The Power of Positive Thinking book summary in Hindi

Title: The Power of Positive Thinking summary in Hindi

The Power of Positive Thinking book summary in Hindi
(The Power of Positive Thinking book summary in Hindi)

Author: Norman Vincent

दोस्तो, आज की दुनिया में बहुत सी negativity फैली हुई है। आये दिन media हमें negative news दिखाता रहता है।

इसके अलावा घर और दफ्तर में भी हमें negative लोग मिलते हैं। इस तरह उन्हें देख -देख कर हम भी negative सोचने लगते हैं।

लेकिन यह Negative thinking हमारे लिए बहुत घातक है। इस से चिंता और anxiety बढ़ जाते हैं। अच्छे लोग हमसे दूर हो जाते हैं। और life में हमें सफलता भी नहीं मिल पाती।

Norman Vincent ने अपनी इस किताब में हमें positive thinking के फायदे और methods बताये हैं। इन methods को अपनाकर आप भी life में positive सोचना सीख सकते हैं।

एक positive सोच से ही आपको जीवन में सफलता मिलेगी। और आप एक ऊँचे मुकाम पर पहुँच पायेंगे ।

The Power of Positive Thinking

(Book summary in Hindi)

दोस्तो, इस किताब में 17 chapters हैं। आइये एक -एक करके उन्हें पढ़ते हैं।

1) Believe in yourself

The Power of Positive Thinking book summary in Hindi
(Image: The Power of Positive Thinking book summary in Hindi)

खुद पर हमेशा विश्वास करें कि आप life में successful हो जायेंगे। अगर आप भरोसा ही नहीं करेंगे तो आपका दिमाग भी आपकी हेल्प नहीं करेगा।

मान लीजिये किसी के स्कूल या college में बाकि बच्चों के comparison में marks कम आये हैं। और उसने यह मान लिया कि वह अब life में कुछ नहीं कर पायेगा। तो ऐसी सोच गलत है।

क्युँकि successful होने के लिए marks का कोई role नहीं होता। बॉलीवुड के celebrity क्या marks से इतने famous हुए हैं। Sports – person के कितने marks होते हैं। बहुत ज्यादा तो नहीं।

एक बिज़नेस चलाने के लिए भी आपको marks की इतनी जरुरत नहीं है। सिर्फ एक idea और थोड़े talent की जरुरत है। इसलिए खुद पर भरोसा करना सीखें।

अगर आपने कोई negative विचार जाने -अनजाने पाल रखे हैं, तो उन्हें आज ही bye – bye बोल दें। उनकी जगह भरोसे और confidence के thoughts अपने दिमाग में डालें।

हमेशा खुद से बोलें – मैं लाइफ में successful होकर रहूँगा। मुझे खुद पर पूरा भरोसा है।

2) Peaceful mind generates power

अपने दिमाग को हमेशा शाँत रखें। क्युँकि शांत दिमाग में ही creative ideas आते हैं। जो आपकी life को बदल सकते हैं।

लेकिन बहुत से लोग दिमाग से शाँत नहीं होते। आजकल लोगों के दिमाग में tension, stress, anxiety, depression आदि भरा होता है।

ऐसा दिमाग शांत कैसे हो सकता है।

लालच, ईर्ष्या, घमंड आदि से भी दिमाग की शांति भंग हो जाती है। इसलिए दोस्तो, इन negative thoughts को हटाएँ। और हमेशा positive सोचें।

Anxiety दूर करने के लिए यह किताब जरूर पढ़ें – How to Stop Worrying and Start Living summary in Hindi

Yoga और meditation का सहारा लें। Exercise से भी Oxygen का flow बढ़ता है और दिमाग ठंडा हो जाता है।

भरपूर नींद लें। Social media और टीवी का इस्तेमाल भी कम से कम करें। शांत दिमाग ऊर्जा का भण्डार होता है। दिमाग को शांत करें और उसे बोलें कि आपको कोई life changing idea दे।

