Lesbian Love Story in Hindi

लेस्बियन की रोमांटिक कहानी (Lesbian Love Story in Hindi): भारत में अभी भी Lesbian के प्यार को स्वीकार नहीं किया जाता है। और न ही उनकी शादी के उचित अधिकार हैं। साथ ही इंटरनेट पर लेस्बियन के ऊपर साफ़ – सुथरी लव स्टोरी भी नहीं मिलती हैं।

इसी को देखते हुए इस लेख में कुछ लेस्बियन लव स्टोरी दी जा रही हैं। आप भी स्टोरी भेज कर इसमें योगदान दीजिये।

तो आइये अब पढ़ते हैं कुछ बेहतरीन Lesbian Romantic Stories.

Lesbian Love Story in Hindi
Lesbian Love Story in Hindi

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1. तेरा साथ है तो – Lesbian Love Story in Hindi

दिशा के घर वाले उसके शादी के पीछे पड़े थे। अब तक तीन लड़के उसे देखने भी आ गए थे। लेकिन दिशा हर बार इनकार कर देती थी। आज भी एक लड़का उसे देखने आया था। चाय – पानी पीने के बाद वे लोग चले जाते हैं। और कहते हैं कि आगे का व्योरा हमें जल्दी दे देना।

इसके बाद दिशा के मां-बाप उससे पूछते हैं कि यह लड़का बहुत अच्छा है। इसी से तेरी शादी कर देते हैं। लेकिन दिशा कहती है कि उसे शादी नहीं करनी है। यह सुनकर उसके माँ- बाप चिढ़ जाते हैं।

वे उसे ताने देने लगते हैं और लेक्चर सुनाने लगते हैं। आखिर तंग आकर दिशा कह देती है कि वह एक लेस्बियन है। पहले तो उन लोगों को समझ ही नहीं आता कि वह क्या कह रही है।

लेकिन बाद में दिशा कहती है कि उसे सिर्फ लड़कियाँ ही पसंद आती है। और अगर वह शादी करेगी तो किसी लड़की से ही करेगी।

यह सुनकर दिशा के माँ -बाप के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। उसकी माँ अपना आपा खो देती है तो और उसे मारने लगती है।

काफी भला -बुरा बोलने के बाद अंत में वे कहते हैं कि अगर यही सब गल्त काम करना है तो घर छोड़कर चली जा। और इस तरह हमारी बदनामी मत कर।

Lesbian Love Story in Hindi – Happy Ending

दिशा अपना छोटा पर्स उठाती है और उसी समय घर छोड़कर बाहर चली जाती है। फिर वह एक पार्क में जाकर बैठ जाती है और बहुत देर तक रोती रहती है। वह सोचती है कि अब कहाँ जाए, क्या करे।

तभी उसे अपने बचपन की दोस्त सुहाना की याद आती है। सुहाना दिल्ली में जॉब कर रही थी। वह बहुत साल पहले दिल्ली चली गयी थी। (Amazing Lesbian Love Story in Hindi).

दिशा उसे फोन करके सारी कहानी बताती है। यह सुनकर सुहाना कहती है कि वह उसके पास दिल्ली आ जाए। वह फ्लैट में अकेली रहती है। और दिशा को कोई दिक्कत नहीं होगी।

यह सुनकर दिशा दिल्ली के लिए बस पकड़ लेती है। और अगली सुबह दिल्ली पहुँच जाती है।

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सुहाना न केवल सूरत से बल्कि सीरत से भी बहुत प्यारी लड़की थी। वह दिशा को काफी मोरल सपोर्ट देती है। और हर तरह से उसकी मदद करती है।

वह उसे अपने पैशन को भी आगे pursue करने के लिए कहती है जो कबड्डी था। वास्तव में दिशा अपने कॉलेज में कबड्डी खेलती थी। और वह बहुत ही अच्छी खिलाड़ी थी।

लेकिन उसके माँ -बाप ने कबड्डी छुड़वा कर उसे सिलाई सेंटर join करवा दिया था।

Emotional Lesbian Love Story in Hindi

एक दिन दिशा को Facebook में एक पोस्ट दिखता है। एक जाना – माना कबड्डी टूर्नामेंट होने वाला था। और एक क्लब अपनी टीम बनाना चाह रहा था। अगले हफ्ते ही उसके ट्रायल होने वाले थे।

सुहाना को बताकर दिशा Trial देने ताल – कटोरा स्टेडियम जाती है। वह बहुत अच्छा खेलती है और टीम में सेलेक्ट हो जाती है।

