PhD Kaise Kare – Full Guide in Hindi

PhD कैसे करें (PhD Kaise Kare ): पढ़ाई में सबसे बड़ी डिग्री Ph.D. (पीएचडी) ही मानी जाती है। बहुत से लोगों का सपना होता है कि वे भी पीएचडी करें और उनके नाम के आगे डॉक्टर लग जाये।

आज की इस पोस्ट में हम आपको पीएचडी की A to Z जानकारी देंगे। इसे पढ़कर आपको पता चल जायेगा कि आप आसानी से PhD कैसे कर सकते हैं।

साथ ही आपको PhD से जुड़े बहुत से पहलुओं के बारे में भी अच्छा ज्ञान प्राप्त होगा।

तो आइये पढ़ते हैं (PhD kaise kare) .

PhD Kaise Kare
PhD Kaise Kare

पीएचडी है क्या (What is Ph.D )

Ph. D की फुल फॉर्म है –Doctor Of Philosophy . लेकिन क्या आपको पता है इसे ऐसा क्यों कहा जाता है।

सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि Philosophy क्या है ?

दोस्तो, Philosophy दो शब्दों के मेल से बना Greek शब्द है – Phil + Sophy .

Phil का मतलब है – प्यार और Sophy का मतलब है आत्मा।

तो Philosophy का मतलब हुआ आत्मा जिससे प्यार करे।

लेकिन इस मतलब से आपको ज्यादा समझ नहीं आ रहा होगा। इसके लिए हमे इसकी और Depth में जाना होगा।

वासतव में आत्मा Truth से प्यार करती है। और Truth हमेशा वही होती है जिसे Evidence के साथ सपोर्ट किया जाये। (Article – PhD kaise kare in Hindi).

जब आप Ph. D करते हैं तो आप किसी भी चीज की Truth ढूँढ़ते हैं। और उसे Evidence के साथ दुनिया के सामने लाते हैं। यह एविडेंस Experiments या डाटा आदि के माध्यम से जुटाया जाता है।

जैसे हम Oxygen को नहीं देख सकते। लेकिन Lavoisier ने experiment करके एविडेंस दिया था। और तब से हम सबको पता है कि सच में ही वायु में Oxygen होती है।

ऐसे ही आपको Ph. D में कुछ नया (New Truth) ढूँढना होता है। तथा Experiments के जरिये एविडेंस जुटाने होते हैं। फिर सारे Concepts, डाटा और डिटेल्स को थीसिस (Thesis) के रूप में लिखना होता है। तब जाकर ये सच्चाई दुनिया को पता चलती है।

इन सबके बारे में हम आगे के Sections में विस्तार से पढ़ेंगे।

दोस्तो, हिंदी में Philosophy को दर्शन – शाश्त्र कहा जाता है। क्युँकि आप सच्चाई के दर्शन करते हैं तथा दूसरों को भी करवाते हैं। पीएचडी करके आप भी एक दार्शनिक की तरह सोचने लगते हो।

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Ph.D कैसे करें (PhD Kaise Kare)

आइये अब Ph.D करने के सभी स्टेप्स पढ़ लेते हैं।

1. Minimum Qualification (Master Degree)

PhD हमेशा मास्टर डिग्री (M.Sc, M.com, M.A) के बाद की जाती है। इसलिए आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त University से Masters की डिग्री अच्छे मार्क्स में होनी चाहिए।

2. JRF – NET

इसके बाद CSIR JRF – NET या UGC JRF – NET को clear करने की कोशिश करें।

यह Test साल में दो बार होता है। अगर आप JRF (Junior Research Fellowship) उत्तीर्ण कर लेते हैं तो आपको फ़ेलोशिप मिलेगी। साथ ही NET (National Eligibility Test ) क्लियर करने से आप किसी भी कॉलेज में प्रोफेसर लग सकते हैं।

बिना JRF – NET के भी आप पीएचडी कर सकते हैं। लेकिन इससे आपको कोई फेल्लोशिप (fellowship) नहीं मिलेगा। (हाँ, अगर सुपरवाइजर के पास प्रोजेक्ट होगा तो उसमे से वह आपको फेलोशिप दे सकता है)।

लेकिन अगर आप JRF – NET उत्तीर्ण करके पीएचडी करते हैं तो आपको हर महीने फेलोशिप (छत्रवृति) मिलेगी। इस समय इसकी राशि 37,000 प्रति माह है। (Blog – PhD kaise kare).