इस से आपको creative ideas आने लगेंगे।

3) How to have energy

इंसान physical work से इतना नहीं थकता जितना negative विचारों से थक जाता है।

आप जैसा सोचेंगे आपका दिमाग वैसा ही feel करेगा। अगर आप सोचेंगे कि आज का दिन बहुत अच्छा है। तो सच में आपको ख़ुशी का अनुभव होगा।

लेकिन अगर यह सोचेंगे कि आज का दिन बहुत depressive है। तो आपका दिमाग दुखी feel करेगा। इसलिए हमेशा positive विचार दिमाग में डालें ।

इसके अलावा, exercise करें। इस से आपका stamina बढ़ेगा। अच्छी diet लें। और भरपूर नींद भी लें। Negative लोगों से दूर रहें।

ऐसे लोगों को दोस्त बनायें जो आपको बहुत बार हँसा सकें। हँसने से आपमें positive energy बनी रहती है। आपकी सारी उदासी, थकान और निराशा दूर हो जाती है। और आपको बहुत सी energy मिलती है।

इसलिए दिन में minimum 10 बार तो जरूर हँसना चाहिए। Upper limit तो कोई नहीं है। वह आप decide करें।

4) Try prayer power

Prayer एक बहुत ही powerful चीज है।

यह हमारे subconscious brain को एकदम से motivate कर देती है। जब हम किसी supreme power में trust करते हैं, तो हमारा सारा depression और anxiety दूर हो जाते हैं।

हमें लगता है कि दिल की बात किसी ने सुन ली है। हम ईश्वर से ऐसी बात भी कर सकते हैं जो हम अपने parent से भी नहीं कर सकते।

Prayer करने के कुछ tips:

1) Prayer ऐसे करें जैसे किसी friend से बात करते हों। कोई बहुत बड़े – बड़े मंत्र बोलने की जरुरत नहीं है।

2) सोते समय ईश्वर से request करें कि आपको guide करें, आपको सफलता दे और आपकी problems को दूर रखें।

3) अभी तक जो भी ईश्वर ने आपको दिया है उसके लिए उसका thank you बोलें।

यह तीन steps आपको positive ऊर्जा से भर देंगे। आपको गहरी नींद आएगी जो आपको और भी heal कर देगी। आपकी Life प्रसन्नता से भर जाएगी।

इसलिए prayer की आदत डालिये।

5) How to create happiness

दोस्तो, किसी इंसान का खुश होना या दुखी होना, उसके हाथ में है।

बहुत से लोगों के पास हर चीज होती है। फिर भी वे हमेशा रोनी सूरत बना कर घूमते हैं। वे कभी भी संतुष्ट नहीं होते। क्युँकि उनका लालच उन्हें संतुष्ट नहीं होने देता।

इसलिए सबसे पहले ईश्वर ने जो कुछ हमें दिया है उससे संतुष्ट होना चाहिए। अगर आप हर दम खुश रहना चाहते हैं तो बच्चों से inspiration लीजिये।

आपने बच्चों को खेलते हुए तो notice किया होगा। कितने खुश दिखते हैं वो। ऐसा इसलिए होता है क्युँकि वे हर चिंता को भुला कर सिर्फ खेल में मग्न हो जाते हैं।

आपको भी ऐसा ही mindset बनाना चाहिए। चिंता भुला कर दोस्तों से हंसी – ख़ुशी की बातें करें।

किसी को criticize न करें। कोई आपको criticize करे तो उसे ignore करें। इस तरह आप हमेशा खुश रह पायेंगे।

इसके अलावा दिन को शुरू करने से पहले कुछ positive affirmations बोलें। जैसे –

आज का दिन बहुत अच्छा है।

आज मैं बहुत खुश feel कर रहा हूँ।

आज ईश्वर सब ठीक करेगा। आदि।

इस तरह आपके दिन की शुरुआत ही ख़ुशी से होगी।

6) Stop fuming and fretting

(चिड़चिड़े न बनें )

