Top 100 Short Stories With Moral in Hindi

Best Short Stories With Moral in Hindi for kids ( Short Stories for Kids With Moral) :

Note: आगे विश्व की सर्वोत्तम शार्ट स्टोरीज ( Short Stories with moral in Hindi) दी गयी हैं। आप इन्हे बच्चों को सुना सकते हैं। जिससे उन्हें Moral Values (नैतिक शिक्षा) मिलेंगी।

Short Stories With Moral in Hindi for kids

Introduction: दोस्तो, पहले के समय में दादी या नानी, बच्चों को कहानी सुनाया करती थीं। इन कहानियों में कोई moral या सीख भी होती थी। इससे बच्चों का मनोरंजन तो होता ही था , साथ ही उन्हें अच्छे संस्कार भी मिलते थे।

लेकिन आजकल इंटरनेट और मोबाइल के ज़माने में यह विधा कहीं खोती जा रही है। और बच्चे इस अद्भुत तजुर्बे से महरूम रह रहे हैं। इसलिए जरुरी है कि हम इस परम्परा को कायम रखें।

इसी को ध्यान में रखते हुए हमने आगे विश्व की 100 सर्वोत्तम कहानियाँ दी हैं। आप इन्हे पढ़कर अपने बच्चों को सुनायें। इससे उनका बचपन भी यादगार बन जायेगा।

तो आइये पढ़ते हैं – Best Short Story for Kids in Hindi .

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Part 1 – Short Stories With Moral in Hindi (1-10)

Short Stories को दस भागों में बाँट दिया गया है। हर भाग में दस Short Stories दी गयी हैं। तो आइये पहले भाग की दस रोचक कहानियाँ पढ़ते हैं।

1. परी का प्रश्न
(Short Story For Kids)

एक बार अमित और सुमित नाम के दो भाई एक जंगल से जा रहे थे। रास्ते में उन्हें प्यास लगती है।

तभी एक जगह उन्हें तालाब दिखता है। अमित जैसे ही उस तालाब से पानी पीने लगता है। एक मगरमच्छ वहाँ आ जाता है।

उस मगरमछ को देखकर दोनों भाई डर जाते हैं।

लेकिन तभी मगरमच्छ एक सुन्दर परी में बदल जाता है। फिर वह परी उनसे कहती है कि यह तालाब मेरा है। और इससे कोई भी पानी नहीं पी सकता। लेकिन अगर तुम मेरे एक प्रश्न का उत्तर दे दो तो तुम पानी पी सकते हो।

यह सुनकर अमित ने कहा कि आपका प्रश्न क्या है।

परी कहती है – तुम दोनों के अंदर ऐसी कौन सी चीज है, जो है भी, पर नहीं है।

सुमित काफी बुद्धिमान था। उसने तरह -तरह की किताबें भी पढ़ रखी थीं। काफी सोच -विचार करके वह उत्तर देता है – आत्मा।

परी यह सुनकर खुश हो जाती है। और कहती है कि यह सही जवाब है। अब तुम दोनों पानी पी सकते हो।

इसके बाद परी गायब हो जाती है। तथा अमित और सुमित जी भर के तालाब से पानी पीते हैं।

सीख (Moral of the story) – हमें किताबें पढ़ते रहना चाहिए। उनसे हमे भांति -भांति का ज्ञान मिलता है। जो मुसीबत के समय हमारे काम आ सकता है।

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2. बुद्धिमान लोमड़ी

एक बार एक किसान था। उसने अपने खेत में गाजर लगाए हुए थे। जब वह सुबह उठता है तो देखता है कि
किसी ने बहुत से गाजर खा लिए थे।

किसान को समझ नहीं आया कि यह किसने किया है। लेकिन ऐसा रोज होने लगा।

इससे किसान बहुत परेशान हो गया। वह समझ गया कि यह खरगोशों का काम है। लेकिन वह कर भी क्या सकता था। वह सारी रात जागकर खेत की रखवाली नहीं कर सकता था।

वहीं पास के जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। एक बार जंगल में आग लग गयी। और वहाँ खाने के लिए कुछ नहीं बचा।

एक रात लोमड़ी उस किसान के घर के बाहर आती है। वह देखती है कि कुछ खरगोश किसान की गाजर खा रहे थे। वह उन्हें भगा देती है।

जब किसान अगली सुबह उठता है तो देखता है कि आज गाजर चोरी नहीं हुए थे। तभी उसकी नजर वहाँ बैठी लोमड़ी पर पड़ती है।

वह समझ जाता है कि इसने खरगोशों को भगा दिया है। इसके बाद किसान ने उस लोमड़ी को बहुत अच्छा खाना दिया।

अब लोमड़ी हर रात खरगोश को भगा देती थी। और बदले में किसान उसे खाना देता था। इस तरह वे दोनों दोस्त बन गए।

सीख (Moral of the story) – अगर हम दूसरों की सहायता करते हैं तो दूसरे भी हमारी सहायता करते हैं। जैसे लोमड़ी ने किसान की सहायता की। इसके बदले में किसान ने उसे खाना देना शुरू कर दिया।

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3. ईमानदार लकड़हारा
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक लकड़हारा जंगल में लकड़ी काट रहा था। जिस पेड़ से वह लकड़ी काट रहा था उसके नीचे ही एक तालाब था। तभी अचानक से उसके हाथ से उसकी लोहे की कुल्हाड़ी छूट जाती है। और नीचे तालाब में गिर जाती है।

लकड़हारा बहुत ही गरीब था। अपनी कुल्हाड़ी के खो जाने से वह बहुत ही उदास हो जाता है और रोने लगता है। तभी जल देवता वरुण देव को उस पर दया आती है।

वे पानी से निकल कर आते हैं और लकड़हारे को तीन कुल्हाड़ियाँ दिखाते हैं। कुल्हाड़ियों में एक सोने की, एक चाँदी की और एक लोहे की थी।

वरुणदेव लकड़हारे से पूछते हैं कि तुम्हारी कुल्हाड़ी इनमें से कौन सी है। लकड़हारा बहुत ईमानदार था। वह वरुणदेव से कहता है कि लोहे की कुल्हाड़ी उसकी है।

वरुणदेव उसकी इमानदारी से बहुत प्रसन्न होते हैं। वे तीनों कुल्हड़ियाँ लकड़हारे को दे देते हैं।

लकड़हारा वरुणदेव को धन्यवाद करता है और ख़ुशी -ख़ुशी घर चला जाता है।

सीख (Moral of the story) – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।

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4. Thomas Addison

एक बार थॉमस एडिसन नाम के महान वैज्ञानिक थे। उस समय दुनिया में बिजली नहीं होती थी और लोगों को रात को लालटेन जलानी पड़ती थी।

ऐसे में थॉमस एडिसन ने सोचा कि क्यूँ न लाइट बल्ब का आविष्कार किया जाए। इससे हर घर में रोशनी हो जाएगी।

इसके बाद वे बिजली का बल्ब बनाने में जुट जाते हैं। लेकिन उनके बहुत से आविष्कार फेल हो जाते हैं। लेकिन वे हिम्मत नहीं हारते। और अपने experiment करते जाते हैं।

इस तरह से वे पूरे 10,000 experiment कर डालते हैं। आखिर एक दिन वे सफल होते हैं और बिजली का बल्ब बना देते हैं।

आज सारी दुनिया में उनके बनाये बिजली के बल्ब का इस्तेमाल होता है।

सीख (Moral of the story) इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि अपना लक्ष्य मिलने तक हमें कोशिश करते रहना चाहिए।

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5. लड़का और StarFish

एक बार एक आदमी समंदर किनारे घूम रहा था। तभी उसने देखा कि Beach पर बहुत सारी स्टारफिश (Starfish ) आ गई हैं। और वे बिना पानी के तड़प रही थीं।

तभी एक लड़का वहाँ आता है। वह बहुत दयालु था। वह उन starfish की हालत देखता है और उसे उन पर दया आ जाती है (Short Stories With Moral in Hindi).

फिर वह एक – एक करके उन स्टारफिश को उठाकर वापस पानी में डालने लगता है।

Short Stories With Moral in Hindi)
Short Stories With Moral in Hindi

तभी वह आदमी उस लड़के के पास आता है। और कहता है कि बच्चे यहाँ तो लाखों में Starfish हैं। तुम बेकार में ही मेहनत कर रहे हो। इससे कोई फायदा नहीं होगा।

लेकिन वह लड़का हाथ में पकड़ी हुई स्टारफिश उस आदमी को दिखाता है। और कहता है कि Uncle, कम से कम इस Starfish को तो फायदा होगा।

यह कहकर वह लड़का स्टारफिश को ले जाकर पानी में डाल देता है।

उस लड़के की बात सुनकर वह आदमी शर्मिंदा हो जाता है और वहाँ से चला जाता है।

सीख (Moral of the story) इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम कितने लोगों का भला कर पायेंगे। अगर एक आदमी का भी भला कर सकते हैं तो करना चाहिए।

6. Butterfly and Cocoon

एक बार एक आदमी अपने बगीचे में जाता है। वहाँ वह देखता है कि तितली (Butterfly ) का एक कोकून (Cocoon ) पड़ा हुआ है।

और उसके अंदर एक छोटी सी तितली थी। वह तितली उस कोकून से बाहर आने के लिए बहुत मशक्कत कर रही थी।

आदमी ने सोचा कि अगर मैं कोकून को काट दूँ तो यह बटरफ्लाई आराम से बाहर आ जाएगी। और इसे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।

यह सोचकर आदमी अपने घर से एक कैंची लता है। और कोकून को काट देता है। इसके बाद एक नन्ही बटरफ्लाई उससे बाहर आ जाती है।

लेकिन तभी उस आदमी को पता चलता है कि उसने कितनी बड़ी गलती कर दी।

वास्तव में वह Butterfly अभी बहुत छोटी थी। उसके पंख भी नहीं बने थे। जब तितली कोकून से बाहर आने के लिए मेहनत करती है, तो ही उसे ताकत आती है और उसके पंख विकसित होते है।

लेकिन उस आदमी ने उस तितली को मेहनत करने का मौका ही नहीं दिया। इसलिए वह विकसित नहीं हो पायी थी और जल्दी ही मर जाती है।

सीख (Moral of the story) हमें कभी भी संघर्ष से नहीं डरना चाहिए। इससे हम बलशाली बनते हैं।

7. Elephant
(Short Stories For Kids)

एक बार चार अंधे आदमी घूमते – घूमते एक जंगल में पहुंचते हैं। वहाँ उन्हें एक हाथी मिलता है। पर चारों सोचने लगते हैं कि यह आखिर क्या चीज है।

उनमें से एक आदमी हाथी की सूंड पकड़ता है। वह कहता है कि यह तो कोई पाइप है।

दूसरा आदमी हाथी की टांग पकड़ता है और कहता है कि नहीं यह तो कोई खम्भा है।

तीसरा आदमी हाथी का कान पकड़ता है और कहता है कि यह तो कोई पंखा है।

फिर चौथा आदमी हाथी की पूँछ पकड़ता है और कहता है कि यह तो कोई रस्सी है।

इस तरह से चारों अपने – अपने तरीके से सोचते हैं। लेकिन तभी एक बुद्धिमान व्यक्ति वहाँ से गुजरता है।

वह उनसे कहता है कि आप चारों अपनी सोच मिला दो फिर सोचो। जब वे लोग ऐसा करते हैं तब उन्हें पता चलता है कि दरअसल यह तो हाथी है।

सीख (Moral of the story) – इस कहानी से सीख मिलती है कि बहुत बार हमें टीम के साथ मिलकर काम करना चाहिए। अकेला आदमी हमेशा परफेक्ट नहीं हो सकता।

8. गधे की चालाकी

एक बार एक नमक व्यापारी के पास एक गधा था। वह उसकी पीठ पर नमक की बोरियाँ लादकर दूसरे शहर भेजता था। रास्ते में एक नदी भी पड़ती थी।

एक बार गधा नदी पार कर रहा था। तभी उसका पैर फिसल गया। इससे गधा पानी में गिर गया और सारा नमक वह गया।

जब गधा उठा तो उसने देखा कि उसकी पीठ का बोझ गायब हो गया है। इससे वह बहुत खुश हुआ।

इसके बाद जब भी व्यापारी नमक लादकर गधे को शहर भेजता तो वह नदी में बैठ जाता था। और उसका बोझ कम हो जाता था। Article – Short Stories With Moral in Hindi.

लेकिन एक दिन व्यापारी के ग्राहकों ने उससे शिकायत की कि तुम खली बोरी क्यूँ भेज रहे हो। नमक क्यूँ नहीं भेजते।

यह सुनकर व्यापारी हैरान हो जाता है। और सोचता है कि कहीं गधा कोई चालाकी तो नहीं कर रहा।

अगले दिन वह गधे को फिर से नमक की बोरी के साथ भेजता है। लेकिन खुद भी चुपके से उसके पीछे जाता है। वह देखता है कि गधा नदी में बैठ गया था। इससे उसे सारी कहानी समझ में आ जाती है।

फिर वह गधे को सबक सिखाने की सोचता है। और अगले दिन वह बोरी में नमक के बजाय रुई भर देता है।

इस बार भी गधा नदी में बैठ जाता है। लेकिन जब वह उठता है तो उसे दिन में तारे नजर आ जाते हैं।

पानी सोखने से रुई बहुत भारी हो गई थी। गधे को अपनी गलती का एहसास होता है और दुबारा कभी होशियारी न दिखाने का फैसला करता है।

सीख (Moral of the story) हमें जीवन में कभी बेईमानी नहीं करनी चाहिए। इसका नतीजा बुरा होता है।

9. छेद वाला घड़ा

एक बार एक दयालु आदमी था। वह एक अमीर आदमी के घर पानी भरने का काम किया करता था। उसके पास दो घड़े थे। एक घड़ा तो ठीक था लेकिन दूसरे घड़े में एक छेद भी था।

वह आदमी प्रतिदिन अमीर आदमी के घर पानी देने जाता था। पहले घड़े में तो पूरा पानी होता था। लेकिन दूसरे घड़े में से कुछ पानी निकल जाता था।

एक दिन अमीर आदमी उसे डाँटता है और कहता है कि तुम इस छेद वाले घड़े को फेंक दो। क्योंकि इससे पानी निकल जाता है। यह सुनकर वह घड़ा बहुत उदास हो जाता है। उसे लगता है कि अब उसका मालिक उसे फेंक देगा। (Short Stories With Moral in Hindi for kids).

जब वह आदमी घर पहुँचता है तो छेद वाला घड़ा उससे माफी माँगता है। और कहता है कि उसे माफ कर दे। क्युँकि वह perfect नहीं है। और उसके कारण उसे डाँट पड़ी।

लेकिन वह आदमी उससे कहता है कि कोई भी perfect नहीं होता। तुम्हारे छेद से जो पानी गिरता है वो रास्ते के पौधों को सींचता हुआ जाता है। और इसलिए उस रास्ते पर फूल ही फूल खिले हुए हैं।

इसलिए मैं तुम्हारा सम्मान करता हूँ। यह सुनकर घड़ा गदगद हो जाता है और अपने मालिक को धन्यवाद देता है।

सीख (Moral of the story) इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें दूसरों की कमियों पर नहीं बल्कि खूबियों पर ध्यान देना चाहिए। इससे यह धरती स्वर्ग बन जाएगी।

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10. एकता में बल है

एक किसान के चार बेटे थे। लेकिन वे हमेशा एक दूसरे से लड़ते रहते थे। किसान उनके लड़ाई – झगड़ों से हमेशा परेशान रहता था। एक बार उसने सोचा कि इन्हे सबक सिखाता हूँ।

उसने उन लड़कों को बुलाया और सबको एक-एक लकड़ी दी। फिर उनसे कहा कि इस लकड़ी को तोड़ कर बताओ।

उन सब लड़कों ने लकड़ी को आसानी से तोड़ दिया।

फिर किसान ने उन सारी लकड़ियों को एक गट्ठे में बाँध दिया। और फिर से उस गट्ठे को तोड़ने को कहा।

सब लड़कों ने बारी -बारी उस गट्ठे को तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन बहुत कोशिश के बाबजूद कोई भी उन बंधी लकड़ियों को तोड़ नहीं पाया।

तब किसान ने उन्हें समझाया कि देखो बच्चो जब लकड़ियाँ अलग – अलग थीं तो तुम लोगों ने आसानी से उन्हें तोड़ दिया। (Short Stories With Moral in Hindi).

लेकिन जब वे एकजुट होकर एक गट्ठे में बँध गईं तो तुम लोग उन्हें नहीं तोड़ सके। इसी तरह अगर तुम भी अलग-अलग रहोगे तो कोई भी तुम्हें नुकसान पहुँचा सकता है।

लेकिन अगर तुम एकजुट हो जाओ तो कोई भी तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचा पाएगा। उन लड़कों पर पिता की बात का गहरा प्रभाव पड़ा। और आगे से वे कभी एक -दूसरे से नहीं लड़े।

सीख (Moral of the story) – एकता में बल है।

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Part 2 – Short Stories With Moral in Hindi (11-20)

इस भाग में दस कहानियाँ दी गयी हैं। आइये पढ़ते हैं।

11. दो भेड़िये

Short Stories for kids in Hindi

एक बार एक दादा अपने पोते के साथ कहीं जा रहा था। तभी पोता कहता है कि दादाजी मुझे कोई कहानी सुनाइए। इस पर दादाजी उसे एक विचित्र कहानी सुनाते हैं।

वे कहते हैं कि बेटे हर इंसान के अंदर दो भेड़िए होते हैं। एक भेड़िया अच्छा होता है और दूसरा भेड़िया बुरा होता है। अच्छा भेड़िया हमारी खुशी और ईमानदारी पर पलता है।

और बुरा भेड़िया गुस्से, क्रोध, और ईर्ष्या आदि बुराइयों पर पलता है।

तभी पोता पूछता है कि दादाजी तो इन दोनों भेड़ियों में जीत किसकी होती है।

इस पर दादा जी कहते हैं – बेटा जिसे तुम उसका भोजन देते हो , उसी की जीत होती है।

अगर ईमानदार रहोगे तो अच्छा भेड़िया जीतेगा। और बुरा करोगे तो बुरा भेड़िया जीतेगा।

सीख – हमें कभी भी बुरे काम नहीं करने चाहियें।

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12. चालाक लोमड़ी
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक डाल पर एक कौवा बैठा हुआ था। उसके मुंह में माँस का एक टुकड़ा था। वह उस माँस को खाने ही वाला था कि तभी नीचे एक लोमड़ी आ जाती है।

वह लोमड़ी उस कौए के मुंह में माँस का टुकड़ा देखती है। और सोचती है कि उस माँस को कैसे छीना जाये।

तभी लोमड़ी उस कौए से कहती है कि कौए भाई तुम तो बहुत ही मीठा गाना गाते हो। और तुमसे मीठा तो कोई भी नहीं गा सकता।

यह सुनकर कौआ मन ही मन बहुत ही खुश हो जाता है।

फिर लोमड़ी कहती है कि अब अपनी मधुर आवाज में कोई गाना सुना दो।

यह सुनकर कौआ गाने के लिए तैयार हो जाता है। लेकिन जैसे ही वह गाने के लिए अपना मुँह खोलता है, उसके मुँह से माँस का टुकड़ा नीचे गिर जाता है।

लोमड़ी झट से उस माँस के टुकड़े को उठा लेती है और वहाँ से चलती बनती है।

सीख – इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमें चापलूस लोगों से सावधान रहना चाहिए।

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13. बुद्धिमान चींटी

एक बार की बात है। एक जंगल में एक चींटी और Grasshopper रहते थे।

चींटी देखती है कि जल्दी ही सर्दियाँ आने वाली हैं। इसलिए वह सर्दियों के लिए भोजन जुटाने में जुट जाती है।

तभी Grasshopper उसे काम करते हुए देखता है और कहता है कि अरे आज कितना सुहावना दिन है। तुम मजे करने के बजाय मेहनत करने में लगी हुई हो।

लेकिन चींटी कहती है कि सर्दियाँ नजदीक आ रही हैं। और तुम्हे भी अपने लिए भोजन इकट्ठा करना चाहिए।

यह सुनकर Grasshopper हंसता है और कहता है कि अभी तो सर्दियाँ आने में बहुत दिन पड़े हैं। और जिंदगी तो मौज मस्ती के लिए होती है काम करने के लिए नहीं। और वह अपने लिए भोजन इक्कठा नहीं करता।

जल्दी ही वक़्त गुजरता है और सर्दियां आ जाती हैं। चींटी के पास तो पर्याप्त भोजन था। लेकिन Grasshopper के पास कोई भोजन नहीं था। Blog: Short Stories With Moral in Hindi.

