The Art of Happiness summary in Hindi

दोस्तो The Art of Happiness summary in Hindi पढ़कर आप जानेंगे कि सच्ची ख़ुशी
कैसी पायी जाती है। ख़ुशी के लिए आपको धन -दौलत, नौकरी, शोहरत आदि की भी जरुरत
नहीं है। फिर जरुरत है तो किस चीज की ? नीचे summary में पढ़िए।

Author: Dalai Lama and Howard Cutler

The Art of Happiness summary in Hindi

The Art of Happiness
(Book summary in Hindi)

Dalai Lama को उनके गुरु Dalai का 14th अवतार माना जाता है।

वे एक Buddhist Monk हैं। उनका जन्म तिब्बत में हुआ था।

लेकिन चीन ने तिब्बत पर अपना अधिकार जता लिया जिससे Dalai Lama को अपने followers के साथ चीन छोड़ना पड़ा।

अब उन्होंने भारत के हिमाचल राज्य के धर्मशाला में शरण ले रखी है।

उन्हें शांति के लिए Noble Prize भी मिला हुआ है।

आज हम यहाँ उनकी विश्व -प्रसिद्ध किताब The Art Of Happiness की summary दे रहे हैं।
पढ़िए और जानिये कि सच्ची ख़ुशी कैसे मिलती है।

Introduction

इस किताब में आप Buddhist Monk के सिद्धांतों के बारे में जानेंगे।

इन्हे पढ़कर आप हमेशा खुश रहना सीख जाओगे।

तथा life में रोजमर्रा आने वाली problems को हल करना भी सीखोगे।

आइये इसके सभी Chapters की summary पढ़ते हैं।

Chapter 1 : The Purpose of Life Is to Seek Happiness

दोस्तो आजकल के भाग दौड़ के ज़माने में हर कोई सफलता पाने के लिए भाग रहा है।

Students exam में पास होना चाहते हैं।

Skilled लोग interview में पास होकर अच्छी जॉब पाने में सफल होना चाहते हैं।

बहुत से लोग अपनी start – up या बिज़नेस की सफलता के लिए काम कर रहे हैं।

लेकिन सब लोग सफल क्यों होना चाहते हैं ?

क्युँकि इससे वे बहुत सा पैसा कमा सकते हैं।

सबको लगता है कि जब उनके पास, पैसा, गाड़ी, बंगला आदि आ जायेगा तो वे बहुत खुश रहेंगे।

इस पर दलाई लामा जी कहते हैं कि यह सिर्फ एक Myth है।

पैसे से ख़ुशी का कोई लेना -देना नहीं है।

अगर ऐसा होता तो बहुत से अमीर लोग depression या blood pressure आदि रोगों से पीड़ित नहीं होते।

और क्या किसान आपको खुश नहीं लगते ? वे तो चेहरे से ही संतुष्ट नजर आते हैं।

इसलिए life का असली purpose पैसे और सफलता के पीछे भागना नहीं है। बल्कि हर दिन खुश रहना ही life का purpose है।

आप यह न सोचें कि जब job लग जाएगी तो मैं खुश रहूँगा। या गाड़ी – बंग्ला ले लूँगा तो खुश रहूँगा।

इन सबसे ख़ुशी की कोई गारंटी नहीं है। कोई न कोई दुख हमेशा सबको लगा रहता है। चाहे वो अमीर हो या गरीब।

इसलिए हर दिन सोचें कि आज का दिन मैं ख़ुशी से बिताऊँगा।

और आपको खुश रहने के लिए चाहिए ही क्या ?

