The Power of Habit summary in Hindi

Title – The Power of Habit summary in Hindi : इस  किताब को पढ़कर आप अपनी Bad Habits को छोड़ पायेंगे और Good Habits बनाने में help मिलेगी।

Author: Charles Duhigg

The Power of Habit summary in Hindi
(The Power of Habit summary in Hindi)

The Power of Habit summary in Hindi

Introduction – What is habit ?

दोस्तो, बचपन से ही हमारा दिमाग तरह -तरह की आदतें बनाना शुरू कर देता है। जैसे खाना खाना, कपडे पहनना, ब्रश करना, नहाना आदि।

जब इन चीजों को दिमाग एक बार सीख जाता है तो उसे इसकी आदत पड़ जाती है। फिर उसे वह automatically ही करने लग पड़ता है।

जैसे किसी से बात करते हुए भी कोई कपडे पहन सकता है। उसे सोचना नहीं पड़ेगा कि कपडे कैसे पहनते हैं।

लेखक ने Habit की definition यह बताई है : Habit एक formula है जिसे हमारा दिमाग बिना ज्यादा सोचे -समझे follow कर सकता है।

Chapter 1 – Habit Loop

इस Chapter में बताया गया है कि हमें कोई भी आदत कैसे लग जाती है। इसके लिए हमें habit loop समझना पड़ेगा।

Habit loop में तीन चीजें आते हैं – Cue , Routine and Reward.

सारी आदतें इसी loop की वजह से बनती हैं। आइये देखते हैं कैसे :

1. Cue

सबसे पहले हमें Cue मिलता है। Cue का मतलब होता है कोई – Trigger.

ऐसी चीज जो habit शुरू कर देती है।

Cue कई तरह के हो सकते हैं – visual, audio, thoughts, smell आदि।

अगर कोई आदमी सिगरेट पीता है तो सिगरेट का फोटो देखकर उसे cue मिलता है। यह देखकर वह भी सिगरेट पीना शुरू कर सकता है। तो इस तरह वह फोटो Visual cue हुआ।

इसी तरह अगर वह रेडियो पर सिगरेट का discussion सुनता है तब भी वह सिगरेट पीना शुरू कर देगा। क्युँकि उसे Audible Cue मिलता है।

ऐसे ही अगर अकेले बैठे हों और सिगरेट के विचार आ जाएँ तो वे भी cue बन जाते हैं।

दोस्तों की company भी cue का काम कर सकती है। क्युँकि दोस्त जब सिगरेट पीने की बात करने लगते हैं तो दूसरा आदमी भी पीने के लिए ready हो जाता है।

2. Routine

Cue मिल जाने के बाद शुरू होती है habit की दूसरी stage, जिसे routine कहते हैं। Cue तो सिर्फ signal की तरह होता है। लेकिन जब आदमी habit को प्रक्रिया करने लगता है, उसी को routine कहते हैं।

जैसे सिगरेट जलाने और कश लेने की प्रक्रिया routine हुई।

3. Reward

Habit की तीसरी stage है – Reward यानि ईनाम।

जब भी हम किसी habit को पूरा करते हैं तो हमें तरह -तरह के reward मिलते हैं। बुरी आदतों से brain में dopamine release होता है। जिस से आदमी को ख़ुशी और euphoria का एहसास होता है।

लेकिन कुछ अच्छी चीजें करने पर भी जब दूसरे लोग हमारी तारीफ करते हैं या वधाई देते हैं तो भी brain में dopamine release होता है। और उस से भी हमें गर्व या ख़ुशी महसूस होती है। उसे भी दिमाग reward की तरह लेता है।

तो दोस्तो, यही है habit loop. और इसी loop में बँधकर आदमी सारे काम करते हैं।

Chapter 2 : Craving

दोस्तो, जब हमें किसी चीज की habit हो जाती है तो फिर हम उसे बिना सोचे – समझे करने लगते हैं। मानो वह काम automatic हो रहा हो।

जैसे जब हम bicycle चलाना या swimming करना सीख जाते हैं, तो फिर आँख बंद करके भी उस काम को कर सकते हैं।

Bad habits में भी ऐसे ही होता है।

Smoking या alcohol की आदत पड़ने पर आदमी बार -बार उसे करना लगता है। उसका एक brain कहता है – छोड़ दो, फिर भी वो आसानी से छोड़ नहीं पाता। उसे पता ही नहीं चलता कि कब उसने सिगरेट पी ली या alcohol की बोतल खाली कर दी।

