Book summary in one line: I Will Teach You To Be Rich (Summary in Hindi) पढ़कर आप सीखेंगे कि आप सिर्फ नौकरी करके कैसे करोड़पति बन सकते हैं। इसे पढ़कर आपको Savings और investment की महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
Author : Ramit Sethi
दोस्तो,
क्या आपने कभी सोचा है कि जॉब से जो salary मिलती है उससे भी अमीर बना जा सकता है?
बहुत से लोगों को ये शायद possible न लगे। बहुत से लोग सोचेंगे कि अमीर तो बस business करके ही बना जा सकता है। Job से मिलने वाली salary तो ऐसे ही उड़ जाती है।
लेकिन ऐसा नहीं है। Ramit Sethi ने अपनी किताब I Will Teach You To Be Rich में ऐसे secret तरीके बताये हैं जिनकी हेल्प से आप सिर्फ नौकरी करके भी अमीर या करोड़पति बन सकते हैं।
आप सोच रहे होंगे कि किताब में आपको commerce या maths के complicated तरीके समझने पड़ेंगे। तो ऐसा बिलकुल नहीं है। किताब में हर चीज इतनी सरलता से समझाई गयी है कि एक housewife या 10th पास student भी इसे आसानी से समझ सकते हैं।
About author Ramit Sethi : दोस्तो, I Will Teach You To Be Rich किताब Ramit Sethi ने लिखी है। वे भारतीय मूल के हैं और अमेरिका में रहते हैं। वहाँ entrepreneurship world का वे एक एक जाना – पहचाना नाम हैं। वे एक famous blog भी चलाते हैं। आप Google पर भी उनके बारे में search कर सकते हैं।
I Will Teach You To Be Rich
(Summary in Hindi)
Friends, India में बहुत से लोगों में financial समझ नहीं है। क्युँकि स्कूल -कॉलेज में हमें इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं पढ़ाया जाता है।
जैसे अगर मैं आपसे पूछूँ कि compounding क्या होती है, तो शायद बहुत से लोगों को पता नहीं होगा।
जबकि इस technique का इस्तेमाल करके कोई भी आराम से करोड़ों कमा सकता है।
इसलिए इस किताब को पढ़ना और भी जरुरी है। यहाँ मैंने इस किताब की summary दी है ताकि आपको सारी basic चीजों की जानकारी सरल और रोचक तरीके से मिल सके।
अगर ध्यान से पढ़ेंगे और सारे rules को अपनाएंगे तो आप भी सिर्फ नौकरी करते हुए एक दिन करोड़पति बन सकते हैं। वो भी सिर्फ नौकरी करते हुए।
किताब के जो main points हैं उन्हें दो भागों में बाँटा गया है – 1) Savings यानि बचत और 2) Investments यानि निवेश ।
तो आइये पढ़ते हैं इन दोनों भागों के बारे में।
Part 1 : Savings
दोस्तो Savings का मतलब तो आपको पता ही होगा। सेविंग यानि बचत। जो भी सैलरी आपको मिलती है उसका जो हिस्सा व्यक्ति बचा लेता है उसे ही बचत कहते हैं।
बचत के लिहाज़ से लोग दो प्रकार के हो सकते हैं:
1 ) पहले वो जो सैलरी की पाई-पाई बचा लेना चाहते हैं। वो 1 -1 रुपये के लिए सब्जी वाले, रिक्शावाले आदि से लड़ने लगते हैं। ऐसे लोग अमीर बन भी जाएं तो भी अमीर नहीं बन सकते। क्युँकि वो दिल से हमेशा गरीब ही रहेंगे।
2 ) दूसरे वो, जिन्हे पता ही नहीं है बचत क्या होती है। सारी सैलरी महीने के आखिरी हफ्ते तक आते -आते उड़ा देते हैं। मकान का रेंट, बच्चों की फीस, शॉपिंग, ग्रोसरी, एंटरटेनमेंट, नबाबी शौक इत्यादि में खर्च कर देते हैं।
Ramit बताते हैं कि ये दोनों ही तरीके गलत हैं। तो फिर सही तरीका क्या है? बचत कैसे करें? कितना खर्च करें, कितना बचाएँ?