अपने परिवार वालों से respect से बात कीजिये।

छोटे बच्चों के साथ खेलिए।

दोस्त के साथ चाय पीजिये।

किसी गरीब की help कर दीजिये।

इन छोटे – छोटे कामों में जो ख़ुशी छुपी है उसे पहचानिये। और महसूस भी कीजिये।

ज्यादातर लोग यह काम करते तो हैं लेकिन उनमे ख़ुशी का अनुभव नहीं कर पाते।

क्युँकि उनका दिमाग हर घण्टे किसी न किसी चीज में सफलता पाने की उधेड़बुन
में उलझा रहता है।

कल की चिंता में वे अपने आज की ख़ुशी को भी महसूस नहीं कर पाते।

इसलिए आज से ही अपन purpose को समझिये और खुश रहना शुरू कर दीजिये।

Chapter 2 : Do Not Feel Joy on the Suffering of Others

आज के ज़माने में लोग बहुत ही स्वार्थी होते जा रहे हैं।

सबको अपनी -अपनी पड़ी है। दूसरों का दुःख -दर्द साँझा करने का किसी के पास भी समय नहीं है।

कुछ लोग तो इतने negative होते हैं कि दूसरों की प्रगति से जलते हैं।

और दूसरों के दुःख से खुश होते हैं।

लेकिन Dalai Lama कहते हैं कि यही सोच उनके दुःख का कारण बनती है।

अगर आप दूसरों के दुःख से खुश हो रहे हैं तो आपकी अपनी आत्मा में वह guilt बनकर इक्कठा हो जाता है।

साथ ही आपके व्यक्तित्व से negative vibrations निकलने लगती हैं।

इससे positive चीजें और लोग आपसे दूर चले जाते हैं।

जबकि negative energy आपकी तरफ आने लगती है।

और आपकी life दुखों से भरने लगती है।

इसलिए ऐसा कभी न करें।

इसके विपरीत जब दूसरे खुश हों तो आप भी उनकी ख़ुशी में शामिल हो जायें।

दूसरे दुखी हों तो उन्हें सहानुभूति दें। और उनकी help करें।

लेकिन help करने का नाटक न करें। बल्कि genuine तरीके से पेश आयें।

इससे universe आपकी तरफ हमेशा ख़ुशी ही भेजेगा।

Chapter 3 : Universal Compassion gives happiness

अगर आपको खुश रहना है तो दयालु बनिए।

दूसरों पर दया और सहानुभूति दिखाने से वे हमेशा आपकी इज्जत करते हैं।
चारों ओर आपके प्रति positive vibration फैलती है।

और Universe इस positivity को फिर से आपकी तरफ भी भेज देता है।

जिससे आप हमेशा प्रसन्न रहते हैं।

बहुत से लोग सोचते हैं कि दूसरों को डरा -धमका कर इज्जत करवा लेंगे।

लेकिन डर से कोई भी व्यक्ति आपके सामने तो इज्जत का नाटक करेगा परन्तु अंदर ही अंदर आपको गाली दे सकता है।

इसलिए हमेशा दूसरों का सम्मान करें। फिर वह व्यकित किसी भी धर्म, जाति, लिंग, वर्ण, रंग, भाषा आदि का क्यों न हो।

कभी भी किसी का बुरा न सोचें। और न ही अहित करें।

क्युँकि आपके कर्म ही आपके भविष्य को निश्चित करते हैं।

अच्छा कर्म करेंगे तो ही अच्छा फल मिलेगा।

Chapter 4 : Make Connections Other Than Physical Love

बहुत से लोग सोचते हैं की भोग -वासना ही प्यार है।

लेकिन ऐसा नहीं है।

वास्तविक प्यार दो रूहों के बीच का connection होता है।

इस connection को मजबूत बनाइये।

इस के लिए एक दूसरे पर trust करें। कभी भी एक – दूसरे को धोखा न दें।

एक दूसरे की कमियों के लिए उन्हें criticize न करें।

बल्कि समझदारी से उनके इस बारे में बात करें।

हमेशा अच्छी चीजों के लिए compliment दें।

एक दूसरे की help करें। इस सब से आपके बीच का connection बहुत मजबूत हो जायेगा।

और सच्चा प्यार मिलता रहेगा।

इस सब से आपका जीवन खुशियों से भर जायेगा।

Chapter 5 : Religion Is Not Needed for Spirituality

दोस्तो, आपको अच्छा आदमी होने के लिए धार्मिक होना जरुरी नहीं है।

धर्म और spirituality में अंतर होता है।

धर्म तो लिखी हुई किताबों जैसे वेद -पुराणों आदि पर based होता है।
उसमें तरह -तरह के कर्म -कांडों पर जोर दिया जाता है।

