What is Face Value in Hindi – Full Guide

What is face value in Hindi (Face Value क्या है): अगर आप स्टॉक मार्किट में रूचि रखते हैं तो आपको तरह – तरह की terms देखने -सुनने को मिलती हैं।

ऐसी ही एक term है Face Value . आज इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि फेस वैल्यू क्या है और इससे जुडी अन्य चीजों के बारे में भी पढ़ेंगे।

What is face value in Hindi  (Face Value क्या है)
What is face value in Hindi (Face Value क्या है)

I. Definition: फेस वैल्यू क्या है

Face Value को Par Value या Nominal Value भी कहा जाता है। यह शेयर की वह value है जिसे कंपनी share जारी करते वक़्त निर्धारित करती है।

किसी Company के शेयर्स IPO (Initial Public Offering) के समय जारी होते हैं। इसके बाद कंपनी की लिस्टिंग BSE और NSE पर हो जाती है। और जनता उन शेयर्स को खरीद सकती है।

Face Value कुछ फिक्स्ड नंबर से denote की जाती है जैसे Rs 1, 10 या 100 आदि।

फेस वैल्यू एक legal चीज है और इसमें हेर -फेर करने पर कंपनी को दण्डित किया जा सकता है। (Blog- What is Face Value in Hindi).

Face Value के माध्यम से पता चलता है कि कंपनी में शुरू में कितनी कैपिटल इन्वेस्ट की गयी थी। साथ ही Face Value से कंपनी अपने डिविडेंड और Bonds की प्राइस भी decide करती है।

II. कंपनी अपने शेयर की Face Value रखती ही क्यों है ?

जब इंटरनेट नहीं आया था तब भी शेयर्स खरीदे -बेचे जाते थे। उस समय शेयर्स एक कागजी Document की तरह होते थे। जिसमे कंपनी की सारी डिटेल लिखी होती थीं।

शुरू में तो कंपनी को खुद भी पता नहीं होता कि उसके शेयर भविष्य में किस Price पर मिलेंगे। जैसे आपने देखा ही होगा कि शेयर का Price बदलता ही रहता है। (What is Face Value in Hindi – complete guide).

तो ऐसे में कंपनी उन कागजी डॉक्यूमेंट पर क्या Price लिखेगी !

इस समस्या का समाधान करने के लिए ही Face Value के बारे में सोचा गया। ((Face Value क्या है)

सबने सोचा कि कोई न कोई वैल्यू तो लिखनी पड़ेगी। वर्ना Shareholders के पास क्या Proof होगा कि उसने सच में Shares खरीदे थे।

इसलिए कम्पनीज ने अपनी मर्जी से Share Price की कोई वैल्यू रख ली और इसे ही Face Value कहा जाने लगा।

छोटी कम्पनीज कम Face Value रखती हैं और बड़ी कम्पनीज ज्यादा वैल्यू रखती हैं।

लेकिन Face Value का शेयर के मौजूदा प्राइस से कुछ भी लेना देना नहीं है। सिर्फ कानूनन तौर पर शेयर के सर्टिफिकेट को वैद्य बनाए के लिए फेस वैल्यू को शेयर सर्टिफिकेट पर लिखा जाता है।

आगे चलकर जब internet आया तो सब कुछ ऑनलाइन हो गया। आजकल बहुत से Apps आ गए हैं जिनसे आप अपना Demat account घर बैठे ही खोल सकते हैं। और अब शेयर्स कागज़ के रूप में न होकर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में ही होते हैं।

ऐसी ही सबसे आसान और बेहतरीन App है Grow App  .

Grow App  में आप हर शेयर की Face Value देख सकते हैं। बस आपको उस कंपनी के Fundamentals सेक्शन पर Click करना है।

निम्न चित्र में आप Yes Bank के फंडामेंटल्स देख सकते हैं। जिसमें Face Value भी दिख रही है। यह Grow App  से लिया गया है :

What is face value in Hindi  (Face Value क्या है)

इस चित्र में आप यस Bank के सारे fundamentals देख सकते हैं। इसमें फेस वैल्यू और बुक वैल्यू है :

Book Value = 14.16

Face Value = 2

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III. Calculation of Face Value

कोई भी कंपनी अपने स्टॉक की Face Value निर्धारित करने के लिए अपनी फाइनेंसियल कंडीशन, मार्किट कैप और एसेट्स को ध्यान में रखती है। (Article- What is Face Value in Hindi ).

