Start with Why Summary in Hindi

दोस्तो, अगर life में कभी भी अपना Start – Up , Business या Blog आदि लगाने का ख्याल आये तो इस किताब (Start with Why Summary in Hindi ) को जरूर पढ़ें। इसमें आपको ऐसे tips मिलेंगे जिनकी सहायता से आप अपने competitors को पीछे छोड़ दोगे। और अपने Goals में काफी success हासिल कर पाओगे।

Author : Simon Sinek

Start with Why – Summary in Hindi

इस किताब के सभी 14 Chapters की summary इस प्रकार से है :

1 – Keep End Result in Mind

आपको जो भी product बनाना है तो उसका End Result पहले ही दिमाग में रख लें। ऐसे ही अगर Blog या बिज़नेस लगाना चाहते हैं तो पहले ही यह सोच लें कि उससे आप क्या चाहते हैं।

जैसे business कितना बड़ा होगा। इसकी कितनी branches होंगी। या Blog पर कितनी posts होंगी और उसके readers कौन होंगे।

जब आप यह सब पहले ही सोच लेंगे तो आपका दिमाग ज्यादा clarity से काम कर पायेगा। उसे पता होगा कि आप उससे क्या चाहते हैं। लेकिन अगर आप सिर्फ शुरू कर दें और बोलें कि आगे का देखा जायेगा तो इससे दिमाग हमेशा confused रहेगा। उसे कोई दिशा ही नहीं मिलेगी।

वह कभी North भागेगा तो कभी South । और इससे वह कहीं भी नहीं पहुँच पायेगा।

इसलिए आप एक paper पर शुरू से अंत तक सारा plan लिख लें। अन्यथा चीजें आपके दिमाग में घूमती
रहेंगी और आप उन्हें clearly नहीं देख पायेंगे – Start with Why Summary in Hindi

2 – Don’t Use Manipulation

कभी भी product को बेचने के लिए manipulations का सहारा न लें। बहुत से business ऐसा करते हैं।
लेकिन अंत में उन्हें profit नहीं होता। बल्कि वे customer की goodwill खो देते हैं।

आपने देखा होगा कि बहुत से बिज़नेस इन manipulations का इस्तेमाल करते हैं :

  • Price – बहुत सी companies price में discount देती हैं। इससे उनका profit कम हो जाता है।
  • Fear – बहुत बार ads के जरिये आपमें fear डाला जाता है। जैसे झुर्रियां होंगी तो लोग आपको पसंद नहीं करेंगे। इस तरह आपको
    युवा दिखने की cream बेची जाती है। लेकिन सच तो यह है कि कोई भी cream आपको बूढा होने से नहीं रोक सकती। और क्या बूढ़े लोगों
    की हम respect नहीं करते ? लेकिन Companies तो manipulate करती ही हैं।
  • Promotions – जो पैसा product की value बढ़ाने में लगाना चाहिए उसे Companies advertisements के जरिये promotion में लगा देती है। इससे भी उनका profit कम हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी Ferrari या Apple की ad देखी है ? नहीं न। क्युँकि ये Companies प्रोडक्ट की quality में विश्वास करती हैं। और quality के दम पर ही इनके products बिकते हैं।
  • Peer pressure – आपमें peer pressure भी डाला जाता है। जैसे पान केसरी की ad से यह बताया जाता है कि असली मर्द यह खाते
    हैं।
  • Aspirations – कई बार आपके ambitions को भी exploit किया जाता है। और यह दिखाया जाता है कि ये product लेंगे तो आप
    कामयाब हो जायेंगे।

तो दोस्तो , लेखक कहते हैं कि यह सारी manipulation थोड़ी देर ही काम करती हैं। इनके जरिये अगर आपका product customer खरीद भी ले, लेकिन उसे कोई फायदा न दिखे तो आगे चलकर वह उसका इस्तेमाल छोड़ देगा।