अब उसे अपनी गलती पर पछतावा हो रहा था।

सीख – हमें दूरदृष्टि वाला बनना चाहिए। और भविष्य के बारे में पहले ही योजना बना लेनी चाहिए।

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14. बन्दर और मगरमच्छ

एक बार एक नदी के किनारे एक जामुन का पेड़ था। उस पर एक बन्दर रहा करता था। वह दिनभर जामुन खाता था और आनंद से जीवन बिताता था।

उस नदी में एक मगरमच्छ भी रहता था। एक दिन उस मगरमच्छ ने बंदर को जामुन खाते हुए देखा। उसने सोचा कि जामुन खाने से इस बंदर का दिल बहुत मीठा हो गया होगा। और क्यों ना इसे खा लिया जाए।

इसलिए मगरमच्छ बंदर से कहता है कि भाई मगरमच्छ तुम्हें मेरी पत्नी ने घर पर बुलाया है। वह तुम्हें भोजन करवाना चाहती हैं।

यह सुनकर बन्दर बहुत खुश हुआ। और मगरमच्छ के साथ चलने के लिए तैयार हो गया। वह मगरमच्छ की पीठ पर बैठ गया और मगरमच्छ उसे नदी के बीच ले गया।

लेकिन वहाँ मगरमच्छ ने बन्दर कहा कि मैं तो तुम्हारे दिल को खाना चाहता हूँ।

बन्दर यह सुनकर कुछ घबरा गया मगर फिर उसने समझदारी से काम लिया।

उसने कहा कि मगर भाई, तुमने पहले क्यों नहीं बताया। क्योंकि मैं अपने दिल को तो पेड़ के ऊपर ही छोड़ आया हूँ। मुझे वापस ले चलो तो मैं तुम्हें अपना दिल द दूँगा।

यह सुनकर मगरमछ बन्दर को फिर से किनारे पर ले आया। बन्दर जल्दी से पेड़ पर चढ़ गया। और मगरमछ से कहा – अरे मूर्ख, तुम तो एहसान फरामोश दोस्त निकले। अब यहां से चले जाओ और कभी अपना मुँह मत दिखाना।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें कभी भी धोखेबाज लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

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15. कंजूस आदमी
(Short Stories With Moral)

एक बार एक कस्बे में एक कंजूस आदमी रहता था। वह बहुत ज्यादा कंजूस था और कभी भी किसी की मदद नहीं करता था।

उसके पास बहुत धन -दौलत और सोना था। इसके बाद भी वह और सोना इकट्ठा करता रहता था। अपने लालच की वजह से वह न तो अच्छे से खाना खाता था और न ही अच्छे कपड़े पहनता था।

वह कभी दूसरों को दान भी नहीं देता था। और कभी जरूरतमंद लोगों की भी मदद नहीं करता था। वह हमेशा यही सोचता था कि जब उसके पास बहुत सारा सोना हो जायेगा तो एक दिन सोने का महल बनाएगा। और उसके बाद आराम से जिंदगी बिताएगा।

लेकिन सोना इक्कठा करते – करते वह बूढ़ा हो जाता है। तब उसे उसे अपनी भूल का अहसास होता है। वह सोचता है की काश उसने इतना लालच न किया होता।

और समय पर अपने पैसे का आनंद लिया होता। गरीबों की मदद की होती। लेकिन अब कोई फायदा नहीं था। और एक दिन उसकी मृत्यु हो जाती है।

इसके बाद उसकी सारी धन -दौलत और सोना गाँव के लोग ले जाते हैं।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि हमें उतना ही धन इकट्ठा करना चाहिए जितने की जरूरत हो। उसे समय पर खर्च करना चाहिए। और गरीबों की मदद भी करनी चाहिए।

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16. भेड़ और भेड़िया

एक बार एक जंगल में कुछ भेड़ें रहा करती थीं। वे दिन भर घर घास चुगती थीं और आराम से अपनी जिंदगी बिता रही थीं। सब भेड़ें बहुत सीधी-सादी थीं।

एक दिन वहाँ एक भेड़िया आता है। उसने उन भेड़ों को देखा और उसके मुंह में पानी आ गया।

लेकिन उसने सोचा कि अगर वह अचानक से उन भेड़ों के पास जाएगा तो वह सब डर के मारे भाग जाएंगी।

इसलिए उसने समझदारी से एक एक चाल चली। उसने एक मरी हुई भेड़ की खाल उतारी और खुद पहन ली। अब वह भी भेड़ की तरह ही दिखने लगा।

फिर वह एक भेड़ के पास गया और कहा कि बहन मैंने दूसरी तरफ बहुत ही नर्म घास देखी है। चलो वहाँ जाकर उसे खाते हैं। Post- Short Stories With Moral in Hindi for kids.

भेड़ उसकी बातों में आ जाती है। और उसके साथ चल देती है। एक जगह मौका पाकर भेड़िया उसे खा जाता है।

इसी तरह एक – एक करके सब भेड़ों को खा जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें धोखेबाज लोगों से सावधान रहना चाहिए। और उनकी चिकनी -चुपड़ी बातों में नहीं आना चाहिए।

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17. सूर्य और हवा
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार सूर्य और हवा में बहस होने लगती है। हवा कहती है कि मैं तुमसे ज्यादा शक्तिशाली हूँ। क्योंकि मैं बड़े-बड़े तूफ़ान पैदा करके किसी को भी नष्ट कर सकती हूं।

लेकिन सूर्य ने कहा कि वह ज्यादा शक्तिशाली है।

तभी उन्हें एक आदमी कोट पहनकर कहीं जाते हुए दिखता है। उसे देखकर हवा , सूर्य से कहती है कि जो भी इस आदमी के कोट को उतार देगा वही शक्तिशाली माना जाएगा।

सूर्य इस प्रतिस्पर्धा के लिए मान जाता है। इसके बाद हवा अपनी गति को बढ़ाने लगती है और बहुत तेजी से वहने लगती है। लेकिन वह आदमी अपने कोट को कसकर पकड़ लेता है। और हवा की लाख कोशिश के बाद भी कोट उतर नहीं पाता।

इसके बाद सूरज की बारी आती है। वह धीरे-धीरे अपनी गर्मी को बढ़ाने लगता है। इससे यात्री को पसीने आने लगते हैं और उसे बहुत गर्मी लगती है। इससे तंग आकर वह अपना कोट उतार देता है। इस तरह से सूर्य की जीत होती है।

सीख – हमें कभी भी अपनी शक्ति पर घमंड नहीं करना चाहिए। दूसरे लोग भी हम से बेहतर हो सकते हैं।

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18. कछुआ और खरगोश

एक जंगल में एक कछुआ और एक खरगोश रहते थे। खरगोश को अपनी तेज गति का बहुत घमंड रहता था। वह अक्सर कछुए की स्लो स्पीड का मजाक उड़ाता रहता था।

एक दिन खरगोश कछुए से कहता है कि उसकी स्पीड बहुत स्लो है इसलिए वह जिंदगी में कुछ भी बड़ा नहीं कर पाएगा।

लेकिन कछुआ कहता है कि स्पीड ही सब कुछ नहीं है। ऐसा नहीं है। धीरे-धीरे करके भी कोई व्यक्ति मंजिल को पा सकता है। (Post – Short Stories With Moral for Kids).

लेकिन खरगोश कहता है कि क्यों ना हम इसका टेस्ट कर लें। हम दोनों एक रेस लगाते हैं और देखते हैं कि तुम अपनी धीमी स्पीड से उसको जीत सकते हो या नहीं। कछुआ इसके लिए राजी हो जाता है।

अगले दिन उन दोनों की रेस शुरू हो जाती है। खरगोश बहुत तेज भागता है। और कछुआ बहुत पीछे छूट जाता है।

एक जगह खरगोश सोचता है कि कछुआ तो बहुत दूर रह गया है। उसे यहां आते -आते बहुत घंटे लग जाएंगे। क्यों ना मैं कुछ देर आराम से सो लेता हूं। इसके बाद और भी तेज दौड़ सकता हूं।

यह सोच कर खरगोश पेड़ की छाया में सो गया और उसे गहरी नींद आ गई। उधर कछुआ अपनी धीमी गति से लगातार चलता रहा । और इस तरह धीरे-धीरे ही चलकर मंजिल तक पहुंच गया और उसने यह रेस जीत ली।

उधर जब खरगोश की नींद खुली तो बहुत देर हो चुकी थी। वह तेजी से भागा लेकिन गंतव्य पर पहुंचकर उसने देखा कि कछुआ रेस जीत चुका था।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि धीरे-धीरे धैर्य से काम करके भी हम अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं।

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19. अंगूर खट्टे हैं

एक बार एक जंगल में एक लोमड़ी घूम रही थी। घूमते – घूमते उसे बहुत भूख लग आयी। फिर वह एक ऐसी जगह पहुँची जहाँ बहुत पके हुए अंगूर लगे हुए थे।

अंगूरों को देखकर लोमड़ी के मुंह में पानी आ गया। उसने सोचा कि इन अंगूरों को खा कर मैं अपनी भूख मिटा लेती हूं।

इसके बाद वह कूदकर उन अंगूरों को तोड़ने की कोशिश करने लगी। लेकिन बहुत बार कोशिश करने के बाद भी वह अंगूरों तक नहीं पहुंच पाई।

अंत में वह बोली कि यह अंगूर तो खट्टे हैं। में इन्हें खाकर अपने मुंह का स्वाद नहीं बिगाड़ना चाहती। यह कहते हुए वहाँ से चली गई।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि जब हमें लक्ष्य नहीं मिलता है तो हम अपनी असफलता का दोष दूसरों को देने लगते हैं। दूसरी सीख है – नाच ना जाने आंगन टेढ़ा।

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20. निडर बालक

एक बार एक राज्य में एक बादशाह रहता था। वह बहुत ही क्रोधी स्वभाव का था। और सब लोग उससे डरते थे।

एक बार वह बहुत सुंदर कपड़े पहनकर महल से निकलता है। लेकिन वह अपनी पेंट की जगह पजामा पहन लेता है। Short Stories With Moral in Hindi.

उसे देखकर लोग उसके पहनावे की तारीफ करने लगते हैं। लेकिन वे उसके डर के कारण ही ऐसा कर रहे थे। किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि उसे बताएं कि उसने पजामा पहन रखा है।

लोगों की बातें सुनकर बादशाह बहुत खुश हो रहा था। लेकिन पीठ पीछे सब उसका मजाक उड़ा रहे थे।

घूमते – घूमते बादशाह एक जगह पहुंचता है वहाँ एक छोटा सा बच्चा खड़ा था। उस लड़के में बहुत हिम्मत थी। वह बादशाह को बताता है कि आपने पेंट की जगह पाजामा पहन रखा है।

बादशाह देखता है तो उसे पता चलता है कि सच में ही उसने पजामा पहन रखा था।

वह लड़के की बहादुरी की तारीफ करता है। और उसे कुछ इनाम देता है । इसके बाद वह दूसरों पर क्रोध करना भी छोड़ देता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें कभी भी डर के कारण झूठ नहीं बोलना चाहिए। हममें सच बोलने की हिम्मत होनी चाहिए।

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Part 3 – Short Stories With Moral in Hindi (21-30)

कहानियाँ बच्चे की बुद्धि का तीव्र विकास करने में सहायक होती हैं। उन्हें इससे अच्छी शिक्षा भी मिलती है।
आइये अगली दस कहानियाँ पढ़ते हैं।

21. तीन सूअर

Short Stories With Moral in Hindi for kids

एक बार एक कस्बे में तीन सूअर (Pig ) रहते थे। उनमें से छोटे वाला सूअर बहुत मेहनती था । लेकिन बड़े दो सूअर बहुत आलसी थे।

वे तीनों सूअर जिस स्थान पर रहते थे वहाँ पास में ही एक जंगल था। और वहाँ से भेड़िए की आवाज आती थी ।

एक दिन छोटे सूअर ने दोनों बड़े Pigs से कहा कि हो सकता है एक दिन भेड़िया वहाँ आए और उन्हें खा जाए। इसलिए उन तीनों को अपने लिए घर बनाने चाहिए।

उसकी बात मानकर सब अपने लिए घर बनाने लगते हैं । लेकिन बड़े सूअर आलसी थे और जल्दबाजी में अपने लिए कमजोर से घर बनाते हैं। लेकिन छोटा सूअर मेहनत करके अपने लिए पक्का घर बनाता है।

एक रात सच में ही वहाँ भेड़िया आ जाता है। सबसे पहले वह छोटे वाले सूअर के घर को तोड़ने की कोशिश करता है। लेकिन उससे वह टूट नहीं पाता। (Post-Short Stories With Moral in Hindi).

इसलिए वह वहाँ से चला जाता है। और दूसरे Pigs के घर पर हमला करता है। उनके कच्चे घर टूट जाते हैं और वह उन्हें मारकर खा जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें कभी भी कामचोरी नहीं करनी चाहिए। और हर काम मेहनत और लगन से करना चाहिए।

22. दो दोस्त और भालू

एक बार दो दोस्त एक जंगल से जा रहे थे। तभी उन्हें भालू की आवाज सुनायी देती है। वह भालू उनकी तरफ ही आ रहा था।

पहले वाले दोस्त को पेड़ पर चढ़ना आता था। वह झट से पेड़ पर चढ़ जाता है। दूसरा दोस्त कहता है कि उसकी भी पेड़ पर चढ़ने में मदद करे। लेकिन पहला दोस्त झूठ कह देता है कि पेड़ पर दो लोगों की जगह नहीं है।

तभी भालू वहाँ आ जाता है। दूसरा दोस्त अब समझदारी से काम लेता है। वह अपनी सांस रोककर जमीन पर लेट जाता है।

भालू उसके पास आता है और उसे सूंघता है। भालू को लगता है कि वह मरा हुआ है। इसलिए उसे छोड़कर आगे निकल जाता है। Article-Short Stories With Moral in Hindi.

भालू के जाने के बाद पहला दोस्त पेड़ से उतर कर दूसरे दोस्त के पास आता है। और उससे पूछता है कि भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा।

दूसरा दोस्त कहता है कि भालू ने कहा – स्वार्थी मित्रों से बच कर रहो।

सीख – हमें धोखेवाज लोगों से कभी दोस्ती नहीं करनी चाहिए।

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23. शेर और चूहा
(Short Story With Moral )

एक बार एक जंगल में एक शेर रहता था। वह एक दिन एक वृक्ष के नीचे आराम से सो रहा था। तभी एक शरारती चूहा उस पर चढ़ जाता है। और उसके ऊपर उछल – कूद मचाने लगता है।

इससे शेर की नींद खुल जाती है और वह चूहे को पकड़ लेता है। वह उसे खाने ही वाला था लेकिन चूहा उससे निवेदन करता है कि वह उसे छोड़ दे। और बदले में एक दिन वह उसकी सहायता करेगा।

शेर यह सुनकर उस पर हँसता है। और कहता है कि तुम इतने छोटे से चूहे हो। तुम मेरी क्या मदद करोगे। लेकिन फिर भी तरस खाकर शेर उसे जाने देता है।

एक दिन जंगल में शिकारी आते हैं और अपना जाल बिछाते हैं। तभी शेर उस जाल में फंस जाता है और दहाड़ने लगता है।

उसकी दहाड़ सुनकर चूहा वहाँ आता है और देखता है कि शेर जाल में फँस गया है। इसके बाद चूहा अपने दांतों से जाल को काट देता है।
इससे शेर आजाद हो जाता है और चूहे को कोटि-कोटि धन्यवाद करता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए। हर आदमी की अपनी Value होती है।

दूसरी सीख है – कर भला तो हो भला।

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24. Ugly Duckling (कुरूप नन्ही बत्तख)

एक बार एक तालाब में एक बत्तख रहती थी। उसके 9 बच्चे थे। आठ बच्चे तो बहुत सुंदर थे। लेकिन सबसे छोटा बच्चा बहुत ही बदसूरत था। सब लोग उसका मजाक उड़ाते थे। और कहते थे कि वह जिंदगी में कभी सफल नहीं होगा।

एक दिन वह बच्चा दुखी होकर एक पेड़ के नीचे जाकर रोने लगता है। तभी वह पेड़ उसे समझाता है। और कहता है कि मुझे देखो मैं भी ज्यादा खूबसूरत नहीं हूँ।

मेरे शरीर पर जगह-जगह से खाल निकलती रहती है। तथा मेरे ऊपर पक्षी बीठ भी कर देते हैं। लेकिन फिर भी लोग मुझसे प्यार करते हैं। क्युँकि मैं उन्हें फल फूल छाया देता रहता हूँ।

तुम भी अगर दूसरों की सहायता करो तो तुम भी खूबसूरत बन जाओगे। यह सुनकर उस बच्चे की आंखें खुल जाती हैं। फिर वह अपने भाई -बहनों तथा माँ की बहुत सहायता करने लगता है।

वह हर जरूरतमंद की भी मदद करता है। धीरे-धीरे सब उसे प्यार करने लगते हैं।

एक दिन वही बच्चा बड़ा होकर बेहद सुंदर हंस बन जाता है। (Short Stories With Moral in Hindi).