लेकिन spirituality इससे अलग है।

Spiritual होने का मतलब है आपकी आत्मा खुद को किसी divine power से जुड़ा महसूस करे।

Spiritual व्यक्ति हर चीज में divinity को ढूँढ लेता है। और वह हमेशा दूसरों का भला चाहता है।

वह लोगों के बनाये ईश्वर की अपेक्षा अपना ईश्वर खुद ढूँढता है।

एक पेड़, या कोई किताब या कोई अच्छा काम भी उसके लिए ईश्वर के सामान है।

इसलिए आप अगर धार्मिक कर्म -कांडों पर विश्वास नहीं करते , तो spirituality को अपना लीजिये।

अपना ईश्वर खुद ढूँढ़िये।

इसके लिए आपको मंदिर -मस्जिद जाने की जरुरत नहीं है।

बल्कि किसी रोते हुए बच्चे को हँसा दीजिये।

यही spirituality है। जो आपकी life को ख़ुशी से भर देगी।

Chapter 6: Sufferings are Natural, Accept them
(The Art of Happiness Hindi summary)

दोस्तों, जिंदगी में दुःख -दर्द आना निश्चित है।

दिन के बाद रात आएगी ही।

हमेशा बहार नहीं रहेगी। कभी धूप होगी तो कभी बारिश।

कुछ लोग जरा सी मुश्किल आने पर ही घबरा जाते हैं।
अपना बिश्वास और hope खो देते हैं।

यही आपके दुःख का कारण है।

इसके विपरीत आपको मुश्किल वक़्त में हिम्मत दिखानी होगी।

गिरकर भी उठना सीखना होगा।

हवा के थपेड़े सहकर ही वृक्ष को तूफ़ान सहने की ताकत आती है।

कई बार किसी चीज में failure मिलने से भी हम दुखी हो जाते हैं।
कुछ लोग तो depression में चले जाते हैं।

ऐसा इसलिए होता है क्युँकि हम past में ही जीने लगते हैं।

हम बंद दरवाजे की तरफ इतनी देर तक देखते रहते हैं कि खुले दरवाजे की तरफ हमारा ध्यान ही नहीं जाता।

इसलिए past की चिंता छोड़िये।

वह कभी वापस नहीं आएगा। इसके बदले आप खुद को बदलिए।

नया goal बनाइये। और उसकी तरफ बढ़ चलिए।

धीरे ही सही लेकिन रोज कोशिश करिये।

याद रखिये मीलों के सफर की शुरुआत एक छोटे से कदम से ही होती है।

इसलिए पहला कदम जरूर लें।

Chapter 7: Positive Attitude Gives Happiness

कुछ लोग इतने negative होते हैं कि हर बात पर उनका reaction negative ही होता है।

ऐसे किसी आदमी से अगर आप business शुरू करने की बात बोलेंगे तो वह छूटते ही बोलेगा – अरे business तो डूब जाते हैं। या इसमें तो बहुत पैसा लगता है। यह हमारे वश की बात नहीं है।

जबकि यह सच होता भी नहीं है।

सारे business नहीं डूबते। और कुछ business सिर्फ कुछ हज़ार खर्च करके भी शुरू हो जाते हैं।

या crowdfunding और venture capitalist भी पैसे लगा देते हैं। अगर idea अच्छा हो तो।

लेकिन जो negative इंसान होता है, वो इन positive बातों को नहीं सोच पाता।

इससे वह हमेशा दीन – हीन और गरीब ही रहता है।

इसलिए life में हमेशा positive attitude पालें।

अगर कोई आपसे अपने dreams के बारे में discuss करता है तो उनकी तारीफ करें। उन्हें motivate करें। न कि एकदम criticize करने लगें।