इसलिए इन सबकी बजाय अपना effort और पैसा product को बेहतरीन बनाने में लगायें।

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3 – The Golden Circle

लेखक कहते हैं कि बड़े -बड़े leaders जैसे Steve Jobs, Martin Luther King या Elon Musk आदि ने
लोगों को motivate किया था न कि manipulation का सहारा लिया था।

इसके लिए वे सब Golden Circle का सहारा लेते थे। Golden Circle के तीन मुख्य parts हैं – Why, What और How ।

आइये इन तीनों को समझते हैं।

i) Why

कोई भी start – up, कंपनी या ब्लॉग आदि शुरू करते हुए आप खुद से यह question पूछें कि आप ये क्यूँ (Why ) शुरू करना चाहते हैं ? अगर इसका जबाब सिर्फ पैसा है तो आप बुरी तरह से fail हो जायेंगे।

लेकिन अगर इसका जबाब है कि आप लोगों की help करना चाहते हैं और साथ ही एक wealthy life जीना चाहते हैं तभी उस कंपनी को शुरू करने का फायदा है।

क्युँकि अंत में आपका product लोगों की help करने वाला होना चाहिए। ऐसे ही आपके Blog से लोगों को नया ज्ञान मिलना चाहिए। या उनके प्रश्नों का उत्तर मिलना चाहिए।

ii) What

इसके बाद यह question पूछें कि मैं लोगों की help करने के लिए क्या (What ) product बनाऊँ।

आप जो भी product बनाना चाहें वे दूसरे से बेहतर हों या अभी मार्किट में किसी ने बनाये ही न हो।

ऐसे ही अगर आप ऐसा Blog शुरू करते हैं जिसमें अपनी कहानी लिखने लगते हो तो उसे कोई भी नहीं
पढ़ेगा। क्युँकि इससे लोगों की कुछ खास help नहीं होगी। आपको लोगों की help के लिए लिखना होगा। इसलिए कोई अच्छी सी Niche ढूँढकर लोगों को ज्ञान, जानकारी, प्रेरणा आदि देंगे तभी वह सफल होगा।

iii) How

इसके बाद आप यह पूछें कि आपके product को लोगों तक कैसे (How ) ले जायेंगे। क्या आप online उसे बेचेंगे या distributers के जरिये। उसकी कीमत, Cost अदि का भी निर्धारण करना होगा।

4 – The Golden Circle And Your BrainStart with Why in Hindi

Golden Circle हमारे Brain से भी जुड़ा हुआ है। Why और How हमारे limbic system से जुड़े हैं। यह हमारे दिमाग का वह हिस्सा है जो हमें Curious बनाता है। और यही हमें reward पाने के लिए प्रेरित करता है। यही part pain और pleasure की अनुभूति भी करवाता है।

जबकि What हमारे Neocortex से जुड़ा हुआ है। Cortex हमारे माथे के पास वाला हिस्सा होता है। यह deep thinking से जुड़ा है। साथ ही हमारी intelligence और problem solving भी इसी part से जुडी होती है।

इसलिए बिज़नेस शुरू करने के लिए हमें अपने Brain के maximum parts का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आपको हर प्रकार के questions पूछते रहना होगा। इससे आपका दिमाग हमेशा active रहेगा। और अच्छे decisions लेगा।

5 – Work With Understanding People

ऐसे लोगों को अपनी टीम में रखें जो आपकी philosophy को समझें। जो यह जानें कि आप क्या करना चाहते हैं।

Maximum लोगों को लगता है कि कंपनी केवल पैसा कमाने के लिए होती हैं। लेकिन वास्तव में वे लोगों की सेवा कर रही हैं। तरह -तरह के products बनाकर वे लोगों का जीना आसान करती हैं।

लेकिन इन बातों को कुछ ही लोग समझ पाते हैं। जैसे अगर आपको nature के लिए कोई NGO शुरू करनी हो तो आपको ऐसे लोगों को साथ में लेना चाहिए जिन्हे Nature से प्यार हो।