इसके लिए Ramit ने 5 main points बताये हैं जो नीचे दिए गए हैं।
1 ) You don’t need to be an expert
(Expert न होकर भी आप बचत करना सीख सकते हैं। )
सबसे पहले बचत करने की समझ पैदा करें। ये समझें कि कितनी भी सैलरी हो – कम या ज्यादा, कुछ हिस्सा जरुरु बचाएँगे। सारी सैलरी ही न उड़ा दें। क्युँकि बुरा वक़्त कभी भी आ सकता है।
लेकिन हाँ 100 % सैलरी बचाने की भी न सोचें। इस से लोग आपको अमीर नहीं सिर्फ कंजूस मक्खी – चूस ही समझेंगे। इतना पेट काटने कि जरुरत नहीं हैं। जहाँ enjoy करना है वहाँ enjoy भी करना चाहिए।
नीचे point 5 में एक सरल फार्मूला दिया गया है, कि सैलरी को कैसे different चीजों में divide करके मैनेज कर सकते हैं।
बहुत से लोग सोचेंगे ये बचत – निवेश झंझट का काम है। और मैंने तो commerce भी नहीं पढ़ा है। बैंको के चक्कर लगाना भी मेरे वश का नहीं है।
लेकिन Ramit बताते हैं – आपको बड़ी-बड़ी और tough चीजें सीखने की जरूरत है ही नहीं। आपको कोई expert नहीं बनना है। बस कुछ basic बातें ही ध्यान में रखनी हैं जो बहुत सरल है। इसलिए ऐसा mindset दिमाग से निकाल दीजिये कि यह झंझट का काम है या बहुत मुश्किल है।
अगर आप 80 परसेंट भी सीख लेंगे तो बहुत है। बाकी का 20 % नहीं भी आये तो भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसे Pareto principle भी कहते हैं। जो कहता है कि किसी काम को करने के लिए परफेक्ट होने की जरुरत नहीं होती। बस आप जितना कर सकते हैं उतना कीजिए।
इस Book Summary को पढ़ने से आप इतना मोटीवेट हो जाओगे कि आप नौकरी लगने के तुरंत बाद से ही आप पैसे बचाना और निवेश करना शुरू कर दोगे। अगर अभी आप student हैं तो पेरेंट्स को यह जानकारी दे सकते हो।
2 ) Start Early
(बचत करना जल्दी शुरू करनी चाहिए)
कुछ लोग जॉब लगने पर यह सोचते हैं, कि अभी तो जवान हूँ अभी उड़ा लेता हूँ। बाद में देखा जायेगा। इन चीजों के लिए तो उम्र पड़ी है।
लेकिन इस से आपको compounding इफ़ेक्ट का फायदा नहीं मिल पायेगा जो आपको नीचे इन्वेस्टमेंट पार्ट में समझाया जायेगा। इसलिए आपको सैलरी मिलने के day 1 से ही बचत स्टार्ट कर देनी चाहिए।
3 ) पसंद की चीजों पर खर्च करिये, बेकार की चीजों पर बचाइए
Ramit बताते हैं कि जो आपकी hobbies हैं उन पर जरूर खर्च करना चाहिए। Save करने के लिए आपको कंजूस बनने की जरुरत नहीं है। लेकिन हाँ आप फालतू के खर्चे कम कर सकते हो।
जैसे, जितने कपडे जरुरी हों, केवल उतने ही खरीदिये। ऐसा न हो कि आपकी closet में 50 % कपडे ऐसे पड़े रहते हों जिनका आप use ही न करते हों। बहुत महंगा फ़ोन लेने की भी शुरू में जरुरत नहीं होती। हर दिन रेस्टोरेंट में पार्टी भी न करें।
तो इसी तरह से आप अपने बहुत से फालतू खर्चों को कम कर सकते हो। इस से अपने आप ही आपकी saving होने लगेगी।
4 ) Credit Card के नुक्सान
जॉब लगते ही बहुत सी क्रेडिट -कार्ड वाली कम्पनीज आपके पीछे पड जाती हैं। तरह-तरह के ऑफर्स आपको दिए जाते हैं। बहुत से लोग भर-भर के कार्ड ले लेते हैं।
जब आप शॉपिंग करते हैं तो सच में आपको ऑफर, डिस्काउंट और vouchers इत्यादि मिलते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा कम्पनीज क्यों भर-भर के इस तरह से पैसे लुटाती हैं? इसमें उनका क्या फायदा है?