JRF मिलने से आप फाइनेंसियल तौर पर आत्मनिर्भर हो जाते हो। तथा घरवालों से पैसा नहीं लेना पड़ता है। इसलिए हर हालत में JRF क्लियर करें की कोशिश करें।

पीएचडी के दो साल बाद आपको promote कर दिया जाता है। और आपको SRF (Senior Research Fellowship) मिलने लगती है। जिसका अमाउंट लगभग 42, 000 प्रति माह है।

3. Choose an Institution/University

Ph.D करने के लिए आप UGC मान्यता प्राप्त किसी भी यूनिवर्सिटी को choose कर सकते हैं। आपको सभी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट यहां से (UGC University List) मिल जाएगी।

अगर अपने CSIR JRF क्लियर किया है तो आप CSIR की किसी भी Top Lab को ज्वाइन कर सकते हैं। CSIR की लैब पूरे देश में Scientific Research के लिए सबसे अग्रणी मानी जाती हैं।

NIRF Ranking के आधार पर हमारे देश की Top 10 Universities 2023 ये हैं :

Sr. NoUniversity/Institution
1.Indian Institute of Science (IISc), Bangalore
2.Jawaharlal Nehru University (JNU), New Delhi
3.Jamia Milia Islamia
4.Jadavpur University, Kolkata
5.Banaras Hindu University (BHU), Varanasi
6.Manipal Academy of Higher Education-Manipal
7.Amrita Vishwa Vidyapeetham, Coimbatore
8.Vellore Institute of Technology, Vellore
9.University of Hyderabad (UoH), Hyderabad
10.Calcutta University

4. Entrance Exam

अगर आप टॉप की यूनिवर्सिटीज में पीएचडी एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको entrance exam देना होगा।

लेकिन बहुत सी यूनिवर्सिटी बिना entrance exam के भी आपको पीएचडी करवा देती हैं। तो आपको अपनी योग्यता के अनुसार देखना होगा कि आप किस यूनिवर्सिटी में जाना चाहेंगे।

अगर आप Entrance Exam के जरिये PhD एडमिशन लेना चाहते हैं तो निम्न स्टेप्स अपनाने होंगे :

  • सबसे पहले चुनी हुई यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद आपको एक User Name और पासवर्ड दिया जायेगा जो आपकी इ-मेल पर आएगा।
  • इसके बाद वेबसाइट में Log in करें।
  • वहां एंट्रेंस एग्जाम Form को क्लिक करें।
  • अब आप पूरा Form fill करें। जिसमें आपको शैक्षिक योग्यता, आयु, category , एड्रेस आदि के साथ अपना इच्छित Subject (जिसमे आप पीएचडी करना चाहते है) भरना होगा। आपको आवश्यक डाक्यूमेंट्स के Self-Attested Photos भी upload करने होंगी जैसे 10th Certificate, 12th, स्नातक तथा मास्टर्स degree, और JRF-NET आदि।
  • अंत में आवेदन शुल्क का भुगतान करें तथा फॉर्म Submit कर दें।

इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशाशन आपके एप्लीकेशन फॉर्म की जांच करेंगे। और सब कुछ ठीक होने पर आपको एडमिट कार्ड भेजा जायेगा। (Hindi article on PhD kaise kare).