इसका कारण cravings हैं।

जब कोई शराबी शराब नहीं पी रहा होता है, तो उसके दिमाग में cravings शुरू हो जाती हैं। दिमाग सोचता है कि फिर से reward कैसे मिले। ताकि वो ख़ुशी महसूस कर सके। इसलिए वह उस शराबी को cravings की strong desire दे देता है , जिस पर उसका control नहीं चलता ।

फिर वह आदमी habit की routine शुरू कर देता है। अगर alcohol की फोटो या ad देखे तो भी trigger या cue मिल जाता है। तो इस तरह से habit loop फिर से शुरू हो जाता है।

(आगे हम पढ़ेंगे कि बुरी आदतें हम कैसे छोड़ सकते हैं और अच्छी कैसे शुरू कर सकते हैं।)

आइये दो रोचक examples पढ़ते हैं, जिसमे cravings का इस्तेमाल product बेचने के लिए किया गया था।

वे दो product थे – Pepsodent और Febreze

Pepsodent तो आपने सुना ही होगा। जो कि एक toothpaste है। इसकी सफलता के पीछे Claude Hopkins का हाथ था। उन्होंने देखा कि लोगों को ब्रश करने के बाद Pepsodent का tingly taste अच्छा लगता था। उन्होंने ad में इसी का इस्तेमाल किया।

इस से लोगों को भी cue मिला और tingly taste की cravings भी होने लगी। इसलिए वे बार -बार Pepsodent खरीदते रहे। ताकि उन्हें ब्रश करने के बाद मुँह में tingly taste फील होता रहे। उन्हें इसकी cravings होने लगती थी।

दूसरा product था – Febreze . जिस से फर्श पर पोछा लगाया जाता है। पहले इस product में कोई भी fragrance नहीं था। लेकिन company ने फिर से cravings का इस्तेमाल किया। उन्होंने इसमें fragrance दी। जब कोई पोछा लगाता है तो उसे सुगंध आती थी। उन्हें सुगंध की आदत हो गयी।

तो लोग अब इसलिए फ्रेज़े खरीदने लगे क्युँकि उन्हें पता था कि, इस से उन्हें वही सुगंध मिलेगी। और उन्हें अच्छा फील होगा।

तो देखा दोस्तो, किस तरह habit के इस psychological effect को मार्केटिंग में भी इन इंटेलीजेंट लोगों ने इस्तेमाल किया। जिस से उनके product की sale लाखों गुना बढ़ गयी।

इसके बाद maximum advertisements में इन principles को use किया जाता है। हमें इन products की habit लगा दी जाती है।

अब इस सन्दर्भ में एक रोचक experiment के बारे में भी पढ़ लेते हैं :

Julio the monkey:

Julio नाम के बन्दर पर एक रिसर्च की गयी थी। उसे screen पर blackberry की फोटो दिखाई जाती थी। फिर वह एक liver खींचता था तो उसे blackberry का जूस मिलता था। जो उसके लिए reward की तरह काम करता था।

ऐसे ही बहुत बार किया गया। हर बार उसके brain को scan भी किया जाता था। जब उसे जूस मिलता था तो उसके brain में activity काफी बढ़ जाती थी। अंत में उसे blackberry की सिर्फ फोटो दिखाई गयी लेकिन जूस नहीं दिया गया।

लेकिन brain scan से पता चला कि उसके brain में activity बहुत बढ़ गयी है। इसका मतलब यह हुआ कि habit में एक stage ऐसी आती है जब सिर्फ cue देखकर ही हमारे brain की activity बढ़ जाती है। यह activity cravings के कारण होती है।

एक शराबी अगर टीवी पर किसी को शराब पीते देख ले, तो उसमें जबरदस्त cravings बढ़ जाती है। इस experiment से ही habits के addicting nature का पता चला था।

Chapter 3 – Replace bad habits with good ones

दोस्तो, ऊपर के Chapter में हमें habit loop और cravings के बारे में पता चल चुका है। इस Chapter में बताया गया है कि हम अपनी बुरी आदतों को कैसे छोड़ सकते हैं।

इसके लिए एक Golden Rule याद रखिये – आदतें replace की जा सकती हैं। इसका मतलब है अगर किसी को smoking छोड़नी है तो ऐसा नहीं है कि सिर्फ उसे सिगरेट को छोड़ देना है। नहीं।