घर आकर जब वह सुहाना को selection के बारे में बताती है तो उसकी भी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता।

फिर वे दोनों सेलिब्रेट करने के लिए एक अच्छे से रेस्टोरेंट में जाते हैं और मजेदार खाना खाते हैं।

सोने से पहले दिशा और सुहाना लेट कर बातें करने लगते हैं। बातों ही बातों में सुहाना दिशा को बता देती है कि वह भी लेस्बियन है। और बचपन से ही उसे चाहती थी।

यह सुनकर दिशा को हैरानी होती है लेकिन वह बहुत खुश होती है। दोनों एक दूसरे को गले से लगा लेते हैं और Kiss करते हैं। (Lesbian Love Story in Hindi for you).

दिशा और सुहाना की आगे की लव स्टोरी बहुत बढ़िया चलती है। वक़्त के साथ दिशा का कबड्डी में करियर बहुत अच्छा चलता है। और वह काफी नाम और पैसा कमाती है।

आगे चलकर वह दूसरों को ट्रेनिंग देने के लिए अपनी खुद की कबड्डी की Academy बनाती है। वह सुहाना से नौकरी छुड़वा देती है और उसे Academy की Manager बना देती है।

अब दोनों का सपना है कि एक दिन शादी करके एक बच्चा गोद लें । और अपनी जिंदगी सुखपूर्वक व्यतीत करें।

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2. कृति – लेस्बियन प्रेम कहानी

कृति बहुत परेशान लग रही थी। आज फिर से सुबह-सुबह ही उसका माता-पिता से झगड़ा हो गया था। कई महीनो से वे बार-बार उसकी शादी पर जोर दे रहे थे।

लेकिन कृति हमेशा की तरह मना कर रही थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह अपने मां-बाप को कैसे समझाए कि उसे लड़कियों के प्रति आकर्षण है न कि लड़कों के प्रति। यानी वह लेस्बियन थी।

वैसे उसकी लाइफ बहुत अच्छी चल रही थी। अभी तीन साल पहले ही उसने बैंक पो क्लियर कर लिया था और अब उसकी सिंडिकेट बैंक में अच्छी जॉब लग गई थी। आर्थिक रूप से अब वह पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर थी।

लेकिन नौकरी लगने के बाद उसके माता-पिता के साथ-साथ सारे रिश्तेदार यही रट लगाए हुई थे कि तुम तो 26 साल की हो गई हो और शादी कब करोगी।

मगर कृति सबको मना कर देती थी और अब यह करते -करते थक भी चुकी थी। और इसलिए आज काफी उदास थी।

तभी बैंक मैनेजर वहाँ आते हैं और कहते हैं कि कृति तुम्हारा ट्रांसफर हो रहा है। तुम्हें पंजाब के लुधियाना शहर जाना होगा। वास्तव में Bank P.O में यह शर्त होती है कि सब Probation Officers (P.O) को कम से कम 3 साल Rural एरिया में भी जाना होता है।

यह सुनकर कृति खुश हो जाती है। उसे लगता है कि अब परिवार से कुछ सालों के लिए दूर हो जाएगी। तथा उसे रोज के ताने और उलहाने नहीं सुनने पड़ेंगे।

Heart Touching Lesbian Love Story in Hindi

घर जाकर वह सामान पैक करती है और अपनी गाड़ी से लुधियाना के लिए रवाना हो जाती है। वहाँ पर वह एक किराए का मकान ले लेती है। अगले दिन वह अपने नए बैंक पहुँच जाती है । वहाँ उसकी मुलाकात संगीता नाम की एक लड़की से होती है।

संगीता भी bank po थी और कृति की हमउम्र थी। वह एक पंजाबी लड़की थी और बहुत ही सुंदर थी। कृति को उसे देखते ही आकर्षण (Crush) हो गया था।

लेकिन एक दिन कृति को दूसरे कर्मचारी से पता चलता है कि संगीता शादीशुदा है। यह सुनकर कृति का दिल टूट गया। लेकिन धीरे-धीरे उन दोनों की अच्छी खासी दोस्ती हो जाती है। दोनों ही बाहर ठेले पर जाकर साथ चाय पीते थे और Lunch आदि भी साथ ही करते थे।

एक दिन वीकेंड पर कृति अपने घर जाती है। और वहाँ पर उसकी माँ शादी का वही घिसा -पिटा राग शुरू कर देती है। जब कृति घर से वापस आती है तो बहुत ही उदास लगती है।