तो Ramit उनके trap (जाल ) के बारे में बताते हैं जिसमें आप फँस सकते हो। लेकिन उनका game समझ जाओ तो आप नहीं फँसते।
तो क्या है उनका ट्रैप?
जब आप शॉपिंग करते हैं तो credit card कंपनी एक तरह से आपको लोन देती है। यह लोन आपको लगभग 45 दिन में चुकाना होता है। बहुत सारे लोग ऐसा करना भूल ही जाते हैं। अगर लोन लेट चुकाया जाता है तो आपको 45 % या उस से ज्यादा भारी – भरकम व्याज कंपनी को देना पड़ता है।
क्युँकि लोगों में financial समझ नहीं होती इसलिए उन्हें पता ही नहीं चलता कि उनके साथ क्या गेम चल रहा है। पढ़े -लिखे तो फिर भी समझते हैं लेकिन इंडिया में आपको पता ही है कि कितने लोग इन सब चीजों से अनजान है। ऐसे लोगों को ये companies जम कर लूटती हैं।
दूसरी बात बहुत सारे लोग EMI (easy monthly installment ) करवा देते हैं। वो क्रेडिट कार्ड को अपने बैंक अकाउंट से जोड़ देते है। इस से हर महीने एक छोटी किश्त उनके अकाउंट से अपने आप कट जाती है। यही सबसे बड़ी गलती है। हर अगली installment में व्याज दुगना हो जाता है। और वो लोन कभी ख़त्म ही नहीं होता।
लेकिन लोग ये सोच रहे होते हैं कि थोड़ी सी ही तो किश्त जा रही है। लेकिन कुछ सालों में उनका बहुत सा पैसा क्रेडिट कार्ड वाले ले जाते हैं। जो प्रिंसिपल अमाउंट का 4 -5 गुना भी हो सकता है। और लोगों को इसकी खबर तक नहीं होती।
तो दोस्तो आपने भी EMI करवाने की गल्ती की है तो आज ही उसे बंद करवा दें। जितना लोन आपके ऊपर है एक बार में ही चुका दें। एक – दो कार्ड जरूर रखें, डिस्काउंटस का फायदा भी उठाएं। लेकिन लोन चुकाने की time limit कभी न भूलें।
आप खुद सोचिये जब कोई कंपनी फ्री में पैसा उड़ा रही है तो उसके पास उस से डबल वसूल करने का तरीका होगा या नहीं?
बहुत सारे लोग आपको क्रेडिट कार्ड के फायदे की बात बताएँगे, लेकिन जो psychological गेम चल रहा होता है उसका सीक्रेट तो पढ़े -लिखे लोगों को भी नहीं पता होता।
मीडिया पर तो बिल्कुल यकीन न करें। सब पैसे लेकर चीजों को प्रमोट कर रहे होते हैं। असली ज्ञान लेना है तो ऐसी किताबों से लें।
इस ब्लॉग पर और भी अच्छी – अच्छी books की summary पढ़ते रहें। जब भी टाइम मिले।
Knowledge भी मिलेगा और personality development भी होगा।
तो संक्षेप में : क्रेडिट कार्ड को use करें लेकिन उसे मात देना सीखें। धोखा न खाएँ।
5) 50-30-20 का Rule
तो दोस्तो, ये रहा बचत का secret रूल : 50-30-20 । इस से आपको पता चलेगा कि कितना खर्च करना है
और कितना बचाना है।
Ramit बताते हैं कि सैलरी का 50% हर महीने आप घर के normal expenses पर खर्च कर सकते हैं। इनमें घर का किराया, बच्चों की फीस, ग्रोसरी, खाने -पीने का सामान आदि आते हैं।
30% आप अपनी entertainment और शौक पूरे करने में लगा सकते हैं।
20% बचा सकते हैं।
तो दोस्तो देखा आपने कितना आसान है बचत करना। और फार्मूला देखकर आपको एहसास भी हो गया होगा कि
बचत करने कि लिए आपको अपने शौक का बलिदान देने के भी जरुरत नहीं है। और बचत केवल 20 % ही तो करनी है।
जो बहुत ज्यादा भी नहीं है।
तो जो 20% आपने बचाया उसके साथ क्या कर सकते हैं?