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि बाहर की सुंदरता से ज्यादा अंदर की सुंदरता मह्त्वपूर्ण है।

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25. भेड़िया आया, भेड़िया आया

एक बार एक गांव में बहुत शरारती लड़का रहता था। एक दिन वह जंगल में गया। तभी उसने सोचा कि चलो गाँव वालों के साथ Prank किया जाए।

यह सोचकर वह जोर -जोर से चिल्लाने लगा – भेड़िया आया, भेड़िया आया।

उसकी आवाज सुनकर गाँव के लोग लाठी लेकर उसकी मदद के लिए आ पहुँचे। लेकिन उन्होंने देखा कि वहाँ तोकोई भी भेड़िया नहीं था। उन्हें देखकर लड़का खूब हँसता है।

फिर अगले हफ्ते भी लड़का – भेड़िया आया, भेड़िया आया, चिल्लाता है। अब की बार भी लोग उसकी मदद करने आ गए। लेकिन फिर से देखते हैं कि कोई भेड़िया नहीं था

उस लड़के ने ऐसा दो-तीन बार और किया। और लोगों को बेबकूफ बनाकर बहुत मजे लिए।

एक दिन की बात है। लड़का जंगल से जा रहा था और सच में ही वहाँ एक भेड़िया आ गया।

लड़का फिर से जोर-जोर से चिल्लाने लगा – भेड़िया आया, भेड़िया आया।

लेकिन अब लोगों का लड़के पर से विश्वास उठ चुका था। उन्होंने सोचा कि वह फिर से झूठ बोल रहा है। इसलिए कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं गया।

और इस तरह भेड़िया उस लड़के को मारकर खा जाता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि हमें कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। झूठ बोलने से लोग हम पर विश्वास करना छोड़ देते हैं।

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26. Gingerbread
(Short Stories With Moral for kids)

एक बार एक आदमी ने Gingerbread बनाया। रात को वह जादू से जिंदा हो गया। इसके बाद वह सड़क पर घूमने निकल गया। और तरह-तरह के लोगों से मिलने लगा।

तभी उसे एक गीदड़ मिलता है। वह गीदड़ उससे कहता है कि तुम तो बहुत ही खूबसूरत हो। और तुम इंसानों से भी ज्यादा अच्छे दिखते हो।

अपनी तारीफ सुनकर Gingerbread बहुत खुश हुआ। उसे लगा कि यह गीदड़ तो बहुत ही अच्छा है। और उसका शुभचिंतक है।

इसके बाद गीदड़ कहता है कि तुम मेरे साथ मेरी गुफा में चलो। वहाँ पर मैं तुम्हें नए कपड़े दूँगा। इससे तुम्हे सर्दी नहीं लगेगी।

यह सुनकर Gingerbread बहुत खुश हुआ। और गीदड़ के साथ उसकी गुफा में चला गया। लेकिन गुफा में पहुँचते ही गीदड़ जिंजरब्रेड को खा जाता है।

सीख – चापलूस लोगों की बातों में कभी नहीं आना चाहिए।

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27. बुद्धिमान कौआ

एक बार एक कौवा उड़ कर कहीं जा रहा था। उस दिन बहुत गर्मी थी। उड़ते – उड़ते उस कौए को बहुत प्यास लगती है। वह एक बगीचे में पहुँचता है। वहाँ उसे एक घड़ा दिखाई देता है। घड़े को देखकर वह खुश हो जाता है।

लेकिन जब वह घड़े के अंदर झाँककर देखता है तो निराश हो जाता है। क्युँकि घड़े में पानी बहुत नीचे था।

बहुत कोशिश करने के बाद भी कौए की चोंच पानी तक नहीं पहुँचती है।

लेकिन फिर वह अपनी बुद्धि का प्रयोग करता है। वह पास पड़े कंकड़ एक -एक करके घड़े में डालना शुरू कर देता है। (Short Stories With Moral in Hindi).

इससे घड़े का पानी ऊपर आ जाता है । फिर कौआ जी भरकर पानी पीता है। और अपने गंतव्य की तरफ उड़ जाता है।

सीख – हमे मुश्किल वक्त में समझदारी से काम लेना चाहिए।
दूसरे सीख – जहाँ चाह, वहाँ राह।

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28. मेंढक की जिद

एक बार एक मेंढक रास्ते से जा रहा था। तभी वहाँ से एक बैल गुजरता है। बैल , मेंढक को देखकर हंसने लगता है। वह मेंढक से कहता है – तुम कितने छोटे हो।

लेकिन मेढंक को यह बात दिल पर लग गई। उसने सोचा कि मैं उस बैल जितना बड़ा होकर दिखाऊँगा।

फिर वह अपने घर जाता है। और वहाँ सारा दिन खाना खाता रहता है। धीरे-धीरे उसका size बढ़ने लगता है।

यह देखकर मेंढक बहुत खुश होता है इसके बाद वह और भी ज्यादा खाने लगता है। एक दिन वह इतना ज्यादा खा लेता है कि उसका पेट फट जाता है। और वह मर जाता है।

सीख – हमें कभी भी अपनी तुलना दूसरों के साथ नहीं करनी चाहिए। बल्कि समझना चाहिए कि हम जैसे हैं वैसे ही अच्छे हैं।

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29. दयालु लड़का
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक लड़का स्कूल से लौट रहा था। एक जगह वह अपना Lunch खाने के लिए बैठा। तभी वहाँ एक भूखा आदमी आता है।

वह लड़के से कहता है कि उसने कल से कुछ नहीं खाया है। क्या तुम मुझे खाने के लिए कुछ दे सकते हो।

वह लड़का खुद भी गरीब था। और उसके पिता की नौकरी भी चली गयी थी। लेकिन वह उस आदमी से कहता है कि मैं तो घर ही जा रहा हूँ, मैं घर पर खा लूँगा। यह कहकर वह सारा Lunch उस भूखे आदमी को दे देता है। और घर चला जाता है।

वास्तव में वह आदमी बहुत अमीर था। वह तो बस उस लड़के की परीक्षा लेना चाहता था।

इसके बाद वह लड़के के घर आता है। और उसकी बहुत तारीफ करता है। साथ ही वह लड़के के बेरोजगार पिता को अपनी फैक्ट्री में अच्छी नौकरी भी दे देते हैं।

सीख – हमे दूसरों के साथ हमेशा सहानुभूति से पेश आना चाहिए।

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30. सोने का अंडा देने वाली मुर्गी

एक बार एक आदमी जंगल से जा रहा था। वहाँ उसे एक मुर्गी मिली। वह उस मुर्गी को अपने घर ले आया। और उसकी देखभाल करने लगा। अगले दिन उस मुर्गी ने एक सोने का अंडा दिया।

यह देखकर उस आदमी के मन में लालच आ गया। उसने सोचा कि एक बार में ही इस मुर्गी के सारे अंडे निकाल लेता हूँ। जिससे मैं बहुत अमीर हो जाऊँगा।

यह सोचकर उसने उस मुर्गी को मार डाला। लेकिन उसके अंदर कोई भी अंडा नहीं मिला। इससे उसे अपनी मूर्खता पर बहुत ही पछतावा हुआ। Article-Short Stories With Moral in Hindi.

सीख – हमें लालच में आकर मूर्खों जैसे काम नहीं करने चाहियें।

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Part 4 – Short Stories With Moral in Hindi (31-40)

अच्छी कहानियों से बच्चे के व्यक्तित्व विकास में भी मदद मिलती है। बच्चा जिंदगी में कुछ बड़ा करने के लिए भी प्रेरित होता है। इस भाग की दस कहानियाँ इस प्रकार से हैं :

31. लालची कुत्ता

एक बार एक कुत्ता एक कस्बे में घूम रहा था। उसे एक जगह एक हड्डी मिलती है। वह हड्डी उठा कर अपने घर जाने लगता है।

रास्ते में एक नदी पड़ती है जिस पर एक पुल था। कुत्ता उस पुल से गुजरते लगता है। तभी वह पानी में अपनी परछाई देखता है।

उसे लगता है कि वह दूसरा कुत्ता है और उसके पास एक बड़ी सी हड्डी है। वह सोचता है कि क्यूँ ना उस कुत्ते से उसकी हड्डी भी छीन लूँ।

यह सोचकर वह अपनी परछाई पर भोंकने लगता है। लेकिन जैसे ही वह मुँह खोलता है उसकी हड्डी पानी में गिर जाती है। इसके बाद वह मायूस होकर वहाँ से चला जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि कभी भी हमें लालच नहीं करना चाहिए। जो हमारे पास है उसी से संतुष्ट रहना चाहिए। (लालच बुरी बला है)।

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32. दो चूहे
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार दो चूहे थे – टॉम और पीटर। वे आपस में cousin (चचेरे भाई) थे। Tom शहर में रहता था और Peter गांव में रहता था।

एक बार Tom शहर से अपने भाई पीटर से मिलने गाँव आता है। लेकिन वहाँ की जिंदगी उसे बहुत बोरिंग लगती है। कुछ ही दिनों में वह वहाँ से चला जाता है।

अब अगली छुट्टियों में पीटर गाँव से Tom के पास शहर जाता है। लेकिन उसे वहाँ की भीड़भाड़ और शोर- शराबा बिल्कुल भी पसंद नहीं आता। और वह भी बोर होकर एक ही हफ्ते में घर वापस आ जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हम जहाँ पर पले – बड़े होते हैं, हमें वहाँ का माहौल ही अच्छा लगता है।

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33. Milkmaid (दूध बेचने वाली लड़की)

एक बार एक कस्वे में मिल्कमेड (दूध बेचने वाली) रहती थी। वह सारा दिन सपने देखती रहती थी और ख्याली पुलाव पकाती रहती थी।

एक दिन वह सुबह – सुबह दूध का मटका लेकर बेचने जा रही थी।

तभी वह रास्ते में फिर से ख्याली पुलाव पकाने लगती है। वह सोचती है कि इस दूध को बेचकर आज मैं कुछ अंडे खरीद लूँगी। फिर उन अंडों से मुर्गियाँ निकलेंगी। Collection – Short Stories With Moral in Hindi.

फिर वे मुर्गियां और ज्यादा अंडे देंगी। फिर उनसे और चूजे निकलेंगे। इस तरह धीरे-धीरे वह बहुत बड़ा पोल्ट्री फार्म बनाएगी। और अंडों को बेचकर बहुत ही ज्यादा अमीर हो जाएगी।

यह सोचकर वह ख़ुशी से उछल पड़ती है । इससे उसका दूध का मटका नीचे गिर जाता है और सारा दूध मिटटी में मिल जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें सपने देखने के साथ -साथ अपने काम पर पूरा ध्यान लगाना चाहिए।

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34. पवनचक्की (Windmill )

बहुत समय पहले अफ्रीका में एक गाँव हुआ करता था। उस गाँव में बिजली नहीं थी। वहाँ एक बहुत समझदार लड़का रहता था। उसे किताबें पढ़ने का बहुत शौक था।

एक दिन उसने सोचा क्यूँ न गाँव में बिजली बनाई जाये। उसने बहुत सी किताबें पढ़ीं। फिर कूड़ा – कबाड़ा इकट्ठा करके एक बहुत बड़ी पवनचक्की (Windmill ) बना दी। फिर उस पवनचक्की से बिजली बनने लगी।

इससे सारे गाँव में बिजली आ गयी। सारे गाँव वालो ने उस लड़के की बहुत प्रशंसा की। उस लड़के का नाम William Kamkwamba है। और यह सच्ची कहानी है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि पुस्तकों से ज्ञान प्राप्त करके हम नई तकनीक का विकास कर सकते हैं।

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35. बुद्धिमान लड़की

एक बार एक राजा अपने मंत्री को उबले हुए अंडे देता है। और कहता है कि एक महीने में इनसे मुर्गियाँ निकाल कर बताओ। मंत्री यह सुनकर बहुत परेशान हो जाता है। लेकिन वह उन अंडों को घर ले जाता है।

घर पर उसे उदास देखकर उसकी बेहद समझदार बेटी पूछती है कि पिताजी क्या हुआ। मंत्री उसे सारी कहानी बताता है।

यह सुनकर लड़की कहती है कि आप उदास मत होइए। फिर वह लड़की कुछ मटर उबालती है और अपने पिता को देती है। (Short Stories With Moral in Hindi).

फिर पिता से कहती है कि ये उबले मटर राजा को देना। और कहना कि जब मैं उबले अण्डों से मुर्गियाँ निकाल लूँगा तो उन्हें खिलाने के लिए कुछ नहीं है।

इसलिए इन मटर के दानों से आप और मटर ऊगा कर दे दीजिये।

अगले दिन मंत्री राजा के पास जाता है और वैसा ही करता है। लेकिन राजा उससे कहता है कि क्या कभी उबले मटर से भी पौधे लग सकते हैं ?

इस पर मंत्री कहता है कि महाराज अगर उबले हुए अंडे से चूजे निकल सकते हैं तो उबले मटर से पौधे क्यूँ नहीं निकल सकते हैं।

राजा मंत्री की बुद्धिमत्ता से बहुत प्रभावित होता है। लेकिन मंत्री कहता है कि यह बुद्धिमानी उसकी बेटी की है। इसके बाद राजा उसकी बेटी को बुलाकर उसकी प्रशंसा करता है और उसे उचित इनाम भी देता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि हर समस्या को बुद्धिमानी से सुलझाया जा सकता है। इसलिए किताबें पढ़कर हमें अपनी बुद्धि को विकसित करते रहना चाहिए।

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36. मेंढक और बिच्छू

एक बार एक तालाब के किनारे एक मेंढक बैठा हुआ था। तभी वहाँ एक बिच्छू आता है। वह मेंढक से कहता है कि मुझे उस तालाब के पार जाना है। लेकिन मुझे तैरना नहीं आता। क्या आप मुझे तालाब के पार ले जा सकते हो।

मेंढक बहुत दयालु था। उसने बिच्छू से कहा कि आप मेरी पीठ पर बैठ जाइए और मैं आपको तालाब के दूसरी ओर ले जाऊँगा। Post-Short Stories With Moral in Hindi.

यह सुनकर बिच्छू मेंढक की पीठ पर बैठ जाता है। और मेंढक उसे तालाब के उस पार ले जाता है।

जब वे किनारे पहुँचने वाले थे तो बिच्छू , मेंढक को डंक मार देता है। मरता हुआ मेंढक, बिच्छू से पूछता है कि मैंने तो तुम्हारी सहायता की फिर तुमने मुझे डंक क्यूँ मारा ?

बिच्छू उससे कहता है कि डंक मारना ही मेरा स्वभाव है।

सीख – इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि हमें कभी भी कृत्घन और दगाबाज लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

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37. The Pied Piper

Short Stories for kids

एक बार हैमर्ली नाम के कस्बे में चूहों का आतंक फैल जाता है। हर घर में चूहे ही चूहे भरे हुए थे। ऐसे में कस्वे के लोग बहुत परेशान हो जाते हैं।

एक दिन वे एक Pied Piper (बांसुरी बजाने वाला बहुरुपिया) को बुलाते हैं। और उससे कहते हैं कि इन चूहों को आकर्षित कर के शहर से दूर ले जाए। इसके बदले वे उसे पैसे देंगे।

पाइड पाइपर इसके लिए मान जाता है। वह अपनी बाँसुरी से ऐसी धुन बजाता है कि सारे चूहे उसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। फिर वह उन्हें शहर से दूर ले जाता है।

लेकिन जब वह वापस आकर कस्वे के लोगों से अपने पैसे माँगता है तो वे उसे पैसे देने से मना कर देते हैं।

इससे नाराज होकर पाइड पाइपर एक और धुन बजाने लगता है। इससे शहर के सारे बच्चे उसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। और उसके पीछे -पीछे चलने लगते हैं। वह उन्हें अपने साथ कहीं दूर ले जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा ही अपना वचन निभाना चाहिए।

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38. दयालु लड़का
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक गरीब लड़का एक तालाब के किनारे आता है। वह देखता है कि एक हंस कीचड़ में फंस गया था।

वह लड़का बहुत दयालु था। वह जाकर उस हंस को कीचड़ से निकालकर साफ पानी में पहुंचा देता है।
हंस उसका शुक्रिया अदा करता है और बदले में उसे एक पंख देता है।

लड़का उस पंख को घर ले जाता है। जब वह सुबह उठता है तो उस पंख की जगह कुछ हीरे रखे हुए थे।
यह देखकर लड़का बहुत खुश होता है। वह एक हीरा बेचता है और उससे काफी पैसे मिलते हैं ।

इससे वह अपने परिवार की मदद करता है। और अपने लिए अच्छी पढ़ाई का भी प्रबंध करता है।

सीख – हमें हमेशा मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करनी चाहिए।

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39. जलपरी (Mermaid)

एक बार एक युवक समंदर किनारे घूम रहा था। वहाँ उसे एक जलपरी मिलती है। जलपरी उस युवक से प्यार करने लगती है। लेकिन वह युवक जलपरी से कहता है कि अगर तुम्हारी टांगे होती तो मैं तुमसे शादी कर लेता।

यह सुनकर जलपरी समंदर के पास जाती है। और कहती है कि मुझे टांगे दे दो। समंदर उससे कहता है कि अगर तुम्हें टांगे चाहिए तो बदले में अपनी आवाज देनी होगी। (Short Stories With Moral in Hindi).

जलपरी इसके लिए तैयार हो जाती है। इसके बाद समंदर उसे आवाज के बदले टाँगे दे देता है।

इससे जलपरी खुश हो जाती है और युवक के घर पहुंचती है। युवक देखता है कि जलपरी की टाँगे तो हैं लेकिन आवाज नहीं है। इसलिए वह शादी से मना कर देता है।

यह सुनकर जलपरी बहुत दुखी होती है और वापस समंदर में चली जाती है।

सीख – हमें कभी भी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहिए।

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40. परोपकारी किसान

एक नगर में एक राजा राज करता था। एक बार उसने सोचा कि शहर के लोगों की परीक्षा ली जाए। वह देखना चाहता था कि सच में परोपकारी व्यक्ति कौन है है।

इसलिए उसने सड़क के बीचोंबीच एक बहुत बड़ी चट्टान रखवा दी। इसके बाद लोग वहाँ से गुजरने लगे। बहुत से लोग शिकायत करते कि “यह चट्टान कहां से आ गई” और आगे बढ़ जाते।

लेकिन कोई भी उस चट्टान को हटाने की कोशिश नहीं कर रहा था।

तभी एक किसान वहाँ से गुजरता है। वह भी देखता है कि सड़क के बीचोंबीच एक चट्टान पड़ी हुई है। और सबको दुविधा हो रही है। इससे वो किसान अकेला ही चट्टान को धक्का देकर रास्ते से हटा देता है।

जैसे ही वह चट्टान को हटाता है उसे एक सोने के सिक्कों की थैली मिलती है। उसमें एक नोट भी था। जिसमें राजा ने लिखा था कि यह थैली उस आदमी के लिए है जो इस चटटन को हटाकर सिद्ध करेगा कि वह सबसे परोपकारी है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है की परोपकार का फल हमेशा अच्छा होता है।

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Part 5 – Short Stories With Moral in Hindi (41-50)

कहानी के जरिये बच्चा समाज में व्यापत अच्छाई और बुराई दोनों को जान जाता है। इससे वह असली जिंदगी में एक सही फैसला लेने के भी काबिल बनता है। आइये अगली दस कहानियाँ पढ़कर लुत्फ़ उठाते हैं।

41. बुद्धिमान बीरबल

एक बार अकबर अपने दरबार में बैठे हुए थे। तभी एक मंत्री जो बीरबल से ईर्ष्या करता था उसने अकबर से कहा – महाराज पता चला है कि बीरबल शहर के कौओं की गिनती भी कर सकता है।

यह सुनकर अकबर ने बीरबल से पूछा कि बताओ शहर में कितने कौए हैं। यह सुनकर बीरबल ने कहा कि शहर में 540000 कौए हैं। Article-Short Stories With Moral in Hindi.

