The Immortals of Meluha summary in Hindi

Fiction novel – The Immortals of Meluha summary in Hindi : इस उपन्यास की कहानी भगवान शिव के जीवन से प्रेरित हैं। लेकिन इसमें उन्हें एक सामान्य आदमी के रूप में दिखाया गया है। सारी घटनायें आदि काल्पनिक हैं। आगे इस novel की पूरी समरी पढ़िए।

Author : Amish Tripathi

The Immortals of Meluha summary in Hindi

The Immortals of Meluha
(Summary in Hindi)

बहुत समय पहले जब राम राजा हुआ करते थे उन्होंने Meluha नाम का राज्य बसाया। यह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तक फैला हुआ था।

राम के बाद बहुत सी पीढ़ियाँ आती गयीं। और मौजूदा समय में Daksh (Daksh ) नाम के वशंज अब Meluha के राजा थे। Daksh एक सूर्यवंशी राजा थे। और उनकी Sati नाम की एक बेटी भी थी।

इस समय Meluha राज्य पर संकट आ गया था। उनकी सरस्वती नाम की नदी धीरे -धीरे सूख रही थी।

अभी वे लोग इस संकट से उबरने का प्रयास कर ही रहे थे कि उन्हें खबर मिलती है कि चंद्रवंशी राजा ने उन पर हमला कर दिया है। चंद्रवंशी सम्राज्य उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था। चंद्रवंशी राजा ने अब Naga नाम की tribe के लोगों को अपने साथ मिला लिया था। जो बहुत ही खतरनाक होते थे। और उन्हें तरह -तरह की शारीरिक व्याधियाँ भी हो रखी थीं।

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उनसे निपटने के लिए राजा Daksh अपने दूत को सन्देश देकर तिब्बत भेजते हैं। दूत वहाँ Guna tribe के मुखिया से मिलता है जिनका नाम Shiva था। दूत राजा का सन्देश Shiva को देता है। राजा Daksh ने Shiva से आग्रह किया था कि वह अपने लोगों के साथ सूर्यवंशियों की मदद के लिए Meluha आयें।

Shiva इसके लिए तैयार हो जाते है। वे अपने दोस्तों Veer Bhadra, Kritika, Nandi व अन्य लोगों के साथ Meluha के लिए चल पड़ते हैं। सबसे पहले वे श्रीनगर शहर में पहुँचते है।

वहाँ उन्हें Ayurvati (आयुर्वति) नाम की महिला मिलती है जो Meluha के लोगों की प्रमुख चिकित्सक थी। वह उन सबका स्वागत करती है। Shiva और उसके साथी Meluha की भव्यता देखकर दंग रह जाते हैं।

जब रात को सब लोग सो जाते हैं तो अचानक सबको तेज बुखार जकड लेता है। Ayurvati उन सबका उपचार करती है। लेकिन वह देखती है कि Shiva को कोई बुखार नहीं हुआ था। लेकिन उनका गला नीला पड़ गया था। यह देखकर Ayurvati को लगता है कि शायद Shiva ही नीलकंठ हैं।

वह Shiva को बताती है कि बहुत पहले एक भविष्यवाणी हुई थी। जिसके अनुसार एक दिन नीलकंठ Meluha आयेंगे और यहाँ के लोगों की रक्षा करेंगे।

जब Meluha के लोग शिव के नीले गले को देखते हैं तो ख़ुशी से उन्हें नीलकंठ घोषित कर देते हैं।

फिर वे उन्हें Meluha की राजधानी Devgirir (देवगिरि) ले जाते हैं। सब लोग वहाँ राजा Daksh से मिलते हैं और उनके किले में रहने लगते हैं।

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Book summary – The Immortals of Meluha in Hindi

एक दिन Shiva पास की पहाड़ी पर घूमने जाते हैं। वहाँ मंदिर में उन्हें एक बेहद सुन्दर लड़की दिखती है। वे पहली ही नजर में उसके प्यार में पड़ जाते हैं। वे Nandi से उस लड़की के बारे में पता करने के लिए कहते हैं।

Nandi पता करके बताते हैं कि वह राजा Daksh की बेटी Sati है। लेकिन वह एक Vikarma (विकर्मा) लड़की है। यानि उसके पुराने जन्म के पापों के कारण उसे अछूत माना जाता था। इसलिए उसकी शादी भी नहीं हो सकती थी।

Shiva , Sati से बात करने की कोशिश करते हैं लेकिन वह उन्हें अपने पास आने से मना कर देती है। Shiva मन ही मन फैसला कर लेते हैं कि उससे शादी करके ही रहेंगे।

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इसके बाद Daksh , Shiva को चंद्रवंशियों द्वारा किये जा रहे छल -कपट वाले युद्ध के बारे में बताते हैं। वे Shiva को अपने inventor Brahaspati (बृहस्पति) से भी मिलवाते हैं। एक दिन Brahaspati उन सबको Mount Mandar (मंदार पर्वत ) पर ले जाता है। और वहाँ दिखाता है कि किस तरह से सोमरस बनाया जाता है। सोमरस की वजह से ही Meluha के लोग कई सालों तक स्वस्थ और जीवित रहते थे।

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एक दिन Daksh , Shiva से कहते हैं कि Meluha के बाकी के राज्य में घूमे और लोगों से मिले। ताकि वे अपने रक्षक नीलकंठ को देख पायें। इससे उनका मनोबल बहुत बढ़ जायेगा।