उसी से आपको इन्वेस्टमेंट करना है। और यही आपको एक दिन करोड़पति बना देगा।
तो अगले पार्ट को ध्यान से पढ़िए और समझिए कि invest कैसे करना है।
Part 2 : Investment (निवेश)
(I will teach you to be rich summary in Hindi)
1) Fixed Deposit (FD) versus Savings Account
बहुत से लोग अपना पैसा savings account में ही पड़ा रहने देते हैं। इस से उन्हें बहुत सा नुक्सान होता है। ऐसा वे इसलिए करते हैं क्युँकि या तो उन्हें financial समझ नहीं है या फिर वो बहुत आलसी हैं। बैंक जाना झंझट का काम समझते हैं।
तो दोस्तो अगर आप भी ऐसा करते हैं। तो आज ही जाग जाइये।
आप पैसे savings account में न रखें बल्कि FD करवा दें। सेविंग्स अकाउंट में उतना ही पैसा रखें जितना आप महीने में खर्च करते हैं।
सेविंग्स अकाउंट में पैसे रख कर आप अपना काफी नुक्सान करते हैं।
सेविंग्स अकाउंट में सिर्फ 4% व्याज मिलता है जबकि FD में 6 %। Senior citizens को तो इससे भी ज्यादा। तो आप खुद सोचिये, आपको किसमें ज्यादा फायदा मिलेगा।
मान लीजिये कोई आदमी सेविंग्स अकाउंट में 1 करोड़ रुपये रखता है तो एक साल में उसका व्याज बनेगा 4 लाख। लेकिन उसी पैसे की FD करवा देगा तो मिलेंगे 6 लाख।
यानि सीधा -सीधा 2 लाख का अंतर।
तो देखा आपने बैठे -बिठाये वो आदमी बिना कुछ किये FD से 2 लाख जयादा कमा लेगा। अगर आपको ये बात समझ आ गयी तो हमेशा FD करवाएँ।
हर महीने की 5 तारीख को जिस पैसे की जरुरत न हो उसकी FD करवा दें । ऐसा रूल बना लें और इस से आपको date का भी confusion नहीं रहेगा। महीने में एक दिन का ही तो काम करना है। एक date रख लेने से
आपको ये झंझट नहीं लगेगा।
और नेटबैंकिंग करते हैं तब तो और भी आसान है। बैंक जाये वगैर online मिनटों में FD करवा सकते हैं। बैंक की App से भी कर सकते हैं।
FD की कोई लिमिट भी नहीं है। 7 days, 1 month या 5 साल, अपनी जरुरत के हिसाब से तरह-तरह की FD करवा सकते हैं।
अगर आपका बैंक सुविधा देता हो तो savings account को Flexi account में convert करवा लें। इस से आपका पैसा एक लिमिट के ऊपर अपने आप ही FD में बदल जाता है।
तो दोस्तो झिझक छोड़िये और बैंक जाइये और आज ही अपने पैसे को ठीक से मैनेज करिये। बैंक के लोगों का तो ये काम है। उन्हें इसी बात की सैलरी मिलती है।
2) Public Provident Fund
बहुत सारे लोगों को इस financial tool के बारे में पता ही नहीं है। पता भी हो तो इसे ठीक से use करना नहीं जानते जिस से उन्हें maximum फायदा नहीं मिल पता।
PPF का मतलब है Public Provident Fund। इसका अलग से account, SBI जैसे बैंक में कोई भी खुलवा सकता है। इसमें आप हर साल maximum 1.5 लाख रुपये डाल सकते हैं। ये पैसा 15 साल तक ब्लॉक रहता है। यानि 15 साल तक आप इसे निकाल नहीं सकते। लेकिन यही फायदे की बात है। जो मैं आपको आगे बताऊँगा।
