem Arrora
  • Director : Shantanu Bagchi
  • Producer : Ronnie Screwala and more

Mission Majnu Film Story
Sidharth Malhotra in Mission Majnu

तारिक नाम का लड़का पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में रहता था। वह शादीशुदा था। और उसकी पत्नी का नाम नसरीन था । उन दोनों के यहाँ बच्चा भी होने वाला था।

तारिक छोटे -मोटे काम किया करता था। लेकिन तारिक की हकीकत कुछ और ही थी। दरअसल वह एक भारतीय जासूस था। और उसका असली नाम अमनदीप सिंह था।

उसके पिता ने देश के साथ गद्दारी की थी। उन्होंने कुछ सीक्रेट्स पाकिस्तान को बेचने चाहे थे। लेकिन पकडे जाने पर उन्होंने खुद को गोली मार ली थी।

अब अमनदीप अपने पिता का कलंक अपने माथे से हटाना चाहता था। इसलिए उसने बड़े होकर RAW ज्वाइन कर ली थी। और एक जासूस की ट्रेनिंग लेकर पाकिस्तान चला गया था। अब वह वहाँ तारिक के नाम से रहता था।

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Mission Majnu film story in Hindi: Bollywood Spy Genre Film

इसी दौरान पाकिस्तान का प्रधानमंत्री जुल्फिकार भुट्टो अपने मंत्रियों को बुलाता है और कहता है कि उन्हें भी Atom Bomb बनाना चाहिए। क्युँकि भारत ने पोखरण में एटम बम का परीक्षण किया था।

उसके मंत्री सलाह देते हैं कि Holland में रह रहा न्यूक्लियर फिजिक्स scientist अब्दुल कादिर खान यह काम कर सकता है। इसलिए वे उसे Holland से बुलाते हैं। और उसे एटम बम बनाने का काम सौंपा जाता है।

एटम बम बनाने के लिए वे लोग रावलपिंडी के पास में कहूटा नाम की एक जगह को चुनते हैं। इस जगह को सबसे गुप्त रखा जाता है। फिर वे South Africa से यूरेनियम की तस्करी करते हैं और एटम बम बनाने का काम शुरू कर देते हैं।

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लेकिन यह खबर RAW तक पहुंच जाती है कि पाकिस्तान एटम बम बनाने वाला है। लेकिन बहुत कोशिशों के बाद भी उन्हें यह पता नहीं चलता कि एटम बम बनाने वाली फैसिलिटी कहाँ पर located है।

RAW के Chief R. N. Cao उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिलकर उन्हें इस बात की सूचना देते हैं। और कहते हैं कि पाकिस्तान में रह रहे अमनदीप (तारिक) नाम के जासूस को फैसिलिटी का पता लगाने के काम पर लगाना चाहते हैं। इंदिरा गांधी उन्हें इसकी इजाजत दे देती है। वे इस मिशन को मिशन मजनू (Mission Majnu) का नाम देते हैं।

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मिस्टर R.N. Cao इस काम पर अपने जूनियर मिश्रा को लगा देते हैं। मिश्रा तारिक को जरा भी पसंद नहीं करता था और उसे बार-बार गद्दार पिता की औलाद कहकर बुलाता था। यह तारिक को बहुत ही बुरा लगता था।

मिश्रा, तारिक से कहता है कि तुम एटम बम बनाने वाली फैसिलिटी की लोकेशन का पता जल्द से जल्द लगाओ। वह यह भी कहता है कि ढाबा चलाने वाले असलम से मिलो।

तारिक, असलम से मिलता है और वह उसे एक गन देता है और कुछ पैसे तथा नकली पासपोर्ट भी दे देता है।

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इसी दौरान पाकिस्तान की मिलिट्री का जनरल जिया उल हक पाकिस्तान में तख्तापलट कर देता है। वह प्रधानमंत्री भुट्टो को जेल में डाल देता है। और इसके बाद एटम बम बनाने का काम अपने हाथों में ले लेता है।

उधर तारिक भी अपने काम में जुट जाता है। वह खोजबीन से पता लगा लेता है कि एटम बम को अब्दुल कादिर खान नाम का वैज्ञानिक बना रहा है। लेकिन उसे भी फैसिलिटी की लोकेशन का पता नहीं चलता।

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Bollywood Film – Mission Majnu film story in Hindi


एक दिन तारिक, मिश्रा से बात कर रहा होता है। तभी उसका ससुर बाहर से उसकी बात सुन लेता है और उसे लगता है कि वह दूसरी लड़की से बात कर रहा है। और उसकी बेटी को धोखा दे रहा है।