अकबर ने कहा कि इस बात का क्या प्रमाण है कि इतने ही कौए हैं। इस पर बीरबल कहता है कि अगर आपको यकीन नहीं है तो आप मंत्री जी से कहिए कि वह गिन कर confirm कर दें।

अकबर मंत्री से कहता है कि जाइये कौए गिनकर आइये। यह सुनकर मंत्री शर्मिंदा हो जाता है और बीरबल से माफ़ी माँगता है।

सीख – कभी दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

42. सबसे बड़ा धर्म
(Short Stories With Moral )

एक बार एक शहर में एक बहुत अमीर आदमी रहता था। एक दिन उसने सोचा कि क्यों न शहर के लोगों की परीक्षा ली जाए। और पता लगाया जाए कि सबसे दयालु आदमी कौन है।

इसके बाद वह अमीर आदमी एक फटे पुराने कपड़े पहन लेता है। और अपने हाथ पर पट्टियां बाँध लेता है। फिर वह सड़क के किनारे बैठ जाता है।

कुछ समय बाद वहाँ से लोग आने – जाने लगते हैं। वह उनसे कहता है कि उसे इलाज के लिए पैसे चाहिए। लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं करता।

लेकिन तभी एक युवक वहाँ से गुजरता है। वह खुद भी बेरोजगार था। लेकिन वह उस आदमी को 100 रुपये देते हुए कहता है कि मेरे पास यही हैं। आप इनसे दवाई खरीद लो।

इसके बाद युवक अपने घर चला जाता है। अगले दिन अमीर आदमी उसके घर आता है और कहता है कि मैं वहीं हूँ जिसे तुमने पैसे दिए थे।

इसके बाद वह उस दयावान युवक को अपनी एक फैक्ट्री में मैनेजर रख लेता है।

सीख – दूसरों पर दया करना ही सबसे बड़ा धर्म है।

43. लोमड़ी और सारस

एक बार एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। वह खुद को बहुत होशियार समझती थी। और दूसरों का मजाक उड़ाने के तरीके ढूँढा करती थे।

वहीं पास के तालाब में एक भला सारस भी रहता था। उसे देखकर लोमड़ी सोचती है क्यूँ न आज इसे बेबकूफ बनाऊँ। इसलिए वह उसे अपने घर खाने पर बुलाती है।

जब सारस उसके घर पहुँचा तो वह जान -बूझ कर उसके सामने एक थाली में सूप परोसती है।

सरस लंबी चोंच के वजह से सूप नहीं पी पाता है। और भूखा रह जाता है। उसके जाने के बाद लोमड़ी यह कहानी अपने दोस्तों को सुनाती है। और वे सब सारस की दशा पर बहुत हँसते हैं।

जब यह बात सारस को पता चली तो उसने लोमड़ी को सबक सिखाने का मन बनाया। उसने भी अगले दिन लोमड़ी को अपने घर खाने पर बुलाया। Blog-Short Stories With Moral in Hindi.

जब लोमड़ी पहुँची तो सारस ने एक सुराही में उसे सूप परोसा। सारस ने तो लम्बी चोंच से अपना सूप पी लिया। लेकिन लोमड़ी नहीं पी पा रही थी।

फिर लोमड़ी ने पूरा जोर लगा कर सुराही में अपना सिर डाल दिया। इससे उसका सिर सुराही की गर्दन में फंस गया और वह चिल्लाने लगी। फिर वह घबराकर बाहर की और भागी।

जब जंगल के सभी जानवर लोमड़ी को इस हालत में देखते हैं तो जोर -जोर से हँसते हैं।

सीख – कभी भी खुद को दूसरों से होशियार (Oversmart) नहीं समझना चाहिए।

44. राजा मिदास

एक बार एक नगर में मिदास नाम का लालची राजा रहता था। एक बार उसके यहाँ एक साधु आता है और कहता है कि कोई वर माँग लो। मिदास कहता है कि मैं जिस भी वस्तु को हाथ लगाऊँ वह सोने की हो जाए।

साधु राजा को यह वर देकर चला जाता है।

इसके बाद राजा अपने महल की चीजों को हाथ लगाने लगा। और वे सोने की बनने लगीं। यह देखकर राजा बहुत खुश हुआ। उसने सोचा कि अब तो मैं सारी दुनिया में सबसे अमीर राजा बन जाऊँगा।

इसके बाद वह अपने बागीचे में गया। वहाँ उसकी बेटी उदास बैठी हुई थी। मिदास उसकी बगल में बैठ गया और पूछा कि बेटी तुम उदास क्यूँ हो।

लेकिन उसकी बेटी कुछ नहीं बोली। तभी राजा ने गलती से उसके सिर पर हाथ रख दिया। ऐसा करते ही उसकी बेटी सोने की हो गयी। (Blog-Short Stories With Moral in Hindi).

यह देखकर राजा विलाप करने लगा। उसे अपनी भूल का एहसास हुआ।

फिर वह भागा -भागा उस साधु के पास जाता है और अपना वरदान वापस लेने को कहता है। साधु दया करके अपना वरदान वापस ले लेता है। इससे राजा के महल की सारी सोने की चीजें वापस वैसी हो जाती हैं। और उसकी बेटी भी जीवित हो जाती है।

सीख – हमें जीवन में कभी भी लालच नहीं करना चाहिए। लालच मनुष्य को अँधा कर देता है।

45. साँप और सारस

एक बार एक सारस, तालाब में मछली ढूँढ रहा था। तभी उसने देखा कि एक साँप तालाब में गिर जाता है। उस साँप को तैरना नहीं आता था और वह डूबने लगता है।

सारस को उस पर दया आ जाती है और वह उस साँप को चोंच से पकड़कर किनारे पर रख देता है। इससे साँप बच जाता है और जंगल में चला जाता है।

एक दिन एक शिकारी उस तालाब के पास आता है। वह सारस को देखता है और उसे मारने की सोचता है।
इसलिए वह अपनी बन्दूक से सारस पर निशाना साधता है।

लेकिन तभी वह साँप शिकारी को देख लेता है। वह उसके पास आकर फुँफकारता है। इससे शिकारी डर जाता है और वहाँ से भाग जाता है।

सीख – दूसरों की मदद करने से दूसरे भी हमारी मदद करते हैं।

46. घमंडी ऊँट
(Short Stories For Kids)

एक बार एक जंगल में बहुत से पशु -पक्षी रहते थे। वहाँ एक हाथी भी रहता था। हाथी बहुत दयालु था और दूसरों की सहायता करता था।

इस कारण सभी जानवर उसे बहुत पसंद करते थे।

एक दिन उस जंगल में एक ऊँट आ जाता है। वह बहुत ही स्वार्थी और लालची था। वह दूसरों की जरा भी हेल्प नहीं करता था। और सारे पेड़ों की पत्तियां खुद ही खा जाता था।

एक दिन ऊँट , हाथी से कहता है कि मैं तुमसे बलवान हूँ। लेकिन दूसरे जानवर कहते हैं कि ऐसा नहीं है।

यह सुनकर ऊँट कहता है कि क्यूँ न वे दोनों पानी पीने का मुकाबला करें। जो ज्यादा पानी पियेगा वो जीत जायेगा। और हारने वाले को जंगल छोड़ कर जाना पड़ेगा। हाथी इसके लिए मान जाता है।

उस जंगल में एक बुद्धिमान खरगोश भी रहता था। जब उसे यह बात पता चलती है तो वह जानवरो की मीटिंग बुलाता है।

वह कहता है कि ऊँट रेगिस्तान का जानवर है। उसके शरीर में बहुत सी थैलियाँ होती हैं। जिनमे वह बहुत सा पानी जमा कर सकता है।

इसलिए ऊँट यह मुकाबला जीत जायेगा।

यह सुनकर जानवर चिंतित हो जाते हैं । लेकिन खरगोश कहता है कि मेरे पास एक तरकीब है। जिससे हाथी मुकाबला जीत सकता है।

फिर निश्चित दिन मुकाबला होता है। और हाथी ऊँट से ज्यादा पानी पीता है। ऊँट हार जाता है और उसे जंगल छोड़ कर जाना पड़ता है।

शाम को खरगोश सब जानवरों को बताता है कि हाथी कैसे जीत गया।

वास्तव में जब ऊँट पानी पी रहा था तो हाथी के कहने से सारे कछुए पानी के अंदर चले गए थे। इससे पानी का जलस्तर बहुत ऊपर आ गया था।

लेकिन जब हाथी पानी पीने लगा तो कछुए चुपके से बाहर निकलते गए। इस तरह हाथी की जीत हो गयी।

सब जानवरों ने खरगोश की बुद्धिमानी की तारीफ की।

सीख – हमें समाज के खिलाफ कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए।

47. दुष्ट हाथी और नन्ही चींटी

Short Stories in Hindi

एक बार एक जंगल में कुछ चींटियाँ रहती थीं। एक दिन वहाँ एक घमंडी हाथी आ गया और उसने चींटियों के घर को कुचल डाला।

लेकिन चीटियों ने हार नहीं मानी और फिर से घर बना लिया। लेकिन अगले दिन हाथी फिर आया और फिर से उनके घर को तोड़ दिया। Blog- Short Stories With Moral in Hindi.

इससे सब चींटियाँ दुखी हो गयीं। और कहने लगीं कि उन्हें इस स्थान को छोड़ कर कहीं और चले जाना चाहिए। लेकिन तभी एक नन्ही चींटीं सामने आई और बोली – हमें इस हाथी का मुकाबला करना चाहिए।

लेकिन बाकी चींटियाँ बोलीं कि हाथी तो बहुत बड़ा है। हम उसका मुकाबला कैसे कर सकती हैं। इस पर नन्ही चींटी बोली हर किसी की कोई कमजोरी होती है। अब हाथी की समस्या मुझ पर छोड़ दो।

अगले दिन हाथी फिर आता है। नन्ही चींटी उसे कहती है कि वहाँ से चला जाये नहीं तो अंजाम बुरा होगा। यह सुनकर हाथी हँसता है और कहता है कि इतनी सी चींटी मेरा क्या बिगाड़ लेगी।

इसके बाद वह चींटी हाथी की नाक में घुस गई। और उसे काटना शुरू कर दिया। हाथी दर्द से तड़पने लगा और इधर -उधर भागने लगा। अंत में वह चींटी से माफी मांगते हुए कहता है कि आगे से कभी उन्हें तंग नहीं करेगा ।

इसके बाद चींटी हाथी की सूँड से बाहर निकल आती है। और हाथी वहाँ से भाग जाता है।

सीख – हिम्मत से हम शक्तिशाली दुश्मन को भी हरा सकते हैं।

48. बुद्धिमान राजकुमार

एक बार एक राजा का दरबार लगा हुआ था। तभी वहाँ एक राक्षस आ जाता है। वह राजा से कहता है कि बारी -बारी तीन चीजें छुपाए।

अगर उसने उन चीजों को ढूँढ लिया तो वह उसके सभी लोगों को खा जाएगा। और अगर वह नहीं ढूँढ पाया तो उसे बहुत सा सोना देकर हमेशा के लिए वहाँ से चला जाएगा।

यह सुनकर राजा ने सबसे पहले अपनी अंगूठी अपने महल के गुप्त कमरे की दीवार में छुपा दी। लेकिन राक्षस ने पालक झपकते ही उस अंगूठी को ढूँढ निकाला।

इसके बाद राजा ने अपनी माला अपने गुप्त तेहखाने में छुपा दी। लेकिन राक्षस ने उसे भी एक ही चुटकी में ढूँढ लिया।

यह देखकर राजा बहुत परेशान हो गया। उसे लगा कि राक्षस तो तीसरी चीज भी एक ही चुटकी में ढूँढ निकालेगा।

लेकिन दरबार में राजा का बुद्धिमान बेटा भी बैठा हुआ था। उसने पिता के पास आकर कहा कि आप चिंता मत कीजिए।

फिर उसने अपनी जेब से इत्र की शीशी निकाली। और राक्षस के सामने खोल दी। फिर उसने राक्षस से कहा कि इस इत्र को ढूँढ कर बताओ।

लेकिन इत्र हवा में गायब हो गया था। और राक्षस किसी भी कीमत पर उसे ढूँढ नहीं सकता था। इससे उसने हार मान ली।

फिर राक्षस राजा को बहुत सारा सोना देकर वहाँ से हमेशा के लिए चला गया।

इसके बाद राजा और सभी मंत्रियों ने राजकुमार की बुद्धिमानी की बहुत प्रशंसा की।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि बड़ी से बड़ी मुसीबत को भी हम बुद्धिमानी से सुलझा सकते हैं।

49. खरगोश और गाजर चोर
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक जंगल में एक खरगोश रहता था। एक बार उसने अपने घर के पीछे कुछ गाजरें उगाईं। लेकिन वह देखता है कि हर दिन कोई उसकी गाजरों को चुरा रहा था।

कई बार वह रात को कमरे की खिड़की से देखता रहता था। लेकिन उस रात चोर नहीं आता था। लेकिन जिस रात खरगोश सो जाता था उस रात गाजर चोरी हो जाते थे।

इससे खरगोश बहुत परेशान हो गया। एक दिन वह इसकी शिकायत inspector हाथी से करता है। हाथी उसे एक योजना बताता है। और कहता है कि गाजर के पत्तों पर पक्का हरा रंग लगा दे।

घर जाकर खरगोश ऐसा ही करता है। इसके अगले दिन फिर से गाजर चोरी होते हैं।

अब हाथी खरगोश से कहता है कि सब जानवरों को डिनर पर बुलाये। जब सब जानवर आते हैं तो हाथी उनके हाथों को देखता है । वह देखता है कि गीदड़ के हाथो में हरा रंग लगा हुआ था। इसलिए वह उसे गिरफ्तार कर लेता है।

खरगोश उससे पूछता है कि जिस रात मैं रखवाली करता था , उस रात तुम्हे कैसे पता लग जाता था। इस पर गीदड़ कहता है कि तुम्हारे कमरे की खिड़की खुली होती थी। इससे मैं समझ जाता था कि आज तुम रखवाली कर रहे हो।

इसके बाद हाथी गीदड़ को जेल में बंद कर देता है।

सीख – हमें कभी भी चोरी नहीं करनी चाहिए।

50. मछली क्यूँ हँसी

एक बार एक राज्य में एक राजा रहा करता था। लेकिन उसके महल में एक बहुत ही अनोखा नियम था। उसके सारे नौकर चाकर सिर्फ औरतें होती थीं। उसके महल में किसी भी पुरुष का प्रवेश वर्जित था।

एक दिन एक मछली बेचने वाली उसके महल में आती है। राजा एक मछली उठाकर उससे पूछता है कि यह मछली नर है कि मादा।

इतना सुनते ही मछली जोर-जोर से हंसने लगती है। इससे राजा को बहुत गुस्सा आता है। और मछली से पूछता है कि मेरा मजाक उड़ाने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई।

इस पर मछली कहती है – महाराज, कई सालों से एक मर्द औरत बनाकर आपके महल में रह रहा है। आप उसे तो नहीं पकड़ पाए। और एक मछली के लिंग की इतनी जांच कर रहे हैं। इसलिए मुझे हंसी आ गयी।

राजा को यह सुनकर हैरानी होती है। वह सभी नौकरों को बुलाता है और कहता है कि जो भी पुरुष है वो सामने आ जाए। For Kids- Short Stories With Moral in Hindi.

तभी एक पुरुष जो औरत के भेष में था, सामने आ जाता है। वह कहता है कि उसकी माँ बीमार थी इसलिए उसे नौकरी की बहुत जरूरत थी। लेकिन आपका सोचना था कि सब पुरुष चोर होते हैं। इसलिए उसे औरत बनना पड़ा।

मगर इतने सालों में आपके यहाँ चोरी नहीं हुई। इससे यह सिद्ध होता है कि सभी पुरुष बुरे नहीं होते।

यह सुनकर राजा उसे माफ़ कर देता है। और साथ ही अपनी सोच बदलकर पुरुषों को भी महल में नौकरी पर रखने लगता है।

सीख – हमें स्त्री -पुरुष में भेदभाव नहीं करना चाहिए। बल्कि योग्यता के आधार पर सबको मौका देना चाहिए।

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Part 5 – Short Stories With Moral in Hindi (51-60)

कहानियाँ हमें जिंदगी की बाधाओं पर विजय पाने की प्रेरणा देती हैं। इसलिए हर बच्चे को बचपन में बेहतरीन कहानियाँ पढ़नी ही चाहियें।

51. जादू की चक्की

एक बार समीर नाम का एक लड़का जंगल से जा रहा था। वहाँ उसे एक बूढ़ा मिलता है जिसके पैर में चोट लगी हुई थी। समीर सहारा देकर बूढ़े को उसकी कुटिया में पहुँचा देता है।

तभी बूढा समीर को आटा पीसने वाली चक्की देता है। और कहता है कि इसे 2 बार घुमाकर जो भी खाने को मांगोगे मिल जायेगा। बंद करने के लिए साढ़े तीन बार घुमाना।

इसके बाद समीर चक्की लेकर घर चला जाता है। वह चक्की से कहता है कि मुझे खाने के लिए शाही पनीर और नान दीजिए और उसे 2 बार घुमाता है। Article- Short Stories With Moral in Hindi.

इतना करते ही वहाँ शाही पनीर और नान आ जाता है। इस तरह समीर प्रतिदिन चक्की से मनपसंद भोजन माँग लेता था।

लेकिन एक रात समीर का दोस्त रातुल उसे चक्की से भोजन मांगते देख लेता है। और उसके मन में लालच आ जाता है। एक दिन वह चक्की को चुरा कर अपने शहर ले जाने लगता है।

रास्ते में उसे एक नदी पार करनी थी। वह नौका में बैठता है और उसे चलाने लगता है। तभी रातुल का मन खीरा खाने को होता है। वह चक्की को घुमाता है और उससे खीरे माँगता है।

चक्की खीरे देने लगती है। लेकिन रातुल ने उसे बंद करना नहीं देखा था। इसलिए वह खीरे देत्ती ही रहती है।
धीरे-धीरे वहाँ खीरों का भंडार लग गया और नौका राहुल समेत पानी में डूब जाती है।

सीख – बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है।

52. खेतों में सोना
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक किसान के चार बेटे थे। लेकिन वे बहुत निकम्मे थे। सर्दियाँ आने वाली थीं और किसान खेतों में गेहूँ बोना चाहता था। वह अपने बेटों से कहता है कि जाकर खेत को खोद दो।

लेकिन सारा दिन गुजर जाने पर भी वे खेत पर नहीं गए।

तभी किसान का भाई वहाँ आता है। किसान उसे अपने निक्कमे बेटों के बारे में बताता है। तभी भाई उससे कहता है तुम्हे याद है , पिताजी ने सोने के गहने किस खेत में दबाये थे। लेकिन किसान कहता है उसे इस बारे में नहीं पता।

इस पर भाई कहता है कि अगले दिन वह खेत खोदकर उन्हें ढूँढेगा। उसकी यह बात चारों लड़कों ने सुन ली। उन सबने उसी समय कुदाल उठाई और सारे खेत खोद डाले। लेकिन उन्हें कहीं सोना नहीं मिला।

तभी उनका चाचा उनके पिता के साथ वहाँ आता है। और उनसे कहता है कि बेटा अब इन खेतों में बीज डालो। इससे जो फसल उगेगी वही तो सोना है।

लड़कों को चाचा की बात समझ आ जाती है। और आगे से वे लगन से मेहनत करते हैं।

सीख – मेहनत से हम अपनी खराब किस्मत भी बदल सकते हैं।

53. बुद्धिमान लड़का और जिन्न

एक बार एक लड़का खंडहर के पास घूम रहा था। तभी उसे एक अजीब सी बोतल मिलती है। वह उस बोतल का ढक्कन खोल देता है। तभी उस बोतल से धुआँ निकला और एक जिन्न प्रकट हो गया।

वह जिन्न लड़के से कहने लगा कि उसे एक जादूगर ने इस बोतल में बंद कर दिया था। लेकिन अब तुमने मुझे बाहर निकाल दिया है। अब मुझे बहुत भूख लगी है और मैं तुम्हें खा जाऊंगा।

यह सुनकर लड़के ने बुद्धिमानी से काम लिया। उसने कहा कि मरने से पहले मेरी एक इच्छा है।
जिन्न कहता है कि बताओ क्या इच्छा है।

लड़का कहता है कि इस बोतल का साइज बहुत छोटा है और आप बहुत बड़े हो। फिर आप इसमें कैसे समा सकते हो।

जिन्न कहता है कि मुझे जादू आता है। लड़का कहता है कि क्या मुझे मारने से पहले एक बार वह जादू दिखा सकते हो।

जिन्न इसके लिए तैयार हो जाता है। और तभी जादू से फिर से उस बोतल के अंदर चला जाता है।

लेकिन तभी लड़का उस बोतल का ढक्कन फिर से बंद कर देता है और वहाँ से चला जाता है।

सीख – जो हमारा भला करे उसका बुरा नहीं करना चाहिए।

54. दुष्ट बगुला

Short Stories With Moral

एक बार एक तालाब में कुछ मछलियाँ आराम से रहती थीं। एक दिन वहाँ पर एक दुष्ट बगुला आ गया। वह मछलियों को मारकर खाने लगा। भूख ना होने पर भी वह मछलियों को मार देता था।

इससे सब मछलियाँ परेशान हो गयीं। एक दिन वे अपने एक दोस्त केकड़े (Crab) के पास जाती हैं। और उससे अपनी समस्या बताती हैं। केकड़ा कहता है कि घबराओ मत। मैं उसे सबक सिखाऊँगा।

अगले दिन केकड़ा उस बगुले के पास जाता है और कहता है कि तुम निर्दोष मछलियों को ऐसे मत मारो। इस पर बगुला हँसता है और कहता है कि मैं बहुत ताकतवर हूँ। मैं मछलियों को मारता रहूँगा। तुम मेरा क्या बिगाड़ लोगे।

इस पर केकड़ा कहता है कि अगर तुम इतने ताकतवर हो तो मुझे मार कर दिखाओ। बगुला कहता है कि तुम मेरे सामने क्या हो। (Blog- Short Stories With Moral in Hindi).