फिर निश्चित डेट को आप अपने सेण्टर में जाकर एग्जाम दे दें।

Note: यदि आप बिना के पीएचडी करना चाहते हैं तो आपको सीधा जाकर किसी प्रोफेसर से मिलना होगा। और उनसे बात करनी होगी।

वे आपका इंटरव्यू ले सकते हैं। और Vacancy होने पर आपको पीएचडी करवाने के लिए राजी हो सकते हैं।

साथ ही अगर उनके पास Funded प्रोजेक्ट होगा तो उसमें वे आपको रिसर्च फेलो रख सकते हैं तथा फेलोशिप भी दे सकते हैं। कई बार आपको बिना पैसे के भी पीएचडी करनी पड़ सकती है।

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5. Choosing a Supervisor (PhD Guide)

Entrance Exam क्लियर करने के बाद आपको अपना सुपरवाइजर (गाइड ) चुनना होगा।

PhD सुपरवाइजर चुनना भी एक बहुत बड़ी चुनौती है। क्योंकि आपने एचडी के बारे में तरह-तरह की हॉरर स्टोरी भी सुनी होगी।

सभी गाइड अच्छे नहीं होते हैं। अगर आप एक गलत गाइड के पास फंस गए तो आपको बहुत यातना झेलनी पड़ सकती है। Full Guide – PhD kaise kare.

क्युँकि कुछ गाइड अपने घर के काम करवाते हैं तो कुछ हमेशा डाँटते रहते हैं। कुछ रिसर्च पेपर ही नहीं दे पाते।

इसलिए बहुत सावधानी से गाइड का चुनाव करें। इसके लिए निम्न बातों का ध्यान रखें।

  • Master करने के दौरान ही आप अपने खास दोस्तों से पूछ लें कि अमुक प्रोफेसर का बिहेवियर किस तरह का रहता है।
  • ज्यादातर यूनिवर्सिटीज में तीन तरह के प्रोफेसर होते हैं – सबसे युवा अस्सिटेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) होते हैं। प्रमोशन के बाद वे Associate Professor बनते हैं और सबसे ऊपर के लेवल पर प्रोफेसर होते हैं। आप इनमे किसी को भी join कर सकते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा Vacancy प्रोफेसर के पास होती है।
  • इसके बाद Faculty Profile (फैकेल्टी प्रोफाइल) में जाइए। और वहाँ उस Professor की publications देखिए कि उसके किस तरह के Research Papers आए हुए हैं।

    क्या उसने हर साल अच्छे रिसर्च पेपर दिए हैं। और क्या उनका Impact Factor (इम्पैक्ट फैक्टर) 3 से ऊपर है ?

    अगर हाँ तो इसका मतलब है वह गाइड काफी प्रोडक्टिव है और आपको अच्छे से PhD करवा सकता है।साथ ही उसके साथ पीएचडी करके आपको भी अच्छे-अच्छे Research पेपर मिलेंगे।

एक PhD scholar के पास कुछ रिसर्च पेपर होना बेहद जरुरी है। यही इस बात का प्रमाण होता है कि उसने सच में जेन्युइन PhD कर रखी है या नहीं।

अच्छे पब्लिकेशन (पेपर) होने से ही आपका आगे का कैरियर अच्छा बन पायेगा। इससे आपको विदेशों में Postdoc बहुत आसानी से मिल जायेगा।

इसके अलावा अगर आपको Scientist या College प्रोफेसर बनना हो तो उसके लिए भी आपके पास Research Articles होने चाहियें।

6. Start of Ph.D (PhD kaise kare)

अगर आपने अपने गाइड और सब्जेक्ट का चुनाव कर लिया है तो इसके बाद आप अपनी फीस आदि पे करें तथा इसके साथ ही आपका PhD शुरू हो जाएगा।

इसके बाद आपको तीन से पांच साल लग सकते हैं। सबसे पहले साल आपको Course Work करना होगा। जिसमें टीचर्स आपको तरह -तरह की Techniques आदि पर लेक्चर देंगे। आपको कुछ Exams भी पास करने होंगे।

आपके सुपरवाइजर आपको किसी सीनियर स्टूडेंट्स के साथ उसके प्रोजेक्ट में लगा सकते हैं ताकि आपको तरह-तरह की Techniques के बारे में जानकारी प्राप्त हो।

उस समय आप experiment design और implement करना सीखें। साथ ही सभी Protocols ( Methods) के बारे में पढ़ते रहें। PhD kaise kare.

