How to Win Friends and Influence People summary in Hindi

Self help book: How to Win Friends and Influence People summary in Hindi

How to Win Friends and Influence People summary in Hindi
(How to Win Friends and Influence People summary in Hindi)

बुक क्यों पढ़ें : अगर आपको पक्के दोस्त बनाने हैं, ज्यादा popular होना है, start – up में सफल होना है, clients ढूंढने हैं, ज्यादा product sell करने हैं या अपनी personality में बहुत ज्यादा charisma पैदा करना है तो यह किताब आपके लिए है।

दोस्तो, Dale Carnegie ने यह किताब 1936 में लिखी थी। अब तक ये संसार में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली किताबों में से एक बन गयी है।

Personality development के लिए यह किताब तो number one मानी जाती है।

अगर आपको जीवन में सफल होना है, फिर चाहे वो job, business, या कोई profession ही क्यों न हो, यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए।

इस किताब को 4 parts में बाँटा गया है ।

हर part की summary के points नीचे दिए गए हैं:

Part 1 : Fundamental Techniques in Handling People
लोगों से बर्ताब करने का सही तरीका

1 ) Don’t criticize, condemn, or complain.
(निंदा या शिकायत न करें)

2 ) Give honest and sincere appreciation
(सच्चे दिल से तारीफ करें )

3 ) Arouse in the other person an eager want.
(दूसरों के मन में इच्छा जगाएँ)

Part 2 : Six Ways to Make People Like You
(लोगों के चहेते और प्रिय बनने के 6 तरीके)

1 ) Become genuinely interested in other people.
(लोगों की बातों में सच्ची रूचि दिखाएँ )

2 ) Smile
(मुस्कुराने की आदत डालें)

3 ) Remember a person’s name
(लोगों का नाम याद रखें )

4 ) Be a good listener. Encourage others to talk about themselves.
(अच्छा सुनने वाला बनें। लोगों को अपनी बात करने के लिए प्रेरित करें )

5 ) Talk in terms of the other person’s interest.
(दूसरों के हित की बात करें)

6 ) Make the other person feel important – and do it sincerely.
(दूसरे लोगों को महत्वपूर्ण होने का एहसास करवाएं)

Part 3 : Twelve Ways to Win People to Your Way of Thinking
(लोगों से अपनी बात मानवायें )

1 ) The only way to get the best of an argument is to avoid it
(बहस से दूर रहें )

2 ) Show respect for the other person’s opinions. Never say “You’re wrong.”
(दूसरों के opinion की इज़्ज़त करें। कभी दूसरों को ये न बोलें कि – तुम गल्त हो।

3 ) If you’re wrong, admit it quickly and emphatically.
अगर आप गल्त हो तो जल्दी से गलती मान लें।

4 ) Begin in a friendly way.
(दोस्त की तरह बात करें )

5 ) Start with questions to which the other person will answer yes
(ऐसे question पूछें जिनका दूसरा आदमी हाँ में जबाब दे सके)

6 ) Let the other person do a great deal of the talking
(दूसरे को खुल कर बोलने का मौका दीजिये)

7 ) Let the other person feel the idea is his or hers.
(दूसरे के आईडिया की कदर करें)

8 ) Try honestly to see things from the other person’s point of view.
(दूसरे के मन की बात समझने की पूरी कोशिश करें)

9 ) Be sympathetic with the other person’s ideas and desires.
(दूसरे की इच्छा या dreams का भी ध्यान रखें )

10 ) Appeal to the nobler motives.
(अच्छे कार्यों के लिए रिक्वेस्ट करें)

11 )Dramatize your ideas.
(अपने आईडिया को इंटरेस्टिंग बना कर बताइये)

12 ) Throw down a challenge.
(दूसरों को काम करने का प्रोत्साहन दें )

Part 4 : Be a Leader: How to Change People Without Giving Offense or Arousing Resentment
(लीडर कैसे बनें : दूसरों को ठेस पहुंचाए बिना उनसे अपनी बात कैसे मनवायें )

1 ) Begin with praise and honest appreciation.
(शुरुआत प्रशंशा और प्रोत्साहन से करें)

2 ) Call attention to people’s mistakes indirectly
(दूसरे की गलती को indirect तरीके से बतायें)