यह कहकर बगुला उस केकड़े को अपनी चोंच में पकड़ लेता है। लेकिन तभी केकड़ा अपने मजबूत पंजों से बगुले की पतली गर्दन को दबोच लेता है।

इससे बगुले का दम घुट जाता है और वह मर जाता है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें अपनी ताकत का घमंड कभी भी नहीं करना चाहिए।

55. Bully (परेशान करने वाला)

एक बार पीटर नाम का एक लड़का था। उसे स्कूल में कुछ लड़के परेशान (Bully) करते थे। एक दिन पीटर दुखी होकर एक तालाब के पास आता है। वहाँ वह सोचता है कि काश वह भी बहुत बलवान होता तो कोई उसे परेशान नहीं करता।

तभी वह अपना लंच बॉक्स निकालकर खाना खाने लगता है। लेकिन तभी वहाँ पर एक बुढ़िया आ जाती है। और कहती है कि उसे बहुत भूख लगी है।

यह सुनकर पीटर बुढ़िया को अपना टिफिन दे देता है। बुढ़िया खाना खाकर जाने लगती है। लेकिन जाने से पहले पीटर से कहती है कि आगे से अगर कोई तुम्हे Bully करे तो चुटकी बजाकर Amhibio बोलना।

अगले दिन पीटर जब school जाता है तो तीनो लड़के फिर से उसे तंग करने लगते हैं। तभी पीटर चुटकी बजाकर Amhibio बोलता है।

अचानक से तीनों लड़के मेंढक बन जाते हैं। और घबराकर इधर -उधर भागने लगते हैं। पीटर फिर से चुटकी बजाता है और वे फिर से लड़के बन जाते हैं। उस दिन के बाद वे कभी किसी को परेशान नहीं करते थे।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें किसी को Bully नहीं करना चाहिए।

56. बिल्ली का बच्चा

एक बार रोहित नाम का एक लड़का था। वह बहुत दयालु था। एक बार जब वह school से घर वापस आ रहा था तो उसे बिल्ली का एक बच्चा मिलता है। उस बच्चे के पैर में चोट लगी थी। और वह कराह रहा था। रोहित उसे उठा लेता है और सहलाने लगता है।

फिर वह उसे अपने घर ले आता है। वहाँ वह उसे दूध पिलाता है। फिर उसके जख्म पर पट्टी करता है। इससे उस बिल्ली के बच्चे को बहुत राहत मिलती है। और वह धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। फिर वह रोहित का बहुत अच्छा दोस्त बन जाता है।

एक बार रोहित घर में अकेला था और वहाँ पर दो चोर आ जाते हैं। वे रोहित को चाकू दिखाकर कहते हैं कि तिजोरी की चाबी कहाँ है। Short Stories With Moral in Hindi.

इससे पहले कि रोहित कुछ बोलता बिल्ली का बच्चा जादू से एक चीते में बदल जाता है। और वह उन चोरों पर टूट पड़ता है। चोर वहाँ से दुम दबाकर भाग जाते हैं।

सीख – भलाई का फल एक दिन जरूर मिलता है।

57. सियार और खरगोश
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक जंगल में बहुत से खरगोश आराम से रहते थे। लेकिन एक दिन वहाँ पर एक दुष्ट सियार आ जाता है। वह उन्हें मार कर खाने लगता है।

इससे परेशान होकर सारे खरगोश एक बूढ़े खरगोश के पास जाते हैं। और अपनी समस्या के बारे में बताते हैं। बूढ़ा खरगोश बहुत बुद्धिमान था।

वह कहता है कि जंगल में एक गहरा गड्ढा खोदो। फिर उस गड्ढे की तली में इतनी पतली सुरंग बनाओ जिसमें से खरगोश तो निकल सके लेकिन सियार नहीं।

इसके बाद सारे खरगोश ऐसा ही करते हैं। फिर बूढ़ा खरगोश कुछ खरगोशों को उस गड्ढे में बिठा देता है। और खुद सियार के पास जाता है।

वह उससे कहता है कि महाराज सारे खरगोश जंगल के एक गड्ढे में छिपे हुए हैं। आप चाहें तो मैं आपको दिखा सकता हूँ।

यह सुनकर सियार के मुँह में पानी आ जाता है। वह सोचता है कि अगर ऐसा है तो मुझे बिना मेहनत के ही शिकार मिल जायेगा। फिर वह बूढ़े खरगोश के साथ उस गड्ढे पर पहुँचता है।

वह अंदर झाँकता है तो देखता है कि सच में ही वहाँ बहुत से खरगोश थे। उन्हें खाने के लिए वह अंदर कूद जाता है।

लेकिन सारे खरगोश पहले से ही तैयार थे। वे छोटी सुरंग से बाहर निकल आये लेकिन सियार के लिए वह बहुत छोटी थी। वह गड्ढे में फंस चुका था। और एक दिन भूख -प्यास से मर जाता है।

सीख – बुद्धिमानी की ताकत से हम बड़े से बड़े शत्रु पर भी विजय पा सकते हैं।

58. गरीब लड़का जो महान कलाकार बना

एक बार एक कस्वे में एक गरीब लड़का रहता था। वह पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था। इसलिए सब उसका मजाक उड़ाते थे। लेकिन उस लड़के को drawing करना बहुत पसंद था।

लेकिन कोई भी drawing का महत्व नहीं समझता था। सिर्फ उसकी माँ उसकी ड्राइंग की बहुत सराहना करती थी।

एक दिन उस लड़के के टीचर ने उससे कहा कि तुम life में कुछ भी नहीं कर सकते। क्योंकि न तुम्हे Maths आता है और न ही अंग्रेजी। Collection- Short Stories With Moral in Hindi.

यह सुनकर वह लड़का बहुत demotivate हो गया।

घर आकर वह अपनी माँ को सारी बात बताता है। उसकी माँ कहती है कि बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो स्कूल भी नहीं गए हैं फिर भी जिंदगी में बहुत सफल हुए हैं।

यह सुनकर लड़का फिर से मोटिवेट हो जाता है। वह हमेशा अपनी कला पर काम करता रहता है। और एक दिन बहुत बड़ा कलाकार बन जाता है। उस बच्चे का नाम Vincent van Gogh था। जो आज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध
हैं ।

सीख – हमें कभी भी अपनी तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि अपनी कला पर काम करना चाहिए।

59. बाज और लकड़बग्घा

एक बार एक जंगल में बहुत से पशु-पक्षी रहा करते थे। एक दिन वहाँ पर एक बहुत ही निर्दयी लकड़बग्घा आ जाता है। वह आए दिन पशु पक्षियों को मारने लगता है। भूख ना होने पर भी वह निर्दोष पशुओं को मार देता था।

एक दिन जंगल के सभी जानवर इकट्ठा होकर एक बुद्धिमान उल्लू के पास जाते हैं। और उससे कहते हैं कि उन्हें लकड़बग्घा से निजात दिलाएं।

इसके बाद उल्लू कहता है कि एक मरा हुआ जंगली मुर्गा ढूँढो और उसे अच्छे से पकाओ। कुछ जानवर ऐसा ही करते हैं।

तभी उल्लू पहाड़ से एक बूटी लाता है। फिर वह उसका अर्क निकलता है और भुने मुर्गे में डाल देता है।

इसके बाद वह सारे जानवरों को लकड़बग्घे के पास ले जाता है और कहता है कि हम आपको अपना राजा घोषित करना चाहते हैं। इसलिए यह पका हुआ मांस खाकर आप खुद को संतुष्ट कीजिए।

लेकिन लकड़बघ्घा बहुत चालाक था। वह कहता है कि तुमने इसमें जहर मिलाया होगा। इसलिए वह एक बाज से कहता है कि पहले तुम इसे खाओ। (Stories- Short Stories With Moral in Hindi for kids.)

बाज आराम से एक टुकड़ा खा लेता है। और उसे कुछ नहीं होता। इससे लकड़बघ्घे को विश्वास हो जाता है। और वह भी मुर्गे को खा लेता है।

लगभग आधे घंटे के बाद बाज और लकड़बघ्घा दोनों बेहोश हो जाते हैं। क्यूंकि उल्लू ने उसमें बेहोश करने वाली बूटी मिला दी थी ।

इसके बाद उल्लू जानवरों से कहता है कि इस लकड़बग्घे को नदी में बहा दो। सारे जानवर मिलकर उस लकड़बघ्घे को नदी में बहा देते हैं। और वह कहीं दूर पहुँच जाता है।

कुछ देर बाद बाज को भी होश आ जाता है। अब सारे जानवर निश्चिंत होकर जीवन -यापन करने लगते हैं।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें एकजुट होकर मुसीबत का सामना करना चाहिए।

60. David And Goliath (डेविड और गोलिअथ)

एक बार इजरायल और फिलिस्तीन लोगों के बीच युद्ध हो रहा था। एक दिन फिलिस्तीन के लोग Goliath नाम के एक विशालकाय दानव को लड़ाई में भेजते हैं।

गोलियथ को देखकर इसराइल के सैनिक डर जाते हैं। कोई भी उसका सामना करने को तैयार नहीं था।

लेकिन तभी David नाम का साहसी लड़का लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। वह देखता है कि Goliath ने सारे शरीर पर लोहे का कवच पहना है। (Post- Short Stories With Moral in Hindi).

लेकिन उसके माथे पर भोहों के बीच एक जगह खाली है। यह देखकर David अपनी गुलेल पर पत्थर रखकर वहीं पर निशाना लगाता है। जैसे ही पत्थर Goliath को लगता है, वह बेहोश हो जाता है।

इसके बाद David उसी की तलवार से उसके सिर को काट देता है। और इस तरह से इजरायल की जीत हो जाती है।

इसके बाद सब लोग David को अपना हीरो मानते हैं और उसकी कहानी आज तक प्रचलित है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि मुसीबत के समय भी हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।

Part 7 – Short Stories With Moral in Hindi (61-70)

कहानी पढ़ने से आप कहानी लिखना भी सीखते हैं। अगर आप भी कहानी लेखक बनना चाहते हैं तो पहले बहुत सी कहानियाँ पढ़नी चाहिए। इससे आपको कहानी के structure की समझ आएगी।

61. लड़का और बाज

एक बार एक लड़का अपने घर के बाहर खेल रहा था। तभी वह देखता है कि कुछ दूरी पर एक बाज घायल होकर पड़ा है। उसके पैर में चोट लग गई थी।

लड़का बहुत दयालु था। वह बाज को पानी पिलाता है। और उसकी मरहम पट्टी करता है। इससे बाज का दर्द ठीक हो जाता है और वह वहाँ से उड़ जाता है।

एक बार वह लड़का किसी काम से जा रहा था। चलते -चलते वह थक जाता है। विश्राम करने के लिए वह एक पेड़ के नीचे सो जाता है।

तभी पास के बिल से एक बड़ा नाग उस लड़के को डसने के लिए आता है।

लेकिन ऊपर उड़ता हुआ बाज अपनी पैनी नजरों से उस कोबरा को देख लेता है और झपट कर उसे वहाँ से ले जाता है। इस तरह उस लड़के की जान बच जाती है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि कर भला तो हो भला।

62. गोह और साँप
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक बिल में एक गोह (Monitor Lizard) रहा करती थी। एक बार उसने बहुत से अंडे दिए। अब उसे भोजन ढूँढने जाना था। लेकिन उसे अपने अण्डों की चिंता थी।

उसके पड़ोस में एक साँप रहता था। जो गोह को अपना दोस्त बताता था। गोह उससे कहती है कि मैं भोजन लेने जंगल जा रही हूँ क्या आप मेरे अण्डों की देखभाल करोगे।

साँप कहता है कि हाँ मैं पूरी देखभाल करूँगा। इसके बाद गोह भोजन तलाशने चली जाती है। लेकिन पीछे से साँप उसके बिल में घुसता है और सभी अण्डों को खा जाता है।

जब गोह वापस आकर अपने अण्डों का हाल देखती है तो बहुत दुखी होती है। एक चिड़िया कहती है कि उसने साँप को अण्डों को खाते देखा था।

इसके बाद गोह उस साँप से बदला लेने की सोचती है। वह अपने टूटे अंडे उठाती है और उनके अंदर जहरीली झाड़ी के बीज भर देती है। फिर वह दुबारा साँप के पास जाकर कहती है कि मैंने और अंडे दिए हैं आप उनकी देखभाल करना।

इसके बाद गोह पास में ही चिप जाती है। तभी साँप उसके बिल में जाता है और उसके अण्डों को खाने लगता है।
लेकिन जहरीले बीज पेट में जाने से वह वहीं तड़प कर मर जाता है।

सीख – कभी भी बुरे लोगों के साथ मित्रता नहीं करनी चाहिए।

63. दयालु लड़की और बिल्ली का बच्चा

एक बार एक गांव में एक गरीब लड़की रहा करती थी। उसके माता-पिता बहुत गरीब थे और मजदूरी करके पेट पालते थे। एक बार लड़की घर पर अकेली थी।

तभी उसे बाहर एक बिल्ली के बच्चे के रोने की आवाज आती है। जब वह बाहर जाती है तो देखती है कि एक बिल्ली का बच्चा बहुत ही भूखा था।

उस लड़की के पास दोपहर के लिए थोड़ा सा ही दूध था जो उसने अपने लिए रखा था। लेकिन उसे बिल्ली के बच्चे पर बहुत दया आती है। और वह सारा दूध उसे पिला देती है।

इसके बाद वह बिल्ली का बच्चा वहाँ से चला जाता है। लेकिन लड़की देखती है कि वहाँ पर एक पौधा पड़ा हुआ था। Blog- Short Stories With Moral in Hindi.

लड़की उस पौधे को अपने आंगन में रोप देती है। कुछ ही महीनों में पौधा बड़ा हो जाता है उसमें बहुत सारे अखरोट लगने लगते हैं।

लड़की के पिता उन अखरोटों को बेचते हैं। इससे उन्हें बहुत सारे पैसे मिलते हैं। धीरे-धीरे वे संपन्न होने लगते हैं। लड़की मन ही मन उस बिल्ली के बच्चे का धन्यवाद करती है।

सीख – हमारे दयालु बर्ताब से चमत्कार भी देखने को मिल सकते हैं।

64. बिल्ली का बच्चा (Kitten)

एक बार एक बिल्ली का बच्चा अपनी माँ के साथ जंगल में रहता था। एक बार उसकी माँ उससे कहती है कि मैं खाना लेने जा रही हूँ और तुम गुफा से बाहर मत निकलना। क्योंकि जंगल में खतरनाक जानवर हैं।

बच्चे को समझा कर बिल्ली वहाँ से चली जाती है। बिल्ली के जाने के बाद उसका बच्चा सोचता है कि क्यों ना मैं बाहर जाकर घूमूँ। इसलिए वह बाहर चला जाता है। और जंगल में इधर-उधर भटकने लगता है।

तभी एक गीदड़ की नजर उस पर पड़ती है। वह उस बच्चे को खाना चाहता था। इसलिए वह उसके पास आता है और कहता है कि मैं तुम्हारा मामा हूँ। तुम मेरी गुफा में चलो और वहाँ मैं तुम्हें बहुत सारा स्वादिष्ट खाना दूँगा।

बच्चा उसकी बातों में आ जाता है और उसके साथ गुफा में चला जाता है। वहाँ पर गीदड़ उसे गले से पकड़ लेता है और कहता है कि अब में तुम्हे खा जाऊँगा। Article- Short Stories With Moral in Hindi.

लेकिन तभी उस बच्चे की माँ अपनी बहुत सी दोस्त बिल्लियों के साथ आ जाती है। और गीदड़ पर हमला कर देती हैं। इससे गीदड़ दुम दबा कर वहाँ से भाग जाता है।

फिर बिल्ली का बच्चा अपनी माँ के साथ वापस घर आ जाता है। वह अपनी माँ को sorry बोलता है और हमेशा उनका कहना मानने का promise करता है।

सीख – हमें हमेशा माता – पिता का कहना मानना चाहिए। और अजनबी लोगों के बहकावे में नहीं आना चाहिए।

65. किसान और नेवला

एक बार एक किसान के घर में एक बेटा पैदा हुआ। वहाँ पास में एक नेवले का बच्चा भी पैदा हुआ था। लेकिन उस बच्चे की माँ जन्म देते ही मर गई थी।

किसान दया करके उस नेवले के बच्चे को भी अपना बेटा मान कर पालने लगा।

एक दिन किसान पानी लेने के लिए बाहर गया हुआ था। पीछे से एक साँप घर में घुस आता है। वह किसान के बच्चे को डसने ही वाला था लेकिन इससे पहले ही नेवले के बच्चे ने उस साँप को मार डाला। इससे उसके मुँह पर खून लग गया ।

जब किसान पानी लेकर वापस आ रहा था तो नेवले का बच्चा उसके पास चला गया। किसान ने देखा कि नेवले के बच्चे के मुँह पर खून लगा है। Title- Short Stories With Moral in Hindi.