जिन लोगों को कभी garden के फूलों को देखने तक का time न हो, ऐसे लोग आपकी सोच क्या समझ पायेंगे।

इसलिए पहले ही अपनी टीम को अपना vision समझा दें। यह clear कर दें कि आप customers की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। और आपका पहला purpose लोगों की life में positive change लाना है।

इससे सब लोग Company को आगे बढ़ाने के लिए motivate होंगे। इसके बदले अगर यह बोलेंगे कि किसी भी तरह मेरे products को बेचो तो वे manipulation पर उतर आयेंगे। जिससे आगे चलकर Company डूब भी सकती है।

6 – Build Trust With Golden Circle

दोस्तो , Golden Circle की तकनीक का इस्तेमाल करके आप लोगों का trust जीत सकते हो। जब भी कोई product बनायें तो Why का इस्तेमाल करें। खुद से पूछें कि इस product को क्यों बनाया जाना चाहिए।

जब Steve Jobs ने iPod बनाया था तो उन्होंने भी खुद से पूछा था – Why iPod ?

उन्होंने देखा कि लोगों को music सुनने के लिए बड़े -बड़े Cassette player या DVD player आदि use करने पड़ते हैं। इन्हे वे हर कहीं लेकर नहीं घूम सकते। यह एक तरह की problem थी।

इसके solution में उन्होंने सोचा कि अगर एक ऐसा instrument बनाया जाये जिसे लोग अपनी pocket में लेकर घूम सकें तो कितना अच्छा होगा। और इसी के साथ उनके दिमाग में iPod बनाने का idea आया।

जिसे उन्होंने इस tagline के साथ बेचा था – 1000 songs in your pocket

उनका idea सुनते ही लोगों ने इसे हाथों -हाथ ले लिया। क्युँकि अब वे कहीं भी music सुन सकते थे। अब उन्हें मेट्रो, market , train और bus stations आदि पर line में लगकर bore होने की जरुरत नहीं थी।

7 – Law of Diffusion of Innovations
( Hindi Summary of Start with Why)

इस भाग में लेखक Professor Everett Rogers द्वारा दिया गया एक Law discuss करते हैं। इस Law को The Law of Diffusion of Innovations कहा जाता है।

आप एक Bell Shape Curve की कल्पना करें। जो एक पहाड़ी की तरह भी दिखता है। इस Curve के पाँच हिस्से होते हैं। जो इस प्रकार से हैं :

1) Extreme Left (3%) : इस भाग में innovators आते हैं। इनका प्रतिशत बहुत कम होता है। इन्हे आपका product एकदम समझ में आ जाता है।

2) Early Adopters (14%) : ये लोग आपके product को सबसे पहले खरीदते हैं। इस ग्रुप में rich और upper middle class के लोग आते हैं। इनके पास surplus money होती है। और ये life में नयी -नयी चीजें try करते रहते हैं।

3) The Early Majority (34%) : इसके बाद middle middle class आपका प्रोडक्ट खरीदने लगते हैं। क्युँकि उन्होंने upper class के पास यह product देखा होता है। और उन्हें इसकी value भी समझ में आने लगती है।

4) The Late Majority (34%) : इसके बाद आम जनता भी आपका product लेने लगती है। क्युँकि अब आपके product का मार्किट में काफी प्रचार हो चुका होता है। और लोगों को यह पसंद आ रहा होता है।

5) Laggards (16%) : इन लोगों को आपका product बिलकुल पसंद नहीं होता। और न ही ये कभी खरीदते हैं। आपको इन्हे convince करने की जरुरत नहीं है।

तो दोस्तो इस Law और इसके Curve को समझ कर आपको पता लग गया होगा कि लोग आपके product को किस तरह से खरीदते हैं। और कैसे धीरे -धीरे आपकी sale बढ़ती रहती है। Source Start with Why Summary in Hindi .