3 ) Talk about your own mistakes before criticizing the other person.
(दूसरे की गलती बताने से पहले अपनी गलती के बारे में बात करें )

4 ) Ask questions instead of giving direct orders
(आर्डर देने की जगह एक question पूछें )

5 ) Let the other person save face
(दूसरे को शर्मिंदा फील न करवाएं )

6 ) Praise every improvement.
(छोटे-छोटे सुधारों की भी तारीफ करें )

7 ) Give the other person a fine reputation to live up to
(ऐसी बात बोलें कि दूसरा गर्व फील करे)

8 ) Use encouragement. Make the fault seem easy to correct
(हौसला बढ़ाएं। किसी की गलती हो तो उसे ठीक करने का मौका दें )

9 ) Make the other person happy about doing what you suggest.
(ऐसा सुझाव दें कि दूसरा उस पर अमल करते हुए खुश महसूस करे)

आइये अब इन points को एक -एक करके अच्छे से समझते हैं।

Part 1 : Fundamental Techniques in Handling People
लोगों से बर्ताब करने का सही तरीका

1 ) Don’t criticize, condemn, or complain.
(निंदा या शिकायत न करें)

किसी को भी अपनी निंदा सुनना पसंद नहीं होता। जब हम ऐसा करते हैं तो सामने वाला defensive हो जाता है।
अपने वचाव में argument देने लगता है। वो निंदा करने वाले को इज़्ज़त देना भी छोड़ देता है।

ऐसे में उसके साथ हमारा सम्बन्ध अच्छा नहीं रह जाता है।
इसलिए दोस्तो, किसी की भी निंदा या शिकायत आदि न करें। किसी का मजाक भी न उड़ाएँ ।

2 ) Give honest and sincere appreciation
(सच्चे दिल से तारीफ करें )

दूसरों की प्रशंसा करके आप उनका दिल जीत सकते हो।
आज की दुनिया में हर कोई दूसरे की गल्ती निकलने में लगा रहता है। कोई किसी को appreciate नहीं करता।
सब अपने को दूसरे से ज्यादा समझते हैं।

ऐसे में दूसरों की तारीफ करोगे तो उनके मन में आपके लिए अपने आप ही इज़्ज़त पैदा हो जाएगी ।
इसलिए किसी ने यदि आपके लिए कोई छोटा सा काम भी किया है तो sincerely उसकी तारीफ करें।
उसके काम की कदर करें।

इस से वो व्यक्ति future में भी आपके लिए और भी अच्छा काम करेगा।
या वक़्त पड़ने पर आपकी जरूर help करेगा।

3 ) Arouse in the other person an eager want.
(दूसरों के मन में इच्छा जगाएँ)

अगर आप दूसरों से कोई काम करवाना चाहते हो, तो वे उसमें ज्यादा interest नहीं दिखाते।
अगर उस काम को करते भी हैं सिर्फ बोझ समझकर करते हैं।

इसके लिए आप पहले उनका नजरिया समझिये। वो उस काम के प्रति क्या सोचते हैं।
फिर आप उनकी सोच को अपनी सोच के साथ मिलाकर उनको काम करने के लिए कहिये।

उन्हें लगेगा उनकी सोच पर अमल हो रहा है।
और वो काम को बहुत ही लगन से करने लगेंगे।

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Part 2 : Six Ways to Make People Like You
(लोगों के चहेते और प्रिय बनने के 6 तरीके)

आइये अब पढ़ते हैं कि आप सबके चहेते कैसे बन सकते हैं। ऐसी personality develop कर सकते हैं कि पीठ पीछे भी लोग आपके बारे में अच्छा बोलें।

1 ) Become genuinely interested in other people.
(लोगों की बातों में सच्ची रूचि दिखाएँ )

ज्यादातर लोग चाहते हैं कि कोई उनके इंटरेस्ट में इंटरेस्ट दिखाए।

जैसे किसी को नोवेल्स पढ़ने का शोक है तो genuine तौर पर उसमे इंटरेस्ट दिखाएं। नोवेल्स के बारे में बातें करें।
पूछें कि उनका favorite नावेल कौन सा है? या कौन सा genre पढ़ना उन्हें पसंद है।

इस से वो व्यक्ति घंटो तक आपसे बात करेगा। आपके साथ connected होगा।
और आपको अपना friend जैसा मानेगा। क्युँकि उसे लगेगा कि आप दोनों के इंटरेस्ट same हैं।