ऐसे ही इस तरह की बातें बोलने से बचें –

मेरी तो किस्मत ही खराब है।

ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है।

मेरी जिंदगी खत्म है।

अब कुछ नहीं हो सकता। आदि।

ऐसी negative बातें आपके दिमाग पर बुरा असर डालती हैं। और आपको सफल होने से रोकती हैं।

इनके बजाय बोलें –

मैं फिर से कोशिश करूँगा।

एक ही step लूँगा लेकिन आगे बढूँगा।

वक़्त हमेशा एक सा नहीं रहता।

ब्रह्माण्ड मेरे साथ है।

मेरे अंदर positive energy है। आदि।

बार -बार positive सोचने से आपका attitude ही positive हो जायेगा।

दूसरों को भी positive सोचने के लिए ही प्रेरित करें।

इस से सब आपको अच्छा व्यक्ति भी बोलेंगे।

और आपकी ख़ुशी बनी रहेगी।

Chapter 8 : Try to Find the Good in Every Situation

कैसी भी situation हो हमेशा अच्छा सोचें।

और hopeful रहें।

अगर business fail भी हो जाए तो यह सोचें कि आपने बहुत से सबक सीखें हैं। जो गलतियां इस बार की हैं उन्हें अगली बार नहीं दोहराएँगे।

अगर बुरे समय में आप दुखी हो जायेंगे तो depression में भी जा सकते हैं।

दुखी होने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता।

बल्कि problem का शाँत होकर solution ढूँढना चाहिए।

अगर कभी पैसे का loss हो जाए तो सोचें कि पैसा तो आता -जाता रहता है।

एक साधु के बारे में सोचें। जिसके पास न branded कपडे होते हैं, न घर या परिवार।

लेकिन फिर भी ऐसा लगता है कि वे अपने आप में मस्त हैं।

आप भी अपने अंदर ऐसा attitude विकसित कीजिये।

अगर किसी प्रिय की मृत्यु हो जाये तो भी घोर निराशा में न डूब जायें जैसे कुछ लोग करते हैं।

क्यूँकि देखा जाए तो एक दिन सबको मरना है।

एक दिन सब उस लोक में फिर से एक दूर से मिल जायेंगे।

इसलिए दुखी किसलिए हों।

अगर हर परिस्थिति में अच्छा सोचने की कला आपको आ गयी तो आप कभी भी दुखी नहीं होंगे।

Chapter 9: Replace Anger with Patience and Hatred with Tolerance

आजकल हर व्यक्ति बहुत ही गुस्से वाला हो गया है।
छोटी -छोटी बातों के लिए भी लोग झगड़ा करने लगते हैं।

लेकिन इससे नुक्सान गुस्सा करने वाले को ही होता है।

गुस्सा करने से शरीर में adrenaline, cortisol आदि stress hormone निकलते हैं।

जिनसे blood pressure बढ़ जाता है। जो दिल और दिमाग के लिए नुक्सान दायक होता है।

अगर इसे control न किया जाए तो heart attack या brain stroke हो जाता है।

Dalai Lama जी ने इसे control करने का तरीका बताया है।

जब भी आपको गुस्सा आये तो आप patience रखें। और शाँत रहें। कुछ देर बाद वह व्यक्ति भी शाँत हो जायेगा।

इसलिए अपनी patience बढ़ायें।

किसी की बात पर over – react न करें।

इसके साथ ही अपनी tolerance बढ़ायें। दूसरों की कमियों पर गुस्सा न करें।

क्यूँकि कमियाँ हर किसी में होती हैं। उन्हें सहन कर लेना चाहिए।

कई बार school में जब बच्चा questions को solve नहीं कर पाता तो टीचर अपना आपा खो देते हैं। और उसे पीटने भी लगते हैं।

