The Way of All Flesh Hindi summary

पढ़िए The Way of All Flesh summary in Hindi – Victorian Era की hypocrisy पर कटाक्ष करता हुआ उपन्यास।

Author: Samuel Butler

The Way of All Flesh
(Summary in Hindi)

John नाम का आदमी एक carpenter का काम करता था। उसका बेटा George किताबों का publisher बन जाता है। George का बेटा Theobald पिता के कहने पर church का पादरी बन जाता है और Christina नाम की लड़की से शादी करता है।

समय के साथ उनके तीन बच्चे होते हैं। उनके सबसे बड़े बेटे का नाम Ernest था। वही इस novel का मुख्य पात्र है और आगे की कहानी उसी के बारे में है।

Theobald बहुत ही सख्त था। वह Ernest को गलती होने पर पीटता था, कोई pocket – money भी नहीं देता था और रविवार के दिन चर्च में गाने के लिए कहता था। हालाँकि Ernest की माँ अच्छे स्वभाव की थी लेकिन उसके पिता के सामने उसकी नहीं चलती थी। उसके भाई -बहन भी पिता से डरते थे और उसकी हर बात मानते थे।

The Big Sleep summary in Hindi

(A Detective Novel)

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बारह साल की उम्र में Ernest को पढ़ने के लिए Roughborough स्कूल में दाखिल किया जाता है। वहाँ का हेडमास्टर Dr. Skinner उसके पिता से भी निर्दयी था।

Ernest को वहाँ के टीचर्स का पढ़ाया समझ नहीं आता था, उसे खेल -कूद में भी रूचि नहीं थी। वहाँ रहते हुए उसने शराब और सिग्रेटे पीना शुरू कर दिया। उसके दोस्त उसे काफी पसंद करते थे।

एक दिन Ernest की मौसी Alethea उनके पड़ोस में ही रहने आ जाती है। उसे Ernest की हालत पर दया आती है। वह काफी हंसमुख थी और Ernest को बहुत अच्छी लगती थी। Aunt Alethea ने उसके लिए carpentry की classes का इंतजाम कर दिया। क्युँकि इस काम में Ernest की काफी रूचि थी।

Ernest की लाइफ सही चल रही थी। लेकिन एक दिन Aunt Alethea बीमार हो जाती है और उसकी मौत हो जाती है। लेकिन मरने से पहले वह गुप्त रूप से अपनी सारी जायदाद Ernest के नाम कर जाती है जो उसे 28 साल की उम्र में मिलनी थी। इस वसीयत के बारे में सिर्फ Overton नाम के व्यक्ति को पता था।

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स्कूल खत्म करके Ernest पढ़ने के लिए Emmanual College चला जाता है। जो Cambridge University से affliated था।

यहाँ Ernest खुद को आजाद महसूस करता है। अब वह पढ़ाई भी अच्छे से करने लगता है और honors डिग्री प्राप्त कर लेता है।

फिर वह Christian धर्म के प्रभाव में आ जाता है। और एक ग्रुप को ज्वाइन कर लेता है। वह गरीब लोगों की हेल्प करना चाहता है।
लेकिन जब वह गरीब लोगों से मिलने जाता है तो उन्हें religion के प्रति convince करने में असफल रहता है। उन लोगों का ईश्वर पर से विश्वास उठ चुका था। क्युँकि उन्होंने life में बहुत सी तकलीफ झेली थी।

एक दिन Ernest ने गलती से एक लड़की को prostitute समझ लिया। वह उसे सबक सिखाना चाहता था। उसने उसे जबरदस्ती खींचना शुर कर दिया। लड़की के शोर मचाने पर लोग वहाँ जमा हो गए। और पुलिस ने sexual assault के मामले में Ernest को अरेस्ट कर लिया।

इसके बाद Ernest को 6 महीने के लिए जेल भेज दिया जाता है। उसके parents उसका त्याग कर देते हैं। जेल में वह 2 महीने के लिए बीमार पड़ जाता है। ठीक होने पर उसे tailoring का काम सिखाया जाता है।

जेल की सजा पूरी होने पर Ernest का ईश्वर से विश्वास उठ चुका था। साथ ही उसने सोच लिया था कि वह अब कभी घर नहीं जायेगा। उनके लिए वह मर चुका था।

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Novel – The Way of All Flesh summary in Hindi


इसके बाद Ernest, Ellen से मिलता है। वह पहले उसके घर पर maid का काम करती थी। वह उसके साथ कपडे सिलने का काम शुरू कर देता है। एक दिन दोनों शादी भी कर लेते हैं।

शुरू में तो सब कुछ ठीक चलता है लेकिन कुछ समय बाद Ellen शराब पीना शुरू कर देती है। उसका दूसरे आदमी के साथ अफेयर भी चल रहा था। इस सब से Ernest की जिंदगी फिर से बदहाल होने लगती है।

ठीक उसी समय Overton वहाँ आता है और Ernest की खराब हालत देखता है। वह चुपके से Ellen को पैसे देता है और कहता है कि दूसरे आदमी के साथ अमेरिका चली जाये। Ellen इसके लिए राजी हो जाती है। और Ernest को छोड़ कर चली जाती है।

फिर वह Ernest से मिलता है। और उसे बताता है कि उसकी मौसी ने उसके लिए बहुत सी दौलत और जमीन -जायदाद छोड़ी है। लेकिन यह सब उसे 28 की उम्र में मिलना था जिसमें अभी दो साल बाकी थे। फिर Overton उसे अपना सेक्रेटरी रख लेता है। और Alethea की प्रॉपर्टी की देखभाल करने के लिए कहता है।

Ernest इतनी सारी प्रॉपर्टी देखकर दंग रह जाता है। यह सब उसे ही मिलने वाली थी।

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एक दिन Ernest को पता चलता है कि उसकी माँ बीमार थी और कभी भी उसकी मृत्यु हो सकती थी। वह पिछले सारे गिले -शिकवे भुलाकर parents से मिलने उनके घर चला जाता है। और वहीं रहने लगता है। एक दिन उसकी माँ की मृत्यु हो जाती है।

28 का होने पर Ernest को Aunt Alethea की पूरी सम्पति मिल जाती है। इसके बाद वह विश्व -भ्रमण के लिए निकल जाता है। वापस आकर वह ऐशो -आराम से अपनी जिंदगी बिताने लगता है। और सामाजिक कार्यों में भी अपना योगदान देने लगता है।

समाप्त।

आशा है आपको The Way of All Flesh summary in Hindi अच्छी लगी होगी।

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