8 – Bill Gates And Political Leaders

लेखके ने Bill Gates का example दिया है। वे कभी भी बहुत जोर -जोर से नहीं बोलते हैं। और देखने में shy नजर आते हैं।

वे एक medium pace के साथ बोलते हैं। लेकिन सुनने वाले उनके हर अगले शब्द का इन्तजार करते हैं। क्युँकि उनके अंदर एक Charisma है और उन्होंने लोगों के trust को जीत लिया है। वे जब भी बोलते हैं तो लोगों को पता है कि कुछ नया बोलेंगे।

लेकिन बहुत से political leaders बेहद जोश से और जोर -जोर से बोलते हैं। वे लोगों के अंदर ऊर्जा भर देते
हैं। लेकिन यह ऊर्जा कुछ ही देर तक रहती है।

अगर leader लोगों का trust नहीं जीत पाता तो लोग उसकी बातों को सिर्फ हवावाजी मानने लगते हैं। लेकिन अगर leader अपने किये promises को पूरा भी कर देता है तो लोगों को उस पर trust हो जाता है। और वे उसे अपना समर्थन देने लगते हैं।

इसलिए आप Bill Gates जैसे शान्त लीडर और Political लीडर्स दोनों के गुणों को अपनी personality में लाने की कोशिश करें। इससे आप life में बहुत तरक्की कर सकते हो।

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9 – Create Your Message

अपनी कंपनी का जो message हो उसे हमेशा emphasize करते रहें। यह message आपकी speech, posters , stationary, bags आदि में भी दिखना चाहिए।

साथ ही हर employee को भी वह message याद होना चाहिए। और वे सब उसे आत्मसात करके उसके लिए ही काम करें।

यह message बार -बार हर जगह नजर आते रहने से लोगों को भी याद हो जाता है। और वे बार -बार आपके product को लेते रहेंगे।

जैसे Nike का message – Just do It आपको याद हो चुका है। यह मैसेज आपको motivate करता है कि जो भी आपका goal है उसकी तरफ बिना डरे आगे बढ़ो।

इसलिए आप भी अपनी कंपनी का message बना सकते हो जो लोगों को value भी दे और आपकी company के vision को भी परिलक्षित करे।

10 – Use Effective Symbols

दोस्तो, आप अपनी Company या Blog के Logo पर भी ध्यान दें। अपना logo ऐसा डिज़ाइन करवायें कि वह आपके vision का सन्देश देता हो।

Symbols के पीछे बहुत बड़ी philosophy छुपी होती है। इसलिए बड़ी -बड़ी companies बहुत ध्यान से Logos डिज़ाइन करवाती हैं।

जैसे आपने Amazon का symbol देखा होगा। उसमे A से Z तक एक arc join किये रहती है। जिसका मतलब है कि हम A से लेकर Z तक सारे products बेचते हैं। और यह सच भी है।

ऐसे ही Nike का tick mark वाला symbol बताता है कि यह जूते आपके लिए best choice हैं।

Company के symbol लोगों के दिमाग पर चढ़ जाते हैं। और बहुत बार वे स्वतः ही उन्हें status symbol से link कर देते हैं।

11 – Don’t Forget WHY ( Source : Start with Why Summary in Hindi )

बहुत बार जब कंपनी profit कमाने लगती है तो अपने शुरूआती Vision भूल जाती है। उनका main मकसद पैसा कमाना हो जाता है।

इससे वे customer की कदर करना छोड़ देते हैं। लेकिन इससे customer में dissatisfaction फैलने लगता
है। और वे उस कंपनी को छोडकर rival कंपनी के products लेना शुरू कर देते हैं।