इसके बदले उसे सिगरेट smoking को किसी और habit से replace कर देना है। लेकिन जरुरी यह है कि उस नयी habit में reward और cue शामिल हों।

क्युँकि brain reward हमेशा चाहता है। अगर उसे नयी habit से reward न मिले तो वह पुरानी habit में दुबारा पड़ जायेगा।

मान लीजिये कोई आदमी smoking की Habit को push-ups से replace कर दे। तो जब भी उसे smoking की इच्छा होगी उसे push-ups की routine शुरू कर देनी चाहिए। इस से उसे अच्छा feel होगा। क्युँकि exercise से भी dopamine release होती है।

और फिर जब उसकी body बनेगी और खुद को शीशे में देखेगा, तो उसे और dopamine मिलेगी। इसके अलावा अगर कोई उसकी body की तारीफ करेगा तो भी उसे ज्यादा ख़ुशी मिलेगी। जो उसके लिए reward होगा।

तो इस तरह से brain को reward मिल जायेगा। और वह smoking नहीं करना चाहेगा । क्युँकि अब उसको reward exercise के जरिये मिल गया।

तो दोस्तो, अगर आपको भी कोई भी बुरी आदत छोड़नी है, तो उसे एक नयी और अच्छी habit से replace कीजिये। जिसमें dopamine का reward मिलता हो।

जैसे dance कीजिये।

Music सुनिए।

Walk पर जाइये।

Running या Jogging कीजिये।

Gardening कीजिये।

Self – help books पढ़िए।

Painting करिये।

गजल, कविता, कहानी या किस्सा लिखिए।

दोस्तो के साथ गप्प – शप्प कीजिये। आदि आदि।

ऐसी कोई नयी habit शुरू कीजिये और उसे reward के साथ जोड़ दीजिये। मतलब उसमें ख़ुशी अनुभव कीजिये।

Alcohol की habit एक बहुत बड़ी समस्या है। इसके लिए Alcohol Anonymous की संस्था इस habit के निवारण के लिए काम करती है। वे लोगों को ईश्वर का या divine power से help मांगने के लिए कहती है।

आप भी यह कर सकते हैं अगर ईश्वर पर विश्वास करते हैं तो। अन्यथा nature से help मांग लीजिये। क्युँकि वह भी ईश्वर के समान है और आपको भोजन, पानी, Oxygen आदि सब कुछ देती है।

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Chapter 4 – Habits at Business Organization

दोस्तो, habits केवल personal ही नहीं होती। बल्कि अगर आपका business है तो भी आप उन्हें use कर सकते हैं। आप अपने employees में अच्छी habits डाल सकते हैं । इसके लिए organizational habits का suggestion दिया है।

जैसे अपने employees में time से आने की habit कैसे डालें । इसके लिए सबसे पहले आपको एक cue सोचना होगा । जैसे उन्हें बोलें कि alarm लगा लें । फिर reward के बारे में सोचिये।

मान लीजिये जो employee time से आएगा, आप सबके सामने उसकी तारीफ़ करेंगे । तो यह reward हो गया। और इस reward को पाने के लिए सब employees time पर आना चाहेंगे ।

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Chapter 5 – Willpower

दोस्तो, habits बनाने के लिए जो एक और चीज आपको चाहिए, वो है Willpower.

जिन लोगों की willpower strong होती है, वे कभी भी smoking, drinking या drugs आदि की habits में नहीं फंसते ।

Intelligence से भी ज्यादा powerful होती है willpower. एक intelligent आदमी की willpower अगर कम है तो वह life में ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाता। वहीं कम marks वाले students willpower की वजह से आगे बढ़ जाते हैं।

आइये willpower पर किये गए एक experiment के बारे में पढ़ते हैं।

Marshmallow Study :

एक बार कुछ बच्चों को marshmallow दिए गए। उनसे कहा गया कि वे उन marshmallow को खा सकते हैं।

लेकिन अगर 15 मिनट wait करेंगे तो उन्हें एक और marshmallow दिया जायेगा।

कुछ बच्चों ने 15 मिनट से पहले ही marshmallow खा लिया। लेकिन कुछ ऐसे भी बच्चे थे जिन्होंने wait किया और उन्हें दूसरा marshmallow दिया गया। आगे चलकर देखा गया कि जिन बच्चों ने दूसरे marshmallow के लिए wait किया था उनके exam score ज्यादा थे और वे आगे चलकर ज्यादा सफल हुए।