असलम, मिश्रा को बता देता है कि तारिक के ससुर ने सारी बातें सुन ली है। यह सुनकर मिश्रा असलम से कहता है कि तारिक को गोली मार दे।

लेकिन तभी रमन सिंह नाम के दूसरे RAW के अधिकारी जो पाकिस्तान में रह रहे थे ,असलम को रोक देते हैं। और कहते हैं कि तारिक की जगह उसके ससुर को गोली मार दी जाए। इससे कोई भी राज नहीं खुलेगा।

असलम ऐसा ही करता है और तारिक के ससुर को गोली मार देता है।

इस सबसे तारिक उनसे गुस्सा हो जाता है। और कहता है कि उसके ससुर को लगा था कि उसका दूसरा अफेयर है। और उन्होंने बेकार में ही एक निर्दोष को गोली मार दी।

लेकिन रमन सिंह उसे बताता है कि तुम्हें शुक्रगुजार होना चाहिए कि तुम्हारी जान तो बच गई। कुछ मनमुटाव के बाद वे तीनों एक साथ काम करने के लिए राजी हो जाते हैं।

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एक दिन तारिक को पता चलता है कि दूसरे दर्जी को मिलिट्री की तरफ से जैकेट बनाने का ऑर्डर मिला है। जब वे लोग उन जैकेट को एक ट्रक से ले जा रहे थे, तो वे लोग भेष बदलकर मिलिट्री के लोग बन जाते हैं। और उस ट्रक को चलाने वाले फौजियों से पूछताछ करते हैं कि ट्रक कहाँ ले जा रहे हो।

फौजी उन्हें बताते हैं कि काहूटा ले जा रहे हैं। इससे उन लोगों को एटम बम बनाने की लोकेशन का पता चल जाता है।

इसके बाद तारिक काहूटा की facility के अंदर जाता है और वहाँ अपनी जान को जोखिम में डालकर फैसिलिटी की फोटो खींच लेता है। इसके बाद वह इस evidence को मिश्रा तथा दूसरे अधिकारियों को भेज देता है।

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उधर Israel की इंटेलिजेंस agency Mosad को गलत जानकारी मिलती है कि पाकिस्तान क्वेटा नाम की जगह में एटम बम बना रहा है। इसलिए इजरायल, क्वेटा पर हमला करने की तैयारी करता है। लेकिन RAW के अधिकारी तारिक द्वारा ली गयी तसवीरें मोसाद को भेज देते हैं। जिससे पता चलता है कि atom bomb क्वेटा में नहीं बन रहा था। और Israel ऐन वक़्त पर अपना ऑपरेशन रोक देता है। इससे क्वेटा हमले से बच जाता है।

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Mission Majnu film story in Hindi – Spy Film

अब तक भारत में भी सत्ता परिवर्तन हो चुका था और इंदिरा गाँधी की जगह मोरारजी देसाई नए प्रधानमंत्री बन चुके थे।

RAW के चीफ मोरारजी को बताते हैं कि पाकिस्तान कहूटा नाम की जगह पर एटम बम बना रहा है।

इसके बाद मोरारजी जिया उल हक को फोन करते हैं और लताड़ लगाते हैं कि एकदम से उस फैसिलिटी को बंद कर दें नहीं तो अभी उसे उड़ा देंगे।

यह सुनकर जिया उल हक डर जाता है और फैक्टरी को बंद करने का आदेश दे देता है । लेकिन फिर वह अपने मंत्रियों को बुलाता है और कहता है कि भारत को कैसे पता चला कि वे कहूटा में Atom Bomb बना रहे हैं। जरूर वहाँ पर RAW के जासूस काम कर रहे हैं।

इसके बाद वह पाकिस्तानी खूफिया agency ISI को काम पर लगाता है और कहता है कि जिस किसी पर भी शक हो उसे गोली मार दी जाए।

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इसके बाद ISI के लोग बहुत सारे लोगों को सिर्फ शक के आधार पर गोली मार देते हैं। उनके निशाने पर असलम भी था और उसे भी गोली मार दी जाती है।

अंत में उन लोगों को पता चल जाता है कि तारिक भी एक जासूस है और वे उसकी खोज में निकल पड़ते हैं।

उधर तारिक अपनी पत्नी नसरीन को लेकर दुबई के लिए निकलना चाह रहा था। लेकिन हवाई अड्डे पर उसे घेर लिया जाता है तथा गोलीबारी होने लगती है। इसी मुठभेड़ में तारिक शहीद हो जाता है।

समाप्त।

दोस्तो, यह थी मिशन मजनू फिल्म की कहानी (Mission Majnu film story in Hindi)। उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी। धन्यवाद।

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