जैसे ही आप इन टेक्निक्स में निपुण हो जाओगे आपको अपना खुद का एक प्रोजेक्ट दे दिया जाएगा।

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7. Manage Your Project

PhD में बेसिकली एक प्रॉब्लम दी जाती है। आपको एक्सपेरिमेंट करके उसका समाधान ढूंढना होता है। जैसे मान लीजिए आपको किसी Fish में ऐसी प्रोटीन ढूंढनी है जो immunity में बहुत हेल्प करती है।

या आप एक ऐसी Gene ढूंढ सकते हैं जिसका ओवर एक्सप्रेशन रोकने से कैंसर की बीमारी ठीक हो जाए।

तो विज्ञान में तरह-तरह के प्रोजेक्ट आपको दिए जा सकते हैं।

प्रोजेक्ट मिलने के बाद आपको उसका Literature (रिव्यू आफ लिटरेचर) पढ़ना होगा। आप NCBI की PubMed website या Google Scholar से तरह-तरह के रिसर्च आर्टिकल्स डाउनलोड कर सकते हैं। तथा उन्हें सावधानी से पढ़ सकते हैं तथा अपने नोट बना सकते हैं। Ultimate Guide – PhD kaise kare .

आपको हर दिन एक नोटबुक में सब कुछ लिखने की आदत बनानी चाहिए। हर दिन लिखिए कि आपने कौन सा एक्सपेरिमेंट किया, कौन सी Protocol फॉलो की, क्या Result आया। आदि।

सभी रिजल्ट्स के फोटोग्राफ्स और डाटा भी अपने Laptop और Hard Drive में रखिये। साथ ही Internet में गूगल ड्राइव पर भर भी रखिये। ताकि कभी लैपटॉप खराब हो जाने या हार्ड ड्राइव corrupt हो जाने पर भी आपका डाटा सुरक्षित रहे।

क्युँकि जब आप आखिरी साल Thesis लिखेंगे तो यह सब आपको उसमें डालना होगा।

हमेशा अपने गाइड से discuss कीजिए कि आप कौन से एक्सपेरिमेंट करना चाहेंगे और किस तरह से आप अपने प्रोजेक्ट को आगे ले जाना चाहेंगे। आप हर दिन या weekly उनसे डिसकस कर सकते हैं। जैसा की आपके Guide को उचित लगे।

8. Adapt To Lab Culture (PhD kaise kare)

हर लव का अपना वर्क कल्चर होता है। इसलिए आपको खुद को अपनी लैब के अनुसार ढालना चाहिए।

देखिये कि लोग कितने बजे आते हैं और कितने बजे जाते हैं। इस तरह से आपको भी वैसे ही अपना शेड्यूल बनाना होगा।

कुछ गाइड रात को काम करना अलाउड करते हैं। जब कि कुछ ऐसा नहीं करते।

आपको अपने सीनियर के साथ Polite रहना चाहिए तथा एक फ्रेंडली बर्ताव करना चाहिए। क्योंकि सीनियर्स आपकी बहुत हेल्प कर सकते हैं।

इसी तरह से अपने सुपरवाइजर को भी सम्मान देना चाहिए। और किसी भी टकराव की स्थिति से बचें। अगर आपको उनकी कोई बात पसंद नहीं आती है तो आप एक तार्किक तरीके से और politely ही उन्हें बताएं।

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9. Write PhD Thesis

तीन – चार साल अपना शोध -कार्य करने के बाद आपको अपनी थीसिस लिखनी होगी। एक डॉक्टरेट थीसिस लिखना एक महत्वपूर्ण कार्य है।

आगे आपको बताया गया है कि आप Thesis आसानी से कैसे लिख सकते हैं।

1. Understand the Requirements:

सबसे पहले अपने institution की Thesis guidelines पढ़ें। और जानें कि thesis formatting, structure, और submission आदि के बारे में क्या निर्देश हैं। आप दूसरों द्वारा पहले से लिखी गयी थीसिस भी देख लें।

2. Define a Clear Research Question:

पहले ही यह स्पष्ट कर लें कि आपकी Thesis का मुख्य शोध या रिसर्च question क्या है। फिर सारी Thesis उसी के इर्द -गिर्द आधारित करनी चाहिए।

ऐसा न हो कि आपका टॉपिक कुछ और था और आप लिखने कुछ और लगे हों।

3. Develop a Detailed Outline:

Thesis लिखने से पहले आप अपनी नोटबुक में एक rough आउटलाइन बना लें। सारे सेक्शन और sub -sections क्या होंगे ये निर्धारित कर लें। (PhD kaise kare easily).