(दोस्तो, आपको बता दूँ कि PPF और PF दोनों अलग -अलग होते हैं। PF सरकारी कर्मचारियों का ऑटोमेटिकली बन जाता है। यहाँ मैं PPF की बात कर रहा हूँ)
PPF ऐसा टूल है जिस से आप करोड़पति बन सकते हैं।
क्युँकि ये टूल आपको compound interest (चक्रविधि व्याज) देता है। जो कोई और tool नहीं देता। बाकी सब में आपको केवल simple interest मिलता है।
दूसरा, ये आपको 10% से ज्यादा का व्याज देता है। जो FD से बहुत जयादा है। और कहीं भी इतना व्याज नहीं मिलता। (व्याज की दरें घट -बढ़ सकती हैं। यहाँ समझने के लिए मैंने average rate ली है।)
तो आइये पहले compound interest (या compounding ) के बारे में समझते हैं कि यह क्या होता है।
मान लीजिये आपने 1 लाख PPF में डाले। इस पर आपको 10 % की rate से व्याज मिलेगा तो एक साल बाद
आपका व्याज होगा 10,000 रुपये। आपका टोटल पैसा हो जायेगा 1,10,000 रुपये।
अब अगले साल आपको इस amount पर (1,10,000 ) व्याज लगेगा न कि 1,00,000 पर। ऐसा हर साल होता जायेगा।
अगर यही पैसा आप FD में डालोगे तो हर साल आपको व्याज 1,00,000 पर ही लगता रहेगा । न कि बढ़े हुए पैसे पर। इसे simple interest कहते हैं।
आप सोचेंगे फिर FD क्यों करनी है PPF ही कर लेते हैं। लेकिन जैसा पहले बताया PPF में हर साल 1.5 लाख से ऊपर जमा ही नहीं कर सकते। नहीं तो सरकार compound interest देते – देते लुट ही जाएगी।
अब आपको तरीका बताता हूँ जिस से आप PPF का पूरा फायदा उठा सकें। आप हर साल First April को PPF अकाउंट में 1.5 लाख डालना स्टार्ट करें। ऐसा 15 साल तक करें।
तो आइये देखते हैं 15 साल बाद आपको कितना पैसा मिलेगा:
1.5 लाख आपने 15 साल तक जमा करवाया। तो इस से आपकी टोटल इन्वेस्टमेंट हुई =22,50,000
इस पर आपका व्याज बना = 21 ,10 ,517
15 साल बाद आपको टोटल मिलेगा = 43,60,517 रुपये
है न जादू। आपका पैसा लगभग डबल हो जायेगा। वो भी बिना कुछ खास किये। और मजे की बात ये है, इस पर कोई टैक्स भी नहीं लगता।
अगर आप इसी पैसे को 25 साल तक रखेंगे तो यह 1 करोड़ के ऊपर चला जायेगा। और अवधि बढ़ा देंगे तो और
जायदा हो जायेगा।
अब दोस्तो दो बातें जान लीजिये :
1) बहुत से लोग सोचेंगे कि यार 15 साल के लिए पैसा कौन ब्लॉक करेगा ? यही गलत mindset आपको बदलना होगा। इसे ही financial समझ कहते हैं। जो अमीर लोगों में ज्यादा होती है। आप पीछे मुड़कर देखिये। अगर आप 25 साल के हैं तो क्या आपको पता चला कि ये 25 साल कैसे बीत गए। ऐसे ही आपको 15 साल का भी पता नहीं चलेगा और 35 का भी नहीं।
ये तो सोचिये 15 साल बाद आपको कितना पैसा मिलेगा !