लेकिन इंटरेस्ट fake नहीं होना चाहिए। सच में दूसरों से दो बातें सीखने की कोशिश करें।

2 ) Smile
(मुस्कुराने की आदत डालें)

लोगों को देखकर हमेशा मुस्कुराइए।
जो लोग हमेशा गुस्से में रहते हैं उन्हें कोई पसंद नहीं करता। लोग उन्हें घमंडी और नकचढ़ा मान लेते हैं।

और कोई उनका friend भी नहीं बनना चाहता।

Smile बताती है कि आप एक अच्छे इंसान हो।

3 ) Remember a person’s name
(लोगों का नाम याद रखें )

किसी भी इंसान को, किसी भी भाषा में सबसे प्यारा शब्द लगता है – उसका नाम।
अगर आप किसी को उसके नाम से बुलाएँगे तो वो समझेगा कि आपको उसकी बहुत कदर है।

फिर वो आप के लिए कोई भी काम करने को ready हो जायेगा। क्युँकि वो आपकी भी इज़्ज़त करना चाहेगा।

इसलिए लोगों के नाम याद रखने की आदत डालिये। किसी का भी नाम याद रखने के लिए उसका नाम मन ही मन 5 बार रिपीट करिये।

याद हो जायेगा।

4 ) Be a good listener. Encourage others to talk about themselves.
(अच्छा सुनने वाला बनें। लोगों को अपनी बात करने के लिए प्रेरित करें )

बहुत से लोग बातचीत करते वक़्त अपना ही राग अलापते रहते हैं।
वो दूसरों को बोलने का मौका ही नहीं देते।

इस से दूसरा आदमी आपके प्रति respect खो देगा।
आपको बड़बोला समझेगा।

इसलिए दूसरों को बात करने का मौका दीजिये। दूसरों की बात को ध्यान से सुनिए।
इस से दूसरों को लगेगा कि आप उसकी respect करते हैं। फिर वो भी आपकी respect करेगा।

5 ) Talk in terms of the other person’s interest.
(दूसरों के हित की बात करें)

कुछ लोग बहुत स्वार्थी होते हैं। हमेशा अपना interest देखते हैं।
ऐसा करने से भी हम दूसरे के दिल में अपनी respect खो देते हैं। फिर दूसरा हमारा क्या भला करेगा ?

इसलिए हर चीज में दूसरों के हित की भी बात करें।

6 ) Make the other person feel important – and do it sincerely.
(दूसरे लोगों को महत्वपूर्ण होने का एहसास करवाएं)

दूसरे आदमी को एहसास दिलाएँ कि वो कितना important है। एक कंपनी के सफाई कर्मचारी की भी उतनी value करनी चाहिए जितनी कि CEO की।

ऐसा करने पर वो कर्मचारी आपके बोले बिना भी लगन से दुगना काम करने लगेगा।

दूसरे को value देने से आपका कुछ नहीं जायेगा। बल्कि आप खुद की value बढ़ा लेंगे। लोग आपके लिए काम करना पसंद करेंगे।

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Part 3 : Twelve Ways to Win People to Your Way of Thinking
(लोगों से अपनी बात मनवायें )

1 ) The only way to get the best of an argument is to avoid it
(बहस से दूर रहें )

दोस्तो, बहस से कोई भी बात नहीं बनती है। सामने वाला खुद को या तो आपसे हारा हुआ मानता है या जीता हुआ। दोनों ही cases में आपका काम बिगड़ेगा।

वो हारेगा तो बुरा फील करेगा और अगर वो जीतेगा तो आपको बुरा लगेगा।

तो इस से आपके दोनों की बीच खटास पैदा होगी। जबकि आपका goal रिश्तों में मिठास बनाइये रखना होना चाहिए।

आपने देखा ही होगा। लोग politics पर कैसे घण्टों – घंटो बहस करते हैं।
अगर वो सालों तक भी बहस करते रहेंगे तब भी कोई नतीजा नहीं निकलेगा।

उल्टा दोस्ती में दरार पड़ जाती है।

और कौन सा नेता किसके घर का काम कर देता है?
फिर फालतू की बहस करने से क्या फायदा।

Discussion जरूर कीजिये। लेकिन अगर वो बहस बनने लगे तो टॉपिक change कर दीजिये।
हर हाल में बहस से बचें। इस से time और दिमाग दोनों की बर्बादी नहीं होगी।