यह बर्ताब बहुत गलत है। इससे बच्चे में हीन भावना आ जाती है।

बच्चा भी आपकी तरह इंसान है और उसकी भी उतनी ही इज्जत होती है।

पीटने की वजाय टीचर को patience रखनी चाहिए। और उसकी गलती को शांति से tolerate करना चाहिए।

इसके बाद उसे Question दुबारा से तब तक समझाना चाहिए जब तक बच्चे को ठीक से समझ न आ जाये।

ऐसे teacher की बच्चा सारी जिंदगी इज्जत करेगा।

ऐसे ही parents भी कई बार बच्चों को बहुत डाँटते रहते हैं। और उन्हें ताने देते रहते हैं।

यह भी गलत है। इससे बच्चे आगे चलकर झगड़ालू किस्म के बन जाते हैं। और कोई उन्हें पसंद नहीं करता।

जिससे उन्हें सफलता भी नहीं मिलती।

इसलिए parents को धीरज रखना चाहिए। और बच्चों को प्यार से समझाना चाहिए।

हर चीज के लिए rules बना दें। जैसे बच्चा घर लेट आ रहा हो तो rule बना दें कि 7 बजे तक सब members घर पर आ जायें।

इसके साथ ही इसके लिए logic भी बतायें। सीधा order न दे दें। जैसे कहें कि यह सबकी safety के लिए है।

इस तरह हर field में आप ऐसा कर सकते हैं।

ऐसे ही घरों में सास -बहू के झगडे भी होते हैं। अगर वे दोनों patience और tolerance रखें तो उनका घर
स्वर्ग बन जायेगा। अन्यथा कलेश होता रहेगा। और वे कभी खुश नहीं रह पायेंगे।

तो दोस्तो, अगर अगली बार गुस्सा आये तो एकदम से react न करें।

बल्कि patience और tolerance दिखायें। और आराम से बात करके problem का solution ढूँढे।

इससे सब आपकी सामने ही नहीं पीठ पीछे भी इज्जत करेंगे।

और यही सच्ची ख़ुशी का एक और secret है।

Chapter 10 : Kill Anxieties by Analyzing
ThoughtsThe Art of Happiness summary in Hindi

अगर आप हमेशा चिंता में डूबे रहते हैं तो अपने thoughts को analyze करना सीखें।

जैसे अगर कोई student exam देने जा रहा है और उसे चिंता हो रही है की अगर पास नहीं हुआ तो क्या होगा ?

वह इसी चिंता में अंदर ही अंदर घुलता जाता है।

लेकिन उस student को यह सोचना चाहिए की चिंता करने से paper के प्रश्न बदल नहीं जायेंगे।

और अगर fail हो भी गया तो भी life खत्म नहीं हो जाएगी।

लाखों तरीके हैं जिनसे पैसा कमाया जा सकता है।

कुल्हड़ नाम की franchise chain सिर्फ चाय बेचती है। और उसका turnover ही करोड़ों का है।

क्या कोई Doctor या Engineer इतना कमा सकता है ?

बहुत से लोग Youtube पर सिर्फ अपने घर या cooking के वीडियो आदि डालकर ही इतना कमा रहे हैं।

बहुत से celebrities अनपढ़ होते हुए भी successful हैं।

अगर सोचने बैठेंगे तो हज़ारों ideas दिमाग में आ जायेंगे।

तो इस तरह students को अपनी चिंता को logically एनालाइज करना चाहिए।

अगर स्टूडेंट्स ऐसा करना सीख जायें तो कोई भी student suicide नहीं करेगा।

यह example तो students का था।

लेकिन इसी तरह कोई भी analytical thinking से अपनी चिंता दूर कर सकता है।

और life को खुशियों से भर सकता है।

समाप्त।

दोस्तो उम्मीद है The Art of Happiness summary in Hindi पढ़ने के बाद आप जिंदगी में हमेशा खुश रहेंगे। इस किताब को अपने Kiths और Kins के साथ भी शेयर करें। Thank You.

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