साथ ही Founder कोई नया product बनाने के बारे में नहीं सोच पाते। वे उस product पर ध्यान देते हैं जो ज्यादा बिकने लगता है। लेकिन एक दिन हर product outdated हो जाता है। और rival company अगर नया product ले आये तो लोग उसे लेने को आतुर हो जाते हैं।

इसलिए हमेशा Why पूछते रहें और अपने product को upgrade करते रहे। साथ ही नए -नए products भी लाते रहें।

इससे लोग आपके products से saturate और बोर नहीं होंगे। अगर आप लगातार product में नए features लाते रहते हैं तो लोगों में उसका craze बना रहता है।

लेकिन ऐसा तभी होगा जब आप खुद को What, Why, How जैसे question पूछकर question करते रहेंगे।

12 – Help From Influencers

आप Why के साथ -साथ How पर भी focus करते रहें। यह देखते रहें कि आपका product कैसा perform
कर रहा है। और आप उसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक कैसे (How ) ले जा सकते हैं।

अगर आपका product बहुत अच्छा होगा तो लोग अपने दोस्तों को भी उसके बारे में बताएँगे और इससे वे भी उस product को ले लेंगे ।

आप शुरू में अपने product का review भी करवा सकते हैं। इसके लिए अपने product से related bloggers को E-mail लिखें और उन्हें free में अपना product दें। अगर product सच में अच्छा होगा तो वे जरूर उसका positive review देंगे।

Bloggers एक तरह के influencer होते हैं। उनके blogs को लाखों लोग पढ़ते हैं। जब वे आपके product को review करेंगे और उसे अच्छी rating देंगे तो उनके Blog Readers को आपके product पर trust हो जायेगा और वे आपके product खरीदने लगेंगे।

13 – Balanced Market Research

लेखक कहते हैं कि product sell करने के लिए market research करनी पड़ती है। इससे हमें पता चलता है कि market में क्या चीज बिक रही है।

लेकिन इस approach का एक नुक्सान यह है कि हम कुछ नया सोच ही नहीं पाते।

जैसे market research करके हो सकता है आप भी साबुन, toothpaste , बिस्कुट आदि बनाने लगें। लेकिन इससे आपको इतना फायदा नहीं होगा। क्युँकि पहले ही बड़ी -बड़ी कंपनी इन्हे बना रही होती हैं।

वे आपको टिकने नहीं देंगे। अगर आप अपना product ले भी आओगे तो वे अपने price कम कर देंगे। इससे लोग उनका product खरीदेंगे न कि आपका।

इसलिए आप अपने अंदर देखें और अपने Why पर काम करें। यह पूछें कि मुझे कोई particular product
क्यों बनाना चाहिए।

इससे आपको एक ऐसा unique product बनाने का idea आएगा जो अभी तक market में है ही नहीं। उसका zero competition है। इस तरह का product आप market में अपनी monopoly create कर लेंगे।

और लोग हाथों – हाथ आपका product खरीदने लगेंगे। From the book Start with Why Summary in Hindi .

14 – Compete with Yourself : Start with Why Summary in Hindi

बहुत बार हम अपने competitors से compete करते रहते हैं। हम अपनी कंपनी में भी वैसे ही features लाना चाहते हैं जैसे हमारे competitors ला रहे हैं। लेकिन इससे आपकी अपनी पहचान खत्म हो जाती है।

इसके बजाय आप खुद से ही compete करें। अपने product में नए features लायें। पुराने features को upgrade करें। जो भी करना है वह आपकी creativity से आना चाहिए। न कि दूसरों को copy करके।

ऐसा ही सभी बड़ी companies करती हैं। आपने देखा होगा कि Bill Gates की Microsoft और Steve Jobs की Apple के products कितने अलग होते हैं। वे एक दूसरे को copy नहीं करते। दोनों के अपने unique features होते हैं।

तभी उनकी अलग पहचान बनती है। और वे भीड़ से अलग दिखते हैं।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है आपको Start with Why Summary in Hindi अच्छी लगी होगी। पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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