आजकल की भाग -दौड़ की जिंदगी में इंसान को तरह -तरह की problems होती हैं। इन सब की वजह से वह चिड़चिड़ा हो जाता है। हर बात का कड़वा उत्तर देता है।

कितने लोग तो असफल होने की वजह से ही चिड़चिड़े हो जाते हैं। वे हर चीज का दोष दूसरों पर डालना शुरू कर देते हैं।

इस से सारे लोग उस आदमी को नापसंद करने लगते हैं। और उस से दूर जाने लगते हैं। इस से वह आदमी life में और भी असफल हो जाता है।

इसलिए दोस्तो, चिड़चिड़े न बनें।

इसके लिए लेखक कहता है कि हमेशा relax करने का समय निकालें। जैसे daily brush करते हैं या नहाते हैं, वैसे ही relax करने को भी daily का नियम बना लें।

Relax करने के कुछ steps भी लेखक ने बताए हैं :

एक chair पर आराम से बैठ जाएँ। लम्बी साँस लें। दिमाग को शाँत करें। फिर कुछ अच्छे दृश्य visualize करें – जैसे सेबों का बगीचा , साफ़ पानी की कोई beach, उगता हुआ सूरज, फूलों पर तितलियाँ , भागते हुए हिरन। आदि।

इसके साथ बोलें – मैं धीरे -धीरे relax feel कर रहा हूँ। मेरा brain एकदम शाँत हो रहा है। मुझमें positive energy भरती जा रही है।

इस तरह आप कुछ ही मिनटों में relax महसूस करेंगे।

7) Expect the best
(हमेशा अच्छे की उम्मीद करें )

दोस्तो, जब हम बुरे की उम्मीद करते हैं तो बुरा ही होता है। लेकिन जब अच्छे की उम्मीद करते हैं तो सब अच्छा ही होता है।

बहुत से लोग हमेशा negative सोचते हैं। कोई भी काम करना हो उसमें उन्हें लगता है, कुछ बुरा ही होगा।

Exam देना हो तो सोचेंगे कि fail हो जायेंगे। Job का इंटरव्यू देते वक़्त सोचेंगे कि उन्हें यह job कभी नहीं मिलेगी। उनसे बिज़नेस की बात की जाये तो बोलेंगे बिज़नेस तो डूब जाते हैं।

इस तरह उन्हें हर चीज में negative देखने की आदत होती है। इस से ऐसे लोगों को वही मिलता है जो वे सोचते हैं। यानि कि – असफलता।

तो दोस्तो, अगर आप भी चीजों को शरू करती बार, अगर पहले ही negative सोच लेते हैं, तो इस आदत को बदल दें। हमेशा अच्छे की उम्मीद करें।

पूरे विश्वास के साथ उम्मीद करें कि आपके साथ उस काम में अच्छा ही अच्छा होगा। ईश्वर पर पूर्ण विश्वास के साथ उम्मीद करें। इस से आपके subconscious brain को भी positive signal जायेगा और वो आपके लिए अच्छा करने में जुट जायेगा।

लेखक ने 4 words का एक formual दिया है :

Faith , Power, Works, Wonders.

इन चार शब्दों को हमेशा खुद को याद दिलाते रहें। इन शब्दों में अदृश्य शक्ति छुपी हुई है। जो आपकी सोच को positive बनाएगी। जिस से आपको अपने हर काम में सफलता मिलेगी।

8) Don’t believe in defeat
(हार में विश्वास न करें )

The Power of Positive Thinking book summary in Hindi
(The Power of Positive Thinking book summary in Hindi)

दोस्तों, कभी भी हार में विश्वास न करें। कहा भी जाता है – मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। कुछ लोग एक दो बार हार जाने से यह मान लेते हैं, कि अब वे जीवन में कभी सफल नहीं होंगे। और हार ही उनकी किस्मत है।