संगीता उससे पूछती है कि क्या हुआ है। और कहती है कि वह उसे सब कुछ बता सकती है चाहे बात कितनी भी पर्सनल हो। यह सुनकर कृति बता देती है कि वह लेस्बियन है।

यह सुनकर संगीता कुछ हैरान हो जाती है। लेकिन थोड़ी ही देर में संगीता बताती है कि वह भी लेस्बियन है। यह सुनकर कृति भी चौंक जाती है। लेकिन वह कहती है कि मैंने सुना है कि तुम तो शादीशुदा हो। लेकिन इसके बाद संगीता की आंखें भर आती हैं।

वह कहती है कि हाँ घर वालों ने उसकी शादी जबरदस्ती कर दी थी। लेकिन उसकी शादीशुदा जिंदगी नरक से भी बदतर थी। वैसे तो उसके पति अच्छे थे। लेकिन जब भी सहवास करते थे तो ऐसा लगता था उसके साथ बलात्कार हो रहा है।

क्योंकि उसे जरा भी अच्छा नहीं लगता था। और वह अक्सर संभोग करने से मना कर देती थी तथा बहाने बना देती थी। कभी -कभी उसके पति जबरदस्ती भी करने लगते थे।

इससे दोनों के बीच में बहुत झगड़ा बढ़ गया था और बात तलाक तक पहुंच गयी थी। लेकिन संयोग से एक दिन उसके पति की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। एक ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी थी और अब वह एक विधवा है।

मगर वह नहीं चाहती थी कि दूसरे लड़के उसे प्रोपोज़ करने लग पड़ें इसलिए उसने किसी को भी इस बारे में नहीं बताया था।

कृति को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि इस परिस्थिति में क्या कहे। वह संगीता से यही कहती है कि सब ठीक हो जाएगा।

Beautiful Lesbian Love Story in Hindi

इस तरह कुछ वक़्त और बीत जाता है। धीरे -धीरे कृति और संगीता एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं।

एक दिन कृति संगीता को अपने साथ अपने मकान पर ले जाती है। और वहाँ वह अपने प्यार का इजहार कर देती है। संगीता भी उसके प्यार को स्वीकार कर लेती है और वह भी कहती है कि उसे कृति से प्यार है।

फिर दोनों एक दूसरे को गले लगा देते हैं और जी भर कर चूमते हैं।

अब तक 3 साल बीत चुके हैं और दोनों अपनी जिंदगी में काफी खुश हैं। दोनों साथ ही नौकरी करती हैं और एक ही घर में शिफ्ट हो चुकी हैं।

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3. भाई ने दिया साथ

सुबह के 8:00 बज चुके थे। चरिता अपने बिस्तर पर बैठी सामने टँगी अपनी ही पेंटिंग को निहार रही थी।

” गुड मॉर्निंग। ” तभी उसे अनमोल की आवाज सुनाई दी।

उसने दरवाजे की ओर देखा तो उसका भाई अनमोल कॉफ़ी का एक कप पकडे हुए उसी की तरफ आ रहा था।

“यह रही आपकी काफी दीदी।”

“अरे अनमोल तुमने क्यों तकलीफ की। मैं अभी आ ही रही थी।”

“अरे, कोई बात नहीं, आप अभी आराम करो। अब कैसी तबीयत है?”

:ठीक हूँ।”

कुछ देर बातें करके अनमोल वहाँ से चला गया। चरिता भी कॉफ़ी पीकर बाथरूम की तरफ गई। वहाँ पर आईने में उसने अपने चेहरे को देखा।

अभी भी चोटों के निशान उसके चेहरे पर थे। एक आँख के नीचे और गले पर नीले निशान पड़े हुए थे। वास्तव में उसके पति ने उसे फिर से मारा – पीटा था। और चरिता अब अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुकी थी। बस अपने माता -पिता की वजह से इस शादी में टिकी हुई थी।

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Emotional Lesbian Love Story in Hindi

शाम को अनमोल फिर से उसके कमरे में आता है और कहता है कि चलो दीदी खेतों की तरफ घूम आते हैं। चरिता को यह आइडिया अच्छा लगता है। क्योंकि सारा दिन कमरे में रहते हुए वह बोर हो रही थी।

इसके बाद दोनों भाई बहन खेतों की तरफ निकल जाते हैं। कुछ देर घूमने के बाद दोनों एक मेंढ़ पर बैठ जाते हैं। सामने खेतों में हरी – हरी गेहूं और पीली सरसों उग रही थी। अभी पौधे छोटे थे लेकिन कुल मिलाकर बहुत ही मनोहारी दृश्य था।