उसने सोचा कि उस नेवले ने उसके बच्चे को मार डाला है। फिर किसान ने गुस्से में पानी का घड़ा उस बच्चे के ऊपर फेंक कर उसे मार दिया।

लेकिन जब किसान अंदर आया तो उसने देखा कि उसका बेटा तो खेल रहा है। और साथ में एक साँप मरा पड़ा है। वह समझ गया कि वास्तव में तो नेवले के बच्चे ने उसके बेटे की जान बचाई थी।

उसे अपनी भूल पर बहुत पछतावा होता है ।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि बिना सोचे विचारे हमें कोई भी काम जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए।

66. उल्लू और गिलहरी

एक बार एक प्रदेश में भयनकर सर्दी पड़ रही थी। एक उल्लू सारा दिन खाना ढूँढता है। लेकिन उसे कुछ भी नहीं मिलता। वह एक पेड़ के नीचे बैठ जाता है। वह ठण्ड और भूख से मरने ही वाला था ।

तभी उस पेड़ पर रहने वाली एक गिलहरी देखती है कि नीचे एक उल्लू भूख से तड़प रहा था । वह गिलहरी बेहद दयालु थी। वह अपने कोटर से कुछ अखरोट लाती है और उस उल्लू को खिला देती है।

इससे उल्लू में फिर से ताकत आ जाती है। और वह गिलहरी का धन्यवाद करके अपने घोंसले की तरफ उड़ जाता है। Blog- Short Stories With Moral in Hindi.

एक बार गिलहरी कहीं बाहर गई हुई थी। तभी उसके कोटर से उसका बच्चा नीचे गिर जाता है। बच्चा इधर -उधर भटकने लगता है लेकिन उसे अपने घर का रास्ता नहीं मिलता है।

तभी ऊपर से उल्लू देखता है कि गिलहरी का बच्चा नीचे गिर गया है। वह प्यार से उस बच्चे को उठाता है और उसके घर पहुँचा देता है। जब गिलहरी यह देखती है तो वह भी उल्लू को धन्यवाद देती है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें मुसीबत के समय एक -दूसरे की सहायता करते रहना चाहिए।

67. तोता , मैना और साँप

एक बार एक मैना अपने घोसले में कुछ अंडे देती है। लेकिन वह अपने दोस्त तोते से कहती है कि उस पेड़ के नीचे एक साँप रहता है। वह हमेशा उसके अण्डों को खा जाता है। कहीं इस बार भी वह उसके अंडों को खा ना जाए।

यह सुनकर तोता, मैना की सहायता करने की सोचता है। वह कहीं से एक शतुरमुर्ग का बड़ा सा लेकिन टूटा अंडा लाता है। इसके बाद वह एक काँच का टुकड़ा लाता है और टूटे अंडे के अंदर रखकर उसे जोड़ देता है।

फिर वह उस अंडे को मैना के अण्डों के साथ रख देता है। अगले दिन साँप वहाँ आ जाता है। बड़े अंडे को देखकर उसे लालच आ जाता है। फिर वह उस अंडे को निगल जाता है।

लेकिन तभी काँच का टुकड़ा उसके गले में फंस जाता है। और साँप मर जाता है।

सीख – हमें किसी पर भी जुल्म नहीं करना चाहिए।

68. मेंढक और Hedgehog (साही)

एक बार एक Hedgehog (साही) पानी पीने के लिए तालाब के पास जाती है। तभी उसका पैर फिसल जाता है और वह तालाब में गिर जाती है। उसे तैरना नहीं आता था। इससे वह डूबने लगती है।

तभी किनारे बैठा एक मेंढक उसे डूबते हुए देख लेता है। वह तालाब में छलाँग लगाता है और Hedgehog को खींचकर किनारे ले आता है।

Hedgehog मेंढक को उसकी जान बचाने के लिए धन्यवाद देती है। और फिर अपने घर चली जाती है।

एक दिन वही मेंढक तालाब के किनारे खाना ढूँढ रहा था। लेकिन तभी एक साँप उसे पकड़ लेता है। मेंढक को लगता है कि उसका अंतिम समय आ गया है।

लेकिन तभी Hedgehog वहाँ आ जाती है। और साँप पर अपने नुकीले काँटे फेंकती है। इससे साँप मेंढक को छोड़ देता है और वहाँ से भाग जाता है।

मेंढक Hedgehog का शुक्रिया अदा करता है और दोनों अच्छे दोस्त बन जाते हैं।

सीख – मुसीबत में काम आने वाला ही सच्चा मित्र होता है।

69. भालू और भेड़िया
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक पहाड़ी पर एक भालू अपने बच्चों के साथ रहता था। एक बार भालू कहीं बाहर गया हुआ था। तभी पीछे से एक दुष्ट भेड़िया वहाँ आता है। वह भालू के एक बच्चे को ले जाकर अपनी गुफा में कैद कर देता है।

जब भालू वापस आता है तो बाकी बच्चे उसे भेड़िए के बारे में बताते हैं।

भालू अपना बच्चा वापस लेने के लिए भेड़िए के पास जाता है। लेकिन वह भेड़िया दूसरे भेड़ियों को लेकर उस पर टूट पड़ता है। इससे भालू को वहाँ से भागना पड़ता है। मगर सारे भेड़िए उसका पीछा करते हैं।

तभी भालू दिमाग लगाता है और वह एक पेड़ के पास जाता है। वहाँ पर मधुमक्खियों के बहुत सारे छत्ते थे। जब सारे भेड़िए वहाँ पहुँच जाते हैं तो भालू उन छत्तों में पंजा मार देता है।

इससे सारी मधुमक्खियाँ उन पर टूट पड़ती हैं। लेकिन भालू के शरीर पर बहुत घने बाल होते हैं इसलिए उस पर उनके डंक का असर नहीं होता। लेकिन वे भेड़ियों को बुरी तरह से डंक मारती हैं ।

इससे सारे भेड़िये वहाँ से भाग जाते हैं। इसके बाद भालू उनकी गुफा से अपन बच्चा वापस ले आता है।

सीख – बुद्धिमानी से हम शत्रु पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।

70. एक किलो माँस

एक बार एक शहर में एक बहुत ही निर्दयी साहूकार रहता था। वह लोगों का सामान गिरबी रखकर पैसा उधार देता था। लेकिन जब कोई उसका पैसा समय पर वापस नहीं कर पाता तो वह उनका घर आदि जब्त कर लेता था।

एक बार एक युवक उसके पास आता है और कहता है कि उसे हजार रुपए उधार दे दे। इस पर साहूकार कहता है कि तुम अपने घर को गिरवी रख दो। लेकिन वह युवक कहता है कि उसके पास घर नहीं है।

इस पर साहूकार कहता है कि ठीक है मैं तुम्हे पैसे दे दूँगा। लेकिन अगर तुमने समय पर पैसा वापस नहीं किया तो तुम्हें अपने शरीर से एक किलोग्राम मांस देना पड़ेगा। युवक इसके लिए तैयार हो जाता है और कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर देता है। Collection- Short Stories With Moral in Hindi.

लेकिन साहूकार कागज पर पैसे वापस करने की अवधि को बदल देता है। एक दिन वह युवक से कहता है कि तुमने समय पर पैसे वापस नहीं किये हैं। इसलिए अपने शरीर से 1 किलो मांस दो।

लेकिन युवक कहता है कि अभी समय नहीं हुआ है। तुमने फर्जीवाड़ा करके समय अवधि को बदल दिया है।

इसके बाद यह मामला राजा के पास पहुँचता है। साहूकार और युवक अपना -अपना पक्ष रखते हैं। राजा का मंत्री बहुत समझदार था और समझ जाता है कि साहूकार बहुत बेईमान है।

वह साहूकार से कहता है कि तुम इस युवकका एक किलोग्राम माँस ले लो। साहूकार खुश हो जाता है और माँस लेने के लिए चाकू निकल लेता है।

लेकिन तभी मंत्री कहता है कि तुम सिर्फ मांस ले सकते हो लेकिन उसका खून नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि तुम्हारे कागज में यह नहीं लिखा है कि तुम उसका खून बहा सकते हो।

यह सुनकर साहू चकरा जाता है और अपने ही जाल में फंस जाता है। इसके बाद उसे लोगों के साथ क्रूरता और बेईमानी करने के लिए जेल भेज दिया जाता है।

सीख – कोई दुष्ट व्यक्ति अगर शेर बने तो सवा शेर बन कर उसे सबक सिखाना चाहिए।

Part 8 – Short Stories With Moral in Hindi (71-80)

इस भाग में भी दस रोचक कहानियाँ दी गयी हैं। आइये पढ़ते हैं।

71. कौआ और सोने की बीठ

एक बार एक जंगल में एक कौवा रहता था। वह एक चमत्कारिक कौआ था। वह जब भी बीठ करता था तो वह सोने की बन जाती थी।

एक बार एक गरीब आदमी जंगल से गुजर रहा था। वह कुछ देर विश्राम करने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठ जाता है।

कौए को उसकी हालत देखकर दया आ जाती है। इसलिए वह सोचता है कि इस आदमी की कुछ मदद कर देता हूँ। इसलिए वह उस पर
बीठ कर देता है। तभी बीठ सोने की बन जाती है।

जब गरीब आदमी यह देखता है तो उसके मन में लालच आ जाता है।वह जाल बिछाकर उस कौए को पकड़ लेता है। फिर घर लाकर अपने पिंजरे में डाल देता है।

लेकिन अगले दिन कौवा जब बीठ करता है तो वह सोने की नहीं बनती। यह देखकर वह आदमी हैरान हो जाता है।

तभी कौवा उससे कहता है कि जब वह आजाद रहकर बीठ करता है तभी वह सोने की बनती है। इसलिए तुम मुझे पिंजरे से बाहर निकालो। फिर मैं बीठ करूँगा तो वह सोने की बन जाएगी।

यह सुनकर लालची आदमी कौए को पिंजरे से बाहर निकाल देता है। लेकिन आजाद होते ही कौआ फुर्र से उड़ जाता है। लेकिन जाते-जाते कौआ उससे कहता है – तुम अहसान – फरामोश हो , इसलिए सारी जिंदगी गरीब ही रहोगे।

सीख – जो हमारा भला करे उसका कभी बुरा नहीं करना चाहिए।

72. गधे की दोस्ती
(Short Stories With Moral)

एक बार एक जंगल में एक गीदड़ रहा करता था। उसका कोई भी दोस्त नहीं था। एक बार ऊपर बैठे कौवे ने उस पर ताना मारा कि तुम्हारा तो कोई दोस्त ही नहीं है। यह बात गीदड़ के दिल को छू जाती है।

वह सोचता है कि वह भी किसी को दोस्त बनाएगा। तभी वहाँ से एक गधा गुजरता है। गीदड़ सोचता है क्यूँ न इस गधे को दोस्त बना लिया जाए। और फिर गधे से दोस्ती कर लेता है।

एक दिन गीदड़ गधे से कहता है कि मैंने एक किसान के खेत में बहुत सारी फल और सब्जियाँ देखी हैं।
चलो उन्हें खाते हैं।

यह सुनकर गधा गीदड़ के साथ चल देता है। वहाँ पहुँचकर दोनों खूब सारी फल – सब्जियाँ खा लेते हैं।

लेकिन खाने के बाद गधा बोलता है कि अब मेरा मन गाना गाने को हो रहा है। यह सुनकर गीदड़ डर जाता है। वह कहता है क्या तुम पागल हो गए हो ? तुम्हारा गाना सुनकर किसान यहाँ आ सकता है।

लेकिन गधा वैसे ही मूर्ख था। वह गीदड़ की बात न मानकर – ढेंचू -ढेंचू करने लगता है।

तभी किसान लाठी लेकर वहाँ आता है और दोनों को मार – मार कर वहाँ से भगा देता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि मूर्ख को कभी अपना मित्र नहीं बनाना चाहिए।

73. तीन ठग

एक बार एक अमीर आदमी एक ब्राह्मण को अपने घर बुलाता है। वह ब्राह्मण को दान में एक बकरी देता है। ब्राह्मण उस बकरी को लेकर अपने घर जाने लगता है।

रास्ते में तीन ठग उस ब्राह्मण को बकरी के साथ देखते हैं। वे सोचते हैं कि क्यों न इस ब्राह्मण से इस बकरी को ठग लिया जाए। (Short Stories With Moral in Hindi for kids).

वे एक योजना बनाते हैं। इसके तहत पहला ठग ब्राह्मण के पास आता है। और कहता है – ब्राह्मण देवता आप इस गधे को कहाँ लिए जा रहे हो। ब्राह्मण कहता है कि क्या तुम अंधे हो यह यह गधा नहीं बकरी है।

कुछ देर बाद दूसरा ठग ब्राह्मण के पास आता है। वह भी कहता है कि ब्राह्मण जी आप इस गधे को कहाँ लिए जा रहे हो। ब्राह्मण उसे भी कहता है कि यह गधा नहीं बकरी है।

कुछ समय बाद तीसरा ठग उस ब्राह्मण के पास जाता है और कहता है कि अरे ब्राह्मण देवता इस गधे को कहाँ लिए जा रहे हो। लोग देखेंगे तो आपके बारे में क्या सोचेंगे।

अब ब्राह्मण के मन में भी शंका पैदा हो जाती है। वह सोचता है कि जब इतने सारे लोग कह रहे हैं तो यह सच में ही गधा होगा।

फिर वह ब्राह्मण बकरी को वहीं छोड़ कर अपने घर चले जाते हैं। पीछे से तीनों ठग बकरी को पकड़ कर अपने साथ ले जाते हैं।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि धोखेबाज लोगों की बातों पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। हमेशा अपनी बुद्धि – विवेक से काम लेना चाहिए।

74. कोयल की निंदा

एक बार एक जंगल में एक कोयल रहती थी। वह बहुत मीठा गाना गाती थी। उस जंगल में और भी पक्षी रहते थे। एक बार सब पक्षी इकट्ठे हुए। वे कोयल का मजाक उड़ाते हुए कहने लगे कि देखो यह कोयल कितनी काली है। और जरा भी सुन्दर नहीं है।

तोते का हरा रंग कितना सुंदर लगता है। हंस का सफेद रंग भी बहुत प्यारा होता है। और मोर के रंग तो सबसे अद्भुत हैं। लेकिन इस कोयल का रंग कितना काला है।

यह सुनकर सारे पक्षी उस कोयल पर हंसने लगते हैं। इससे कोयल बहुत दुखी हो जाती है। और उस जंगल को छोड़कर दूसरे जंगल में चली जाती है। (Blog post- Short Stories With Moral in Hindi).

उस कोयल के जाते ही सारे पशु – पक्षी चिंता और तनाव में रहने लगते हैं। फूल भी मुरझाने लगते हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है।

तभी एक समझदार बूढ़ा उल्लू उन सब को बताता है कि यह तुम लोगों की मूर्खता की वजह से हुआ है। गीत – संगीत में अद्भुत शक्ति होती है। यह हमारे तनाव और चिंता को दूर करता है।

कोयल ही इस जंगल में गीत गाती थी जिससे चिंता और तनाव आदि दूर रहते थे। लेकिन तुम लोगों ने उसकी कला को न देखकर उसके काले रंग की निंदा की।

उल्लू की बात सुनकर पक्षियों को अपनी गलती का अहसास होता है। इसके बाद सारे पक्षी मिलकर दूसरे जंगल में जाते हैं और हाथ जोड़कर कोयल से माफी मांगते हैं। तथा घर वापस आने के लिए भी मनाते हैं।

कोयल उन्हें माफ कर देती है और फिर से उस जंगल में आ जाती है। वह फिर से गाना गाने लगती है। इससे सारे पशु -पक्षी ख़ुशी से भर जाते हैं। और मुरझाये फूल भी फिर से खिलने लगते हैं।

सीख – हमें किसी के शरीर की नहीं बल्कि उसकी कला की सुंदरता देखनी चाहिए।

75. लोमड़ी और दो खरगोश

एक जंगल में एक बिल में एक खरगोश रहता था। वह कुछ समय के लिए उस जंगल से चला जाता है। जब 6 महीने के बाद वापस आता है तो देखता है कि उसके बिल में एक दूसरा खरगोश रह रहा था।

वह खरगोश दूसरे से कहता है कि यह तो मेरा घर है। दूसरा खरगोश कहता है कि यह जंगल का नियम है। अगर कोई भी बिल खाली हो तो कोई भी उसमें रह सकता है।

इसके बाद दोनों झगड़ा करने लगते हैं। लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंचते। तभी वहाँ से एक लोमड़ी गुजरती है। दोनों खरगोशों को देख कर उसके मुँह में पानी आ जाता है। वह उन दोनों को खाना चाहती थी।

इसलिए वह उनके पास आती है और कहती है कि बताओ मैं तुम्हारी क्या मदद कर सकती हूँ।

दोनों खरगोश लोमड़ी को अपनी समस्या के बारे में बताते हैं। लोमड़ी कहती है कि तुम दोनों एक दूसरे से Boxing करो। जो जीतेगा यह घर उसी का होगा।

लोमड़ी की बात मानकर दोनों खरगोश एक – दूसरे को punch मारने लगते हैं। इससे वे दोनों घायल हो जाते हैं। और ठीक से चल -फिर भी नहीं पाते। Post- Short Stories With Moral in Hindi.

फिर लोमड़ी कहती है कि चलो तुम दोनों को दवाई लगा दूँ। फिर वह दोनों खरगोशों को बिल के अंदर घसीट कर ले जाती है और मजे से खा लेती है।

सीख – आपस में झगड़ा नहीं करना चाहिए। इससे बाहर वाले फायदा उठा लेते हैं।

76. किसान और नाग
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक गांव में एक किसान रहता था। एक बार वह घर से बाहर आया तो उसने देखा कि उसके आंगन में एक नाग आया हुआ है। और वह भूख से तड़प रहा थे।

यह देखकर किसान अंदर से एक कटोरे में दूध लाता है और उस नाग को पिला देता है। जब नाग दूध पी लेता है तो वह उस कटोरे में एक सोने का सिक्का डाल देता है। यह देखकर किसान बहुत खुश होता है और नाग देवता को धन्यवाद देता है।

इसी तरह किसान हर दिन नाग को दूध पिलाता था और बदले में नाग उसे सोने का एक सिक्का देता था।

एक बार किसान को शहर जाना था। इसलिए वह दूध पिलाने का काम अपने बेटे पर छोड़ जाता है।

किसान का बेटा नाग को दूध पिलाता है और नाग उसे सोने का सिक्का देता है। यह देखकर उसके मन में लालच आ जाता है। वह सोचता है कि इस नाग को मारकर इसके अंदर से सारे सिक्के निकाल लेता हूँ।

यह सोचकर वह एक लाठी लाता है और नाग पर प्रहार करता है। लेकिन नाग उसी समय गायब हो जाता है।

जब लड़का अंदर जाता है तो देखता है कि पहले के सारे सोने के सिक्के भी गायब हो गए थे। उसे अपनी भूल पर बहुत पछतावा होता है।

सीख – हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए।

77. बकरे की बलि

एक बार एक गांव में एक पुजारी रहता था। उस गांव की प्रथा के अनुसार देवी पूजा के दिन एक बकरे की बलि दी जाती थी। सब लोग पुजारी को बुलाते हैं और कहते हैं कि बलि की विधि बताइए।

पुजारी कहता है कि सबसे पहले एक बकरा लाओ। यह सुनकर लोग बाजार से एक बकरा ले लाते हैं।

तभी वह बकरा पहले तो रोने लगता है लेकिन फिर हंसने लगता है। यह देखकर सारे लोग हैरान रह जाते हैं।

पुजारी उस बकरे से पूछते हैं कि तुम्हारा रोना तो समझ आ रहा है क्युँकि तुम्हारी बलि दी जाएगी। लेकिन तुम हंस क्यों रहे हो। Blog- Short Stories With Moral in Hindi.