आप कभी भी ऐसी thinking न रखें। जीतने के लिए बार -बार हारना पडता है। हर हार से कुछ सीखिए। और फिर से कोशिश कीजिये।

जब आप छोटे बच्चे थे,तो आपने चलना कैसे सीखा था। आप हज़ार बार गिरे होंगे। लेकिन फिर से उठ खड़े होते थे। तब जाकर आपने चलना सीखा था। उस समय आपको हार शब्द का ही पता नहीं था।

तो यही principle लाइफ के goals में सफलता पाने के लिए भी इस्तेमाल करें। अच्छे से strategy बनायें, समुचित ज्ञान लें, जो आपको इस ब्लॉग की किताबों से भी मिल जायेगा , और फिर कोशिश करने में लग जाएँ।

हारने पर निराश न हों। बल्कि खुश हों। क्युँकि दूसरे लोग तो हारने के डर से घर में बैठे होंगे। वे तो कोशिश भी नहीं कर रहे होंगे।

हवा के थपेड़ों से पेड़ डरते नहीं हैं। बल्कि उन्हें झेलते हैं। इस से वे बहुत मजबूत हो जाते हैं। और जब बड़ा तूफ़ान आता है तो वे आसानी से उसका सामना कर लेते हैं। तूफ़ान उनका कुछ नहीं उखाड़ पाता।

इसलिए हार से डरें नहीं। बल्कि उसका स्वागत करें। क्युँकि हार आपको अंदर ही अंदर मजबूत बना देगी। और इसी मजबूती के दम आप एक दिन दुनिया को हिला सकते हैं।

9) How to break worry habit

चिंता करना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। चिंता करने से तरह -तरह की बीमारियाँ लग जाती हैं। आपको stress हो जाता है जिस से blood pressure बढ़ जाता है।

हाई blood pressure से stroke या heart – attack तक हो सकता है।

चिंता ही बाद में depression को जन्म देती है। चिंता से व्यक्ति जल्दी बूढ़ा होने लगता है। इसलिए ठीक ही कहा जाता है कि चिंता चिता के समान है।

हम इंसान चिंता के साथ पैदा नहीं होते। लेकिन धीरे -धीरे समाज को देखकर हम चिंता करना सीख जाते हैं। कभी पढ़ाई की, कभी जॉब की और कभी ऑफिस आदि की।

लेकिन चिंता को दूर करना possible है। इसके लिए शाँत रहना सीखें। खुद को Relax करने की आदत डालें। रोज ईश्वर से विश्वास के साथ प्रार्थना करें।

साथ ही यह भी समझें कि चिंता केवल एक मानसिक डर है। उसका हकीकत में कोई रूप या आकार नहीं होता।इसलिए बेवजह चिंता करने की जरुरत होती ही नहीं है।

इसलिए रोज बोलें – मैंने बेवजह की चिंता करना छोड़ दिया है। क्युँकि ईश्वर हमेशा मुझे देख रहा है।

साथ ही, चिंता दूर करने पर लिखी गयी इस महान किताब को तो जरूर पढ़ें – How to Stop Worrying and Start Living summary in Hindi .

10) The power to solve personal problems

दोस्तो, यह जान लें कि life मुश्किलों का ही दूसरा नाम है। यह न सोचें कि लाइफ में कभी मुश्किलें नहीं आएँगी।साथ ही मुश्किलों को कोई negative चीज भी न मानें।

बहुत से लोग छोटे -छोटे कामों को भी मुश्किल मान लेते हैं। जैसे कोई बिल देना हो , कुछ खरीद कर लाना हो आदि। इसलिए हर चीज को problem का नाम न दें।

अगर कोई genuine problem आ भी जाए तो उसे solve करने की कोशिश करें। यह नहीं कि उसके बारे में चिंता करने लगें। चिंता करने से वह problem हल नहीं होगी।

इसकी वजाए यह सोचें की उस problem को कैसे solve करना है। दोस्तों से सलाह भी ले सकते हैं। अगर चिंता हो रही हो तो सोचें कि ईश्वर मेरे आस -पास ही है। और वह मेरी problem को दूर कर देगा।