क्युँकि उन बच्चों की willpower strong थी। वे marshmallow के लिए tempted नहीं हुए। उन्होंने दूसरे marshmallow के लिए wait किया। इन बच्चों में दूरदृष्टि थी।

तभी यह दो marshmallow का फायदा उठा सके।

दोस्तो, Blogging में भी यही देखा जाता है। जो नए blogger होते हैं , वे 3-6 महीनों में ही पैसा earn करना चाहते हैं। अगर पैसा न मिले तो वे frustrated होकर blog छोड़ देते हैं।

जबकि जिनकी willpower strong होती है, वे बिना reward के भी जुटे रहते हैं। एक -दो साल तक लगे रहते हैं।और अंत में उनका blog सफल हो जाता है।

फिर वे सारी जिंदगी कमाते रहते हैं। तो इस तरह आप भी willpower बढ़ाइए। Short term reward के चक्कर में न पड़ें। बल्कि long term का सोचें। आपको अपने goal हासिल करने में सफलता जरूर मिलेगी ।

Starbuck technique – LATTE

दोस्तो Starbuck की famous coffee के बारे में तो आप जानते ही होंगे। वहाँ employees को मुश्किल customers या stressful situation को handle करने की तकनीक सिखाई जाती है।

उन्हें इसकी training दी जाती है ताकि उन्हें इसकी आदत बन जाये।

तकनीक का नाम है LATTE जिसका फुल फॉर्म है – Listen, Acknowledge the problem, Take action to solve it, Thank them, Explain why it happen .

अगर किसी employee से गलती हो जाये तो वो customers को LATTE का इस्तेमाल करके handle करेगा

1. सबसे पहले वह customers की complaint सुनेगा (Listen)।

2. फिर वह कबूल करेगा कि उसकी गलती है (Acknowledge the problem)।

3. उसके बाद वह उसे सुधारने के लिए action लेगा। जैसे coffee ठंडी थी तो नया गर्म कप लेकर आएगा।

4. उसके बाद respect से Thank you बोलेगा।

5. और बाद में customer को बताएगा कि ऐसा क्यों हुआ ताकि customers संतुष्ट रहे।

तो दोस्तो, ये steps आप भी life की tough situations को handle करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। घर पर पहले इनकी practice करिये। इसकी आदत ही बना लीजिये। इस से आप की willpower भी बढ़ेगी।

बहुत से लोग Boss की डाँट सुनकर परेशान हो जाते है। लेकिन अब आपको पता है क्या करना है। इस से आपका maturity level एक अलग ही स्तर पर पहुँच जायेगा। आपकी life की problems भी खत्म हो जाएँगी ।

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Chapter 6 – Organizational Habit

इस Chapter में organization या institution में habit या routine का महत्व समझाया गया है।

किसी भी company को हम एक battlefield की तरह मान लेते हैं। क्युँकि बहुत से department होते हैं। फिर उनके heads होते हैं। और उनके under बाकी employees काम करते हैं।

हर कोई अपनी prestige और power के लिए काम कर रहा होता है। इस से कई बार conflict पैदा हो जाते हैं। क्युँकि routine पता नहीं होती ।

अगर पहले ही सबके काम step by step निश्चित कर दिए जाएँ तो किसी को भी confusion नहीं होगा। और हर कोई अपना काम करता रहेगा। लेकिन कई बार कुछ लोग कहते हैं कि ये तो उस department का काम है।


लेकिन दूसरा कहता है कि दूसरे का है। इसलिए routine या habit बनानी चाहियें। जिस से सबका काम smoothly चले। इसके साथ ही employees को freehand और ज्यादा powers देनी चाहियें।

इस से वे जल्दी सीख जाते हैं। लेकिन हर चीज को micro – manage किया जाये तो वे ऐसी routine से hate करते हैं। Employees को कुछ decision लेने की आजादी दीजिये। हर चीज में अपनी टाँग मत अड़ाइये।

तभी employees उन habits या routine को ठीक से follow करेंगे। और आपका business या company या कोई भी organization target पाने में सफल होगी।

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Chapter 7 – Consumer Habit

The Power of Habit summary in Hindi
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दोस्तो companies अपना product बेचने के लिए consumer behavior का इस्तेमाल करती हैं। यह पाया गया है कि ग्राहकों में सामान खरीदने की भी आदत होती है।

जैसे आप सब्जी लेते हैं तो आपको धनिया free में लेने की आदत हो गयी होती है। जो सब्जी वाला धनिया नहीं देगा, आप उससे दुबारा सब्जी नहीं लेंगे। बल्कि उस से लेंगे जो free धनिया देगा।

