Salaar Movie Story in Hindi – Ceasefire

Salaar Movie Story in Hindi – Part 1 Ceasefire (सालार फिल्म की पूरी कहानी हिंदी में ): सालार तेलगु भाषा की है। सालार का मतलब है सेनापति।

इस फिल्म को प्रशांत नील ने लिखा और निर्देशित किया है। इसमें प्रभास मुख्य भूमिका में हैं।

इस फिल्म की कहानी एक काल्पनिक राज्य खानसार में घटित होती है। इसमें दो दोस्तों वर्धा और देवा के बारे में दिखाया गया है। जब वर्धा के पिता राजा मुन्नार के खिलाफ कुछ लोग विद्रोह कर देते हैं तो वर्धा , देवा को सहायता के लिए बुलाता है।

इस फिल्म के दो भाग हैं – Ceasefire और शौर्यांग पर्व।

आगे फिल्म के पहले भाग की पूरी कहानी (Salaar Movie Story in Hindi) दी गयी है।

Table: Salaar Movie Data

AttributeDetails
Writer and Directorप्रशांत नील
Dialogues संदीप रेड्डी, हनुमान , सूरी
Based onUgramm by Prashanth Neel
ProducerVijay Kiragandur
Starringप्रभास, पृथ्वीराज
Cinematographyभुवन गौड़ा
Edited byउज्जवल कुलकर्णी
Music byरवि वासरूर
Production companyHombale Films

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Salaar Movie Story in Hindi (सालार फिल्म की कहानी )

इस फिल्म की कहानी साल 1985 में शुरू होती है। खानसार नाम के राज्य में मन्नार नामक राजा राज करते थे। उनके बेटे का नाम वर्धा था। वर्धा का एक बहुत ही खास मित्र भी था जिसका नाम देवा था। दोनों दोस्त साथ-साथ खेल कर बड़े हो रहे थे।

एक दिन राजा मन्नार आदेश देते हैं कि शौर्यांग ट्राइब पर हमला करके उन्हें खत्म कर दिया जाए। शीग्र ही दोनों तरफ से युद्ध छेड़ दिया जाता है।

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Salaar Movie Story in Hindi
Salaar Movie Story in Hindi (Source: Homable Films)

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लेकिन इस युद्ध में शौर्यांग ट्राइब के लोग देवा और उसकी माँ को पकड़ लेते हैं। उन्हें छोड़ने के एवज में वे राजा मन्नार के सामने माँग रखते हैं कि वर्धा को देश निकाला दे दिया जाये। और देवा और उसकी माँ भी कहीं और चले जाएँ।

इस तरह से वर्धा और देवा एक दूसरे से अलग हो जाते हैं। वर्धा को गुजरात भेज दिया जाता है। जबकि देवा और उसकी माँ तिनसुखिया चले जाते हैं।

जाने से पहले देवा, वर्धा को वचन देता है कि जब भी वह उसे बुलाएगा वह उसकी मदद के लिए जरूर आएगा।

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Bollywood Film: Salaar Movie Story in Hindi

इसके बाद कहानी 2017 में आ जाती है। अब तक देवा और वर्धा बड़े हो गए थे।

एक दिन वाराणसी में आध्या नाम की लड़की अमेरिका से वापस आती है। वह कृष्णकांत नाम के बहुत बड़े बिजनेसमैन की बेटी थी। वे भी खानसार के रहने वाले थे। लेकिन खानसार में कृष्णकांत के भी काफी दुश्मन थे।

जब उन दुश्मनों को पता चलता है कि आध्या वापस भारत आ गयी है तो वे उसे किडनैप करने की कोशिश करते हैं। लेकिन उसे बिलाल नाम का देवा का दोस्त बचा लेता है और उसे तिनसुकिया ले जाता है। जहाँ देवा अपनी माँ के साथ रहता था।

देवा की माँ सरकारी स्कूल में अध्यापिका थी। वह आध्या को भी वहाँ जॉब दिलवा देती है।

लेकिन एक दिन कृष्णकांत के दुश्मन आध्या को ढूँढ लेते हैं और उसे किडनैप करके ले जाते हैं। लेकिन देवा उन सबको मार देता है और आध्या को बचा लेता है।

किन्तु अब देवा की माँ को लगता है कि और लोग आयेंगे और उन पर हमला कर सकते हैं। इसलिए वे उस शहर को छोड़कर चले जाते हैं।

एक दिन रिंदा नाम का आदमी अपने गुंडों के साथ आता है और आध्या को खानसार ले जाने लगता है। लेकिन देवा उन पर हमला करके मार देता है और आध्या को छुड़ा लेता है। लेकिन देवा को वर्धा की चचेरी बहन राधा और उसका दोस्त बाबा देख लेते हैं।

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Prabhas Starrer: Salaar Movie Story in Hindi

इसके बाद आध्या बिलाल से पूछती है कि देवा और खानसार में क्या रिश्ता है। इस पर बिलाल खानसार की सारी कहानी उसे बताने लगता है।

वह कहता है कि आजादी से पहले खानसार एक आजाद राज्य हुआ करता था। और वहाँ पर तीन जनजातियाँ (Tribes) रहती थीं।

मन्नार, शौर्यांग तथा घनियार। इन तीनों ने अंग्रेजों के सामने भी समर्पण नहीं किया। उसे समय खानसार के राजा शिवा मन्नार थे।

आजादी मिलने के बाद शिवा मन्नार भारत सरकार के पास जाते हैं और कहते हैं कि खानसार को ऑटोनॉमी दी जाए। और किसी भी नक़्शे में उसे नहीं दिखाया जाए। भारत सरकार इसके लिए मान जाती है।