यही life को जीने का तरीका है। आप problems को daily life के काम की तरह लें। इस से आपको कोई चिंता नहीं होगी।

हर काम का समय निर्धारित कर लें। तब तक उसके बारे में बेवजह चिंता न करें।

हमेशा positive बोलें – मैं इस problem को solve कर सकता हूँ। ईश्वर हमेशा मेरे साथ है।

11) How to use faith healing

आस्था और विश्वास हमारी सेहत को ठीक रखते हैं। ईश्वर में विश्वास रखने वाले लोग ज्यादा खुश और संतुष्ट पाए जाते हैं। नास्तिक लोग तरह -तरह की चिंताओं में डूबे होते हैं। उन्हें alcohol और drugs आदि बुरी – आदतें भी ज्यादा लगती हैं।

किसी बीमारी में दवाई के साथ अगर आप ईश्वर से भी prayer करते हैं तो आपकी बीमारी जल्दी ठीक होगी।

एक बार एक व्यक्ति बहुत गंभीर बीमारी का शिकार हो गया था। उस पर कोई भी दवाई असर नहीं कर रही थी। एक दिन उसके दोस्त ने उसे एक Bible लाकर दी।

वैसे उसे ईश्वर में विश्वास नहीं था। लेकिन जैसे ही वह Bible पढ़ने लगा, उसे ईश्वर पर विश्वास होने लगा। वह उस से हर रोज अपनी बीमारी को ठीक करने के लिए प्रार्थना भी करने लगा। और धीरे -धीरे चमत्कार हो गया। उसकी लाइलाज बीमारी ठीक हो गयी।

इसलिए दोस्तो, ईश्वर में अपने विश्वास को, खुद की healing के लिए भी लगा सकते हैं। फिर चाहे mental healing हो या physical healing।

Faith बहुत जरुरी होता है। इस से इंसान आगे बढ़ता रहता है।

12) Health Formula For Vitality

दोस्तो, गुस्सा, नफरत, और चिड़चिड़ापन हमारी सेहत के लिए बहुत नुक्सानदायक हैं। इनसे हमर Blood Pressure ही बढ़ता है। जिसके harmful effects ऊपर भी बताये गए थे।

इसलिए हमें इन negative emotions को positive emotions के साथ replace कर देना चाहिए।हमेशा शांत रहें। दूसरों से प्रेम से बात करें। ख़ुशी फैलायें।

इस से आप सौ साल तक जियेंगे और स्वस्थ भी रहेंगे।

Negative thinking से हजार तरह की बीमारियां लगती हैं। इसलिए हमेशा positive ही सोचें। गुस्से से हमेशा बचें। जब बहुत गुस्सा आये तो मुट्ठी बंद न करें। आवाज भी नीची रखें।

इसके साथ ही दस बार बोलें – मैं ईश्वर पर विश्वास करता हूँ। वे मुझे रास्ता दिखाते हैं। इस से आप कभी भी गुस्सा नहीं करेंगे।

13) Fill brain with new thought

दोस्तो, अब तक आपने समाज से जो भी negative बातें सीखीं हैं, उन्हें अपने दिमाग से निकाल दें। और अब नयी बातें या thoughts भरना शुरू कर दें।

इस ब्लॉग की books पढ़ें। और उनमें जो नए thoughts हैं, अपने दिमाग में वो भरें।

आप जैसा सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। अगर आप सोचेंगे कि आप अमीर बनेंगे, तो आप सच में ही अमीर बन जायेंगे। लेकिन खुद पर शक करेंगे और सोचेंगे कि मैं तो अनपढ़ हूँ , मैं कैसे अमीर बन सकता हूँ। मैं तो गरीब ही रहूँगा। तो सच में ही आप गरीब रहेंगे।