2 ) Show respect for the other person’s opinions. Never say “You’re wrong.”
(दूसरों के opinion की इज़्ज़त करें। कभी दूसरों को ये न बोलें कि – तुम गल्त हो।)

कभी भी दूसरों के opinion की निंदा न करें। इस से उनका ego हर्ट हो जाता है। और फिर आप उनसे काम नहीं ले पाएंगे। न ही वो आपकी कोई help करेंगे।

उनके opinion के अच्छे points को praise करिये लेकिन अगर कुछ गल्त है तो उसे logically समझाइये। कि इस चीज में यह यह बात तो बहुत अच्छी है लेकिन ये problem है।

इस से सामने वाला आपकी बात समझने की कोशिश करेगा। और मान भी जायेगा क्युँकि आपने उसे बुरा feel नहीं होने दिया।

3 ) If you’re wrong, admit it quickly and emphatically.
(अगर आप गल्त हो तो जल्दी से गलती मान लें)

अगर आपकी गल्ती हो तो अपनी ego को दरकिनार कर जल्दी से उसे मान लें। और उसे सुधारने की कोशिश करें। गल्ती किसी से भी हो सकती है।

इस से दूसरे लोग आपको बड़े दिल वाला मानेंगे।

4 ) Begin in a friendly way.
(दोस्त की तरह बात करें )

किसी भी काम के बारे में बात करनी हो तो friendly तरीके से शुरू करें। ना कि boss या dictator की तरह।

हर कोई friendly व्यक्ति से बात करना चाहता है। और friendly बनकर आप अपने employees से भी आसानी से काम निकलवा सकते हैं।

5 ) Start with questions to which the other person will answer yes
(ऐसे question पूछें जिनका दूसरा आदमी हाँ में जबाब दे सके)

लोगों से tough question पूछकर अपनी intelligence न दिखाएं। उनसे आसान चीजों के बारे में पूछें। जिनका वो उत्तर आराम से दे पाएँ।

इस से उन लोगों का morale boost होगा।

और आपको वो अच्छा व्यक्ति मानेंगे। और हमेशा आपका काम करने को ready रहेंगे।

6 ) Let the other person do a great deal of the talking
(दूसरे को खुल कर बोलने का मौका दीजिये)

कोई भी दूसरों की डींगे नहीं सुनना चाहता। हर कोई चाहता है कि उन्हें express करने का मौका मिले।

इसलिए लोगों को बोलने का मौका दीजिये। इस से वो आपके द्वारा सम्मानित feel करेंगे।

7) Let the other person feel the idea is his or hers.
(दूसरे के आईडिया की कदर करें)

अगर आपको किसी को कोई काम देना है। तो उस काम पर उस व्यक्ति से सुझाव लीजिये।
अगर उसके सुझाव आपके सुझाव से मिलते हैं तो इसे उसका idea बता दें।

और बोलें कि हाँ मुझे आपका सुझाव बहुत पसंद आया।

वो आदमी पूरी लग्न से आपके उस काम को करने लग जायेगा।

8) Try honestly to see things from the other person’s point of view.
(दूसरे के मन की बात समझने की पूरी कोशिश करें)

अगर दूसरा आदमी आपसे किसी बात पर सहमत न हो तो उसकी बात को काटने की कोशिश मत कीजिये।
बल्कि वो क्या कहना चाह रहा है, उसे समझने की कोशिश करें।

कोई तो reason होगा जिस से वो आदमी उस बात को कह रहा है। उस से इसके बारे में discuss करें।
इस से वो आदमी रेस्पेक्टेड feel करेग। आपको भी दिल से respect देगा।

9) Be sympathetic with the other person’s ideas and desires.
(दूसरे की इच्छा या dreams का भी ध्यान रखें )

दूसरों की भी इच्छाएं और सपने होते हैं। अगर वो उनको ज़ाहिर करते हैं तो उन्हें ignore न करें।
बल्कि उनका सम्मान करें। चाहिए वो इच्छा कैसी भी हो उनकी उम्मीद बढ़ायें।