ऐसे ही बहुत से example देखने को मिलते हैं। लोगों को coca -cola या thumbs – up आदि पीने की आदत लग चुकी है। अब उन्हें कितना भी बताया जाये कि इसमें nutrient नहीं है, वे पीना बंद नहीं करते।

कोई Company बार -बार product क्यों advertise करती है। ताकि आपके दिमाग को ये signal मिल जाये।
जिस से आप उस product को खरीदते रहेंगे।

Consumer behavior या psychology अपने आप में ही एक science की branch है। जो economy को काफी प्रभावित करती है।

अगर आपको अपना business लगाना या product बेचना है तो psychology भी समझनी चाहिए। इस से आपका business successful हो जायेगा।

Chapter 8 – Personal Habits

बहुत से लोगों में personal habits होती हैं। जिनके कारण वे society में successful होते हैं।
ऐसी कुछ habits हैं :

दोस्ती करना ।

खुश रहना ।

दूसरों की help करना ।

जल्दी उठना ।

Exercise करना ।

आदि , आदि।

तो दोस्तो, कुछ लोगों में habits natural होती हैं।

जैसे कुछ लोग स्वाभाव से extrovert होते हैं। वे बहुत खुले दिल के होते हैं। और जल्दी दूसरों से घुल -मिल जाते हैं। वे जल्दी से दोस्त भी बना लेते हैं।

कुछ लोग introvert होते हैं। वे shy होते हैं। तथा जल्दी किसी को दोस्त नहीं बनाते। Introvert होना बुरी बात नहीं है। बहुत से genius introvert होते हैं। लेकिन कई बार आपको नए connection बनाने की जरुरत होती है। इसके लिए आपको लोगों से बात करनी पड़ती है।

परन्तु आप इस तरह की personal habit भी सीख सकते हैं। बस यह सोचें कि दोस्ती करने से मुझे यह फायदा या reward मिल सकता है।

ऐसे ही आपको कोई भी आदत बनानी है तो उसे reward से link कर लें। जैसे सुबह अगर exercise करनी है तो कपडे और bag शाम को ही सामने रख लें। उन्हें देखकर दिमाग को exercise का signal मिल जायेगा।

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Chapter 9 – Quit Bad Habits

दोस्तो, हर किसी को कभी न कभी कोई बुरी आदत लग जाती है।
कुछ उस से छुटकारा पा लेते हैं और कुछ सारी जिंदगी struggle करते रहते हैं।


बुरी आदत को replace करने का तरीका ऊपर भी बताया गया है।

एक और तरीका है कि बुरी आदत को pain से जोड़ लें।


Alcohol की आदत है तो यह सोचें कि liver खराब होगा, cancer हो जायेगा , hospital का बिल भरना


पड़ेगा, मतलब life pain ही pain से भरी होगी।

फिर family members और friends को बोलें कि आपकी मदद करें। इस सफर में आपका साथ दें।

क्युँकि withdrawal symptoms के दौरान आदमी बहुत गुस्सा करता है , चिड़चिड़ा हो जाता है ,
सिरदर्द, body ache, insomnia आदि होने लगता है।

ऐसे में परिवार का उन्हें समझना और उनकी मदद करना बहुत जरुरी है।

इसके बाद आप बुरी आदत को cue से replace करने की सोचें।

Family members आपको नयी आदत के बारे में cue देते रहेंगे।

वे आपको याद दिलाते रहेंगे। इस से आपको नयी आदत डालने में आसानी होगी।
जैसे रोज आधा घंटा घूमने जा सकते हैं या swimming करने ।
जो भी आपको अच्छा लगे।

इस तरह pain and pleasure का balance बिठाकर आप अपनी जिंदगी को balance कर सकते हैं।
तथा एक खुशी और सफलता से भरी जिंदगी जी सकते हैं।

समाप्त।

दोस्तो, यह समरी (The Power of Habit summary in Hindi) पढ़कर उम्मीद है आपको काफी inspiration
मिली होगी ।

नीचे comment करके बतायें कि आप कौन सी नयी आदत डालना चाहते हैं ।
और बुरी आदत छोड़ना चाहते हैं ।

अगर कोई दोस्त smoking या drink करता हो तो उसके साथ यह पोस्ट जरूर share करें ।
हो सकता है उसे छोड़ने में help मिले ।

Thank You.

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