इसके बाद Shiva बाकी लोगों – Sati, Veer Bhadra, Kritika, Nandi, Brahaspati और Parvateshwar के साथ Meluha के शहरों की यात्रा के लिए निकल पड़ते हैं।

जहाँ -जहाँ से Shiva जाते हैं लोग उन्हें देखकर खुश हो जाते हैं। उनका भव्य स्वागत करते हैं। और नाच -गाने का आयोजन करते हैं।

लेकिन एक दिन एक आदमी Shiva की निंदा करता है कि वह अछूत विकर्मा Sati के साथ कैसे घूम रहा है। लेकिन Shiva कहते हैं कि Sati पवित्र है। लेकिन इसके लिए Sati की अग्नि परीक्षा ली जाती है। Sati अग्नि -परीक्षा में सफल होती है। बाद में उस आदमी को मारने की बजाय वह उसे माफ़ कर देती है।

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Fiction novel : The Immortals of Meluha Hindi summary

एक दिन वे एक गाँव में पहुँचते हैं। अचानक से Naga सैनिक उन पर हमला कर देते हैं। इस हमले में एक अग्निबाण Shiva की तरफ आता है। लेकिन उन्हें बचाने के लिए Sati बीच में आ जाती है। जिसकी वजह से वह घायल हो जाती है।

उसे जल्दी से Devnagri ले जाया जाता है। Shiva , Ayurvati से आग्रह करते हैं कि Sati को सोमरस देकर बचा ले। धीरे -धीरे Sati ठीक हो जाती है।

एक दिन Shiva , Daksh से आग्रह करते हैं कि Sati की शादी उनसे कर दें। और Sati को Vikarm की सजा से मुक्त कर दें।

Daksh इसके लिए मान जाते हैं और उन दोनों की शादी कर दी जाती है। उनके साथ – साथ वीरभद्र और कृतिका की भी शादी कर दी जाती है।

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एक सुबह Meluha के लोगों को बहुत बड़ा धमाका सुनायी देता है। किसी ने Mount Mandar के कारखानों को उड़ा दिया था। सब लोग वहाँ पहुँचते हैं।

Shiva को वहाँ Naga सैनिकों के पहचान चिन्ह मिलते हैं। इससे उन्हें पता चल जाता है कि यह सब चंद्रवंशियों का किया धरा है।

इसके बाद Shiva चंद्रवंशियों पर हमले की घोषणा कर देते हैं।

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Meluha की सारी सेना को लेकर Shiva चंद्रवंशियों के क्षेत्र में पड़ने वाले Swadeep ( स्वदीप ) पहुँचते हैं। वहाँ दोनों सेनाएँ एक दूसरे से भिड़ जाती हैं। और भयंकर युद्ध होता है।

लेकिन अंत में चंद्रवंशियों के राजा और उसकी बेटी Anadmayi (आनंदमयी) को arrest कर लिया जाता है। और Daksh के सामने लाया जाता है।

जब चंद्रवंशी राजा Shiva को देखता है तो क्रोधित हो जाता है। Anadmayi, Shiva को बताती है कि उनके यहाँ भी भविष्यवाणी हुई थी। जिसके अनुसार नीलकंठ आकर उनकी रक्षा करेंगे। यह सुनकर Shiva को हैरानी होती है।

इसके बाद चंद्रवंशी राजा और उसकी बेटी को जेल में डाल दिया जाता है।

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Novel – The Immortals of Meluha summary in Hindi by Amish Tripathi

लेकिन इसके पश्चात Shiva धर्म – संकट में पड़ जाते हैं। उन्हें आत्मग्लानि होने लगती है। उन्हें लगता है कि
क्या उन्होंने युद्ध करके पाप किया है। क्या उन्हें चंद्रवंशियों की रक्षा करनी चाहिए थी ?

इस सबसे वे काफी परेशान रहने लगते हैं।

अपनी परेशानी का हल ढूँढने कि लिए एक दिन वे अयोध्या जाने का फैसला करते हैं जो Swadeep में ही पड़ती थी। और जहाँ राजा राम का मंदिर था। वे Sati को लेकर वहाँ पहुँचते हैं।

Shiva, Sati को बाहर छोड़कर राम के मंदिर में जाते हैं। और वहाँ एक तपस्वी से मिलते हैं। तपस्वी उन्हें कर्म, भाग्य, जीवन के मकसद आदि के बारे में बहुत कुछ बताते हैं।

जब Shiva मंदिर से बाहर आते हैं तो उन्हें एक चीख सुनायी देती है। वे देखते हैं कि एक Naga सैनिक ने Sati को पकड़ लिया था। और वह उसे मारने ही वाला था।

समाप्त।

दोस्तो, आपको इस novel की summary (The Immortals of Meluha summary in Hindi) कैसी लगी नीचे comment करके बताईये। धन्यवाद।

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6 thoughts on “The Immortals of Meluha summary in Hindi”

  1. Very nice good job keep it up 👍👍🙏☺️and thanks for this it’s very helpful please provide other chapters summer I hope it’s possible 👍🙏

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  2. अनीश त्रिपाठी जी की इर्मोटल ऑफ स्टोरी मुझे बहुत पसंद आयी.

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