“तो आपने फिर क्या सोचा है।” अनमोल ने पूछा।

“किस बारे में।”

“वही। तलाक के बारे में।”

“यह सब इतना आसान नहीं है अनमोल। ऊपर से मैं मम्मी – पापा पर बोझ नहीं बनना चाहती।”

“आप अपनी खुद की जॉब कर सकती हो। और आप दिल्ली में मेरे साथ रह सकती हो।”

“लेकिन मैं रीजन क्या बताऊँगी मम्मी – पापा को तलाक का।”

“जो सच है वही बताओ। बता दो कि आप लेस्बियन हो। “

” लेकिन वे कहाँ समझेंगे।”

“समझना होगा तो समझ जाएंगे। लेकिन अब मैं नहीं चाहता कि आप इस टॉर्चर से भरी जिंदगी को कंटिन्यू करो। और एक सीक्रेट बताऊँ।”

“क्या ?”

“सुमेधा आपसे बहुत प्यार करती है।”

“कौन सुमेधा ? जो पिछले महीने तुम्हारे साथ यहाँ आई थी?”

“हाँ, वही। “

वास्तव में सुमेधा अनमोल की दोस्त थी और दिल्ली में ही रहती थी। वह खुद का चॉक्लेट का बिज़नेस करती थी और पिछले महीने उनके घर घूमने आई थी। चरिता को भी सुमेधा बहुत अच्छे नेचर की लगी थी। लेकिन उसे पता नहीं था कि वह भी उसी की तरह लेस्बियन है।

और अब अनमोल की बात सुनकर उसे हैरानी भी हो रही थी और अच्छा भी लग रहा था।

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Amazing Lesbian Love Story in Hindi


अगले हफ्ते सुमेधा फिर से उनके घर आती है। वास्तव में अनमोल ने उसे चरिता की सारी सिचुएशन बता दी थी।

वह भी चरिता को समझाती है कि तुम तलाक ले लो। जिंदगी इस तरह बर्बाद करने के लिए नहीं होती बल्कि अच्छे से जीने के लिए होती है।

मैं तुम्हें सपोर्ट करुँगी। तुम मेरे साथ मेरे बिजनेस में हाथ बंटा सकती हो। या तुम अपनी पेंटिंग्स बनाने का काम शुरू कर सकती हो।

आखिरकार चरिता को नयी प्रेरणा मिलती है और वह तलाक के लिए तैयार हो जाती है। फिर वह मम्मी – पापा से भी तलाक की बात करती है।

लेकिन वे भी इसके लिए राजी थे। उसकी माँ तो उसे गले लगाकर कहती है कि बेटा तुम जो भी हो, हमेशा मेरी बेटी रहोगी।

वास्तव में अनमोल ने मम्मी – पापा को बता दिया था कि चरिता लेस्बियन है और इसका क्या मतलब है। लेकिन उन्होंने उसे पूरी तरह से समर्थन दिया था।

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आखिर जल्दी ही चरिता को उसके पति से तलाक मिल जाता है। और फिर वह सुमेधा और अनमोल के साथ दिल्ली चली जाती है। शुरू में वह सुमेधा के साथ चॉक्लेट बनाने का काम करती है। लेकिन साथ ही साथ अपनी पेंटिंग्स भी बनती रहती है।

एक दिन सुमेधा उसकी paintings की प्रदर्शनी का आयोजन करवाती है। सब लोग चरिता की पेंटिंग्स की बहुत तारीफ करते हैं। इससे प्रेरित होकर चरिता पेंटिंग का बिजनेस शुरू कर देती है। जो काफी अच्छे से चलने लगता है।

चरिता और सुमेधा अब जीवनसाथी बन चुकी हैं। वे साथ ही रहती हैं तथा अपनी जिंदगी से काफी खुश हैं।

Note: और भी कहानियाँ प्रकाशित की जायेंगे। इस ब्लॉग (Hindi Pronotes) को चेक करते रहें।

समाप्त।

दोस्तो, उम्मीद है आपको यह लेस्बियन रोमांटिक कहानियाँ (Lesbian Love Story in Hindi) पसंद आयी होंगी। अगर आप भी अपनी कहानी पब्लिश करवाना चाहते हैं तो इस ईमेल (vismitroy@gmail.com) पर भेज दीजिये।

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धन्यवाद।

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