फिर वे एक फार्मूला का उपयोग करके अपनी फेस वैल्यू निकालते हैं :

Face Value = Total Capital Invested / Total number of Shares

मान लीजिये एक कंपनी ने 10 लाख इन्वेस्ट किये हैं और इसके बदले 1 लाख शेयर जारी किये। तो उसके शेयर्स की फेस वैल्यू हो जायेगी

Face Value = 10,00,000/1,00,000 = 10

लेकिन यहाँ कंपनी को छूट होती है कि शुरू में वे कितनी भी इन्वेस्टमेंट दिखा सकते हैं। बहुत से कंपनी शुरू में कम इन्वेस्टमेंट ही करती हैं। इसलिए वे अपनी Face Value भी कम दिखाती है।

कम Face Value दिखाने का एक फायदा होता है। जब कंपनी लिस्ट होगी तो उसकी Face Value कम होगा। फिर धीरे -धीरे शेयर का प्राइस बढ़ने लगेगा। (Face Value क्या है)

जब इस मौजूदा प्राइस की तुलना Face Value से करेंगे तो shareholders को लगेगा कि कंपनी ने काफी अच्छी तरक्की की है। (Blog post about What is Face Value in Hindi ).

आगे चलकर कंपनी अपनी इन्वेस्टमेंट को loan आदि लेकर बढाती है। लेकिन अब Face Value को बदला नहीं जा सकता। वह शुरू में जितनी घोषित कर दी गयी उतनी ही रहती है।

IV. Face Value Vs Market Value

दोस्तो, आप फेस वैल्यू को मार्किट वैल्यू से confuse न करें।

मार्किट वैल्यू शेयर का आज का प्राइस होता है। जबकि फेस वैल्यू वह price होता है जो शेयर को जारी करने के समय निर्धारित किया गया था।

मार्किट प्राइस को बहुत से फैक्टर प्रभावित करते हैं। जैसे कंपनी अगर फायदे में रहती है तो मार्किट वैल्यू बढ़ती है। लेकिन अगर घाटे में रहती है तो मार्किट वैल्यू घट जाती है। Blog in Hindi: What is Face Value in Hindi.

लेकिन फेस वैल्यू एक बार जो तय कर दी गयी उतनी ही रहती है। वह फिर कभी नहीं बदलती।

V. Face Value Vs Book Value

एक और मिलती जुलती Term है – Book Value.

Book value को Net Asset Value या Carrying Value भी कहा जाता हैं। यह कंपनी के नेट worth को बताती है। अर्थात कंपनी के पास कितने Assets हैं और कितनी Liabilities.

इसे इस फार्मूला से निकाला जाता है :

Book Value = Total Assets – Total Liabilities

Assets भी दो प्रकार के होते हैं: Tangible Assets और Intangible Assets .

Tangible Assets वो होते हैं जो फिजिकल फॉर्म में मौजूद होते हैं और हम उन्हें छू सकते हैं। जैसे – property, equipment, inventory आदि।

जबकि Intangible Assets दिमागी अविष्कार अदि होते हैं जिन्हे हम छू नहीं सकते। जैसे – patents, trademarks, goodwill आदि।

ऐसे ही Liabilities का मतलब है देनदारी जैसे – Debts, Loans आदि।

अगर कंपनी के Assets ज्यादा हैं और Liabilities कम हैं तो उस शेयर की Book Value ज्यादा होती है। अन्यथा कम होगी। Hindi Guide on : What is Face Value ?

बुक वैल्यू निकालने के लिए आपको कंपनी की बैलेंस शीट देखनी चाहिए। उसमें आपको Assets और Liabilities दिख जाती है।

आप हर क्वार्टर का data भी देख सकते हैं या Year- Wise भी देख सकते हैं। ग्रो अप्प पर आपको यह बैलेंस sheet आसानी से मिल जाती है। (Face Value क्या है)

(Note: ऊपर के फोटो में आपको बुक वैल्यू और फेस value दोनों बताई गयी हैं। )

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VI. Significance of Face Value ( Face Value का महत्व)

1. Legal Purposes: Face value क़ानूनी वैध्यता के लिए जरुरी होती है। इसके जरिये पता चलता है कि कंपनी ने कितनी initial capital जुटायी है। साथ ही shareholders के प्रति लायबिलिटी (liability) को भी दर्शाता है।

2. Dividend Payments: Companies जब dividends देती हैं तो Face Value को ही आधार बनाया जाता है। जैसे अगर कोई कंपनी रस 100 face value वाले share पर 5 % का dividend घोषित करती है तो प्रति शेयर Rs 5 मिलेंगे। Article about What is Face Value in Hindi.