इस से भी उनके दिल में आपके प्रति सम्मान बढ़ जायेगा।

10) Appeal to the nobler motives.
(अच्छे कार्यों के लिए रिक्वेस्ट करें)

दूसरे आदमी के काम में एक अच्छा point ढूँढे। फिर अपने काम को भी उस से लिंक कर दें।

इस से सामने वाला निष्ठा से उस काम को करेगा। क्यूंकि आपने उस काम में उसका नजरिया भी शामिल कर दिया।

11) Dramatize your ideas.
(अपने आईडिया को interesting बना कर बताइये)

आपके पास जो भी आईडिया है उसे नार्मल तरीके से मत बता दीजिये। बल्कि उसे जोश के साथ बताइये। उस idea के क्या फायदे हैं, और वो सब पर कितना प्रभाव डालेगा, यह सब बताइये।

आईडिया को interesting तरीके से बताइये ताकि सुनने वाले को मजा भी आये और उसे motivation भी मिले।

तभी वो इस idea पर काम करने की कोशिश करेगा।

12 ) Throw down a challenge.
(दूसरों को काम करने का प्रोत्साहन दें )

हमें दूसरों को कोई भी कार्य करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। जैसे अगर आपका फ्रेंड exercise नहीं करता है और आप उस से करवाना चाहते हैं तो आप उस से कहिये कि क्या वो 5 push-ups कर सकता हैं।

सबको पता है वो कर लेगा।

लेकिन जब वो कर के दिखा दे तो आप उसकी तारीफ करिये। और बोलें कि देखा वो कर सकता है।
फिर उसे बड़ा challenge दें।

क्या वो 100 कर सकता है ?

अब वो इस challenge को complete करने के बारे में सोचने लगेगा। और आपकी बातों से प्रेरित होकर daily exercise करने लगेगा ।

यह technique आप किसी भी क्षेत्र में लगा सकते हैं।

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Part 4 : Be a Leader: How to Change People Without Giving Offense or Arousing Resentment
(लीडर कैसे बनें : दूसरों को ठेस पहुंचाए बिना उनसे अपनी बात कैसे मनवायें )

1 ) Begin with praise and honest appreciation.
(शुरुआत प्रशंसा और प्रोत्साहन से करें)

कोई भी strict या खड़ूस बॉस का काम दिल से नहीं करता है। क्युँकि वो दूसरों को डाँटता रहता है।

उनके काम में कमियाँ निकालता रहता है। उनके काम की तारीफ भी नहीं करता।

ये सब किसको पसँद आएगा।

अगर दूसरों के काम की तारीफ की जाये तो वे हर काम दिल लगा कर करते हैं।
इसलिए कभी भी दूसरों पर authority का रौब न झाड़ें ।

सामने वाला डर से काम तो कर देगा। लेकिन दिल से सौ प्रतिशत effort नहीं डालेगा।
क्युँकि वो अंदर ही अंदर आपसे नफरत करेगा।

इसलिए कभी भी किसी से काम के लिए कहें तो उनके सम्मान का ध्यान रखें। उनकी प्रतिभा और मेहनत की जरूर प्रशंसा करें।

यही अच्छे लीडर का गुण है।

2 ) Call attention to people’s mistakes indirectly
(दूसरे की गलती को indirect तरीके से बतायें)

जब दूसरे गलती कर देते हैं, तो बहुत से लोग डाँटने लगते हैं। सबके सामने उन्हें जलील कर देते हैं।
इस से वह व्यक्ति अंदर ही अंदर ऐसे लोगों से grudges और hard feelings रख लेता है।


इसलिए दूसरों से गल्ती हो जाए तो सबके सामने न बोलें। बल्कि अलग से बात करें। वो भी समझा कर।

और उस गलती को ठीक करने का solution बतायें।

3 ) Talk about your own mistakes before criticizing the other person.
(दूसरे की गलती बताने से पहले अपनी गलती के बारे में बात करें )

अगर दूसरों की गलती के बारे में बतायें तो पहले आप अपनी किसी छोटी गलती के बारे में बात करें।
बोलें कि – यार गलती तो सब से होती है। एक बार मेरे से ऐसा हो गया था।

बस आप आगे से ध्यान रखना ।

कुछ इस तरह से बतायें कि सामने वाला आदमी शर्मिंदा फील न करे। और वो आपके इस अंदाज़ से आपसे
बहुत प्रभावित हो जायेगा।