2 ) दूसरी बात। आप ये न सोचें कि मैं हर महीने 1000 – 2000 डाल दूँगा। यही गलती बहुत से लोग करते हैं।
आपको सारा 1.5 लाख पहली अप्रैल को ही डालना चाहिए। क्युँकि तब से व्याज़ लगना स्टार्ट होगा वो भी 1.5 लाख की बड़ी अमाउंट पर। 1000 पर तो व्याज बहुत कम लगेगा। जिसकी वजह से पूरा फायदा नहीं मिलेगा। ऊपर जो calculation की थी वो 1.5 लाख के अकॉर्डिंग ही थी।
तो दोस्तों कैसे भी करके First April को 1.5 लाख आप PPF में डिपाजिट करवा दें। (First April से नया financial year शुरू होता है)।
इस से आप सारे साल की टेंशन से भी मुक्त हो जायेंगे। और एक बार करने के वजह से यह आपको कुछ भी झंझट का काम नहीं लगेगा। एक बार पैसा डाल दीजिये और भूल जाइये। बाकी समय लाइफ को enjoy करिये। सारा सिस्टम automation पर चलने दीजिये। लेकिन एक बार तो set करना ही होगा।
3) क्युँकि PPF की upper लिमिट 1.5 लाख ही है तो आप अपनी wife का भी account खुलवा दें। आपका profit दुगना हो जायेगा। मतलब 15 साल में 45 +45 = 90 लाख मिल जायेगा।
18 साल से ऊपर के बच्चों का भी किया जा सकता है।
अगर student हैं तो मम्मी-पापा का खुलवा दें । उन्हें यह जानकारी दें। ये पोस्ट उनके साथ share करें।
दोस्तो, अब आपको जल्दी स्टार्ट करने की वैल्यू समझ आ रही होगी। अगर कोई 30 साल में PPF स्टार्ट करता है तो 15 साल होते -होते उसकी उम्र 45 हो जाएगी। तो 45 लाख उसे 45 की उम्र में मिलेंगे।
लेकिन अगर कोई 20 में करता है तो 35 साल में ही 45 लाख बना लेगा।
(लेकिन अगर आपकी उम्र ज्यादा भी है तो भी कुछ नहीं बिगड़ा है। कभी नहीं करने से देर से करना फिर भी सही है। और बुढ़ापे में पैसे की जरुरत जयादा होगी।)
तो दोस्तो आप भी देर मत कीजिये। Hesitation छोड़िये और बैंक चले जाइये। जितना जल्दी PPF खुलवाएँगे उतना ही फायदा होगा।
3) NPS
दोस्तो, NPS का मतलब है नेशनल पेंशन स्कीम। आपको पता ही होगा कि सरकार आगे से पेंशन देना बंद कर देगी। NPS के काफी फीचर्स PPF जैसे ही हैं।
आप इसमें कुछ अमाउंट इन्वेस्ट करते रहते हो। लेकिन इसमें आपको आपके principal amount के अनुसार हर महीने pension मिलती है। इसके 40 % हिस्से पर इनकम टैक्स नहीं लगता।
तो सरकारी वेबसाइट पर इसके बारे में पढ़िए और स्कीम ले लीजिये। आप SBI या दूसरे बैंक में इसका अकाउंट खुलवा सकते हैं।
(Self help book – I will teach you to be rich book summary in Hindi)
4 ) Mutual Funds
दोस्तो आप हर महीने कम से कम 1000 – 2000 किसी अच्छे mutual fund में लगा सकते हैं। इसे SIP (systematic investment plan) कहते हैं।
Mutual फंड्स जिसे AMC (Asset Management Company ) मैनेज करती है, आपके पैसे को शेयर मार्किट में या bonds में लगाते हैं। इनसे आपको 12 से 15% के लगभग व्याज मिल जाता है। जो बाकी financial instruments से ज्यादा होता है।
लेकिन इनमें रिस्क भी होता है। इसलिए पहले अच्छे से इनके बारे में पढ़ लें। या कोई ऑनलाइन कोर्स कर लें। किसी अच्छे Broker (दलाल) से भी करवा सकते हैं। लेकिन ब्रोकर कमीशन चार्ज करता है जिस से फायदा कम हो जाता है।