उनके आगे Deadlines भी लिख लें। जरुरत के हिसाब से आप इनमें बदलाव भी कर सकते हैं।

4. Establish a Writing Routine:

इसके बाद आप लिखने का डेली Schedule बनाएं। यह निश्चित करें कि कितने बजे लिखना शुरू करेंगे। ब्रेक कब लेंगे। और कब तक लिखेंगे।

थोड़ा लिखिए लेकिन हर दिन लिखिए। इससे धीरे -धीरे आपकी थीसिस कम्पलीट होती चली जाएगी। क्युँकि बूँद -बूँद से ही घड़ा भरता है।

5. Start with the Introduction:

Thesis के शुरू में Introduction लिखी जाती है। इसमें आपको अपनी problems के बारे में लोगों को अवगत करवाना होगा।

आपको बताना होगा कि आप किस Problem या पर काम कर रहे हैं। उस कांसेप्ट पर कितना काम हुआ है और क्या नहीं हुआ है।

फिर लिखिए कि आपने क्या क्वेश्चन या प्रॉब्लम को Solve करने की कोशिश की है। तथा आपने क्या Objectives (उद्देश्य) बनाकर अपना शोध किया है।

6. Write the Literature Review:

इसके बाद आपको रिव्यु ऑफ़ लिटरेचर लिखना होगा। अपने Research idea से जुड़े पिछले दस सालों के रीसर्च पेपर पढ़िए और उनका निचोड़ लिखिए। अपनी लिखी हर स्टेटमेंट के आगे आप प्रॉपर आर्टिकल का रेफरन्स देंगे। (PhD kaise kare in India).

इससे पढ़ने वाले को पता चलेगा कि आपकी फील्ड में कितना काम हो चुका है और क्या नहीं हुआ है। साथ ही यह भी सिद्ध होगा कि आपकी रिसर्च सच में नयी और Original है।

7. Detail the Methodology:

थीसिस के अगले भाग में research design, data collection methods, experimental Protocols, instruments or tools आदि के बारे में लिखना होगा।

अच्छा होगा कि सारे प्रोटोकॉल्स पीएचडी करते समय ही जुटा लें और अपने लैपटॉप पर अपनी language में टाइप करके रखें। इससे आपका काम बहुत सरल हो जायेगा।

8. Present the Results (PhD kaise kare):

अगले भाग में आपको Result डालने होंगे। रिजल्ट ही प्रमाण होते हैं जो सिद्ध करते हैं कि आपने शोध करके दुनिया को कुछ नयी चीज बताई है।

अपने परिणामों को figures, tables, Graphs और Photographs आदि से दिखायें।

जहाँ जरुरी हो वहाँ Legend के साथ Tables भी बनायें। इसके लिए आपको Excel की अच्छी जानकरी होनी चाहिए।

9. Analyze and Interpret Results:

इस भाग में यह बताइये कि आपके Results से क्या सिद्ध होता है। जो hypothesis आपने बनाई थी क्या वह सही साबित होती है।

साथ ही यह भी बतायें कि आपके शोध से क्या लाभ होंगे। अपनी डिस्कशन में भी आपको उचित रेफरन्स देने होंगे।

10. Address Limitations and Future Research:

ईमानदारी से अपनी लिमिटेशन बतायें। आप क्या चीज नहीं कर पाए उसके बारे में लिखिए। साथ ही आप यह बता सकते हैं कि फ्यूचर में आपके शोध कार्य को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है।

11. Write the Conclusion:

थीसिस के इस सेक्शन में आप conclusion लिखिए। आपने जो नयी चीज खोजी है उसके बारे में brief में बतायें। साथ ही उसके लाभ , और भविष्य के scope आदि के के बारे में भी बतायें।

12. Include References:

आपकी सारी Thesis में जो भी रिफरेन्स इस्तेमाल हुए हैं उन सबकी लिस्ट बनाकर अंत में जोड़ें। इसे आप रिफरेन्स या bibliography का शीर्षक दे सकते हैं। PhD kaise kare.