पढ़ाई – लिखाई से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपने MDH वाले अंकल के बारे में तो सुना ही होगा। वे ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे। सिर्फ मसाले बेचते थे। लेकिन आगे चलकर वे अरबपति बन गए।

शायद, उन्होंने भी हमेशा positive सोचा होगा कि एक दिन वे अमीर बनेंगे। तभी वे इतनी success प्राप्त कर सके।

इसलिए दोस्तो,अपनी हर negative सोच को replace कर लीजिये। इस से आप एक दिन सफल जरूर होंगे।

14) Relax to regain power

अगर आप एक काम करते हुए थक जाते हैं और powerless feel करने लगते हैं। तो उसी समय रुक जाइये।थोड़ा relax करिये। आप देखेंगे कि आप फिर से ऊर्जा से भर गए हैं।

ऐसा आप दिन में कई बार कर सकते हैं।

Students को पढ़ती बार हर आधे घंटे में relax करना चाहिए। इस से वे पढ़ाई से ऊबेंगे नहीं और लगातार पढ़ पायेंगे। 5 minutes relax करेंगे तो भी बहुत होगा।

जो students लगातार 2 घंटे पढ़ते हैं, वे study को बोझ मानते हैं। वे सिर्फ exam के लिए ही ज्यादा पढ़ते हैं, और बाद में इतनी पढ़ाई नहीं करते। क्युँकि उन्हें ये break लेकर relax करने की तकनीक नहीं आती।

इसलिए relax करना जरूर सीखें।

15) How to get people to like you

बहुत बार आपने लोगों को कहते सुना होगा – मुझे फर्क नहीं पड़ता, कोई मेरे बारे में क्या सोचता है। I don’t care. या I don’t give a damn.

लेकिन दोस्तो, वे झूठ बोल रहे होते हैं। हर कोई चाहता है कि दूसरे उन्हें पसंद करें। और उनकी तारीफ करें।

लेकिन इसके लिए पहले खुद में बदलाव लाना होगा । कभी भी दूसरे को criticize न करें। उनकी तारीफ करें।उन्हें इज़्ज़त दें। उनकी help करें।

तभी दूसरे लोग भी आपकी इज़्ज़त करेंगे और आपको पसंद करेंगे।

अगर इसके बारे में और जानना चाहते हैं तो यह classical book जरूर पढ़ें – How to Win Friends and Influence People summary in Hindi

16) Prescription for heartache

दोस्तो, कभी न कभी सभी का दिल टूटता है। सभी हार का मुँह देखते हैं। सभी को दुःख -दर्द मिलते हैं।

ऐसे में कुछ लोग शराब पीने लगते हैं। कुछ physical activity करने लगते हैं। लेकिन इस से दुःख की जड़ खत्म नहीं होती। वह दिल में ही बसा रहता है।

ऐसे में जरुरी है कि आप उस दर्द को दिल और दिमाग से हटा पायें। इसके लिए लेखक ने कुछ तरीके दिए हैं।

1. अगर रोना आ रहा हो तो रोके नहीं। रो लीजिये। इस से आपका दुःख आंसुओं में बह जाता है।

2. इसके बाद जो आपके रोज के काम हैं, उन्हें करते रहें।

3. एक जगह बैठ कर उस दुःख के बारे में न सोचें। इसके वजाय positive thinking वाली कोई किताब पढ़ें। जो आपको नयी inspiration देगी।

4. ईश्वर से प्रार्थना करें।

5. खुद से कहें – कल एक नया दिन होगा।

इस तरह आप अपने दुःख से निजात पा सकते हैं। याद रखें वक़्त हमेशा एक सा नहीं रहता। कभी धूप होगी तो कभी छाँव। कभी रात होगी तो कभी दिन। इसलिए उदास न हों।

सिर्फ positive सोचें और अपनी life को हंसी – ख़ुशी बितायें। क्युँकि गुजरा वक़्त वापस नहीं आता। इसलिए उसे waste करने का कोई फायदा नहीं है।