आजकल आप बड़ी आसानी से ऑनलाइन भी mutual fund में invest कर सकते हैं। इसके लिए Zerodha best App मानी गयी है। इस App से इन्वेस्ट करने पर ब्रोकरेज भी नहीं लगता। Mutual funds के लिए आपको Demat account खुलवाना पड़ता है। जो आप Zerodha से ऑनलाइन खुलवा सकते हैं।
आप अपने बैंक में जाकर भी खुलवा सकते हैं। Zerodha app से करेंगे तो बैंक जाने का झंझट भी नहीं रहेगा।और ब्रोकर का कमीशन भी नहीं देना पड़ेगा।
5) Stocks /Shares
अगला इन्वेस्टमेंट टूल है – stocks या shares ।
इसमें reward तो ज्यादा है लेकिन risk भी ज्यादा है। लेकिन फिर भी बहुत से लोग स्टॉक मार्किट में invest करके अमीर बन चुके हैं।
Warren Buffet के बारे में तो आप जानते ही होंगे। या India में राकेश झुनझुनवाला के बारे में। दोनों ही अरबपति हैं। सारी दौलत इन्होने सिर्फ stocks में इन्वेस्ट करके कमाई है।
Stocks के लिए भी आप Zerodha app का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Note: दोस्तो, अगर आप स्टॉक मार्किट के बारे में और ज्यादा जानना चाहते हैं, तो Benjamin Graham की
किताब The Intelligent investor जरूर पढ़ें।
( I will teach you to be rich summary in Hindi)
6) Life Insurance
Ramit कहते हैं कि हर व्यक्ति को life insurance करवाना चाहिए। खैर LIC की काफी जानकारी हर किसी को होती है। तो इस point पर ज्यादा डिटेल में नहीं जायेंगे।
बस जॉब लगने के साथ ही एक अच्छी सी पालिसी जरूर ले लें। और साल का या 6 महीने का प्रीमियम समय पर भरते रहें। प्रीमियम भी ऑनलाइन आसानी से भर सकते हैं।
7) Health Insurance
Life insurance के साथ ही health insurance भी जरूर ले लेना चाहिए। Health insurance , life insurance
से अलग होता है।
Life Insurance तो accident / death होने पर family को पैसे देता है। जबकि health insurance आपके बीमार पड़ने और हॉस्पिटल में भर्ती होने पर होने वाले ख्रर्च को कवर करता है।
यदि हॉस्पिटल में भर्ती हो गए तो आपको पता ही है कि कितना ज्यादा बिल आ जाता है।
खासकर private हॉस्पिटल में। ज्यादा बिल से आपकी savings जा सकती है। तो इस से बचने के लिए एक अच्छा सा health insurance ले लेना चाहिए।
समाप्त।
Note – दोस्तो, घर बैठे इस किताब को Amazon.in से खरीदने के लिए नीचे Click करें :
तो दोस्तो, यह थी Ramit Sethi की famous किताब I Will Teach You To Be Rich की book summary Hindi में। उम्मीद है आपने काफी कुछ सीखा होगा।
नीचे comment करके बतायें कि आप किन -किन तरीकों से investment करते हैं। अगर आप किसी नयी scheme के बारे में जानते हो तो वो भी जरूर बताएँ।
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धन्यवाद।
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आपकी यह किताब से बहुत सीखने को मिला
Thank You दोस्त। यह जानकार खुशी हुई कि इस summary को पढ़कर आपको अच्छी जानकारी मिली।
Post पढ़ने और Comment करने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।
Hello sir aapki ye book summary bahut axi hai aur isse aur bhi bahut sare log sikh sakte hai to kya mai mai aapke summary ka vdo bna sakta hu apni voice please btaiyga jarur
Thank you Ritik. But my cousin has already made video on it.