यह सुनकर बकरा कहता है कि पिछले जन्म में मैं भी एक पुजारी था। और मैं भी बकरे की बलि दिया करता था। इस पाप की वजह से इस जन्म में मैं भी बकरा बन गया।

अभी आप मेरी बलि देंगे तो मेरा पाप तो धुल जाएगा। लेकिन फिर यह पाप आप पर चढ़ जाएगा। इससे आप भी अगले जन्म में बकरा बनेंगे। यही सोच कर मुझे हंसी आ गई।

यह सुनकर वहाँ खड़े लोगों की आँखे खुल जाती हैं। और उसी दिन से बलि देने की कुप्रथा को समाप्त कर देते हैं।

सीख – असहाय जीवों की बलि देने से पुण्य प्राप्त नहीं बल्कि पाप लगता है।

78. पेट में साँप

एक बार एक युवक अपनी पत्नी के साथ रहता था। एक दिन वह शहर से अपने घर लौट रहा था। रास्ते में वह एक पोखर से पानी पी लेता है। लेकिन तभी पोखर में रहने वाला सांप उसके अंदर चला जाता है और उसके पेट में अपना घर बना लेता है।

इससे वह युवक बीमार रहने लगता है। उसकी पत्नी बहुत सारे डॉक्टर और वैद्यों को दिखाती है लेकिन कुछ भी फर्क नहीं पड़ता।

एक दिन उसकी पत्नी युवक को जंगल में घुमाने ले जाती है। और उसे एक पेड़ के नीचे बिठा देती है। लेकिन युवक कहता है कि मुझे प्यास लगी है। यह सुनकर उसकी पत्नी पानी लेने जाती है और जब वापस आती है तो देखती है कि उसका पति सो रहा है।

लेकिन सांप उसके मुंह से आधा बाहर निकला हुआ था। वह साँप पास के बिल में रहने वाले साँप से बातें कर रहा था। (Short Stories With Moral in Hindi for kids).

बिल वाला साँप कहता है – तुम इस आदमी के शरीर में कब तक रहोगे। अगर कोई तुम्हें सरसो -अदरक का काढ़ा पिला देगा तो तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी।

यह सुनकर युवक वाला साँप कहता है – तुम भी कब तक खजाने पर कब्ज़ा किये रहोगे। अगर कोई तुम पर गर्म तेल डालेगा तो तुम्हारी भी मृत्यु हो जाएगी।

युवक की पत्नी उन दोनों साँपों की बातें सुनकर घर आती है। फिर वह अपने पति को सरसों -अदरक का काढ़ा पिलाती है।

इससे उसके अंदर का सांप मर जाता है और वह ठीक हो जाता है।

इसके बाद दोनों पति-पत्नी गर्म तेल ले जाकर जंगल वाले बिल में डालते हैं। इससे वह साँप भी मर जाता है। फिर वे खजाना लेकर घर आ जाते हैं।

सीख – अपना भेद किसी को मत दो।

79. कौआ और खरगोश

एक बार एक डाल पर एक कौवा बैठ कर आराम कर रहा था। तभी उस पेड़ के नीचे एक खरगोश आता है। वह कौवे से पूछता है कि भाई कौए आज काम पर नहीं गए।

यह सुन कर कौवा कहता है कि आज मैं सिर्फ आराम करूँगा।

यह सुनकर खरगोश सोचता है कि आज वह भी काम पर नहीं जायेगा। और कौए की तरह आराम करेगा।

इसके बाद खरगोश उसी पेड़ के नीचे आराम से सो जाता है। लेकिन तभी वहाँ एक लोमड़ी आती है और खरगोश को खा जाती है।

सीख – हमें दूसरों की बराबरी करने से पहले यह देख लेना चाहिए कि वे किस मुकाम (पोजीशन) पर हैं।

80. मूर्ख कौआ

एक बार एक कौए को बहुत प्यास लगती है। वह एक बागीचे में आता है। वहाँ देखता है कि एक घड़ा रखा हुआ था। लेकिन जब वह उस घड़े में झाँकता है तो देखता है कि पानी बहुत नीचे था। उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुँचती।

तभी उसे याद आता है कि उसके परदादा ने छोटे-छोटे कंकड़ घड़े में डालकर पानी पिया था।

लेकिन फिर वह सोचता है कि इतनी मेहनत कौन करे। । इससे अच्छा मैं एक बड़ा सा पत्थर एक बार में ही डाल डाल देता हूँ। इससे पानी जल्दी ऊपर आ जाएगा। (Short Stories With Moral in Hindi for kids).

यह सोचकर कौआ एक बड़ा सा पत्थर उस घड़े में डाल देता है। लेकिन इससे वह घड़ा टूट जाता है और सारा पानी मिटटी में मिल जाता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि हमें अपने बजुर्गों की सीख माननी चाहिए। और oversmart नहीं बनना चाहिए।

Part 9 – Short Stories With Moral in Hindi (81-90)

यहाँ दी गयी कहानियाँ सारे संसार में विख्यात हैं। इसलिए इन्हे पढ़कर बच्चों को दूसरे देशों के culture
आदि का भी पता चलता है।

81. बिल्ली और घंटी

एक बार एक घर में बहुत सारे चूहे रहते थे। लेकिन एक दिन वहाँ एक बिल्ली आ जाती है। और चूहों को खाने लगती है। इसे सारे चूहे परेशान हो जाते हैं।

एक दिन सब चूहे मिलकर एक मीटिंग करते हैं। और कहते हैं कि अगर इस बिल्ली के गले में घंटी बाँध दी जाए तो घण्टी की आवाज से हमें बिल्ली के आने का पता चल जाया करेगा। और हम समय रहते भाग जाया करेंगे।

लेकिन अब सबसे बड़ा प्रश्न यह था कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बाँधेगा। तभी एक छोटा चूहा कहता है कि मैं यह काम करूँगा।

वह सबसे पहले एक पतले गले वाली मटकी लाता है। फिर उसके गले में घंटी डालता है। उसके बाद मटकी में खीर डाल देता है। Short Stories For kids in Hindi.

जब बिल्ली मटकी में खीर देखती है तो मटकी में अपना सिर डाल देती है। इससे उसकी गर्दन मटकी में फँस जाती है।

इससे बिल्ली घबराकर इधर -उधर भागने लगती है और तभी मटकी दीवार से टकराकर टूट जाती है। इसके बाद मटकी में लगी घंटी बिल्ली के गले में आ जाती है।

यह देखकर सब चूहे उस छोटे चूहे की तारीफ करते हैं। और आगे से उन सबको घंटी की वजह से बुल्ली के आने का पता चल जाता था। और वे जल्दी से भाग जाते थे।

सीख – हम अपनी बुद्विमानी से हर समस्या का समाधान ढूँढ सकते हैं।

82. खरगोश और कछुए की दूसरी रेस

एक बार एक जंगल में एक घमंडी खरगोश रहता था। वहीं पर एक कछुआ भी रहता था। एक दिन खरगोश कछुए से कहता है कि बहुत समय पहले हमारे दादा लोगों ने रेस लगाई थी। जिसमें तुम्हारे दादा जीत गए था।

क्यों न हम भी Race लगायें। कछुआ इसके लिए मान जाता है। लेकिन खरगोश सोचता है कि इस कछुए को इस बार अच्छा सबक सिखाऊंगा। और वह बहुत से कांटे इक्कठा करके अपने बैग में रख लेता है।

दूसरी ओर कछुआ शाम को तालाब के पास जाता है। वहाँ वह देखता है कि एक हंस कीचड़ में फंस गया था। ओर निकल नहीं पा रहा था।

तभी कछुआ जाता है और हंस को कीचड़ से निकाल देता है। हंस उसका धन्यवाद करके उड़ जाता है।

अगले दिन खरगोश और कछुए की रेस शुरू हो जाती है। इस बार भी खरगोश कछुए से आगे निकल जाता है। और फिर अपने बैग से कांटे कछुए के रास्ते में फेंक देता है।

वह सोचता है कि अब तो कछुआ आगे ही नहीं आ पायेगा। और वह धीरे -धीरे चलने लगता है।

उधर आसमान से हंस देखता है कि खरगोश से कछुए के रास्ते में कांटे फेंक दिए हैं। और कछुआ आगे नहीं जा पा रहा है।

तभी हंस नीचे आता है और कछुए को उठाकर ले जाता है। वह उसे Finish लाइन के पास रख देता है।

इससे कछुआ फिर से रेस को जीत जाता है। जब खरगोश वहाँ पहुँचता है तो जल -भुन जाता है।

सीख – हमें कभी भी ईमानदार लोगों के साथ बुरा नहीं करना चाहिए।

83. डॉक्टर की फीस
(Short Stories For Kids in Hindi)

एक दिन एक गरीब लड़का स्कूल से वापस घर आ रहा था। उसके घर में खाने को कुछ भी नहीं बचा था। वह उदास होकर घर के बाहर बैठ जाता है।

तभी वहाँ से एक दयालु औरत गुजरती है। वह लड़के को देखती है और समझ जाती है कि वह भूखा है।

वह अपने बैग से ब्रेड का पैकेट निकालती है और उस लड़के को दे देती है। वह लड़का उसका धन्यवाद करता है और bread खा लेता है।

एक दिन वह लड़का बड़ा होकर एक डॉक्टर बनता है। एक बार उसके हॉस्पिटल में वही औरत आती है जिसने उसे बचपन में ब्रेड दी थी।

वह औरत बूढी हो चुकी थी और उसके पास अब ऑपरेशन करवाने के पैसे नहीं थे। लेकिन वह लड़का उसका फ्री में ऑपरेशन कर देता है।

ठीक हो जाने के बाद औरत कहती है कि डॉक्टर साहब मेरे पास आपको देने के लिए पैसे नहीं है। यह सुनकर डॉक्टर कहता है कि Aunty आपने तो अपना बिल मुझे बचपन में ब्रेड खिलाकर ही भर दिया था।

सीख – हमें दूसरों की भलाई करते रहना चाहिए। यही हमारे इंसान होने की असली पहचान है।

84. आलसी लड़का

एक बार एक माँ अपने बेटे से कहती है कि जाओ और खेत में गेहूँ काट कर आओ। लेकिन वह लड़का बहुत आलसी था वह खेत पर जाता है और थोड़ी देर में वापस आ जाता है।

वह माँ से कहता है कि माँ उस खेत के तो बहुत किनारे हैं। मुझे कैसे पता चलेगा कि गेहूँ काटने की शुरुआत किस ओर से करनी है।

इसके बाद लड़के की माँ उसे एक गोल थाली में भोजन परोस देती है। लड़का झट से भोजन खाना शुरू कर देता है। Article- Short Stories With Moral in Hindi.

जब वह भोजन खत्म कर लेता है तो उसकी माँ कहती है – बेटा, जिस तरह से तुम्हें यह पता चला कि भोजन की थाली में किस ओर से भोजन शुरू करना है ठीक वैसे ही कल खेत में गेहूँ काट देना।

यह सुनकर लड़का शर्मिंदा होता है। और अगले दिन खेत में जाकर गेहूँ काट देता है।

सीख – हमें कभी भी मेहनत से जी नहीं चुराना चाहिए।

85. राक्षस की पहेली

एक बार एक स्कूल में एक लड़का पढ़ता था। वह पढ़ने में ज्यादा अच्छा नहीं था लेकिन उसे पहेलियाँ पढ़ने का बहुत शौक था। इसलिए सारे लड़के उसका मजाक उड़ाते थे।

एक बार वह लड़का अपने सहपाठियों के साथ एक जंगल से जा रहा था।

तभी वहाँ पर एक राक्षस आता है। और कहता है कि मेरी एक पहेली का जबाब दो नहीं तो मैं तुम तीनों को खा जाऊँगा।

फिर वह उनसे एक पहेली पूछता है कि ऐसी कौन सी चीज है जिसे ना आग जला सकती है, ना पानी गीला कर सकता है और ना कोई हथियार घायल कर सकता है।

यह सुनकर सब लड़के सोच में पड़ जाते हैं। लेकिन किसी को भी इसका उत्तर नहीं सूझता। इसलिए वह राक्षस उन्हें खाने के लिए आगे बढ़ता है। Short Stories For Kids With Moral in Hindi .

लेकिन तभी उनका वही दोस्त जिसका वे मजाक उड़ाते थे, झट से बोलता है – तुम्हारी पहेली का उत्तर है – परछाई।

इतना सुनते ही राक्षस वहाँ से गायब हो जाता है। इसके बाद सब सहपाठी उस लड़के की तारीफ करते हैं। और आगे से उसे कभी परेशान नहीं करते।

सीख – हमें किसी का भी मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। हर किसी में अपना अलग टैलेंट होता है।

86. जादुई पेड़
(Short Stories With Moral for Kids)

एक बार एक गाँव में दो भाई रहते थे। लेकिन बड़ा भाई छोटे भाई से बहुत बुरा बर्ताव करता था। उसे ठीक से खाने को भी नहीं देता था। और कभी-कभी मारपीट भी करता था।

एक दिन बड़ा भाई जंगल में लकड़ी लाने जाता है। वहाँ वह एक पेड़ की टहनी काटने लगता है। लेकिन वह पेड़ एक जादुई पेड़ था। वह उससे कहता है कि आप मेरी टहनी को मत काटो। इसके बदले में आपको एक सोने का फल दूँगा।

यह सुनकर बड़ा भाई मान जाता है और पेड़ उसे सोने का फल देता है। लेकिन इसके बाद उस लड़के के मन में लालच आ जाता है।

वह कहता है कि मुझे बहुत सारे सोने के फल दो नहीं तो मैं तुम्हारी सारी टहनियाँ काट दूँगा। यह सुनकर वृक्ष को बहुत गुस्सा आता है।

वह उस लड़के पर अपने सुई जैसे पत्तों की बौछार कर देता है। सुई जैसे पत्ते लड़के के शरीर में चुभ जाते हैं और वह दर्द से बेहोश हो जाता है।

उधर घर पर छोटा भाई देखता है कि उसका बड़ा भाई अभी तक घर नहीं लौटा है। इससे उसे चिंता होने लगती है।

वह बड़े भाई की खोज में जंगल जाता है और वहाँ उसे बड़ा भाई नीचे पड़ा हुआ मिलता है। वह एक-एक करके सारे नुकीले पत्ते उसके शरीरसे हटा देता है।

इसके बाद बड़ा भाई अपने छोटे भाई से माफी माँगता है। और कहता है कि मैंने कभी तुमसे अच्छा बर्ताव नहीं किया। फिर भी तुमने आज मेरी जान बचाई। आगे से मैं तुम्हें कभी तंग नहीं करूंगा।

इसके बाद वह उस पेड़ से भी माफ़ी माँगता है। पेड़ देखता है कि अब बड़ा भाई सुधर चुका है। इसके बाद वह पेड़ दोनों भाइयों को एक – एक सोने का फल देता है।

इसके बाद वे ख़ुशी -ख़ुशी घर चले जाते हैं। और काफी संपन्न हो जाते हैं।

सीख – हमें कभी भी दूसरों को पीड़ा नहीं पहुँचानी चाहिए।

87. ईमानदार युवक

एक बार एक कंपनी में विराग नाम का युवक काम करता था। वह बहुत ईमानदार था। लेकिन वह अपने बॉस की चापलूसी नहीं करता था। इसके विपरीत उसका सहकर्मी (Colleague) बहुत कामचोर था।

वह दूसरों से काम करवाता था और सारा क्रेडिट खुद ले लेता था। इसके साथ ही वह हमेशा बॉस की चापलूसी करता रहता था। और उसकी झूठी तारीफ करता रहता था ।

एक दिन उसने कहा कि विराग तो बहुत आपकी बुराई कर रहा था। यह सुनकर बॉस ने सोचा कि विराग कभी उसकी तारीफ नहीं करता। न ही बार -बार उससे मिलने आता है। और शायद सच में ही वह मेरी बुराई करता होगा। Short Stories With Moral in Hindi For Kids.

यह सोचकर Boss किसी बहाने से विराग को नौकरी से निकाल देता है।

लेकिन विराग हौसला नहीं हारता। और उसे एक साबुन बनाने वाली फैक्ट्री में जॉब मिल जाती है। वहाँ काम करते हुए विराग साबुन बनाने और बेचने के गुर सीखता है।

इसके बाद अपनी साबुन बनाने की factory शुरू करता है। ईमानदारी और लगन से काम करते हुए उसका बिज़नेस एक दिन बहुत बड़ी कंपनी बन जाता है। वहीं दूसरी ओर पहले वाली कंपनी चापलूस employees (कर्मचारी) की वजह से डूब जाती है।

सीख – कभी भी चापलूस लोगों की बातों में आकर ईमानदार लोगों का बुरा नहीं करना चाहिए।

88. हाथी और दोस्त

एक बार एक जंगल में एक हाथी आता है। लेकिन उसका कोई भी दोस्त नहीं था। सबसे पहले वह एक बंदर के पास जाता है। और कहता है कि बंदर भाई क्या आप मेरे दोस्त बनोगे।

लेकिन बंदर कहता है कि तुम मेरी तरह पेड़ों पर उछल – कूद नहीं कर सकते। इसलिए तुम मेरे दोस्त कैसे बन सकते हो।

इस के बाद हाथी एक खरगोश के पास जाता है। और उससे दोस्ती करने के लिए कहता है। लेकिन खरगोश कहता है कि तुम्हारा साइज बहुत बड़ा है। तुम तो मेरे बिल में भी नहीं आ सकते।

इस तरह से एक-एक करके सारे जानवर हाथी को दोस्त बनाने से मना कर देते हैं।

एक दिन उस जंगल में एक तेंदुआ आ जाता है। वह जानवरों को खाने की कोशिश करता है। लेकिन तभी हाथी वहाँ आता है। और तेंदुए को अपनी सूँड में लपेटकर दूर फेंक देता है।

इसके बाद तेंदुआ वहाँ से भाग जाता है। फिर सारे जानवर हाथी से क्षमा माँगते हैं। और कहते हैं कि आज से हम सब तुम्हारे दोस्त हैं।

सीख – दोस्ती में आकार, रंग, जाति आदि नहीं देखनी चाहिए। बल्कि अच्छी नीयत देखनी चाहिए।

89. पानी का कुआँ
(Short Stories For Kids)

एक बार एक साहूकार एक किसान को पानी का कुआँ बेचता है। इसके बाद किसान जब उस कुएँ से पानी भरने लगता है तो साहूकार उसे पानी लेने से मना कर देता है।

साहूकार कहता है कि मैंने तुम्हें कुआँ बेचा है उसके अंदर का पानी तो नहीं बेचा। अगर तुम्हें पानी चाहिए तो तुम्हें इस से 2 गुना ज्यादा पैसा देना पड़ेगा। यह सुनकर किसान हैरान हो जाता है। उसे साहूकार की बेईमानी पर बहुत गुस्सा आता है।

लेकिन किसान यह बात गांव के एक बुजुर्ग को बताता है। सारी बात सुनकर बुजुर्ग साहूकार के पास आता है। और साहूकार से कहता है कि अगर यह कुआँ तुमने किसान को बेचा है तो अब इसके अंदर पानी रखने का तुम्हारा अधिकार नहीं है।

या तो तुम इस पानी को कहीं और रखो या इसका किराया इस किसान को दो। यह सुनकर साहूकार की अकल ठिकाने आ जाती है। और वह किसान से माफी माँग कर वहाँ से चला जाता है।

सीख – दुष्ट लोगों को चालाकी से ठीक किया जा सकता है।

90. गुलाब और कैक्टस

एक बार एक रेगिस्तान में एक गुलाब का पौधा लगा हुआ था। उसकी बगल में एक कैक्टस भी लगा हुआ था। जब गुलाब पर फूल लगते हैं तो उसे खुद पर बहुत घमंड हो जाता है। वह कैक्टस से कहता है कि देखो मैं कितना खूबसूरत हूँ। हर कोई मेरी तारीफ करता है।

लेकिन तुम सिर्फ कांटों से भरे हुए हो। और बहुत ही बदसूरत भी हो।

लेकिन कैक्टस इस अपमान के बदले कुछ भी नहीं कहता है। और धैर्य से अपना काम करता रहता है।

समय के साथ सर्दियों का मौसम खत्म होता है और गर्मियाँ आ जाती हैं। धीरे -धीरे सारे रेगिस्तान में पानी सूख जाता है। इससे गुलाब भी मुरझाने लगता है। लेकिन वह देखता है कि कैक्टस अब भी हरा – भरा था।

एक दिन एक चिड़िया कैक्टस पर आती है और उसके एक डाली से पानी पी लेती है। यह देखकर गुलाब को कैक्टस के महत्व का पता चलता है। वह कैक्टस से क्षमा माँगता है। और कहता है कि क्या आप मुझे थोड़ा पानी दे सकते हो। कैक्टस उसे पानी देता है।

और इस तरह दोनों मिलकर गर्मी का मौसम गुजारते हैं।

सीख – हमें कभी भी अपनी योग्यता पर घमंड नहीं करना चाहिए। दूसरों के अंदर हमसे भी उत्तम गुण छुपे हो सकते हैं।

Part 10 – Short Stories With Moral in Hindi (91-100)

आजकल लोग पढ़ने के बजाय टीवी आदि देखते रहते हैं। इससे उनके दिमाग का विकास रुक जाता है। इसलिए बचपन से ही बच्चों को पढ़ने की आदत डालनी चाहिए।

इसकी शुरुआत कहानी पढ़ने से की जा सकती है। क्युँकि बच्चों को कहानी पढ़ना बहुत भाता है।

91. साँप और कौआ

Short Stories for kids in Hindi

एक बार की बात है एक जंगल में एक पेड़ पर एक कौवा अपने परिवार के साथ रहता था। एक बार वह अपने घोंसले में अंडे देता है। लेकिन एक दिन एक साँप आकर उन अंडों को खा जाता है।

जब कौवा और उसकी पत्नी वापस आते हैं तो उन्हें अपने टूटे अंडे देखकर बहुत दुख होता है। साँप पहले भी ऐसा कर चुका था।

इस बार कौवा उस साँप से बदला लेने की सोचता है। फिर वह एक राजा के महल में जाकर रानी का हार उठाकर ले आता है। Blog- Short Stories With Moral in Hindi.