रिफरेन्स उचित फॉर्मेट में होने चाहिए और कोई भी रेफेंकरेन्स छूटना नहीं चाहिए।

13. Appendix

थीसिस के अंत में कुछ Appendix भी जोड़ें। जैसे एक पेज पर आप सभी Equipment’s की लिस्ट दे सकते हैं, एक पेज पर Chemicals की लिस्ट आदि।

14. Revise and Edit:

पूरी Thesis लिखने के बाद आप उसे revise तथा Edit जरूर करें। आपकी Thesis में clarity, coherence, और correctness होनी चाहिए।

कोई भी grammar, spelling, या formatting की मिस्टेक्स नहीं होनी चाहिए। आप अपने जूनियर्स या दोस्तों की मदद भी ले सकते हैं। (Info article – PhD kaise kare).

इसके बाद आप अपनी थीसिस अपने गाइड को चेक करने के लिए दीजिये।

15. Write the Abstract:

Thesis लिखने के बाद आपको Abstract भी लिखना होगा। यह आपकी सारी थीसिस की concise summary होती है।

इसमें आपको research question, methodology, key findings, और conclusions बहुत ही संक्षेप में लिखना होता है। और यह 5-6 पन्नों का ही होना चाहिए।

16. Finalize and Submit (PhD kaise kare):

आपके Guide की स्वीकृति मिलने के बाद आप अपनी थीसिस और Abstract को प्रिंट करवा लें। जितनी चाहिए उतनी Copies करवा लें।

फिर आप Guidelines के हिसाब से अपनी थीसिस को University या Institution में सबमिट कर सकते हैं।

यह थीसिस कम से कम 3 प्रोफेसर के पास Review के लिए भेजी जाती है। अगर Reviewers को सब ठीक लगा तो वे आपको Research को स्वीकार कर लेते हैं।

और इसके बाद आपका Viva – Voce या Defence की Stage आ जाती है। जो Thesis सबमिशन के कुछ महीनों बाद ही होता है।

17. Viva-Voce / Thesis Defence

अगर आपकी Thesis पास हो जाती है तो आपको Viva -Voce के लिए डेट दी जाएगी। आपको सेमिनार हॉल में बहुत से Professors और स्टूडेंट्स के सामने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन देनी होगी। और अपनी Thesis के हर पहलू के बारे में बताना होगा।

आपसे कोई भी Question किसी के द्वारा भी पूछा जा सकता है। और आपको उसका Answer देना होगा।

इसलिए Thesis के बाद ही आप इस सबकी तैयारी शुरू कर दें। बार -बार लेक्चर की प्रैक्टिस करें। और अपनी Thesis को अच्छे से पढ़ लें। (PhD kaise kare).

बहुत से रिसर्च papers भी पढ़ें। जो भी questions arise हो सकते हैं उन्हें पहले ही तैयार कर लें।

और निश्चित दिन पर कॉन्फिडेंस के साथ अपना लेक्चर दें।

सब ठीक रहने पर आपको पीएचडी डिग्री के लिए पात्र घोषित किया जायेगा। और जब भी यूनिवर्सिटी का Convocation होगा, उस समय Vice – चांसलर तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा आपको पीएचडी की डिग्री से सम्मानित किया जायेगा।

और उसके बाद से आप अपने नाम के साथ डॉक्टर लगा सकते हैं।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़कर आपको पता चल गया होगा कि पीएचडी कैसे की जाती है (PhD Kaise Kare)। अगर कोई प्रश्न हो तो कमेंट करके पूछ लें। धन्यवाद।

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