इसके बाद शिवा मन्नार पूरे खानसार को 101 भागों में बाँट देते हैं। और हर भाग पर एक नेता जैसे कापू कहते हैं, तैनात कर देते हैं। तीन कापू के ऊपर एक अन्य नेता “डोरा” होता था।

साल 1985 में मन्नार का नया राजा चुनने के लिए एक चुनाव होता है। और इसमें शौर्यांग ट्राइब का नेता “धारा ” चुनाव जीत जाता है। और वह खानसार का नया Head बनने वाला था।

लेकिन उसी समय शिव मन्नार का बेटा राजा मन्नार, हमला कर देता हैं और धारा को मार देता हैं। साथ ही वह सारी शौर्यांग ट्राइब को मिटा देता है। इसके बाद वह खुद राजा बन जाते हैं। और अपनी फैमिली के लोगों को डोरा बना देते हैं।

तभी से मन्नार और शौर्यांग के बीच में दुश्मनी चली आ रही थी।

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Action Film: Salaar Movie Story in Hindi

समय के साथ राजा मन्नार अपनी भतीजी राधा की शादी भारव नाम के लड़के से कर देते हैं। एक दिन भारव, राजा मन्नार से कहता है कि क्यों ना वर्धा को वापस ले आयें।

क्योंकि अब तो इतने साल हो गए हैं। राजा मन्नार तो मान जाते हैं लेकिन लेकिन राधा और उसका भाई राजू कहते हैं कि यह तो संधि के खिलाफ है। और उसे वापस कैसे लाया जा सकता है।

एक दिन राजा मन्नार विदेश यात्रा के लिए निकलते हैं। वे अपने राज्य की बागडोर राधा के हाथ में दे जाते हैं।

लेकिन उनके जाते ही कुछ Dora एक साथ हो जाते हैं और वे रूस, सर्बिया, अफगानिस्तान आदि से किराए पर सैनिक बुला लेते हैं। और खानसार के विरुद्ध हमला करवा देते हैं। दोनों तरफ से भयंकर मार -काट मचती है।

राधा को हिंसा पसंद नहीं आती इसलिए वह राजा मन्नार के आने तक युद्ध -विराम (Ceasefire) लगवा देती है।

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Telugu Film: Salaar Movie Story in Hindi

अब तक वर्धा गुजरात में रह रहा था। उसे भी Dora के इस विद्रोह के बारे में जानकारी मिलती है। इसके बाद वह अपने पिता से मिलता है और कहता है कि वह देवा को खानसार लाना चाहता है। उसके पिता इसकी परमिशन दे देते हैं।

इसके बाद दोनों दोस्त फिर से खानसार लौट आते हैं।

एक दिन देवा देखता है कि नारंग नाम के डोरा का बेटा विष्णु लड़कियों से जोर जबरदस्ती करता था। एक दिन वह एक छोटी लड़की को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल रहा था।

देवा उसे रोकने की कोशिश करता है लेकिन वह झगड़ा करना लगता है और देवा के हाथों मारा जाता है। इससे देवा पर मुकदमा चलाया जाता है।

इस मुकदमे के दौरान नारंग, वर्धा की बेइज्जती करता है और उस पर हाथ उठाता है। इससे क्रोधित होकर देवा उसका गला काट देता है।

इस अपराध के लिए देवा और वर्धा को जेल में डाल दिया जाता है। उनके साथ-साथ उनके दोस्तों जैसे बच्ची, बिलाल, बाबा आदि को भी जेल में डाल दिया जाता है।

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Action Thriller: Salaar Movie Story in Hindi

उधर दूसरी और घनियर जाति का एक लीडर रंगा, राधा के भाई रूद्र के साथ मिलता है और वर्धा को मारने के लिए उसे पैसे देता है।


रूद्र इसके लिए तैयार हो जाता है क्युँकि वह भी राजा बनना चाहता था और वर्धा को मारने का मौका ढूँढने लगता है।

एक दिन राज्य में वोटिंग करवाई जाती है कि सीजफायर खत्म कर दी जाए या नहीं। इसमें वर्धा भी वोट देता है और कहता है कि सीजफायर खत्म कर दी जाए।

शीश फायर के खत्म होते ही तीनों ट्राइब्स सिंहासन पर अपना दावा ठोक देते हैं।

इसी बीच वर्धा, देवा की सहायता से जेल से भाग जाता है। और रंगा तथा उसके सभी लोगों को मार देता है। उधर राजा मन्नार भी वापस लौट आते हैं। उनके सामने वर्धा, देवा को अपना सालार यानी सेनापति घोषित कर देता है।

वहीं दूसरी ओर पता चलता है कि भारव (राधा का पति) वास्तव में शौर्यांग जनजाति का ही लड़का था। जिसे राजा मन्नार ने खत्म करवा दिया था। लेकिन संयोग से भारव बच निकला था।

साथ-साथ यह भी पता चलता है कि देवा वास्तव में “धारा रायसर ” का बेटा था। जिसे राजा मन्नार ने चुनाव जीतने पर मार दिया था।

इस फिल्म की कहानी यहीं समाप्त हो जाती है। आगे की कहानी भाग 2 – शौर्यांग पर्व (Shouryanga Parvam) में बताई जाएगी। अब देखना यह है कि भारव ने किस इरादे से राधा से शादी की थी ?

ओर देवा को कब पता चलेगा कि राजा मुन्नार उसके पिता के कातिल हैं। और यह जानने के बाद वह क्या करेगा !

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है कि आपको सालार फिल्म की कहानी (Salaar Movie Story in Hindi) पसंद आयी होगी। नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर बतायें। धन्यवाद।

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