17) Believe in high power

ईश्वर पर विश्वास रखें। हमेशा सोचें कि ईश्वर आपके आस -पास ही है। जिस तरह सूरज की रोशनी , हवा और पानी आपके आस पास होता है, उसी तरह एक दिव्य -शक्ति हमारे आस-पास रहती है।

एक बार एक आदमी था। वह बहुत शराब पीता था। बहुत कोशिश करने के बाद भी वह अपनी इस आदत को छोड़ नहीं पाता था।

फिर वह एक डॉक्टर के पास गया। लेकिन एक दिन डॉक्टर ने भी हाथ खड़े कर लिए। और उसे घर भेज दिया। यह बोलकर कि अब उसका कुछ नहीं हो सकता।

जब वह घर लौट रहा था, तो रास्ते में एक चर्च पड़ी। उस समय वहाँ कोई नहीं था। वह church में चला गया। और रोने लगा। तभी एक पादरी आया और उस से रोने का कारण पूछा।

उसने कहा कि वह अपनी शराब की आदत को नहीं छोड़ पाता। पादरी ने कहा कि क्या वह चर्च के काम में कुछ help कर सकता है। क्रिसमस आ रही थी और उन्हें चर्च को पेंट करना था।

आदमी को पादरी से कुछ चिढ़ हुई। उसकी प्रॉब्लम का कोई solution बताने के वजाये काम करने के लिए बोल रहा था। लेकिन वह आदमी तैयार हो गया। उसे लगा कुछ time – pass हो जायेगा।

वह लगातार काम करने church जाने लगा। धीरे -धीरे वहाँ के माहौल का उस पर ऐसा असर पड़ा की उसकी शराब पीने की आदत छूट गयी।

पादरी ने कहा कि उसने जान -बुझ कर उसे चर्च में काम करने के लिए कहा था। क्युँकि वे चाहते थे कि ईश्वर पर खोया अपना विश्वास वह हासिल करे। प्रवचन देने से उस पर कोई असर नहीं होता।

तो देखा दोस्तो, जिस चीज के आगे science हार गयी, वहाँ उस आदमी का अपना faith काम आ गया।

चर्च में काम करते हुए उस आदमी को ईश्वर पर फिर से विश्वास हो गया था। जिसकी वजह से उसकी बुरी आदत छूट गयी और उसकी जिंदगी फिर से खुशियों से भर गयी।

इसलिए आप भी ईश्वर पर अपना विश्वास कायम करें। अगर विश्वास खो चुका है तो फिर से स्थापित करें। इस से आपका जीवन सुख – समृद्धि से भर जायेगा। और life में हमेशा सफलता मिलेगी ।

समाप्त।

तो दोस्तो, यह थी इस amazing किताब की हिंदी में समरी (The Power of Positive Thinking
book summary in Hindi).

आपको कैसी लगी, नीचे comment करके बतायें । Post को friends के साथ share भी करें।

धन्यवाद।

Read more book summaries:

Rich Dad Poor Dad summary in Hindi

Ikigai book summary in Hindi

Men are from Mars Women are from Venus Book Summary in Hindi

How to Stop Worrying and Start Living summary in Hindi

17 Anti-Procrastination Hacks Summary in Hindi

Think and Grow Rich summary in Hindi

Seven habits of highly effective people book summary in Hindi

Horror books summary (Horror story in Hindi):

The Rats In The Walls – by H.P Lovecraft (A horror story in Hindi)

Carrie – by Stephen King (A horror story in Hindi)

The Tell-Tale Heart – Edgar Allan Poe (Horror story in Hindi)

The Dunwich Horror – H.P Lovecraft (horror story in Hindi)

Salem’s Lot – Stephen King (horror story in Hindi)

Best Novels summary in Hindi:

To Kill a Mockingbird summary in Hindi

Gone with the Wind summary in Hindi

Romeo and Juliet summary in Hindi

Alchemist summary in Hindi

Leave a Comment