और सारी ज़िंदगी आपका सम्मान करेगा।

4 ) Ask questions instead of giving direct orders
(आर्डर देने की जगह उस से related कोई question पूछें )

कोई भी नहीं चाहता कि उन्हें order दिए जाएं। ये अपमान से भरा लगता है।
इसलिए किसी को कोई काम देना हो तो रिक्वेस्ट करें या suggestion देकर बोलें।

इस से व्यक्ति को बुरा नहीं लगेगा। और वो आपका काम जरूर करेगा।

5 ) Let the other person save face
(दूसरे को शर्मिंदा फील न करवाएं )

कभी किसी employee से गल्ती हो जाये तो उसे सबके सामने न डाँटे। बल्कि अलग से बात करें।
उसे सुधार का मौका दें।

वो व्यक्ति आपकी दुगनी respect करने लगेगा।

6 ) Praise every improvement.
(छोटे-छोटे सुधारों की भी तारीफ करें )

कोई भी अगर थोड़ा सा भी अच्छा काम करता है तो उसकी अवश्य तारीफ करें। इस से उसके मनोबल को
boost मिलता है।

और वो व्यक्ति और भी अच्छा काम करने में लग जाता है।

7 ) Give the other person a fine reputation to live up to
(ऐसी बात बोलें कि दूसरा गर्व फील करे)

जब कोई अपना काम बहुत ईमानदारी से पूरा कर दे तो सबके सामने उसकी तारीफ करें।
या किसी में कोई भी हुनर हो उसकी भी तारीफ सबके सामने करें।

इस से उस आदमी की reputation सबके सामने अच्छी हो जाएगी।
वो आदमी आपको दिल से इज़्ज़त करने लगेगा।

8 ) Use encouragement. Make the fault seem easy to correct
(हौसला बढ़ायें। किसी की गलती हो तो उसे ठीक करने का मौका दें )

अगर किसी से गलती हो जाए तो उसे एहसास दिलाएँ कि गल्ती बहुत बड़ी नहीं है।
और उसे आसानी से improve किया जा सकता है।

इस से वो व्यक्ति हमेशा के लिया आपका fan हो जायेगा।

9 ) Make the other person happy about doing what you suggest.
(ऐसा सुझाव दें कि दूसरा उस पर अमल करते हुए खुश महसूस करे)

अगर आपको कोई काम करवाना है तो उसे बहुत जटिल न बना दें। उस काम के बारे में employee क्या
सोचता है उसकी इच्छा को भी ध्यान रखें और उसे कुछ आज़ादी दें। हर चीज में मीन-मेख न निकालें।

समाप्त।

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दोस्तो, ये थी इस bestseller किताब की समरी (How to Win Friends and Influence People summary in Hindi) .

उम्मीद है कि इस summary को पढ़कर आपने काफी कुछ सीखा होगा।

ज्यादातर लोगों की आदत होती है – दूसरों में कमियाँ निकालना , दूसरों का मजाक उड़ाना, डाँटना, झगड़ा करना।

लेकिन इस से उनकी personality बहुत ही संकुचित होकर रह जाती है। कोई उन्हें पसंद नहीं करता।
ऐसे लोग कभी भी आगे नहीं बढ़ पाते हैं। उनकी कंपनी या start-up डूब जाते हैं।

तो आप अगर ऊपर दिए सारे rules को जीवन में अपनाते हैं तो आपकी personality में चार चाँद लग जायेंगे।

सब आपकी तारीफ करने लगेंगे। आपको अच्छा इंसान मानने लगेंगे। आपके लिए काम करना चाहेंगे।

इस से आपको जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।

चाहे वो आपकी जॉब हो, start-up हो, कम्पनी हो या आपसी relationship की बात हो।

इस किताब के नियम हर जगह लागू होते हैं।

धन्यवाद।

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2 thoughts on “How to Win Friends and Influence People summary in Hindi”

  1. ये बुक मैंने 2 बार पूरी पढ़ी इसके बाद भी ढंग से समझ मे नहीं आ रही थी लेकिन आपकी इश बुक समरी को पढ़ने के बाद इसके action steps मुझे समझ आ गए है ,,,मतलब इसको पड़ने के बाद अब मैं अपनी daily life मे इनको use कर सकता हूँ |

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