3. Bond Pricing: Face value, Bonds की कीमतों को तय करने में भी अहम भूमिका निभाती है। Bonds भी एक face value के साथ जारी की जाती हैं। उनकी market value बाकी फैक्टर्स के आधार पर ऊपर -नीचे होती रहती है।

VII . Changes in Face Value

1. Stock Splits: बहुत बार कम्पनीज अपने स्टॉक्स को split करती हैं। जिसमे कंपनी के शेयर बढ़ जाते हैं। मान लीजिये कोई कंपनी 1: 1 का स्प्लिट घोषित करती है।

इसका मतलब है हर Share के बदले एक और शेयर बनाया जायेगा। और उस Company के शेयर्स डबल हो जायेंगे।

ऐसे में फेस वैल्यू को भी एडजस्ट करना पड़ता है। (Face Value क्या है)

2. Rights Issue: कई बार कंपनी Rights Issue भी लाती है। जिसमे कंपनी अपने शेयर्स अपने Shareholders को ही ऑफर करती है।

मान लीजिये प्रमोटर कुछ शेयर बेचना चाहते हैं तो वे आम जनता को नहीं देंगे बल्कि अपनी मौजूदा शरहोडलर्स को ही कम रेट पर ऑफर करेंगे। (What is Face Value in Hindi ).

Rights issue का प्राइस तय करने में भी Face Value को देखा जाता है।

3. Comparing Different Stocks: आप अलग -अलग कम्पनीज के स्टॉक्स को Face Value के आधार पर compare भी कर सकते हैं।

इससे आपको पता चलेगा कि कंपनी बड़ी है या छोटी। लेकिन इसके साथ -साथ आपको पूरा Fundamental Analysis भी करना होगा।

केवल Face Value से ज्यादा कुछ पता नहीं चलेगा।

FAQ (Frequently Asked Questions)

Q1: किसी स्टॉक की फेस वैल्यू क्या होती है ?

A1: Face value का अर्थ है IPO के समय जारी किये हुए शेयर्स की initial value. यह 1, 10, 100 कुछ भी हो सकती है। और कंपनी की मार्किट कैप पर निर्भर करती है।

Q2: Face value को कैसे कैलकुलेट करते हैं?

A2: Face value निकालने के लिए total capital को number of shares से भाग किया जाता है। जैसे किसी कंपनी ने 1 लाख की इन्वेस्टमेंट की हो और 1 लाख ही शेयर्स जारी किये हों तो उसकी फेस वैल्यू RS 1 होगी।

Q3: Face Value का क्या महत्व है?

A3: Face Value से कंपनी पर नियम -क़ानून लागू हो जाते हैं। इसके अलावा डिविडेंड और बांड्स का प्राइस तय करने में भी फेस वैल्यू की भूमिका होती है। (What is Face Value in Hindi – full info).

Q4: Face value और market वैल्यू में क्या अंतर है ?

A4: Face Value किसी शेयर का आरम्भिक मूल्य है। जबकि market value उस share का करंट प्राइस है जिसे CMP (current market price) भी कहते हैं। (Face Value क्या है)

Q5: क्या किसी stock की face value बदल सकती है?

A5: यदि किसी company के Shares का stock splits होता है तो Face Value बदल सकती है। अगर शेयर्स का नंबर बढ़ता है तो फेस वैल्यू कम होगी। लेकिन अगर रिवर्स स्प्लिट होता है तो शेयर्स का नंबर कम होता है और फेस वैल्यू बढ़ जाती है।

Q6: क्या face value किसी स्टॉक के प्राइस को प्रभावित करती है ?

A7: Face Value का शेयर के प्राइस पर कोई असर नहीं होता। शेयर का प्राइस demand, supply, debt, inflation आदि से बढ़ता -घटता है। (Face Value क्या है)

(Blog article-What is Face Value in Hindi )

समाप्त।

दोस्तो, इस लेख से आपको पता चल गया होगा कि Face Value क्या होती है (What is Face Value in Hindi)

इस ब्लॉग पर स्टॉक मार्किट से जुड़े और भी अच्छे -अच्छे ज्ञानवर्धक लेख हैं आप उन्हें भी पढ़िए। इससे आपको शेयर्स का पूरा ज्ञान हो जायेगा और आपको बहुत प्रोफ्ट होगा। धन्यवाद।

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Thank you for reading – What is Face Value in Hindi .

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