राजा के सैनिक कौए के पीछे भागते हैं। कौआ हार लाकर साँप के बिल में डाल देता है।

जब सैनिक देखते हैं कि कौए ने हार एक बिल में फेंक दिया है तो वे उसे निकालने के लिए आगे बढ़ते हैं।

लेकिन अंदर बैठा साँप उन्हें देखकर फुँफकारता है।

इसलिए सैनिक अपने भालों से साँप को मार देते हैं। और हार लेकर वापस चले जाते हैं।

सीख – इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें दूसरों पर कभी भी अत्याचार नहीं करनी चाहिए। इसका परिणाम बुरा हो सकता है।

92. हाथी और चिड़िया का बच्चा

एक बार एक जंगल में एक दयालु हाथी रहता था। एक बार वह जंगल में घास खाने जा रहा था। तभी उसने देखा कि एक पेड़ के घोंसले से एक चिड़िया का बच्चा नीचे गिर गया है।

हाथी उस बच्चे को सूँड से उठाता है और फिर से घोसले में रख देता है। चिड़िया का बच्चा हाथी का शुक्रिया अदा करता है।

इसी तरह काफी दिन बीत जाते हैं। एक दिन हाथी घास खाकर एक पेड़ के नीचे सो रहा था। तभी उसके कान में एक ततैया घुस जाता है। वह हाथी को काटने लगता है। हाथी उसे हटाने की बहुत कोशिश करता है लेकिन वह बाहर नहीं निकलता।

अब हाथी बहुत परेशान हो जाता है । Post- Short Stories With Moral in Hindi.

तभी वह चिड़िया का बच्चा देखता है कि एक ततैया हाथी को परेशान कर रहा है। अब तक वह बच्चा उड़ने लगा था। वह उड़कर हाथी के कान में जाता है और ततैये को चोंच में दबाकर उड़ जाता है।

इससे हाथी को बहुत राहत मिलती है। और वह चिड़िया के बच्चे का शुक्रिया अदा करता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि अगर हम दूसरों की मदद करें तो समय आने पर दूसरे भी हमारी मदद करते हैं।

93. चोरी का फल

एक बार एक लड़का जंगल से जा रहा था। तभी वह घर का रास्ता भूल जाता है। भटकते – भटकते वह एक झोंपड़ी के पास पहुंचता है।

फिर वह इस झोपड़ी के अंदर चला जाता है। वहाँ देखता है कि एक बुढ़िया खाना बना रही थी। वह बुढ़िया से कहता है कि वह रास्ता भूल गया है।

बुढ़िया कहती है कि घबराओ मत बेटा मैं तुम्हें रास्ता बता दूँगी। तुम भूखे लग रहे हो इसलिए पहले आओ कुछ खा लो। (Short Stories With Moral in Hindi).

इसके बाद बुढ़िया उसे ब्रेड और जैम देती है। और फिर उसके लिए पानी लेने रसोई में जाती है।

पीछे से वह लड़का देखता है कि सामने अलमारी में एक छोटी सी डिबिया पड़ी है। वह डिबिया को खोलता है तो देखता है उस में बहुमूल्य हीरे – जवाहरात थे।

उन्हें देखकर उसके मन में लालच आ जाता है। और वह उस डिबिया को अपनी जेब में रख लेता है।

तभी बुढ़िया पानी लेकर उसके पास आती है। लड़का पानी पी लेता है और कहता है कि मुझे घर का रास्ता बता दीजिए।

बुढ़िया उसे बाहर लाती है तथा ठीक रास्ते पर छोड़ देती है। इसके बाद वह लड़का चलता हुआ अपने घर पहुँच जाता है।

घर पहुँच कर लड़का बहुत ही उत्साह से उस डिबिया को खोलता है। लेकिन तभी उसमें रखे सारे हीरे – जवाहर ततैये (Wasps) बन जाते हैं। और उस लड़के को बहुत काटते हैं।

सीख – हमें कभी भी चोरी नहीं करनी चाहिए। इसका नतीजा बहुत बुरा होता है।

94. हाथी और लकड़बघ्घा (Hyena)

एक बार एक जंगल में एक लकड़बग्घा रहता था। वह बहुत सारे जानवरों को मारकर खा जाता था। इससे सारे जानवर उससे परेशान रहते थे।

एक दिन उस जंगल में एक हाथी आ जाता है। वह हाथी सब जानवरों को लकड़बघ्घे से बचाने लगता है। इससे लकड़बग्घा हाथी से चिढ जाता है। वह उससे छुटकारा पाने की योजना बनाने लगता है।

वह सोचता है कि इस हाथी को एक बड़े से गड्ढे में गिरा देता हूँ। इसके बाद वह जंगल में एक जगह गड्ढा खोदने लगता है। कुछ दिन में गड्ढा काफी बड़ा हो जाता है। (Short Stories With Moral in Hindi).

फिर लकड़बघ्घा उस गड्ढे को सूखी लकड़ियों और पत्तों से ढक देता है।

इसके बाद लकड़बघ्घा हाथी के पास आता है और कहता है कि कि बड़े भाई, मैंने जंगल में एक जगह बहुत सी हरी – हरी टहनियाँ देखी हैं। मेरे साथ चलिए मैं आपको दिखा देता हूँ।

हाथी उसकी बात मान कर उसके साथ चल पड़ता है। लकड़बग्घा हाथी को गड्ढे के पास ले जाता है।

लेकिन तभी वहाँ एक शेर आता है और जोर से दहाड़ता है। शेर की दहाड़ सुनकर लकड़बग्घा घबरा जाता है और वहाँ से भागने लगता है। मगर हड़बड़ी में वह गड्ढे के ऊपर आ जाता है।

इससे गड्ढे की सूखी लकड़ियाँ टूट जाती हैं और लकड़बघ्घा अपने बनाये गड्ढे में खुद ही गिर जाता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वह खुद उस गड्ढे में गिर जाता है।

95. आदमी और जंगल
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक जंगल के किनारे एक आदमी रहा करता था। एक बार वह सोचता है कि अपने लिए बहुत बड़ा घर बनाएगा। इसके बाद वह जंगल के सभी पेड़ों को काट देता है। और अपने लिए एक बहुत बड़ा घर बना लेता है।

लेकिन पेड़ कटने की वजह से अब वहाँ बारिश होना बंद हो जाती है। इससे उस आदमी की सारी फसलें नष्ट हो जाती हैं। और अकाल पड़ जाता है।

साथ ही वहाँ पर गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इससे वहाँ तूफान और बवंडर (Tornados) आने लगते हैं। एक दिन वहाँ एक भयंकर बबंडर आता है और उस आदमी का पूरा घर ढह जाता है। उसे अपनी भूल पर बहुत पछतावा होता है।

सीख – हमें पेड़ों की रक्षा करनी चाहिए।

96. सेब और सोना

एक बार एक गाँव में दो भाई अपने दादाजी के साथ रहा करते थे। एक बार दादाजी दोनों भाइयों को बुलाते हैं। और उन्हें दो थैले दिखाकर कहते हैं- एक थैले में सोना है और दूसरे में सेब के कुछ बीज हैं। तुम इनमें से कौन सा लेना चाहोगे।

बड़ा भाई सोने का थैला चुनता है। और छोटा सेब के बीज से ही संतुष्ट हो जाता है। कुछ दिन बाद उनके दादाजी स्वर्ग सिधार जाते हैं।

इसके बाद बड़ा भाई सोना लेकर शहर चला जाता है। और वहाँ उसे बेचकर अपने लिए मकान बना लेता है तथा अपना बिज़नेस भी शुरू कर देता है। (Short Stories With Moral in Hindi).

लेकिन छोटा भाई वहीं रहता है और सेब के बीजों को बागीचे में वो देता है।

काफी समय बाद बड़ा भाई, छोटे भाई से मिलने आता है। वह अब वह काफी गरीब हो चुका था। जबकि उसका छोटा भाई अमीर बन गया था।

अपने भाई की हालत देखकर छोटा भाई अपने बड़े भाई से पूछता है कि आप इतने गरीब कैसे हो गए। आपके पास तो बहुत सोना था। बड़ा भाई बताता है कि उसने अपने लिए बड़ा सा मकान बनाया था।

और एक बिजनेस चलाया था। लेकिन लालच में आकर उसने बेईमानी शुरू कर दी थी और उसके बिजनेस में घाटा पड़ गया। और वह बंद करना पड़। साथ ही उसका घर भी बिक गया।

फिर वह छोटे भाई से पूछता है कि तुम इतने अमीर कैसे बन गए। छोटा भाई कहता है कि मैंने दादाजी के दिए सेब के बीजों को वो दिया था। जब सेब के पेड़ बड़े हुए तो उन पर Golden Apple लगे। वह हर साल उन्हें बेचता था इसलिए वह इतना अमीर बन गया था।

सीख – हमें कभी भी लालच और बेईमानी नहीं करनी चाहिए।

97. सबसे सुन्दर कौन

एक बार एक नगर में एक राजा राज करता था। एक दिन वह अपने मंत्री से कहता है कि इस नगर की सबसे सुंदर लड़की को ढूँढो।

मंत्री पूरे नगर में ढिंढोरा पिटवाता है कि अगले सोमवार को सबसे सुंदर लड़की का चुनाव किया जाएगा। इस लिए सब लड़कियाँ सोमवार को अपने – अपने घर के दरवाजे पर खड़ी हो जाएँ।

यह सुनकर सब लड़कियाँ तैयारी में जुट जाती हैं। जब सोमवार आता है तो सारी लड़कियाँ सज -धज कर अपने घर के दरवाजे पर खड़ी हो जाती हैं ।

लेकिन मंत्री के आने से पहले एक गरीब बूढ़ी औरत वहाँ आती है। वह एक-एक करके उन लड़कियों के पास जाती है और कहती है कि उसके 2 दिन से खाना नहीं खाया है। क्या वे उसे कुछ खाना दे सकती हैं।

लेकिन सभी लड़कियाँ उससे चिढ़ जाती हैं। वे कहती हैं कि अभी मंत्री जी आने वाले हैं और तुम यहाँ से चली जाओ। Collection of best Short Stories With Moral in Hindi .

लेकिन अंत में सोनजूही नाम की लड़की उस बुढ़िया को अंदर बुलाती है। और उसे अच्छा सा खाना खिलाती है।

इसके बाद अचानक से ढिंढोरा पीटा जाता है और सोनजूही को नगर की सबसे सुंदर लड़की घोषित किया जाता है। क्युँकि उसने एक जरूरतमंद बूढ़ी औरत की मदद की थी।

वास्तव में राजा का मंत्री ही बूढ़ी औरत के भेष में उन लड़कियों की परीक्षा लेने गया था।

सीख – बाहर की खूबसूरती से ज्यादा अंदर की खूबसूरती मायने रखती है।

98. किसान और बाज

एक बार एक गाँव में एक किसान रहा करता था। एक बार वह जंगल से जा रहा था। तभी वह देखता है कि वहाँ पर एक बाज शिकारी के जाल में फँस गया था। और वह बाज बहुत तड़प रहा था। उसे देखकर किसान को दया आ जाती है।

फिर किसान बाज को शिकारी के जाल से मुक्त कर देता है। और बाज वहाँ से उड़ जाता है।

कुछ समय के बाद किसान अपने खेत में गेंहूँ की फसल उगाता है। लेकिन जब फसल बड़ी होती है तो वहाँ बहुत सारे चूहे आ जाते हैं। और उसकी फसल को खाने लगते हैं। इससे किसान बहुत परेशान हो जाता है।

लेकिन एक दिन किसान जब खेत में आता है तो देखता है कि चूहों की सँख्या कम हो गयी है। तभी वह देखता है कि एक बाज आता है और खेत से एक चूहे को उठकर ले जाता है। यह वही बाज था जिसकी किसान ने मदद की थी। (Best Short Stories With Moral in Hindi).

किसान समझ जाता है कि बाज ही उसकी मदद कर रहा था। यह देखकर वह बहुत खुश होता है और मन ही मन बाज को धन्यवाद देता है।

सीख – इस कहानी से सीख मिलती है कि कर भला तो हो भला।

99. बन्दर का व्यापार

एक बार एक एक गाँव में एक ठग आता है। वह गाँव वालों से कहता है कि उसे सर्कस के लिए कुछ बंदर चाहिए। और वह हर बंदर को सौ रूपये में खरीदेगा।

यह सुनकर गाँव वाले खुश हो जाते हैं। वे अपने गाँव के सब बंदरों को पकड़ कर उसे दे देते हैं। और ठग उन्हें पैसे देकर बन्दर ले जाता है। Title- Short Stories With Moral in Hindi.

अगले हफ्ते वही ठग फिर से गाँव में आता है और कहता है कि अगले हफ्ते उसे और बंदर चाहिए। और इस बार हर बन्दर के हजार रुपये देगा। यह कहकर वह चला जाता है

लेकिन अब उस गाँव के सारे बंदर खत्म हो गए थे। तभी वहाँ एक आदमी आता है और कहता है कि पास वाले गाँव में एक आदमी के पास बहुत से बंदर हैं। और वह उन्हें बेचना चाहता है।

यह सुनकर गाँव वाले उस आदमी के पास जाते हैं। और बन्दर देने के लिए कहते हैं।

लेकिन वह आदमी कहता है कि मैं हर बंदर को 500 रुपये में बेचूँगा। यह सुनकर गाँव वाले सोचते हैं कि वे बन्दर को ₹500 में खरीदेंगे और दूसरे वाले को 1000 रुपए में बेचेंगे। इससे उन्हें ₹500 का फायदा तो हो ही जाएगा।

यह सोचकर वे सारे बंदरों को खरीद लेते हैं। और अपने गाँव ले जाते हैं।

लेकिन वास्तव में यह आदमी पहले वाले ठग का ही दोस्त था। इसके बाद वे दोनों वहाँ से गायब हो जाते हैं।

उधर गाँव वाले पहले ठग का इंतजार करते रहते हैं। लेकिन वह कभी नहीं आता। इससे गाँव वालों को अहसास होता है कि लालच के चक्कर में उन्हें ठग लिया गया है।

सीख – इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि ठग लोगों से हमेशा सावधान रहना चाहिए और लालच में नहीं आना चाहिए। वे हमारे लालच का फायदा उठाते हैं।

100. जासूस बालक
(Short Stories With Moral in Hindi)

एक बार एक आदमी ने अपने घर में एक ऑक्टोपस (Octopus) पाला हुआ था। वह उससे बहुत प्यार करता था और अक्सर उसके साथ खेलता था।

एक दिन पता चलता है कि उस आदमी की मृत्यु हो गई है। यह सुनकर आस-पड़ोस के लोग उसके घर में इकट्ठा हो जाते हैं। उस आदमी की लाश सोफे पर पड़ी हुई थी और ऑक्टोपस उसके कंधे पर बैठा हुआ था।

तभी पुलिस के लोग आ जाते हैं। उन्हें लगता है कि उस आदमी की मौत हार्ट अटैक से हुई होगी। वे उसकी लाश ले जाने लगते हैं।

लेकिन तभी वहाँ खड़ा एक लड़का बोलता है – इनकी मृत्यु नहीं हुई बल्कि इनकी हत्या की गई है। यह सुनकर सारे लोग हैरान रह जाते हैं।

तभी पुलिस इंस्पेक्टर लड़के से पूछता है कि तुम कैसे कह सकते हो कि इनकी हत्या हुई है।

लड़का कहता है कि आप ध्यान से इस ऑक्टोपस को देखिए। यह Blue Ringed ऑक्टोपस है। यह काफी जहरीला होता है और कोई इसे नहीं पालता। इसलिए जरूर किसी ने नार्मल ऑक्टोपस की जगह इसे रख दिया होगा।

जब वह आदमी उस ऑक्टोपस से खेल रहा होगा तो उसने इसे काट लिया होगा। जिससे इनकी मृत्यु हो गयी।

यह सुनकर पुलिस घर की Maid से सख्ती से पूछताछ करती है। पता चलता है कि वह समुद्र किनारे रहती थी। और उसका पति मछुआरा थे।

कुछ दिन पहले Maid के पति ने घर से कीमती मूर्ति चुरा ली थी। और घर के मालिक ने उन पर मुकद्दमा कर दिया था। इसलिए दोनों ने मिलकर उस आदमी के ऑक्टोपस की जगह एक जहरीला ऑक्टोपस रख दिया था।

पुलिस उस लड़के की समझदारी की बहुत तारीफ करती है। तथा Maid और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया जाता है। (Short Stories With Moral in Hindi for kids).

सीख – तीक्ष्ण बूढी और सूझ -बूझ से हम किसी भी गुत्थी को सुलझा सकते हैं।

समाप्त।

दोस्तो, यह थीं सर्वोत्तम नैतिक सीख देनी वाली सौ कहानियाँ (Short Stories With Moral in Hindi). उम्मीद हैं आपके बच्चों को अच्छी लगी होंगी। इस ब्लॉग परऔर भी अच्छी किताबों की समरी हैं।

आप उन्हें भी पढें और बच्चों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करें। क्युँकि पुस्तकें ही हमें ज्ञान देती हैं। धन्यवाद।

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6 thoughts on “Top 100 Short Stories With Moral in Hindi”

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